Meri maa ka dehant isi saal 11 April 2024 ko hua h. To kya unka is varsh shraddh nahi karna hai. Agar nahi karna hai to phir kis varsh se prarambh karna hoga unka shraddh.
@gurujikahinАй бұрын
जी इस वर्ष और अगले वर्ष श्राद्ध पक्ष में श्राद्ध नहीं करना है
@gurujikahinАй бұрын
वार्षिक श्राद्ध करना रहेगा वार्षिक तिथि पर
@ajeetpratapsingh3683Ай бұрын
Mratu ke kitne dinon bad shraddh karni chahie.tatha kitne dino bad Gaya katni chahiye
@gurujikahinАй бұрын
जी इस पर शीघ्र एक वीडियो बनाएंगे
@Markettracker879Ай бұрын
Guru ji Mere bde bhai ki 2022 me September me accident me death ho gyi thi kuware the or mere dadaji ka phle se swargwas ho gya h . Mere pitaji h 7 saptami ko mere bhaiya ka shradh hai or 8 ashthami ko mere dadaji ka sharadh hai to bataiye ki mere bhaiya ka sharadh me kya kaise kre or dadaji ka kaise kre Batayiye mere bhaiya ki sharadh kaise dale koi bolte h ki bhaiya ka sharadh app ghr se banakr ni dal sakte
@gurujikahinАй бұрын
पार्वण पर हमारा विडियो देखिए
@kumudsingh2596Ай бұрын
Kya Pitron m milaaye binaa hum pandit ko uss mriitak k naam ka sookha daan matlab aata , chawal etc de sakte hai yaa nahi. Bahut bahut dhanyawad
@gurujikahinАй бұрын
पार्वण श्राद्ध आवश्यक है। इसके बिना अन्य प्रकार के श्राद्ध नहीं किया जाएगा। पितर श्रेणी भी प्राप्त नहीं होती है।
@pooja11sharma2 ай бұрын
Pitaji ka dehant january 2022 mein hua क्या पार्वण श्राद्ध 2024 में होगा या 2025 में
@gurujikahin2 ай бұрын
इस ही वर्ष श्राद्ध पक्ष में मृत्यु तिथि पर
@Pandit.gorav8748Ай бұрын
महालय श्राद्ध में कितने पिण्ड बनाते हैं
@gurujikahinАй бұрын
एकोदिष्ट विधि से एक त्रिपिंडी विधि से तीन
@JitendraAwasthi-n6vАй бұрын
आचार्य श्री, किसी कारण वश पिता जी का पांच वर्षों तक पितरों मे नही मिला पाया, अब छठे वर्ष मे मिला सकता हूँ क्या ?
@gurujikahinАй бұрын
जी
@gurujikahinАй бұрын
जी
@jyotijawaliya4851Ай бұрын
pandit ji meri sister ki death 10 September 2023 ko 11 pm ko death ho gyi thi uski thithi ekadashi hai ya dwadashi,aur uska phela Shard kb hoga
@gurujikahinАй бұрын
द्वादशी तिथि है
@gurujikahinАй бұрын
तीसरे वर्ष के श्राद्धपक्ष में द्वादशी तिथि पर पार्वण श्राद्ध कीजिए, उसके बाद श्राद्धपक्ष का उनका श्राद्ध होगा
@gurujikahinАй бұрын
उसके पहले हर वर्ष वार्षिक तिथि पर श्राद्ध करें
@harshachowdhary53832 ай бұрын
Meri maa ko 15 manth hua hai kya gaya shrad kar sakte hai
@gurujikahin2 ай бұрын
कर सकते हैं परंतु पहले सपिंडन, साम्वत्सरिक, पार्वण आदि श्राद्ध अवश्य करें तो अधिक अच्छा रहेगा।
@vishnuduttji7082 ай бұрын
मृतक तिथि पूर्णिमा हैं तो, तीसरे वर्ष में पितरों में मिलाने के लिए पार्वण कब होगा
@gurujikahin2 ай бұрын
सर्व पितृ अमावस्या को
@ashokshrivas7112Ай бұрын
गया तीर्थ में पिण्डदान करने के बाद पितृ पक्ष में घर में श्राद्ध करने की आवश्यकता है या नहीं? इस विषय में शास्त्रोक्त नियम क्या कहता है?
