Apka teaching method best h....superbb mam apki wjh s geography ab easy lgne lgi h
@khemgupta96614 жыл бұрын
Thanku so much mam .. you r such a grt teacher .. like ur way to teach ... 👏👏👏👏👏
@harshdeep34214 жыл бұрын
Thank you mam english m btane k liye...apne mere baat bhot jldi suni love u team nirmanias
@skbossgaming100M Жыл бұрын
Love you mam so much. Aap bohot achhe se padhate. Mujhe bohot achhe se samjh aya. Thank u thank u so much mam. Jo aap jaise teacher hamare liye etna kuchh karte. Bhagwan apko duniya ki sari khushiya de. Maine you tube par bohot sari video dekhi lekin apki video mujhe bohot achhe. ❣️☺️😇 Mera do din baad exam hai or geography avi start Kiya hai chapter padhna. Apke padhane ke tarike se me achhe marks se pass ho jaunga.
@shekharjha37054 жыл бұрын
Maim realy very helpful video for us thanks again 🙏
@shikhamishra12345 Жыл бұрын
Thank you ma'am❤🙏🙏 aapka padhane ka tarika best hai...... Please maa'm economic ncert book ko complete kar dijiye please ma'am 🙏🙏🙏🙏 history or geography bahut acche se samjh aa gayi hai lekin economic abhi nahi samjh aayi hai please ma'am 🙏🙏🙏🙏
@surbhisoni23624 жыл бұрын
🏖Q.काली मृदा किसे कहते हैं इसके निर्माण पर विशेषताओं का वर्णन करें? 🍀Ans. भारत की स्थानीय मिट्टी में से काली मिट्टी सबसे अलग दिखाई देती है इसे रेगूr ,लावा तथा कपासी मिट्टी भी कहा जाता है🍀 🗺अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काली मृदा को "cher jonom "कहा गया 🌏 👉विशेषताएं- 1. इसमें जल धारण करने की क्षमता होती है यह चिपचिपी होती है जो सूखने पर इस इस में दरार पड़ जाती है इसी गुण के कारण काली मिट्टी को स्वत जुताई वाली मिट्टी भी कहा जाता है 2. इस मिट्टी में मैग्निशियम चूना लोह तत्व का कार्बनिक तत्व की अधिकता होती है तथा नाइट्रोजन पोटाश humus की कमी होती है 3. काली मिट्टी का रंग टिटनी फेरस मैग्नेटाइट जीवांश की उपस्थिति कारण होता है 4. काली मिट्टी महाराष्ट्र कर्नाटक गुजरात और मध्य प्रदेश में पाई जाती है 5. भारत में यह लगभग 500000 वर्ग किलोमीटर में फैली हुई है इसे दक्कन ट्रैप से बनी मिट्टी भी कहते हैं 6. काली मिट्टी की मुख्य फसल कपास है इसके अतिरिक्त इसमें चावल ज्वार तंबाकू मूंगफली सोयाबीन की अच्छी पैदावार होती है 👉काली का निर्माण- ज्वाला मुखी के उद्गार के कारण बेसाल्ट चट्टान के निर्माण से हुआ है बेसाल्ट के टूटने से काली मिट्टी का निर्माण होता है
@dharmjaykumar Жыл бұрын
Mam you are so best teaching I love your teaching
@AimEducationalHub4 жыл бұрын
Good Teaching Style Mam...🙏
@sakshikashyap75814 жыл бұрын
