Parnam Swami ji aap ki kirpa se mere 36 sars. h.app ki kirpa mujh par bni rhee parnam sabko🕉️ i
@NaradKushwaha-st7jr6 күн бұрын
नमस्ते सर जी प्रणाम
@sampatimeghnani8990Күн бұрын
🙏🙏🙏👌
@dhangauripatel3816Ай бұрын
Namskarji Namskar
@Amarkripa_555youtubeАй бұрын
निशब्द अमृत नमन 💐🙏🌺
@HarishKumar-mp8qeАй бұрын
नमस्कार जी, जैसे परम चेतना सत्य के सम्मुख होकर मिटती है और आपने कई बार example दी है कि जैसे कागज अग्नि के सम्मुख होकर मिटता है। आपने ये भी कहा कि उस कागज के साथ कोई और कागज थोडा सा भी चिपका है वो भी मिट जाता है। अब सवाल ये है कि जो लोग आपके दुआरा दिये जा रहे मार्ग दर्शन की वजह से आपके साथ जुडे हैं तो क्या इस जुडाव की वजह से उस कागज की तरह आपसे जुडे हुये लोग भी मिट सकते हैं?