आपने वर्तमान परिदृश्य का सही आकलन किया है.. हम उस सौभाग्यशाली पीढ़ी से ताल्लुक रखते हैं जब ... हमारे समाज में 70 के दशक में जो स्वछंद और उदारवादी वातावरण था, सांप्रदायिकता का ज़हर सीमित क्षेत्रों तक विद्यमान था.. हमने ऐसी खुली फिज़ा में जीने का आनंद लिया है.. जहाँ जीवन का सौंदर्य अपने ऊरूज पर था.. अब ऐसा प्रतीत होता है कि जीवन का सारा आनंद.. यह कट्टरपंथी अविवेकी समाज ..हमसे छीनता जा रहा है और हम लाचार तमाशबीन बनकर रह गए हैं..😊.😗
@Racstybbx12 күн бұрын
घोर वामपंथी हो तुम
@earnestgardia989321 күн бұрын
Sunil Bhaiyaa aapka hr Topic unik hota hai. Kas Desh ke bahut sare log ise sunte,
@lalitbaghel882721 күн бұрын
पूंजीवाद और राष्ट्रवाद में बहुत अंतर है
@satyanarayansharma374121 күн бұрын
क्या द्रढता से अपने देश की रक्षा करना गलत है?
@hemubhai22198821 күн бұрын
Aapke jaise patrakarita shayad hamare main stream media kar pata to desh ka kaya kalp ho jaata Sunil ji Aapko sadar pranam