हे सद्गुरुदेव भगवन् आप के श्री चरणों में कोटि कोटि बारंबार नमंन बंदगी दंडवत प्रणामैं करते हैं भगवन् सत् सत् सत् साहेब सद्गुरुदेव भगवन् 🌹🌹👣🙏
@ravindrakumartiwari9863Ай бұрын
Guru ji ek aash tumhari hai jeevan me ek pyaas tumhari hai Bhedi sadguru dev ji tere charnon me sirf ek chah hamari hai aapke charnon me charan sparsh karta hun sat saheb ji sat saheb ji ❤❤❤❤❤❤❤
@shailagunjal7377Ай бұрын
भेदीगुरू साई अरुण जी केचरणो में कोटि कोटि प्रणाम सत साहेब सत साहेब सत साहेब जी 🙏🌹
@RekhaSingh-wd4vnАй бұрын
Sat saheb bandagi gurudev ji mahan guru dev behdiguru bandechhor ke charno me koti koti pranam prabhu ji ❤❤❤❤❤
@GulabSingh-n8o6lАй бұрын
SAT guru ji shri Sai Arun Ji aapke Shri charno me koty koty parnam.Dhamaywad Gurudev ji.❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉🎉.
Bhedi Sadguru Shri Sai Arun ji ke pawan charno me koti koti vandan 🙏🌹🌹🙏 sat saheb ji 🙏🌹🌹🙏
@RajnishPatel-w6hАй бұрын
सत साहेब जी गुरु देव जी दंडवत प्रणाम 🙏🌹
@subhashyadav9150Ай бұрын
Sat sahib ji koti koti naman ❤❤❤❤❤❤
@shyamlal6490Ай бұрын
Sadar koti koti Charan vandan guru maharaj ji
@nathabhaiparmar1462Ай бұрын
Sat Shahab Bandgi Sat Guru Devji Koty Koty Pranam Sat Guru Devji
@vivekpalande9668Ай бұрын
Sat saheb saheb bandagi 🎉🙏
@BhawaniSinghParangiАй бұрын
साहेब बदगी सत साहेब जी कोटि कोटि प्रणाम गुरुजी
@kunwaranurag-q6dАй бұрын
Sat Saheb Sat Saheb Guruji ❤❤.
@AvinashKumar-vm7deАй бұрын
गुरु जी के चरणों में प्रणाम
@maheshvishwakarma573Ай бұрын
सत साहेबजी, गुरू महाराज जी 🌹🙏
@Kalawati-pk2yxАй бұрын
गुरुदेव के चरणों में सत सत प्रणाम🙏🙏🌹🌻🌼
@SunitaRani-ly7chАй бұрын
Sat sahib guruji 🙏 🙏💐💐
@SarwajeetSingh-ig6brАй бұрын
Sat Saheb Guru Dev Ji.🔥🌹🌹🙏🙏🌹🌹🔥
@ManojMohatureАй бұрын
Amrut Gyan koti koti pranam Guruji.
@jyotidivrayaАй бұрын
Sat sahib sat guru ji ❤❤
@SharmVeer-pq3qcАй бұрын
सत साहिब सत साहिब सत साहिब जी आपको बारम्बार प्रणाम स्वीकार हो।
@kartikjangra6598Ай бұрын
Sat Sahib bandagi sat Sahib bandagi sat Sahib bandagi guru ji koty koty parnam aap ko 🙏🙏🙏🌹
@ratanlalagrawal4568Ай бұрын
Guruji AnantaAnanta SatSat Naman🌷🙏🙏🙏🙏🙏🌷🌺🌸
@ashaverma6291Ай бұрын
प्रणाम गुरु जी 🙏🏻🌹🙏🏻 सत साहिब जी 🙏🏻सत साहिब जी 🙏🏻सत साहिब जी 🙏🏻सत साहिब जी गुरु जी 🙏🏻🌹🙏🏻
@poonammathur1875Ай бұрын
Guruvarji k paavan charno m koti koti pranaam sat saheb sat saheb sat sahebji guruvarji🎉🎉❤🎉🎉
@allabouttechnology8344Ай бұрын
Sat Saheb guruji 🌹🌹🙏🏼🙏🏼💐💐
@sarojoberoi559Ай бұрын
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
@VijayPatil-pp2hjАй бұрын
Sat Sahibji. 🙏🙏🙏
@arane304Ай бұрын
सद्गुरु जी भेदी गुरु जी साईअरुणजी आपके चरणो मे कोटि-कोटि चरण वंदन प्रणाम, सभी संतों को प्रणाम।सत साहेब, सत साहेब, सत साहेब, साहेब बंदगी।🙏🙏🌹🌹💐🌹🌹🙏🙏
@SunitaSingh-sf9teАй бұрын
Sat Saheb ji sat Saheb ji sat Saheb ji satguru saheb ji anant naman apko 🌹🌹🙏🙏🌹🌹
@KashiramSingh-h9nАй бұрын
गुरु देव जी के पावन श्री चरणों में कोटि कोटि प्रणाम सत साहेब बंदगी सत साहेब बंदगी सत साहेब बंदगी 🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
@ashokbagla9338Ай бұрын
सत साहेब जी
@nandkumardewangan7697Ай бұрын
सत साहेब परमपिता परमात्मा को कोटि कोटि प्रणाम भेदी गुरु संत साई अरूण जी महाराज को सत सत नमन सभी संत भाई बहनों को नमन सत साहेब जी
@ramprasad3259Ай бұрын
सत साहिबजी 🙏 सत साहिबजी 🙏🙏 सत साहिबजी 🙏🙏🙏😊
@VikramSingh-zw5neАй бұрын
Sat sahib ji k charno m koti koti pranam sat sahib ji
@jagmalsharma2083Ай бұрын
Sad Guru Sai Arunji or Sat Guru Parmatmaji K Charan kamlo M koti koti naman sat sahib SS at sahib sat sahib.