अभ्यास प्रश्न UPSC Mains 2019 प्रश्न-- मैंग्रोव के रिक्तिकरण के कारणों पर चर्चा करें और तटीय पारिस्थितिकी का अनुसरण करने में इनके महत्व को स्पष्ट कीजिए। उत्तर-- भूमिका✍️✍️ मैंग्रोव वृक्ष होते हैं जो उष्णकटिबंधीय और उपोष्ण कटिबंधीय क्षेत्रों के तटों, ज्वारनदमुखओ, पश्च जल, लैगून एवं पंक जमाव में विकसित होते हैं। मैंग्रोव शब्द की उत्पत्ति पुर्तगाली शब्द मैग्यू तथा अंग्रेजी शब्द ग्रोव से मिलकर हुई है। मैंग्रोव वनों का सर्वप्रथम उद्गम भारत के मध्य क्षेत्र में हुआ और आज भी इस क्षेत्र में विश्व के किसी भी स्थान से अधिक मैंग्रोव प्रजातियां पाई जाती हैं। मैंग्रोव केवल खारे पानी में एक सकते हैं सही नहीं है यह ताजे पानी वाले स्थानों पर भी उग सकते हैं लेकिन तब इनकी वृद्धि सामान्य से कम होती है। विश्व में मैंग्रोव के चार मुख्य प्रकार प्रकार के पौधे पाए जाते हैं। 🌳🌳 लाल मैंग्रोव 🌳🌳 काली मैंग्रोव 🌳🌳 सफेद मैंग्रोव 🌳🌳 वटनबुड मैंग्रोव 🌳🌴 मैंग्रोव की विशेषताएं 🌴🌳 🌼🌼 मैंग्रोव प्रजातियां बहुत अधिक सहनशील होती हैं और प्रतिदिन खारे पानी के बहाव को झेलते हैं। 🌼🌼 सभी मैग्रोव पौधे अपनी जड़ों से पानी का शोषण करते समय नमक के कुछ मात्रा को अलग कर देते हैं, साथ ही यह पौधे दूसरे पौधों की अपेक्षा नमक की अधिक मात्रा अपने ऊतकों में सहन कर सकते हैं। 🌱🌱 मैंग्रोव रिक्ति करण- कारण 🌱🌱 👉👉 कृषि क्षेत्र का विस्तार, एक्वाकल्चर, झींगा उत्पादन 👉👉 होटल, उद्योग, हार्वर एवं पोर्ट इत्यादि का निर्माण 👉👉 औद्योगिक कचरा एवं विषैले पदार्थ 👉👉 जलवायु परिवर्तन, सुनामी, तूफान एवं बाढ़ ✍️✍️ हाल ही में राष्ट्रीय अधिकरण(NGT) ने मैंग्रोव वनों के दोहन की जांच करने के लिए एक समिति का गठन किया जिसमें पाया गया कि पश्चिम बंगाल सरकार ने बंगलर आवास नामक योजना में घरों के वितरण के लिए मैंग्रोव वनों की कटाई की। ✍️✍️ भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (ISRO) द्वारा सेटेलाइट से लिए गए आंकड़ों से प्राप्त जानकारियों के अनुसार, फरवरी 2003 से फरवरी 2019 के मध्य 9990 हेक्टेयर भूमि का अपरदन हुआ है इसके अलावा 3.7% मैंग्रोव तथा अन्य वनों का ह्मस हुआ है। ✍️✍️ मैंग्रोव वनों का दोहन न सिर्फ एक्वा कल्चर के लिए बल्कि तटबंध हो तथा मानवीय आवास के लिए भी हुआ है। 🌿🌴🌿 पारिस्थितिकी का अनुसरण करने में इनका महत्व 🌿🌴🌿 🌴🌴 मैंग्रोव जड़े एक सुक्ष्म आवास स्थल है--मैंग्रोव उस क्षेत्र में पाई जाने वाली अनेक प्रजातियों को शरण उपलब्ध कराते हैं जो आपस में गुथी हुई जड़े छोटे जीव जैसे मछली, झींगा कि बड़े परभक्षियों से रक्षा करती है। 🌴🌴 सूर्य की पराबैंगनी किरणों से बचाव--मैनग्रोव पौधे की पत्तियों में लेवोनाइड पैदा होता है जो पराबैंगनी किरणों को रोकने का कार्य करता है। 🌴🌴 हरित गृह प्रभाव को कम करना--वायु के कार्बन का स्थिरीकरण कर मैंग्रोव वन नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। 