केहि विधि कहों जाहु तुम स्वामी। दीन बंधु उर अं तर जा म ई। जामी। हे आधार आत्मा जान पाँवर मै आप को आप के विना कैसे पुकार सकता हूँ। आप नहीं तो आप को जाने को कैसे कह सकता हूँ। मै दीन हीन हूँ आप मेरे सखा मित्र हैं और मेरे हृदय में ही निवास कर रहे हैं । आप मेरे आधार हो।
@zdayaramyadav11 күн бұрын
छुद्र नदी भरि चलि इतराई। जिमि माया पाइ खल बौराई। छोटी नदिया थोड़े जल पाकर उफान पर होती हैं । वैसे छुद्र लोग माया पाकर महा ज्ञानी होने का परिचय देने लगते हैं । जो आधार आत्मा के विना सब मिथक ही है।
@beenasharma264911 күн бұрын
नर्मदे हर गुरुजी aapka program TV per bhi aata Hai
@rajeshmandal984811 күн бұрын
स्वामी जी कोई भी पत्थर एक बार भी नहीं टूटता है अगर पांच बार 10 बार प्रहार किया जाए तो पत्थरटूट सकता है! इस पर आपका क्याविचार है 🙏🙏🙏
@zdayaramyadav11 күн бұрын
जो प्रश्न करता है वह बताए। जाइ समीप राखि निज डोली। किसी के समीप साथ से आधार प्राण आत्मा जाए तो वह मुर्दा निज बोलेगा य डोलेगा।
@ashokprajapati477311 күн бұрын
(ह मे )प्रश्न पड़ने के पहले कुछ तो मर्यादा रखिये महाराज, परिवार के साथ बैठकर सुनता हू।गुरूदेव की क्यो छवि खराब कर रहे हो।