भागलपुर शिक्षा का केंद्र हमेशा से रहा है। वहाँ शिक्षा संस्थानों की ऐसी उपेक्षा अत्यंत निंदनीय है! बच्चों की शिक्षा तो बच्चों के सम्पूर्ण जीवन के नींव का निर्माण है! इसकी उपेक्षा कैसे की जा सकती है? समाज को अपनी जवाबदेही का एहसास होना ही चाहिए!! स्कूल की व्यवस्था सुदृढ़ हो , यही मेरी मंगल कामना है❤