Podcast: क्यों सारे भगवान का जन्म भारत में हुआ? | Dharma Live | Sanatan Dharm | Ved | Puaranas

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Dharma LIVE

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Ай бұрын

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Podcast: क्यों सारे भगवान का जन्म भारत में हुआ? | Dharma Live | Sanatan Dharm | Ved | Puaranas | Lajpat Rai Aggarwal | Yogi Vishal Tiwari | Neha Rajpput
Dharma Live के Podcast #DharmaSamvad में इस बार हमारे मेहमान हैं, Lajpat Rai Aggarwal जी ( वैदिक मिशनरी ), जो एक संपादक हैं और Yogi Vishal Tiwari जी ,जो Spiritual Mentor हैं, आज इस Podcast में हम जानेंगे कि क्या वाकई भगवान अवतार लेते हैं? साथ ही Vedas, Purana और सनातन धर्म से जुड़े अनेक रहस्यों पर चर्चा होगी.
Anchor- Neha Rajpput
Producer- Mukesh Kaushik
Video Editor- Subodh Sinha
Video Journalist- Dharm Ji & Jassie
DHARMA LIVE is a Spirituality based Entertainment channel. The channel brings viewers information about Daily Horoscope Predictions, Weekly Horoscope Predictions, Monthly Horoscope Predictions, Yearly Horoscope prediction, Planetary Movements and Its Effect. We also talk about Remedies, Transit, Conjunction, Mythology, Numerology, Vedic Astrology, Tarot, Palmistry, Vastu, Yog, Yoga Gurus and Influential Personality and a lot more. We believe Spirituality should be an encouraging and positive part of our daily life. The motive is to bring Spirituality alive while dispelling fears and myths. This vertical is a part of ABP Live.
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/ abplivedharma