@umaram1802Ай бұрын
प्रमाण ।प्रणाम
@AnitaPatidar-e4dАй бұрын
Sat sahib ji 🙏
@HareKrishna0321Ай бұрын
गुरु जी चरण वंदन 🙏🙏🌹🌹🙏🙏
@Mangalsingh-kx8tmАй бұрын
Guruji apke charno m pranam
@swarnverma9940Ай бұрын
Sat sahib sat sahib sat sahib guru ji koti koti naman guru ji🙏🙏🙏🙏
@RamanSaxena-sq4ynАй бұрын
sat saheb ji 🙏
@RANGERSTAR230Ай бұрын
गुरु जी परणाम साहेब बंदगी सत साहेब जी🌷 🌹🌹🌷🌷🌷🙏🙏🙏🙏
@rammadansinghsingh73Ай бұрын
Stsahibji guru ji ke chrno me koti koti prnam 🌹🌹🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
@SukhdevSingh-sp4ioАй бұрын
Sat sahib jee sat sahib jee sat sahib jee ❤❤❤❤❤❤❤
@KeshorRamАй бұрын
सत साहेब जी नमन करण बंदना प्रभु जी 🌹🙏🕉️
@mukeshkotwal8714Ай бұрын
Sat saheb. Guru dev ji 🙏🙏🙏
@SukshmitaDelhiАй бұрын
सभी संत भाई बहनों को सत साहेब सत्य मेरा धर्म है, सेवा मेरा कर्म है
@ushakaushik4532Ай бұрын
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌺🌺🌺🌺🌺
@Indurajsingh-r4nАй бұрын
Sat sahib ji
@Rachitasaxena-m1lАй бұрын
Dhanywaad guru jii🙏
@sanjaysharma9596Ай бұрын
सत्य पुरुष परमात्मा को प्रणाम
@RACHITASAXENA-e8zАй бұрын
Pranam guru jii🙏
@simranvishwakarma2391Ай бұрын
🙏🌹🌺🦶🦶🌺🌹🙏
@sunilmohature9996Ай бұрын
सत साहेबजी 🎉🎉🎉
@BishwajeetBanerjee-w7qАй бұрын
Guru ji ke Charno main Mera koti koti pranam 🙏 🌹
@vivekrxn007Ай бұрын
Sat saheb sat saheb sat saheb.....