🌴🌴 तटीय क्षरण को रोकना--मैंग्रोव वन लहरों की तीव्रता को कम करके तटों के क्षरण को रोकते हैं। 🌼 वैश्विक स्तर पर मैंग्रोव संरक्षण उपाय 🌼 अनेक संस्थाएं जैसे यूनेस्को, आईएसएमी,UNDP,IUCN, रामसर कन्वेंशनUNEP,Wetland International आदि के मैंग्रोव क्षेत्रों के संरक्षण तथा प्रबंधन के कार्यक्रमों को निर्धारित किया है। इसके अंतर्गत निम्नलिखित कार्य आते हैं-- 🌱🌱 प्रशिक्षण 🌱🌱 पर्यावरण तथा पर्यावरण की वस्तु स्थिति का अध्ययन 🌱🌱 सुरक्षित क्षेत्रों की स्थापना 🌱🌱 वैश्विक मानचित्र आवली का प्रकाशन
@rahusingh43054 жыл бұрын
Gud
@sakshikashyap75814 жыл бұрын
Thanks rahu
@sweetypandey2924 жыл бұрын
Supab sis
@sakshikashyap75814 жыл бұрын
@@sweetypandey292 thanks sweety
@sweetypandey2924 жыл бұрын
You welcome...ap ki class me ho
@Kabeervitnes3 жыл бұрын
Exam point ke liye yor teaching is best mam thank u
@somyasingh38422 жыл бұрын
Bhuat aacha class h mam thanks 🙏
@p.ksharma11474 жыл бұрын
Nice session mam thnx
@studyiaswithvikashranjan84563 жыл бұрын
Thanks ma'am 🙏🙏
@durgeshpandey12594 жыл бұрын
You are great mem
@SandeepKumar-fc2sx4 жыл бұрын
Nice class mam 🙏
@Vardiwali4 жыл бұрын
1. निम्नलिखित प्रश्नों का उत्तर 30 शब्दों में दीजिए। 1. मृदा क्या है? उत्तर-मृदा पृथ्वी आवरण का एक ऐसा पदार्थ है जो द्रवीभूत तो नहीं हुआ है और इसमें जीवन की पोषण क्षमता होती है मृदा भूमिगत जल ,मृदा जल, हयुमस तथा खनिज का सम्मिश्रण है। खनिज 40 से 45 पर्सेंट पाया जाता है, हयुमस 5 से 10 परसेंट, मृदा जल 25 परसेंट, भूमिगत जल 25 परसेंट। 2. मृदा निर्माण के प्रमुख उत्तरदायित्व कारक कौन सा है? उत्तर-मृदा निर्माण के प्रमुख उत्तरदायित्व कारक निम्न है। पैतृक सेल जलवायु वनस्पति भूमिगत जल सूक्ष्मजीव 🌹 पैतृक शैल -आधारभूत तत्व एवं पोषक तत्व प्राप्त होता है। 🌹 जलवायु-रसायनिक क्रिया एवं सूक्ष्म जैविक क्रियाओं को नियंत्रित करता है। 🌹 वनस्पति-हुयमास की मात्रा को 🌹 भूमिगत जल-या नमी प्रदान करता है। 🌹 सूक्ष्मजीव-मृदा में वनस्पति और जीव के अवशेषों को शराब लाकर खनिज और जैविक पदार्थों को अलग करते हैं और हुयमस का निर्माण करता है। 3. मृदा परिच्छेदिका के 3 संस्कारों के नाम का उल्लेख कीजिए? उत्तर यदि हम पृथ्वी को गड्ढा करें और मिर्धा को देखे तो वहां हमें मिर्धा के तीन संस्तर दिखाई देती है इन्हें संस्तर कहा जाता है ☀️ क संस्तर सबसे ऊपरी खंड है या पौधों की वृद्धि के लिए अनिवार्य है। ☀️ ख संस्तर और ग संस्तर के बीच संक्रमण खंड है। 5. खादर और बांगर में अंतर लिखिए? उत्तर- 🌳खादर नवीन जलोढ़ मिट्टी है जबकि बांगड़ पुराना जलोढ़ मिट्टी है। 🌳 खादर उपजाऊ मिट्टी होती है जबकि बांगरण अनुपजाऊ मिट्टी होती है। 