Navratri 2024 5th Day Skandamata Puja: नवरात्रि के पांचवें दिन, स्‍कंदमाता की पूजाविधि, पूजा मंत्र

  Рет қаралды 63

Dharam Ka Gyan

Dharam Ka Gyan

2 ай бұрын

Navratri 2023 5th Day skandamata Puja: नवरात्रि के पांचवें दिन, स्‍कंदमाता की पूजाविधि, पूजा का मंत्र, भोग, आरती, इसलिए कहा जाता है स्‍कंदमाता
#SkandamataPuja
#navratri2024
#GoddessSkandamata
#devipuja
#NavratriDeviPuja
#worship
#hindugoddess
#FifthDayofNavratri
#divinemother
#spiritualsignificance
#mythology
#DevotionalSongs
#NavratriRituals
#Mantras
#durgapuja
#FestiveCelebrations
#ReligiousPractices
#NavratriFasting
#SkandaSashti
#KartikeyaDevotionalSongs
#SkandamataPuja
#Navratri
#GoddessSkandamata
#DeviPuja
#NavratriDeviPuja
#Worship
#HinduGoddess
#FifthDayOfNavratri
#DivineMother
#spirituality
#Mythology
#DevotionalSongs
#NavratriRituals
#Mantras
#DurgaPuja
#FestiveCelebrations
#ReligiousPractices
#NavratriFasting
#SkandaSashti
#KartikeyaDevotionalSongs
Navratri 2023 5th Day: नवरात्रि के पांचवें दिन स्‍कंदमाता की पूजा की जाती है। मां दुर्गा का पांचवा रूप स्‍कंदमाता कहलाता है। प्रेम और ममता की मूर्ति स्‍कंदमाता की पूजा करने से संतान प्राप्ति की मनोकामना पूर्ण होता है और मां आपके बच्‍चों को दीर्घायु प्रदान करती हैं। भगवती पुराण में स्‍कंदमाता को लेकर ऐसा कहा गया है कि नवरात्र के पांचवें दिन स्‍कंद माता की पूजा करने से ज्ञान और शुभ फलों की प्राप्ति होती है। मां ज्ञान, इच्‍छाशक्ति, और कर्म का मिश्रण हैं। जब शिव तत्‍व का शक्ति के साथ मिलन होता है तो स्‍कंद यानी कि कार्तिकेय का जन्‍म होता है। आइए जानते हैं स्‍कंदमाता की पूजाविधि, पूजा मंत्र, आरती और भोग।
इसलिए कहलाईं स्‍कंदमाता
नवरात्रि की पांचवीं देवी को स्‍कंदमाता कहा जाता है। भगवान शिव की अर्द्धांगिनी के रूप में मां ने स्‍वामी कार्तिकेय को जन्‍म दिया था। स्‍वामी कार्तिकेय का दूसरा नाम स्‍कंद है, इसलिए मां दुर्गा के इस रूप को स्‍कंदमाता कहा गया है। जो कि प्रेम और वात्‍सल्‍य की मूर्ति हैं।
मां स्‍कंदमाता का स्‍वरूप
मां स्‍कंदमाता चार भुजाओं वाली देवी हैं जो कि स्‍वामी कार्तिकेय को अपनी गोद में लेकर शेर पर विराजमान हैं। मां के दोनों हाथों में कमल शोभायमान हैं। इस रूप में मां समस्त ज्ञान, विज्ञान, धर्म, कर्म और कृषि उद्योग सहित पंच आवरणों से समाहित विद्यावाहिनी दुर्गा भी कहलाती हैं। मां के चेहरे पर सूर्य के समान तेज है। स्‍कंदमाता की पूजा में धनुष बाण अर्पित करना भी शुभ माना जाता है।
स्‍कंदमाता का भोग
स्‍कंदमाता को पीले रंग की वस्‍तुएं सबसे प्रिय हैं। इसलिए उनके भोग में पीले फल और पीली मिठाई अर्पित की जाती है। आप इस दिन केसर की खीर का भोग भी मां के लिए बना सकते हैं। विद्या और बल के लिए मां को 5 हरी इलाइची अर्पित करें और साथ में लौंग का एक जोड़ा भी चढ़ाएं।
पीले रंग का महत्‍व