@harigovindchoubey917614 күн бұрын
जय हो बन्दी छोड़ की
@devidaspatil1573Ай бұрын
Sat saheb ji
@harshadkelaiya-d5kАй бұрын
Gurugi Aapko Mera koti koti naman shatsheb shatsheb
@poojaghanghas7547Ай бұрын
Satsaheb ji satsaheb ji
@rachusaxena9221Ай бұрын
Namaskar guru jii🙏🙏
@sandhyasaxena9215Ай бұрын
Namaste guru jii🙏
@ramdhan5710Ай бұрын
Guruji ko sadar charan vandana
@madhubala736721 күн бұрын
Sat. Saheb. Guruji
@ParmanandKundwal26 күн бұрын
Guru ji ki charno me koti koti naman
@salikramsoni4560Ай бұрын
[28/11, 6:37 PM] Shalekh Gram Soni: सत साहेब भाई जी आपने ही प्रश्न किया और आपने ही अनुभूति बतला दी है। बिना नाक के ही समस्त गंध की अनुभूति भी करता है। लिखना भूल गया था। अतः भूल के लिए मुझे क्षमा कीजिऐगा।।सालिकराम सोनी।।00।। [28/11, 6:40 PM] Shalekh Gram Soni: परमपिता परमेश्वर हमारे अंदर और बाहर खचाखच भरा है। जिसे मोटे तौर पर आत्मा परमात्मा अनुभूति के नाम से संत जानते है।।
@castlessindia4425Ай бұрын
सत साहेब नमस्कार जी❤❤
@vimalkumar1969Ай бұрын
Guruji sat saheb bandgi
@pritamchand5276Ай бұрын
Satsahib Ji
@mahatambharti1848Ай бұрын
नमस्ते गुरू जी सादर चरण स्पर्श।
@kapilkomal45275 күн бұрын
🙏🙏
@Joginder656Ай бұрын
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@sambhajidesai2970Ай бұрын
🙏🙏❤❤🙏🙏
@bhubansharma1979Ай бұрын
प्रणाम गुरुदेव 🙏🏻🙏🏻 सुरति भी आत्मा है जो भिन्न नहीं है। लेकिन इसमें अंतर यह है कि अगर हम किसी ऑफिस में काम करते हैं तो हमारी पहचान हमारे पद से होती है। यदि हम मंदिर जाते हैं तो हमें दर्शनार्थी के नाम से जाना जाता है। हम एक ही हैं, लेकिन अलग-अलग जगहों पर हमारा परिचय अलग-अलग है. यह वैसा ही है जब हमारी आत्मा परमात्मा को खोजना शुरू करती है। फिर वही आत्मा सुरति में परिवर्तित हो जाती है।
@Ramneek-k8eАй бұрын
🙏🏻🌷
@CreativeBharatАй бұрын
.49 ment ke bad apke sabd wah... Dhany ho gaya... Arpan karte chalo or apna kam karte chalo
@amits7616Ай бұрын
गुरु जी के चरणों में कोटि कोटि प्रणाम दंडवत सत साहेब सत साहेब सत साहेब❤❤❤❤
@mahimaarya1839Ай бұрын
गुरूदेव प्रणाम सतनाम सत साहिब जी सत साहिब जी सत साहिब जी🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏
@shephalidas4812Ай бұрын
Sat saheb guruji
@salikramsoni4560Ай бұрын
[28/11, 6:37 PM] Shalekh Gram Soni: सत साहेब भाई जी आपने ही प्रश्न किया और आपने ही अनुभूति बतला दी है। बिना नाक के ही समस्त गंध की अनुभूति भी करता है। लिखना भूल गया था। अतः भूल के लिए मुझे क्षमा कीजिऐगा।।सालिकराम सोनी।।00।। [28/11, 6:40 PM] Shalekh Gram Soni: परमपिता परमेश्वर हमारे अंदर और बाहर खचाखच भरा है। जिसे मोटे तौर पर आत्मा परमात्मा अनुभूति के नाम से संत जानते है।।
@salikramsoni4560Ай бұрын
।।जय श्री सच्चिदानंद परमेश्वराय नमो नमः।।:-सुवाक्यम्:-आदि नाम को खोजले प्राणी, जाते होय मुक्ति सहिदानी सद् ग्रंथन की वाणी। आतम घट शब्द झनकार होई, ताहि लखै सुरति विरली कोई कोई। वह परमात्मा बिना पाँव के चलता है, बिना कान सब सुनता है, बिना हाथों के विविध कर्म करता है। बिना मुख के सकल रसों का पान करता है। बिना वाणी स्वयं ही सारशब्द नांद करता है। यही उसका अविनाशी, सर्वव्यापक, सर्वश्रेष्ठ, सर्वोत्तम, सर्वनियंता सत्य स्वरुप सगुण निर्गुण निराकार साकार से परे आदि मध्य अंत रहित स्वरुप है। जिसे सतगुरु से जानकर जनम मरण से मुक्ति प्राप्त होती है और अंत समय परमधाम की प्राप्ति भी होती है।।01।।