🌳खादर में कैल्शियम की कमी होती है जबकि बांगर में कैल्शियम कार्बोनेट पाया जाता है। 🌳खादर महीन मिट्टी होती है जबकि बांगड़ कंक्रीट मिट्टी होती है। 🐯 निम्नलिखित प्रश्नों का उत्तर 125 शब्दों में दीजिए: 1. काली मृदा किन्हे कहते हैं ?उनके निर्माण और विशेषताओं का वर्णन कीजिए: उत्तर-भारत के स्थानिय मिट्टी में जो मिट्टी मिट्टी काला दिखाई देता हैं उसे हि काली मिट्टी कहते है। 💐 काली मिट्टी का निर्माण-या डेक्कन ट्रैप के ज्वालामुखी बेसाल्ट लावा चट्टानों के टूटने फूटने से होती। 💐 काली मिट्टी की विशेषताएं विशेषताओं: ☀️ काली मिट्टी को जल धारण करने की क्षमता अधिक होती है। ☀️ यह सुश्री खेती के लिए सबसे अधिक उपयोगी होते हैं। ☀️ इस मिट्टी को सूखने के बाद इस में दरार आ जाती है। ☀️ इनमें मिर्दा के कान इकट्ठे हो सकते हैं। ☀️ कपास के लिए काली मिट्टी सर्वाधिक उपयुक्त है।
@bittoyadavg13564 жыл бұрын
मृदा के निर्माण में ' समय ' एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। क्यू कि हम जानते है कि एक सेंटीमीटर परत की निर्माण में लगभग सैकड़ों या फिर हजार वर्ष लग जाते हैं ।
@Vardiwali4 жыл бұрын
@@bittoyadavg1356 h brother malum h but likhi nahi hu notes m add Kar chuki hu
@Vardiwali4 жыл бұрын
@@SachinKumar-zs7sy thanks brother
@Vardiwali4 жыл бұрын
@@Ranjita7849 thanks sis
@bittoyadavg13564 жыл бұрын
@@Vardiwali Good 👍
@hawasinghrawat96084 жыл бұрын
Nice explanation
@manmohangurjar97224 жыл бұрын
Good 😍
@pcofficial81054 жыл бұрын
Mast lecture
@thesatishkumarmina52254 жыл бұрын
अभ्यास प्रश्न प्रीवियस ईयर से जोड़कर देखते हुए ये प्रश्न मैंने ias baba ki प्रैक्टिस क्विज में दिया गया था। वहां से उठाया है । प्रश्न तटीय वनस्पतियों और जीवों पर वैश्विक समुद्री स्तर के प्रभाव का परीक्षण करें। उत्तर -- भूमिका --- भारतीय तटीय पारिस्थितिकी तंत्र एक समृद्ध जैव विविधता से संपन्न है जिसमें प्रवाल भित्तियाँ, मैंग्रोव क्षेत्र, मछलियाँ एवं समुद्री कछुओं तथा अन्य जीवों की अनेक प्रजातियाँ पाई जाती हैं। लेकिन हाल के दिनों में यह पर्यावास विकास, अप्रभावी मत्स्यन प्रबंधन, जैव-संसाधनों का अतिदोहन, प्रदूषण तथा कानूनो में कमी के कारण चुनौतियों का सामना कर रहा है। मुख्य विंदु --- 1.तटीय क्षेत्रों के ह्रास का मुख्य कारण तटों पर अवसंरचनात्मक विकास परियोजनाओं के साथ-साथ अनियंत्रित विकास है। इसके कारण सागरीय पर्यावरण का विनाश हो रहा है। 2.अवैज्ञानिक मत्स्य के कारण इनकी प्रजातियों पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। 3.तटीय क्षेत्रों पर मिलने वाले जैव संसाधन/जैव प्रजाति घाेंगा,समुद्री खीरा, घोंघा, समुद्री घोड़े, केकड़े, कछुए आदि अत्यधिक दोहन से संकट स्थिति में आ गए हैं। 4.