जहां सभी शिक्षक नियोजित थे और अब सभी विशिष्ट शिक्षक के रूप में अपने विद्यालय में ही योगदान करेंगे। ऐसे में प्रभारी प्रधानाध्यापक कौन होंगे?
@rahulkumarsen909313 сағат бұрын
इलेक्शन का प्रभाव हैं बिहार के शिक्षक शिक्षा कम नेतागीरी ज्यादा ही निपुण हैं
@tarkeshwarkumar555312 сағат бұрын
सेवा निरंतरता पर आवाज उठाएं
@santoshjha290212 сағат бұрын
सक्षमता पास महिला शिक्षकों का जिला स्थानांतरण होना चाहिए।
@ChhotuKumar-u8f4wСағат бұрын
Jo 10 saal se bahar dist me fase huye hai unko bus tranfer first dimand hai..
@miniranikumari50722 сағат бұрын
20 sal ka sewa khakar kam vetan per Rajyakarmi nahi chahiye.....Sari media biki hui h...
@KrisnaKante2 сағат бұрын
नियोजित शिक्षकों को सेवानिरंतरता का लाभ नहीं मिलता है तो उन्हें विशिष्ठ शिक्षकों के रूप में योगदान नहीं देना चाहिए। कोई लाभ नहीं हो रहा है। नियोजित रहने में ही उनका लाभ होगा
@moreprinceofficiel858710 сағат бұрын
Yogdan to karege but 2025 ka time bhi aa raha hai bhp and jdu ke liye
@RajeshKumar-ps8oz12 сағат бұрын
सेवा निरंतरता का लाभ नहीं है, इससे कोइ फायदा नहीं है
@NitishKumar-vd9eq12 сағат бұрын
Ak hi Aadmi ko do bar dulha banane wala bihar sarkar gajab nautanki hai vikas purush ki jay ho.