अत्यंत अनुकरणीय सारगर्भित चिंतन राजकुमार दक राजसमंद
@santoshkothari11363 күн бұрын
Jai jai jyoti Charan jai jai Mahashraman 🙏🙏
@laxmianchalia93632 күн бұрын
❤❤
@HeeralalKothari-wy1iu3 күн бұрын
Kamal Muni ne kar Diya karar Shardha hi sacha Nama ikrar
@pnshah-yb9sc3 күн бұрын
Vande guruvaram 🙏🙏
@gopaljain38743 күн бұрын
Jai jai Jyoticharan jai jai mahashraman
@KamleshKumari-j8h4 күн бұрын
Om.arham
@SaritaPugalia-gf2kl3 күн бұрын
🙏🙏🙏🙏🙏
@nitinjain34494 күн бұрын
Om arham vande Guruvaram
@kiranbhandari10074 күн бұрын
Omaram
@sajjanbumb11973 күн бұрын
Anukarniya pravachan
@rajendragolchha56003 күн бұрын
Yug pardhan acharya shri maha sarman ji ki Jai Ho Om Arham
@amritjain80024 күн бұрын
Good
@r.kumarmetals9293 күн бұрын
आप कहा विराजमान है
@EktaJain-m6bКүн бұрын
Abhi surat m viraj rhe h Phir bikaner ki tarf jayenge
@madhusethia56383 күн бұрын
Halt aap log dekho masjid jaane mai atraaj nai hai aise bde tirth mai jaane mai tirth h .bhavi pidyo ko kya de rahe h
@himanshuchandaliya58732 күн бұрын
Terapanth or stanakvasi murti puja ko nhi mante
@madhusethia56383 күн бұрын
Aapne mahveer Vani ko hi follow nai karte . Mahveer ne koi panth visas nai btaya . Palitna bhagshali hota h vo hi Jaa pata. Jiske kan kan mai sidh hui
@arunesh1702Күн бұрын
शायद आपने पूरा प्रवचन नहीं सुना । मुनि श्री उस कार्यक्रम में थे जिसे मूर्तिपूजक संघ ने आयोजित किया और मुनि श्री ने उस कार्यक्रम की इसी प्रवचन में अत्यधिक सराहना की । गुरुदेव महाश्रमण जी ने भी प्रवचन में कई बार फरमाया कि हम सब जैन महावीर को मानते है उनको पूजने या उनकी आराधना के तरीके अलग हो सकते है । मुनि श्री की तप साधना को शत शत नमन ॐ अर्हम
@sangitajain4544Күн бұрын
महावीर को फॉलो करते हैं लेकिन मूर्ति पूजा को नहीं तेरापंथ सबको एक पंथ करनाचाहते हैं मंदिर मार्गी गुरु ही एक संवत्सरी करना नहीं चाहते
@sangitajain4544Күн бұрын
आपकी सोच नेगेटिव हमेशा पॉजिटिव रखें उन्होंने गुरु से पालीताणा जाने कीपरमिशन दे दी थी वह मैं बता रहै गुरु के प्रति उनकी श्रद्धा कि उनका मन परिवर्तन हो गया
@sangitajain4544Күн бұрын
महावीर की वाणी है अहिंसा परमो धर्म और वह फॉलो हो रहा है