तटीय ksheto पर अपशिष्टों मल,तलछट, खनिज तेलों का रिसाव आदि से सागरीय पारितंत्र पर गंभीर प्रभाव डाल रहे है 5. तटीय क्षेत्रों के लिए कानून तो बनाए लेकिन इनका इंप्लीमेंटेशन या कुछ कानून अस्पष्ट है जिससे तटों के सहारे गैर निर्माण प्रक्रियाओं , बालू खनन आदि से गंभीर संकट पैदा हो रहा है । इससे निपटने के लिए प्रमुख उपाय ---। 1.सागरीय संरक्षित क्षेत्रों की समीक्षा 2.समुदाय आधारित मत्स्यन प्रबंधन प्रणाली 3.तटीय व सागरीय संरक्षण व जैव-विविधता संबंधी नीतियों की कानूनी समीक्षा करना 4.वर्तमान मुद्दों और सुधार की दिशा में पहल पर ध्यान देने की जरुरत है। 5.भारतीय न्यायिक प्रणाली तटीय तथा सागरीय जैव-विविधता संबंधी मुद्दों एवं कानूनों के उचित प्रबंधन के लिए संवेदनशील न्यायिक प्रशिक्षण की ज़रूरत है । निष्कर्स----हाल ही में सरकार ने तटीय प्रबंधन के लिए एक मसौदा तैयार किया गया है जो की एक सराहनीय प्रयास है। रियो अर्थ समिट मै लिए गए लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है, एवं सतत विकास लक्ष्य 14एवम्15 मेरे भी समुद्री क्षेत्र तथा परिष्टिथिकी से संबंधित है जिन्हे प्राप्त करने मै अभी सरकार बहुत महनत की आवश्यकता है । अतः जब समय आ गया है कि जमीनी स्तर पर प्रयास किए जाए चाहे वे समुद्री तटीय क्षेत्रों के लिए हो या परिस्थिति के लिए इन्हे अलग समझना भारी भूल होगी । धन्यवाद् मंजू मैम
@bittoyadavg13564 жыл бұрын
Good Satish Bhai👍👍👍
@satyampatel20844 жыл бұрын
Nice bro Drashti IAS ke odiyo lecture ki language lag rhi h ak dam
@thesatishkumarmina52254 жыл бұрын
@@satyampatel2084 ji bhai kuch point waha se aur kai point mere notes se
@kushwahaanjal81424 жыл бұрын
Mam ncert ki history v kra dijiye plssss
@aartikumawat3604 жыл бұрын
Thanks mam
@whichdayeducation2802 жыл бұрын
Thankyou
@akshaysharmaakshay25113 жыл бұрын
मेरे दोस्त छोटी सी बात पर नाराज मत होना भूल हो जाए तो माफ कर देना नाराज तब होना जब रिश्ता तोड़ देंगे क्योंकि ऐसा तब होगा जब हम दुनिया छोड़ देंगे 🌹🌹🌹🌹🌷🌷🌷🌷🌺🌺🌺
@dharmjaykumar Жыл бұрын
Nice
@RR-si6iy3 жыл бұрын
मैम आधारी चट्टान/ पैतृक चट्टान के बारे मे अच्छा से बताएं बस यही पढ़कर निकल गई
@anmolsharma40484 жыл бұрын
I sinceirly request ki mam please english words ka use maximum karein 🙏 Exam bhi pass me hai ncert bht hain to uske liye bhi thoda jaldi jaldi kra dijiye
@binturani57714 жыл бұрын
Very nice mam📚📚📚📚📚📚📚📚
@sanjeevchaudhari1653 жыл бұрын
RADHE RADHE
@shivanirathi23524 жыл бұрын
Good y
@renowngamming81554 жыл бұрын
Tnx mam
@abhishekupadhyay23833 жыл бұрын
Ma'am really aap diagram kai sath acha concept dete hai. Little confused. काली मृदा महाराष्ट्र के कुछ भाग में पाए जाते हैं ना कि गुजरात.
