Document from 8764001946 #मुखर वक्ता# #mukhar wakta# #mw news# #mukhar vakta# पैक्स कर्मियों के वेतन का बंदोबस्त करे सरकार और प्रशासन : सहकार नेता सूरजभान सिंह आमेरा#mw news#
Пікірлер: 19
@lakhindraprajapati73918 күн бұрын
Very fentastik your speech. Many congradulation to chairman sir thankyou
@shravanlomare9 күн бұрын
बहुत बहुत बधाई अध्यक्ष महोदय आपके द्वारा राष्ट्रीय एवं प्रदेश स्तर पर सहकारी संगठन के माध्यम से प्रदेश सरकार एवं भारत सरकार के समक्ष जो द्वढता से मुद्दे रखे है बहुत सराहनीय है कृपया कर सभी एक होकर लड़ाई लड़गे तो हम सफल जरूर होगे मेरा मानना है कि आगे कि लडाई के लिए आन्दोलन तेज करके माननीय अमित शाह जी को दिल्ली चलकर ज्ञापन देकर निवेदन करना चाहिए यदि इसके बाद भी बात नही बनती है तो आन्दोलन तेज करना चाहिए धन्यवाद
@ashokrandave91878 күн бұрын
Great 👍👍
@siddhurathore70969 күн бұрын
Sir apko bahut bahut dhanyavaad jo apne is mudde ko uthya aap ne dharaatal ki bat ko itni uper le gye aaj pacs k pas koi vyastha nhi hai MP me prabandhakiya anudaan k rup me 3 lakh rupaye per pacs govt se aa rahe hai jo vetan braddhi k liye deye ja rahe hai pet hamare yaha aaj lagbhag 15 month ho gye hai par koi bhi karmchaari ko iska paise nhi deye ja rahe hai
@dipakpatidar25126 күн бұрын
ब्याज माफी कर्ज माफी का नुकसान समिति को झेलना पड़ रहा है किन्तु वेतनमान के लिए पैसे क्यों नहीं
@vitthalmahakal34777 күн бұрын
धन्यवाद सर 🎉🎉
@moharsinghsodhi14887 күн бұрын
पैक्सो को भी सिबिल मे लेना अनिवार्य है
@moharsinghsodhi14887 күн бұрын
पैक्सो के डूबे हुए पैसो की भी रिकवरी करवाई जाए
@youtubeshorts55227 күн бұрын
Shi or mudde ki bat
@dipakpatidar25126 күн бұрын
वेतन मान दे केंद्र राज्य मिलकर भुगतान करे
@kamlakardhanak10737 күн бұрын
धन्यवाद सर आमेरा साहब ने बहुत अच्छा स्पीच दिया. अगर हो सके आमेरा साहब का मोबाईल नं कमेंट मे दिजिये सर. मुझे महाराष्ट्र के पॅक्स कर्मचारी का हाल के बारेमे बात करणा चाहते है.
@santoshpatil-pg5dj5 күн бұрын
Maharashtra me sachivator karmchari sarkar ya samiti koi laksha nahi deta sanghatana nahi hai.
@jymajdjdididjfid9 күн бұрын
👏👏👏✔️✔️✔️👏✔️👏✔️
@devpurohit7299 күн бұрын
,,सहकारिता विभाग के अधिकारियों का वर्चस्व कलेक्टर साहब से भी अधिक है,,?क्योंकि समितियों में खरीदी के दौरान बिभाग के अधिकारियों का दायित्व शून्य रहता है और कलेक्टर साहब परिवहन की व्यवस्था करते हैं और सहकारिता विभाग के अधिकारी परिवहन के दौरान होने वाले नुकसान की भारापाई के लिए समितियों के कर्मचारियों पर केश बनाते हैं ये अधिकार उनके पास सुरक्षित रहता है,, इतनी बड़ी अंधेरगर्दी से कर्मचारी प्रताड़ित रहते हैं जो कि अत्यंत निंदनीय कृत्य् है