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जैसे किसी इंसानी शरीर की संरचना और विकास पूरी तरह से हार्मोन पर निर्भर
होता है उसी तरह से पौधों का संपूर्ण विकास भी हार्मोन पर निर्भर करता है ।
आसान भाषा बोलें तो
प्लांट ग्रोथ रेगुलेटर (PGRs) ऐसे रसायन है जो पौधों के विकास को हर तरह से संशोधित करने के लिए उपयोग किए जाते है ।
जैसे
फल के आकार को बढ़ाना, शाखाओं का विकास, शूट ग्रोथ को दबाना और बढ़ाना ,
रिटर्न ब्लूम को बढ़ाना, अतिरिक्त फल को हटाना या फलों की परिपक्वता को
बदलना।
आपने सुना भी होगा कि कोई दवाई है जिसके इस्तेमाल से ऐसा हो जाता
है, वैसा हो जाता है । मतलब के सेब उत्पादन में चमत्कार जैसा कुछ । वो सब
होता है पी जी आर से।
पी जी आर को पौधों पर इस्तेमाल करने के दौरान
कई कारक इनके प्रदर्शन को प्रभावित करते हैं। जिसमें मुख्य रुप से शामिल है,
इस्तेमाल के दौरान पौधे द्वारा कितनी मात्रा में इसे अवशोशित किया गया,
पौधे की ताक़त और उम्र कितनी है ,
पौधे को खुराक किस मात्रा मे दी गई,
खुराक का समय क्या रहा,
सेब की किस वैरायटी पर आपने किस पी जी आर का इस्तेमाल किया,
इसके पौधे पर इस्तेमाल से पहले, इस्तेमाल के दौरान और बाद में मौसम की स्थिति कैसी रही
इस तरह के कारक पी जी आर के प्रदर्शन को प्रभावित करते है ।
• Plant Growth Regulator...