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SHABDAM "Sarasi Jakshalu" is very joyful, poetic and the first dance exploring Abhinaya (Facial Expressions) with a devotional theme in the Margam. "Sarasi Jakshalu" depicts childish pranks of Lord Krishna and the Gopikas' anger at his antiks. Raga is Kambodi and Taal is Mishra Chapu.
पल्लवी : जब गोपियाँ नदी मैं स्नान करती है तब आप वहाँ आते हो और कपड़े चुरा के वृक्ष पर रख देते हो और उनको नहाते हुए देखते हो क्या ये आप को अच्छा लगता है।
अनुपल्लवी : छीके मैं रखा माखन का मटका फोड़ कर माखन खा जाते हो और सब बिखेर के चले जाते हो। क्या ऐसा करना आप को शोभा देता है।
चरणम :लक्ष्मी जैसी सुंदर पत्नी के पति होने कि बावजूद आप अन्य गोपीयों के घर मैं जा कर उनको छेड़ते हो क्या ये आपको शोभा देता है।
अनु चरणम : इस जगत के सब लोग आपकी प्रशंसा करते है आप के गुणगान गाते है। पर आप ऐसे काम करके मलाई पर्वत के पीछे छिप जाते हो क्या ये आप को शोभा देता है। है पद्मनाभ स्वामी हम आप को जानते है आप कैसे हो आप को मेरा प्रणाम।