भारत एकमात्र जीवित सभ्यता है जो प्रकृति के साथ पूर्ण सामंजस्य रखती है। यह सभ्यता सहजता और आध्यात्मिकता के बारे में है। यह किसी प्रकार के हुक्म नहीं देती बल्कि अस्तित्व के प्राकृतिक तरीकों का वर्णन करती है। यह मिथ्याकरण, त्याग, धर्मत्याग और यहां तक कि ईश निंदा की भी अनुमति देती है। यह सभी प्रकार की स्वतंत्रता के बारे में है, किसी भी रूप में किसी भी आकार में, खुदा को चुनने या न चुनने और किसी भी शास्त्र को चुनने या ना चुनने की अनुमति देती है। निश्चित रूप से भारतीय ज्ञान प्रणालियों को समझने के लिए ।Q की आवश्यकता होती है। जिन लोगों को मजहबी आदेशों के कारण से पिंजरों में रखा जाता है, वे कभी भी, स्वतंत्रता और गहनता के अर्थ को समझ नहीं सकते हैं जो भारतीय परंपराओं में निहित हैं। भारतीय परंपराओं के साथ इस्लाम की तुलना करना अनानास के साथ पिज्जा की तुलना करने जैसा है..🧘🛕
दुनिया में एक ही धर्म है वह है सत्य सनातन हिंदू धर्म बाकी सब मजहब है। क्योंकि हिंदू धर्मी है जिसमें सबको स्वस्थ आनंदमई प्रसन्न जीवन जीने के लिए अलग अलग मार्ग बताया गया है वह है संगीत, म्यूजिक, नृत्य, चित्रकला, मूर्तिकला, कविता, साहित्य, योग,आयुर्वेदिक और अलग अलग त्योहारों के माध्यम से जिससे मनुष्य स्वस्थ आनंदमई प्रसन्न होकर जीवन जी सके, दुनिया में हिंदू धर्मी है जो पूरे दुनिया में शांति सद्भावना विश्व का कल्याण हो उसके लिए ईश्वर से प्रार्थना करता है, पूरे दुनिया को अपना परिवार मानता है, यह सब बाहर से आए हुए दूसरे मजहब में नहीं मिलेगा, इसलिए हिंदू जितना कट्टर होगा अपने धर्म के प्रति उतना ही वह हिंदू ओहिंसा के रास्ते पर चलकर मानव से लेकर जीव जंतु और प्रकृति प्रेमी हो जाता है। क्योंकि हिंदू धर्म में किसी से नफरत करने की शिक्षा नहीं देता है सबसे दया प्रेम करने का शिक्षा देता है, इसीलिए हिंदू जितना कट्टर होगा अपने धर्म के प्रति वह उतना ही प्रेमी और दयालु होगा..🧘🛕🙏
@kumaranil99992 күн бұрын
Jab england ka pahla school bana tha tab bharat me 33000 Gurukul the
@rajendrahaldar15963 күн бұрын
धर्म और मज़हब में अंतर ये हैं: धर्म क्रियात्मक होता है, जबकि मज़हब विश्वासात्मक होता है. धर्म, मनुष्य के स्वभाव के अनुकूल होता है, जबकि मज़हब मनुष्य कृत होता है. धर्म, मानवता के हित की संकल्पना है, जबकि मज़हब, किसी खास समुदाय को अलग करने वाली संकल्पना है. धर्म, सार्वजानिक और सार्वभौमिक होता है, जबकि मज़हब, केवल उसी मज़हब को मानने वालों द्वारा ही स्वीकार होता है. धर्म, ईश्वरीय या सृष्टि नियमों पर आधारित होता है, जबकि मज़हब, मनुष्य कृत होने से अप्राकृतिक होता है. धर्म, बहुकोषीय सामाजिक संरचना है, जबकि मज़हब एककोषीय होता है. धर्म में बहुदेव उपासना है, लेकिन परमसत्ता को एक माना जाता है. धर्म शब्द संस्कृत भाषा के शब्द 'धारण' से बना है. इसका मतलब है कि जो धारण किया जाए, वह धर्म है. धर्म का मतलब है, लोक-परलोक के सुखों के लिए सार्वजानिक पवित्र गुणों और कर्मों का पालन करना. जय श्री कृष्णा🙏
@tonycreations33672 күн бұрын
Week ya 15 days mein hota hoga parents ko gurukul visit karne ka din one or two hours ke liye
@pravintumasare8663Күн бұрын
बाबा रामदेव जी का गुरुकुल देखोगे तो भारत देश मोदी 🇮🇳🇮🇳🙏🙏 मदरसे को भी बदल रहा है
@dineshbisht4077Күн бұрын
Hazaro saal pehle gurukool hua kare the bhagwan Ram aur Krishn bhi dharti mai aakar Gurukool mai hi pade
@rajendrahaldar15963 күн бұрын
The difference between Dharma and religion is as follows: Dharma is functional, while religion is based on belief. Dharma is in accordance with the nature of man, while religion is man-made. Dharma is a concept of the welfare of humanity, while religion is a concept that separates a particular community. Dharma is universal and accepted only by those who follow that religion. Dharma is based on divine or universe rules, while religion is unnatural as it is man-made. Dharma is a multi-faceted social structure, while religion is mono-faceted. Dharma worships many gods, but the Supreme Being is considered one. The word Dharma is derived from the Sanskrit word 'Dharan'. It means that whatever is adopted is Dharma. Dharma means to follow public sacred qualities and deeds for the happiness of this world and the other world. Jai Shree Krishna🙏
@wowfact52912 күн бұрын
yes,,,,,
@rajendrahaldar15963 күн бұрын