@nirmohi_084 жыл бұрын
प्रश्न : मैंग्रोव वनस्पतियों के रिक्तिकरण के कारणों पर चर्चा कीजिए और तटीय पारिस्थितिकी का अनुरक्षण करने में इनके महत्व को स्पष्ट कीजिए। (यूपीएससी-2019) उत्तर : मैंग्रोव वनस्पतियां ऐसी वनस्पतियां हैं जो लवणीय जल में विकसित होती हैं। इन वनस्पतियों की उपस्थिति अधिकांशत तटवर्ती प्रदेशों में पाई जाती है। भारतीय वन रिपोर्ट - 2019 के अनुसार : मैंग्रोव वनस्पतियों की उपस्थिति अधिकांशतः पश्चिम बंगाल, गुजरात एवं अंडमान निकोबार में है तथा देश में मैंग्रोव के क्षेत्र में 2017 की तुलना में 54 वर्ग किलोमीटर की वृद्धि दर्ज की गई है। मैंग्रोव वनस्पतियां मानव के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन है। अतः मानव द्वारा वृहद स्तर पर इन वनस्पतियों का दोहन किया गया है जिससे मैंग्रोव वनस्पतियों का रिक्तीकरण हुआ है। इसके लिखित कारण है- ➥ लकड़ियों की प्राप्ति हेतु औषधि निर्माण के लिए इनका दोहन किया जा रहा है। ➥ तटीय क्षेत्रों में पोर्ट, पर्यटन का विकास ➥ तटवर्ती प्रदेशों में रहने वाले मानव के जीविकोपार्जन का स्रोत ➥ लगातार औद्योगिक गतिविधियों का विकास ➥ नए-नए जलीय मार्गों का निर्माण उदाहरणार्थ- सागरमाला परियोजना ➥ तटीय क्षेत्रों में जनसंख्या वृद्धि चूंकि मैंग्रोव वनस्पतियां तटवर्ती क्षेत्र में उपस्थित है जिसके कारण यह तटीय पारिस्थितिकी तंत्र के अनुरक्षण के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती हैं। इन वनस्पतियों के महत्व को हम निम्नलिखित बिंदुओं द्वारा देख सकते हैं- ➥ मैंग्रोव वनस्पतियां जल का शोधन करती हैं जिससे जीवों के निवास के लिए एक बेहतर पर्यावरण का विकास होता है। ➥ ये वनस्पतियां सुनामी, चक्रवात आदि से तटीय पारितंत्र की रक्षा करती हैं एवं इन आपदाओं के प्रभाव क्षेत्र को कम करती हैं। ➥ मैंग्रोव वनस्पतियां प्रवालों के विकास के लिए अनुकूल दशाएं निर्मित करती हैं। ➥ ये वनस्पतियां समुद्र में रहने वाले सूक्ष्म जीवों को आवास एवं सुरक्षा प्रदान करती हैं। इस प्रकार स्पष्ट है कि मैंग्रोव वनस्पतियां एक तरफ जहां स्थानीय लोगों की आवश्यकताएं पूरी करती है वहीं दूसरी तरफ तटीय क्षेत्रों को सुनामी, चक्रवात जैसी प्राकृतिक आपदाओं से भी सुरक्षा प्रदान करती हैं। अतः इस महत्वपूर्ण वनस्पति को बचाने के लिए कारगर प्रयास किया जाना आवश्यक है। इस संदर्भ में एम. एस. स्वामीनाथन शोध संस्थान ने राज्य सरकार वन विभाग एवं स्थानीय समुदाय के सहयोग से तमिलनाडु, उड़ीसा एवं आंध्र प्रदेश में मैंग्रोव वनस्पतियों के संरक्षण में सफलता प्राप्त की है।
@Thor.4202 жыл бұрын
Jay hind 🇮🇳 mam
@missaaru-yg6hz Жыл бұрын
Yas mam
@Ayushkumar125784 жыл бұрын
Mam upsc ki tayeri karna chahta hu but mam mai village ka hone ke karna mai syllabus nahi Janata hu mai please tell me
@shyamsharmaty13133 жыл бұрын
KZbin se syllabus check karlo.yaar
@surajsingh-hv5uy4 жыл бұрын
Ma'am pls suggest Map kaise prepare kren......
