सत्य की मज़बूरी का कलियुग.., साधो कलि के ज्ञान का " कलयुगी-मंच " मायावी दुनियाँ मे रूप ~स्वरूपों का हि मिलता है ! गुरुवर चिंता ना करें सब सिमट कर एक मे शामिल हो रहा है ! फर्क बस इतना है! चलता धीरज शिव का धीरे मगर चालू कलि का चाल तेज़ रूप का है ! आपकी जय हो गुरुवर...
@BhuwneshwarPuri2 ай бұрын
आपको मीलना है महाराज जी
@DharmBodh03462 ай бұрын
7909086896
@दीर्घतमा Жыл бұрын
वास्तव में जितने बौद्ध वा नव बौद्ध हैं वे सुनी सुनाई बात करते हैं कुछ अध्ययन नहीं करते।