There is only one Dharm in the world and that is the true Sanatan Hindu Dharm, all others are Majhab. Because Hinduism is a religion in which different paths have been shown to everyone to live a healthy, blissful and happy life, that is through music, dance, painting, sculpture, poetry, literature, yoga, ayurvedic and different festivals so that man can live a healthy, blissful and happy life. Hinduism is the religion in the world which prays to God for peace, harmony and welfare of the world, considers the whole world as its family, all this will not be found in any other religion coming from outside, so the more fanatic a Hindu is towards his religion, the more he becomes a lover of humans, animals and nature by walking on the path of Hindu violence. Because Hinduism does not teach to hate anyone, it teaches to love everyone with compassion, that is why the more fanatic a Hindu is towards his religion, the more loving and kind he will be..🧘🛕🙏
@shivabansal84032 күн бұрын
Har temple ka gurukul hota tha hazaro saal pehle bhi sanatan hi satya hai
@Deepak_00222 күн бұрын
Pakistan mein abhi Takshila tha jis Gurukul mein Chanakya ji padhaayaa karte The
@dhananjaydhumke24523 күн бұрын
Madhur show me Kaisa education rahata hai madam bolati Ho right like hostel
@wowfact52912 күн бұрын
yes
@sweer20022 күн бұрын
Inko Pravin ji ki videos dikhao sir. Shuru karna Kailasa temple se.
@UjjwalChand-sc4tu2 күн бұрын
Purane time may, mandir nehin ashram may bache padhte thay. Present day boarding schools, ashram/gurukul ke modernised version hay.
@mahenderpalКүн бұрын
Gurukul means guru ka parivar. Guru means - gu means andhkar( dark) ru means prakash (light) . Jo andhkar se prakash ki or le jaye wo guru hote hain
@Doc1RS2 күн бұрын
❤😂Bhai tariq G 📌Science esa kahin nhi kehti ke Jaisa aap delivery 👶 ke liye bata rhe ho🤭🥹Poorane zamane mein thaa🤭✍️🙉
@rajendrahaldar15963 күн бұрын
इस्लाम में आनंद, नृत्य, संगीत, स्त्री-पुरुषों के इकट्ठेरहने जैसी कोई अवधारणा नहीं है। कला चित्रकला, मूर्तिकला, संगीत, कविता और साहित्य जैसे सौंदर्य शास्त्रों के प्रति सख्त घृणा है। इस्लाम में कोई आध्यात्मिक बात नहीं है, क्योंकि इसका कोईं गहन दर्शन, उच्च विचार और ध्यान की धारणा नहीं है। जबकि ये सभी चीजें भारतीय परंपराओं में सहज रूप में पाई जाती हैं। यही वजह है कि दुनिया में भारतीय संस्कृति का सम्मान हर दिन बढ़ रहा है। इस्लाम अपने स्वभाव से एक राजनीतिक विचारधारा है जो अपने अनुयायियों से अत्यथिक आज्ञाकारिता और समर्पण की मांग करती है। जिस कारण इस्लाम मानव जाति के लिए बहुत ही खतरनाक बन गया तभी मानव प्रेमी लोग इस्लाम को अपने देश से बाहर रखने का प्रयास कर रहा है (उदाहरण के तौर पर सऊदी अरब जैसा इस्लामिक देश)। 🧘🤺🛕🤺
@dipakpatel-rj8vq2 күн бұрын
gurukul kurukshetra pe react karo
@closenessheartless92973 күн бұрын
Please react on Kamiyas thrilling journey to Indias first village please❤
@rajendrahaldar15963 күн бұрын
India is the only living civilization which is in perfect harmony with nature. This civilization is all about spontaneity and spirituality. It does not dictate but describes natural ways of being. It allows heresy, renunciation, apostasy and even blasphemy. It is all about freedom, choosing or not choosing God in any form, any shape and choosing or not choosing any scripture. Of course one needs IQ to understand Indian knowledge systems. People who are caged by religious dictates can never understand the meaning of freedom and profundity that Indian traditions contain. Comparing Islam with Indian traditions is like comparing pizza with pineapple...🛕🧘
@wowfact52912 күн бұрын
great
@kumaranil99992 күн бұрын
Sanatan dharm ,gurukul, mandir aur Bharat ko janana hai to ek janm kafi nahi hai Aur ab bharat apne usi time ki or jaa rha hai jiski shuruaat 2014 se hui hai
@kumaranil99992 күн бұрын
Mandir gurukul,bharat ke pran hai hazaron year se ye kewal butkhana nahi hai Hamare Ram , karishan,sab gurukul se hi padhe hain