@sanjeevchaudhari1653 жыл бұрын
RADHE RADHE BOLIYE
@thesatishkumarmina52254 жыл бұрын
अभ्यास प्रश्न -- मृदा अपरदन से आप क्या समझते है । इसके संरक्षण के उपाय सुझाए । उत्तर -- भूमिका -- मृदा अपरदन प्राकृतिक रूप से घटित होने वाली एक भौतिक प्रक्रिया है जिसमें मुख्यत: जल एवं वायु जैसे प्राकृतिक भौतिक बलों द्वारा भूमि की ऊपरी मृदा के कणों को अलग कर बहा ले जाना सम्मिलित है। यह सभी प्रकार की भू-आकृतियों को प्रभावित करता है। मुख्य विंदु -- कारण -- 💐💐.वृक्षों का अविवेकपूर्ण कटाव वानस्पतिक फैलाव का घटना वनों में आग लगना भूमि को बंजर/खाली छोड़कर जल व वायु अपरदन के लिए प्रेरित करना| मृदा अपरदन को त्वरित करने वाली फसलों को उगाना त्रुटिपूर्ण फसल चक्र अपनाना क्षेत्र ढलान की दिशा में कृषि कार्य करना| सिंचाई की त्रुटिपूर्ण विधियाँ अपनाना उपाय -- समोच्च जुताई पट्टीदार खेती भू-परिष्करण प्रक्रियाएं वायु अवरोधक . सीढ़ीनुमा वेदिकाए
@manmohangurjar97224 жыл бұрын
Very nice bro
@mosammeena8682 жыл бұрын
Kya baat h bhai
@vikramsingh-nm5io2 жыл бұрын
What a mrida
@deepshashigautam5344 жыл бұрын
Mam geography ko 34va lecture upload kar dijiye please..
@Vardiwali4 жыл бұрын
प्रश्न.मृदा संरक्षण करता होता है? मृदा संरक्षण के कुछ उपाय सुझाइए। उत्तर-मृदा संरक्षण एक विधि है जिसमें मिट्टी की उर्वरता को बनाए रखी जाती है मिट्टी के अपरदन और 6 को रोका जाता है और मिट्टी के निम्नांकित दशाओं को सुधारा जाता है। 🌴मृदा संरक्षण के उपाय- ⭐ पर्वतीय भागों में सीडी नुमा खेती बना रखे खेती की जानी चाहिए। ☀️ पशुओं द्वारा कम से कम चराई की जानी चाहिए। ☀️ समोच्च रेखिए जुताई और ☀️ वृक्षारोपण विशेष रूप से नदी द्रोणी ओके ऊपर की जानी चाहिए। ☀️ मरुस्थलीय भागों में में वृक्ष लगाकर मृदा का संरक्षण किया जाना चाहिए। ☀️ तटबंध बनाकर भी मिट्टी का संरक्षण किया जाता है। ☀️ उर्वरक एवं खाद्य का समुचित प्रयोग किया जाना चाहिए। ☀️ ढाल प्रवणता और कृषि कार्य नहीं करना। ☀️ झूमिंग कृषि पर रोक लगाना चाहिए। ☀️ जल अपरदन को रोकने का प्रयास करना। 💅💅✍️✍️
@Vardiwali4 жыл бұрын
@@SachinKumar-zs7sy thanks brother
@meroyaarkhatuwaloshyamji54522 жыл бұрын
आप की लाईव अलाश कब लगती है मेम
@SatyendraKumar-ne8dc4 жыл бұрын
Thanks sir ji telegram par jurne ke liye number sher kijiye please sir
@inderjeetyadav32403 жыл бұрын
Mam ye Bangar (jalodhak) sahi h kya
@vishalguptill86844 жыл бұрын
Mam PDF kyse mile gaa
@sudhirkumar-hu7dl4 жыл бұрын
Geography kaun sa book lu
@vishnujaimancgutripmnbcxsa51073 жыл бұрын
Good afternoon mom
@Mayankkumar-xl5ez2 жыл бұрын
Mam Ham bhi class karna chahte hai mam hamko bhi addmison de dijiye
@vishnujaimancgutripmnbcxsa51073 жыл бұрын
B
@AnshuYadav-m1o Жыл бұрын
Namste mam
@pratimayadav54924 жыл бұрын
Please pib analysis mam
@officerpreetistatus72544 жыл бұрын
Gjjjjjjjjjjd
@officerpreetistatus72544 жыл бұрын
Very nice
@officerpreetistatus72544 жыл бұрын
Lucky
@officerpreetistatus72544 жыл бұрын
Bolo.na
@vishnujaimancgutripmnbcxsa51073 жыл бұрын
A
@sonukumargond72234 жыл бұрын
NCERT Book 6 to 12 padh liya jae to oneday exam nikal sakta hai jaise railway lekhpal up si cover ho sakta hai sir GK
@itskabirthought73534 жыл бұрын
Sirf Geography ka itna class?? 😳
@poojavairagi66972 жыл бұрын
Hello ma'am
@itsyourfashionandcreativep13284 жыл бұрын
Mam aap pdf kaha provide krwate ho please tell me
@sanjeevmishra0073 жыл бұрын
Hiii
@sanjeevmishra0073 жыл бұрын
Kaise ho
@ASHISHPRAJAPATI-mp4eb2 жыл бұрын
Ashish
@Sumitv_123 жыл бұрын
Hello maan
@sanjeevmishra0073 жыл бұрын
Hiii
@maheshkumarpandey96082 жыл бұрын
hello maam..