@gurujikahinАй бұрын
kzbin.info/www/bejne/hXu0g4NpbK14gas गया जाने के बाद श्राद्ध, पिंडदान और तर्पण करें या नहीं? #Pitrupaksh #shraadh #Ancestors #SpiritualAwakening #Hinduism #पितृपक्ष #श्राद्ध #Gaya #Haridwar #गयाश्राद्ध #tarpan #तर्पण
@AshishKumar-qx7nsАй бұрын
गुरु जी प्रणाम गुरु जी पर्वड श्राद्ध महालय श्राद्ध एक ही है कि अलग अलग है हर वर्ष पितृ पक्ष मे कौन सा श्राद्ध होता है
@gurujikahinАй бұрын
हर वर्ष महालय ।
@gurujikahinАй бұрын
पार्वण का हमारा विडियो देखिए
@arvindprajapati6876Ай бұрын
6 साल बाद पुरखो को मिला सकते है
@gurujikahinАй бұрын
जी
@krishnasharma-fj1irАй бұрын
अगर माता-पिता को पितरों में नहीं मिलाया गया है और पुत्र की मृत्यु हो जाए तो ऐसी स्थिति में क्या किया जाए।
@gurujikahinАй бұрын
पार्वण श्राद्ध पर हमारा विडियो देखिए
@sandeeptextileagency6084Ай бұрын
मेरे पिता जी का पितृ में मिलन इसी साल होना है लेकिन मेरा लड़का अभी 4 महीने पहले हुआ है तो क्या पिंड दान करना चाहिए
@gurujikahinАй бұрын
जी पिंडदान करना चाहिए, पार्वण विधि से करें। जन्म और मृत्यु दोनों परमात्मा द्वारा तय हैं। इन्हें कोई रोक नहीं सकता । अत: हमें भी इन से। संबंधित कार्य रोकने नहीं चाहिए। श्राद्ध पूर्वक श्राद्ध कीजिए।
@gurujikahinАй бұрын
जी पिंडदान करना चाहिए, पार्वण विधि से करें। जन्म और मृत्यु दोनों परमात्मा द्वारा तय हैं। इन्हें कोई रोक नहीं सकता । अत: हमें भी इन से। संबंधित कार्य रोकने नहीं चाहिए। श्राद्ध पूर्वक श्राद्ध कीजिए।
@VishnuPatidarVishnu2 ай бұрын
गुरु जी प्रणाम क्रपया यह बताने का कष्ट करे श्राद्ध केसे कब करना चाहिए कोन से शास्त्र में वर्णित है हमारे पंडित जी पहले तीसरे और पांचवे वर्ष का बोल रहे हैं और पुर्णिमा का बोल रहे हैं धन्यवाद जल्दी बताने का कषट करें
@gurujikahin2 ай бұрын
इसके लिए श्राद्ध पर आधारी हमारे वीडियो देखिए, आपके सभी प्रश्नों शास्त्र सम्मत उत्तर है उसमें
@राजकुमारमिश्रा-श3व2 ай бұрын
बारहवें दिन भी मिलाया जाता है दो बार क्यों आचार्य श्री
@gurujikahin2 ай бұрын
12 वें दिन का श्राद्ध सपिंडन कहलाता है। उसमें मृतक को प्रेत से पितर श्रेणी में लाया जाता है। और पार्वण जो तीसरे वर्ष श्राद्ध पक्ष में किया जाता है उसमें मिलाया जाता है, ये सगोत्र शोधन प्रक्रिया है
@HarshSharma-w8m5xАй бұрын
मृत्यु तिथि से तीसरे साल अर्थात श्राद्ध में और मृत्यु तिथि से वर्ष पूर्ण बरसी में पारवण श्राद्ध विधि के अनुसार ही क्रिया होगी और 16 पिंड दोनों में दिलवा सकते हैं
@gurujikahinАй бұрын
हमारा पार्वण का विडियो देखिए
@vivekradheshyamtiwari95382 ай бұрын
पित्र पक्ष में जिसकी म्रत्यु हुई हैं उसके लिए पार्वण श्रद्ध होगा या हर वर्ष श्राद्ध होगा कृपया मार्गदर्शन करें आप का नंबर मिल जाता तो अति कृपा होगी
@gurujikahin2 ай бұрын
तीसरे वर्ष पार्वण श्राद्ध, उसके बाद से हर वर्ष महालय श्राद्ध