स्‍कंदमाता की पूजा में पीले या फिर सुनहरे रंग के वस्‍त्र पहनना शुभ माना जाता है। मां का श्रृंगार पीले फूल से करें और मां को सुनहरे रंग के वस्‍त्र अर्पित करें और पीले फल चढ़ाएं। पीला रंग सुख और शांति का प्रतीक माना जाता है और इस रूप में दर्शन देकर मां हमारे मन को शांति प्रदान करती हैं।
मां स्‍कंदमाता का पूजा मंत्र
सिंहासना गता नित्यं पद्माश्रि तकरद्वया।
शुभदास्तु सदा देवी स्कन्दमाता यशस्विनी।।
या देवी सर्वभू‍तेषु मां स्कंदमाता रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।
मां स्‍कंदमाता की पूजाविधि
मां स्‍कंदमाता के लिए आप रोजाना की तरह सुबह जल्‍दी उठकर स्‍नान कर लें और पूजा के स्‍थान को गंगाजल से शुद्ध कर लें। उसके बाद लकड़ी की चौकी पर पीला कपड़ा बिछाकर मां की मूर्ति या फिर तस्‍वीर को स्‍थापित करें। पीले फूल से मां का श्रृंगार करें। पूजा में फल, फूल मिठाई, लौंग, इलाइची, अक्षत, धूप, दीप और केले का फल अर्पित करें। उसके बाद कपूर और घी से मां की आरती करें। पूजा के बाद क्षमा याचना करके दुर्गा सप्‍तशती और दुर्गा चालीसा का पाठ करें। मां आपका कल्‍याण करेंगी और आपकी सभी इच्‍छाएं पूर्ण करेंगी।
मां स्‍कंदमाता की आरती
जय तेरी हो स्कंद माता। पांचवा नाम तुम्हारा आता।।
सब के मन की जानन हारी। जग जननी सब की महतारी।।
तेरी ज्योत जलाता रहूं मैं। हरदम तुम्हें ध्याता रहूं मैं।।
कई नामों से तुझे पुकारा। मुझे एक है तेरा सहारा।।
कही पहाड़ो पर हैं डेरा। कई शहरों में तेरा बसेरा।।
हर मंदिर में तेरे नजारे। गुण गाये तेरे भगत प्यारे।।
भगति अपनी मुझे दिला दो। शक्ति मेरी बिगड़ी बना दो।।
इंद्र आदी देवता मिल सारे। करे पुकार तुम्हारे द्वारे।।
दुष्ट दत्य जब चढ़ कर आएं। तुम ही खंडा हाथ उठाएं।।
दासो को सदा बचाने आई। ‘चमन’ की आस पुजाने आई।।
पूजा के अंत में क्षमा प्रार्थना जरूर पढ़े
अपराधसहस्त्राणि क्रियन्तेऽहर्निशं मया।
दासोऽयमिति मां मत्वा क्षमस्व परमेश्वरि॥1॥
1. Skandamata Puja
2. Navratri
3. Goddess Skandamata
4. Devi Puja
5. Navratri Devi Puja
6. Worship
7. Hindu Goddess
8. Fifth day of Navratri
9. Divine Mother
10. Spiritual significance
11. Mythology
12. Devotional songs
13. Navratri rituals
14. Mantras
15. Durga Puja
16. Festive celebrations
17. Religious practices
18. Navratri fasting
19. Skanda Sashti
20. Kartikeya Devotional Songs
DISCLAIMER
This Video is for entertainment purpose. copyright Disclaimer under section 107 of the copyright act 1976, allowance is made for "fair use" for purpose such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research.
Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing.
Non-profit education or personal use tips the balance in favour of fair use.
No copyright Video.

Пікірлер
Luck Decides My Future Again 🍀🍀🍀 #katebrush #shorts
00:19
Kate Brush
Рет қаралды 7 МЛН
Final muy inesperado 🥹
00:48
Juan De Dios Pantoja
Рет қаралды 18 МЛН
We Got Expelled From Scholl After This...
00:10
Jojo Sim
Рет қаралды 64 МЛН
Luck Decides My Future Again 🍀🍀🍀 #katebrush #shorts
00:19
Kate Brush
Рет қаралды 7 МЛН