@vishnujaimancgutripmnbcxsa51073 жыл бұрын
आप हमारे कमेंट क्यों नहीं देखती मंजु मैम
@poojavairagi66972 жыл бұрын
Ucchabach kya hota h
@RajendraMegwal-gx3hq Жыл бұрын
Hy mam
@ViNEETGamer23703 жыл бұрын
mam apko yad nahi he jo phone se dekh ke likhte he app
@mosammeena8682 жыл бұрын
Mam pdf kha milega
@surbhisoni23624 жыл бұрын
Q. 🛑वैश्विक तापन का प्रवाल जीवन तंत्र पर प्रभाव का उदाहरण के साथ आकलन कीजिए?🔴 Ans. ✍✍प्रवाल- एक लघु समुद्री जीव जो मुख्यतः उष्णकटिबंधीय उच्च सागरीय जल समूह में विकसित होता है🌿 👉प्रवाल जीव से चूना पदार्थों पर पदार्थों पर आश्रित होते हैं और अपने शरीर के चारों ओर चुने की एक खोल या घरौंदा बनाते हैं तथा यह अपने घर में ही मर जाते हैं 🌺🌺मृत प्रवाल समुद्र के तली पर घरों में एकत्रित होते रहते हैं मृत प्रवाल के gharonda ke upar अन्य प्रवाल नवीन घरौं दो का निर्माण करते हैं यह प्रक्रिया निरंतर चलते रहने पर सागरीय nital पर विस्तृत भित्ती बन जाती है जिसे ''प्रवाल भित्ति'' कहा जाता है🌺🌺 🤞🛑वैश्विक तापन का प्रभाव जीवन तंत्र पर प्रभाव- ♦️1. प्रवाल को उष्णकटिबंधीय वन कहा जाता है एवं यह विविध रूपों को पोषण प्रदान करते हैं आयन सीमा में जल के गर्म होने के साथ प्रवाल पत्तियों को नुकसान में वृद्धि होती जा रही है जल के तापमान में परिवर्तन जिससे विरंजन होता है उदाहरण त: - निरंजन के कारण ही ऑस्ट्रेलिया की great Barrier reef की विशाल पट्टी ओं को नुकसान पहुंचता है👈 ♦️2. पृथ्वी के तापमान में वृद्धि के कारण इस सदी में सागरतल 10 से 15 cm. से ऊपर उठ गया है इससे पानी के प्रवाह sharyata का तापमान इत्यादि में जो परिवर्तन आया है वह प्रवाल भित्ति की वृद्धि पर प्रतिकूल असर डालता है💥 ♦️3. तापमान में बदलाव से प्रवाल आसानी से प्रभावित हो जाते हैं तापमान के दबाव यहां तक कि 1 से 2 सेल्सियस बढ़ोतरी से प्रवाल और सेवाल के बीच के बीच संतुलन गड़बड़ा जाता है और शेवाल अलग होकर बिखरने लगते हैं और उस बिखराव से उनका रंग और चमक भी फीकी पड़ जाती है और प्रवाल निर्जीव दिखने लगते है📝📝
@thesatishkumarmina52254 жыл бұрын
डॉली आपका उत्तर सराहनीय परन्तु इसमें निष्कर्ष भी लिख सकते है