भगवत गीता के अनुसार ना जन्म हमारी मर्जी से होता है ना ही मृत्यु, तो जन्म मृत्यु के बीच होने वाली व्यवस्था हमारी मर्जी से कैसे हो सकती है। जो आपके योग्य होगा आपको मिल जाएगा, जो नहीं होगा वो छिना जायेगा, आपका काम है कर्म करते रहना।।02।।चार वेदों का अर्थ ना जानों तो कोई बात नहीं, परंतु इन चार शब्दों का मर्म जानों तो भी जीवन सार्थक हो जाये,,जो इसप्रकार हैं:-समझदारी, जबावदारी, वफादारी, ईमानदारी-।।03।।जब मैं मंदिर गया तो देखा पत्थर पड़ा था। मस्जिद गया तो देखा खाली पड़ा था, चर्च गया तो देखा सूली पर खड़ा था, गुरुद्वार गया तो देखा ढका पड़ा था। मगर:-जब अपने भीतर आत्म घट में गया तब मालूम पड़ा वो अंग संग खड़ा था और मैं झुक गया।।04।।हे विदेही बेहदी सारशब्दी सतगुरु आपका सुमिरण सबको दीजिए। सत सनातन का सुमार्ग पर चलें हमेशा, भावना ऐसी कीजिऐ। प्रेम करुणां का वरण हो, सष्टि में सृजन उत्थान हो, स्वास्थ्य तन हो, स्वास्थ्य मन हो, आशीष ऐसी सबको दीजिए।।05।।,,साँई अरुण जी महाराज नासिक महाराष्ट्र और सारशब्दीय संत परिवार को सादर समर्पित,,सालिकराम सोनी।।00।।
@jyotidivrayaАй бұрын
Sat sahib sat guru ji koti koti naman❤❤
@kishorparmar5737Ай бұрын
Sat sahib bandgi guruji 🙏🙏🙏🌹🌹🌹
@tahasildarram5173Ай бұрын
Sat saheb guruji
@salikramsoni4560Ай бұрын
[28/11, 6:37 PM] Shalekh Gram Soni: सत साहेब भाई जी आपने ही प्रश्न किया और आपने ही अनुभूति बतला दी है। बिना नाक के ही समस्त गंध की अनुभूति भी करता है। लिखना भूल गया था। अतः भूल के लिए मुझे क्षमा कीजिऐगा।।सालिकराम सोनी।।00।। [28/11, 6:40 PM] Shalekh Gram Soni: परमपिता परमेश्वर हमारे अंदर और बाहर खचाखच भरा है। जिसे मोटे तौर पर आत्मा परमात्मा अनुभूति के नाम से संत जानते है।।
@salikramsoni4560Ай бұрын
।।जय श्री सच्चिदानंद परमेश्वराय नमो नमः।।:-सुवाक्यम्:-आदि नाम को खोजले प्राणी, जाते होय मुक्ति सहिदानी सद् ग्रंथन की वाणी। आतम घट शब्द झनकार होई, ताहि लखै सुरति विरली कोई कोई। वह परमात्मा बिना पाँव के चलता है, बिना कान सब सुनता है, बिना हाथों के विविध कर्म करता है। बिना मुख के सकल रसों का पान करता है। बिना वाणी स्वयं ही सारशब्द नांद करता है। यही उसका अविनाशी, सर्वव्यापक, सर्वश्रेष्ठ, सर्वोत्तम, सर्वनियंता सत्य स्वरुप सगुण निर्गुण निराकार साकार से परे आदि मध्य अंत रहित स्वरुप है। जिसे सतगुरु से जानकर जनम मरण से मुक्ति प्राप्त होती है और अंत समय परमधाम की प्राप्ति भी होती है।।01।।भगवत गीता के अनुसार ना जन्म हमारी मर्जी से होता है ना ही मृत्यु, तो जन्म मृत्यु के बीच होने वाली व्यवस्था हमारी मर्जी से कैसे हो सकती है। जो आपके योग्य होगा आपको मिल जाएगा, जो नहीं होगा वो छिना जायेगा, आपका काम है कर्म करते रहना।।02।।चार वेदों का अर्थ ना जानों तो कोई बात नहीं, परंतु इन चार शब्दों का मर्म जानों तो भी जीवन सार्थक हो जाये,,जो इसप्रकार हैं:-समझदारी, जबावदारी, वफादारी, ईमानदारी-।।03।।जब मैं मंदिर गया तो देखा पत्थर पड़ा था। मस्जिद गया तो देखा खाली पड़ा था, चर्च गया तो देखा सूली पर खड़ा था, गुरुद्वार गया तो देखा ढका पड़ा था। मगर:-जब अपने भीतर आत्म घट में गया तब मालूम पड़ा वो अंग संग खड़ा था और मैं झुक गया।।04।।हे विदेही बेहदी सारशब्दी सतगुरु आपका सुमिरण सबको दीजिए। सत सनातन का सुमार्ग पर चलें हमेशा, भावना ऐसी कीजिऐ। प्रेम करुणां का वरण हो, सष्टि में सृजन उत्थान हो, स्वास्थ्य तन हो, स्वास्थ्य मन हो, आशीष ऐसी सबको दीजिए।।05।।,,साँई अरुण जी महाराज नासिक महाराष्ट्र और सारशब्दीय संत परिवार को सादर समर्पित,,सालिकराम सोनी।।00।।