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Original रामायण के सभी पात्र और उनके नाम | Original Ramayan by Ramanand Sagar ji | Sampoorn Ramayan
Title : Ramayan (All character)
Music : Aryan Tiwari (Age 9 Year)
Music : Ham Katha Sunate Ram sakal Gun Dhaam ki
Label : Bhakti Sangam Presents
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इस वीडियो को बनाने का सिर्फ एक ही मकसद है कि जिस तरह हमारे परम पूज्यनीय प्रभु सिर्फ राम और माता सीता को अभद्र तरीके से दिखाया जा रहा है उससे आने वाली हमारी पीढ़ियों पर गलत प्रभाव न पड़े। इस संपूर्ण वीडियो को देखने से आप सभी प्रिय जनों को पता चलेगा की रामानंद सागर जी ने जिन किरदारों को चुना था वो अद्भुत प्राणियों में आते हैं जिनका कल्पना अब हमारा नया समाज नहीं कर सकता। उनके जैसे किरदार कोई निभा नहीं सकता। तो अपने बच्चों को आदिपुरुष जैसी घटिया फिल्म को दिखा कर अपने सनातन धर्म का और प्रभु श्रीराम की मर्यादा का मजाक न बनाए। जय श्री राम।
रामचरितमानस अवधी भाषा में गोस्वामी तुलसीदास द्वारा १६वीं सदी में रचित प्रसिद्ध ग्रन्थ है। इसकी रचना में २ वर्ष ७ माह २६ दिन का समय लगा था और उन्होंने इसे संवत् १६३३ (१५७६ ईस्वी) के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में राम विवाह के दिन पूर्ण किया था। इस ग्रन्थ को अवधी साहित्य (हिंदी साहित्य) की एक महान कृति माना जाता है। इसे सामान्यतः 'तुलसी रामायण' या 'तुलसीकृत रामायण' भी कहा जाता है। रामचरितमानस भारतीय संस्कृति में एक विशेष स्थान रखता है। रामचरितमानस की लोकप्रियता अद्वितीय है। उत्तर भारत में 'रामायण' के रूप में बहुत से लोगों द्वारा प्रतिदिन पढ़ा जाता है। शरद नवरात्रि में इसके सुन्दर काण्ड का पाठ पूरे नौ दिन किया जाता है। रामायण मण्डलों द्वारा मंगलवार और शनिवार को इसके सुन्दरकाण्ड का पाठ किया जाता है।
रामचरितमानस के नायक राम हैं जिनको एक मर्यादा पुरोषोत्तम के रूप में दर्शाया गया है जोकि अखिल ब्रह्माण्ड के स्वामी हरि नारायण भगवान के अवतार है जबकि महर्षि वाल्मीकि कृत रामायण में राम को एक आदर्श चरित्र मानव के रूप में दिखाया गया है। जो सम्पूर्ण मानव समाज को ये सिखाता है जीवन को किस प्रकार जिया जाय भले ही उसमे कितने भी विघ्न हों तुलसी के राम सर्वशक्तिमान होते हुए भी मर्यादा पुरुषोत्तम हैं। गोस्वामी जी ने रामचरित का अनुपम शैली में दोहों, चौपाइयों, सोरठों तथा छंद का आश्रय लेकर वर्णन किया है।