Пікірлер: 2 200
@ramkrishandhakad1033
@ramkrishandhakad1033 Ай бұрын
अच्छा मंच है होना ही चाहिए,,सत्य स्पष्ट होकर ही रहता है।वेदो अखिलो धर्ममूलम्।
@rahulhindu2687
@rahulhindu2687 Ай бұрын
सत्य वचन
@Amrendra612
@Amrendra612 Ай бұрын
Satya vachan❤
@romyaromya1229
@romyaromya1229 Ай бұрын
वेद सत्य विद्याओं का पुस्तक है। इसमें सब विद्या की जननी है
@bikashraut645
@bikashraut645 Ай бұрын
Sanskaar dikhao ved me ...yagyapabit or nama Karan sanskaar dikhao ved me ..agar nehin hai toh karte kyun ho ?
@DuBadu-ye3kf
@DuBadu-ye3kf Ай бұрын
Chal be
@user-zx9zp4ct5t
@user-zx9zp4ct5t Ай бұрын
Satya koi praman nhi de sakta,ye anubhuti ka vishay, Bhagwan, Bed , aur ye sab lekar
@user-zx9zp4ct5t
@user-zx9zp4ct5t Ай бұрын
Satya ka koi praman nhi hota, praman khali anubhuti, debate ek murkhta, jo avi ho raha hai, aur Guru ji jisko khe rahe ho, unka attitude koi gayni insaan ka lakshan nhi hai,isko ( Guru ji) kaha se le aaye.
@rajvashisth4567
@rajvashisth4567 Ай бұрын
​@@bikashraut645 ये पता है वेद में कितने प्रकार के मुख्य विषय है ???
@abhijeetshinde5116
@abhijeetshinde5116 19 күн бұрын
गुरुजी जितनी आयु बची हे उतनी वेद समजनेमे लगाये और बाकी यमराज जी समजयेंगे 🙏राधे राधे 🙏🚩
@jai_shree_ram_krishn
@jai_shree_ram_krishn 12 күн бұрын
Kuch bhi kaho manusmriti darshan upanishad har jagah vedo akhilo dharm moolam bola hai matlab ved hi dharm ke.mool hai kyuki keval ved hi ishvar dwara direct diya hua gyan hai isliye ved ko hi keval shruti kehte hain aur ved mei kahin bhi avatar vaad aur moorti pooja nahi hai Aur swami dayanand saraswati ne bhi debate mei aise hi jeete the ved mei moorti pooja koi na dikha paya unhe aur na idhar apke pauranik guru dikha paye koi praman
@ajayaryasamaji
@ajayaryasamaji 23 күн бұрын
लाजपत राय जी को देख बहुत अच्छा लगा। आर्य जी दिल से साफ है बुजुर्ग है, कुछ लोगों को लग रहा है वो अहंकार से बोल रहे है, पर ऐसा नहीं है, मैं खुद मिला हूं, मुझे उनसे मिले 2 वर्ष हो गय, उन्होंने उस समाय मेरी पुस्तकों में अत्यंत सहायता करी थी आर्य जी। जो पुस्तकें मैंने चुन लो थी उन्होंने बिना देखे बोल दिया था अपने हिसाब से पैसे दे दो। क्योंकि मैं बालक था। अपको ईश्वर और लंबी उमर दे 🙏 और मुझे आपसे दुबारा मिलने का अवसर दे।
@ramchandraprajapati8892
@ramchandraprajapati8892 13 минут бұрын
सत्य बोलने में अहंकार होना ही चाहिए
@jayantpatel7734
@jayantpatel7734 Ай бұрын
लाजपत जी लाजवाब है उनका कथन सच है वेद से उपर कोई किताब नहीं है, और वेद को समजने वाले ही सच है बाकी तो सब दूकाने चलाने के लिए थीक है,
@bikashraut645
@bikashraut645 Ай бұрын
Ved se upar koi nehin par keval ved hi pramaan nehin hai ...yadi aisa hai..Sanskar jo karte ho yagyapabit aadi iska pramaan ved me hai kya ?
@jayantpatel7734
@jayantpatel7734 Ай бұрын
@@bikashraut645 जो वेद मे है यही प़माण है और कुछ उपनिषद जैसे की छंद उपनिषद,कठो उपनिषद तथा सत्यार्थ प्रकाश में भी हमारे 16 संस्कार को समझाया है लेकिन वोह पुरानो के संस्कार से थोड़ा अलग समझाया है जैसे कि 16 संस्कार तो है लेकिन उसे लेकर जो उनकी विधीयां है वोह पुरानो मे सिर्फ कर्मकांड में ही निपटा ली गई है सही अर्थ आप को सत्यार्थ प्रकाश में मील जायेगा और वेद सर्वोच्च हे उसका मतलब ऐसा नहीं हे की पुरान और दुसरे गंथ सही नहीं है लेकिन वोह वेद तुल्य नहीं है
@jayantpatel7734
@jayantpatel7734 Ай бұрын
@@bikashraut645 जो वेद मे है यही प़माण है और कुछ उपनिषद जैसे की छंद उपनिषद,कठो उपनिषद तथा सत्यार्थ प्रकाश में भी हमारे 16 संस्कार को समझाया है लेकिन वोह पुरानो के संस्कार से थोड़ा अलग समझाया है जैसे कि 16 संस्कार तो है लेकिन उसे लेकर जो उनकी विधीयां है वोह पुरानो मे सिर्फ कर्मकांड में ही निपटा ली गई है सही अर्थ आप को सत्यार्थ प्रकाश में मील जायेगा और वेद सर्वोच्च हे उसका मतलब ऐसा नहीं हे की पुरान और दुसरे गंथ सही नहीं है लेकिन वोह वेद तुल्य नहीं है
@bikashraut645
@bikashraut645 28 күн бұрын
@@Jiwandarshnam19 संस्कार परम्पराओं की देन है ? जब आप के अनुसार वेद से भिन्न सभी अवैदिक है तब संस्कार वेद मे वर्णन ना होने के कारण अवैदिक कैसे नहीं है ? थुंक के चाटना ईसी को कहते हैं ,,। वेद मंत्र से जोडकर निष्ठावान किया जाता है ? जब विषय वेद है ही नहीं तब जोडना तो व्यर्थ ही है , कौनसा संस्कार वेद में है ? जो आप जोडने की बात करते हो ? और आप बोल रहे हैं मंत्र को पूर्णता प्रदान करते हैं ,अच्छा इसका अर्थ यह हुआ की मंत्र अपुर्ण है जीसको आप वाद मे जोडकर पुर्ण करते हो ? गझब है भाई , पर सिद्धान्त तो कुछ ओर ही कहता है की "पुर्ण से पुर्ण की उत्पत्ति होती है" तब वेद ईश्वर से उत्पन्न होने के कारण पुर्ण होने चाहिए था ,पर आपका तो कहना है की मंत्र को पूर्णता प्रदान करते हो 😊
@rambehariawasthi5606
@rambehariawasthi5606 27 күн бұрын
Sabse pahle main apko dhanyawad deta hun jo aapne dharm ke vishay ko chuna. Pahle aap dharm ko paribhashit karway😂e.Meri alp jankari ke anussr dharm shabd ko bahut se alag alag arthon me prayog kiya jata hai. Ekdam se bhagwan eeshwar per Sam ad samajhna mushkil hai.
@vinodkumarkhatana2988
@vinodkumarkhatana2988 Ай бұрын
अति सुन्दर संवाद सत्य सनातन वैदिक धर्म की जय
@Brahmachari-df7lk
@Brahmachari-df7lk Ай бұрын
दर्शनशास्त्र का वचन है ज्ञानेंमुक्ति: यानी ज्ञान ही मुक्ति का मार्ग है | यानी जब हम वेद और दर्शन शास्त्र पढके ज्ञान प्राप्त करते हैं तब हमें परमात्मा का सही स्वरूप पता चलता है हमें परमात्मा के गुण कर्म स्वभाव के बारे में पता चलता है| बिना ईश्वर को जाने ध्यान साधना व्यर्थ है क्योंकि व्यक्ति ध्यान ही उसी चीज का करता है जिसे वह जानता है बिना ईश्वर को जाने अगर व्यक्ति ध्यान करता है तो वह ध्यान नहीं वह उस व्यक्ति की कल्पना मात्र है| इसलिए मैं आदरणीय गुरुजी के बाद से सहमत हूं हमें ईश्वर को वेदों एवं दर्शन शास्त्र के माध्यम से जानना चाहिए और उसके बाद ध्यान करना चाहिए|
@Vaidikdhara
@Vaidikdhara 22 күн бұрын
महर्षि दयानंद सरस्वती जी महाराज की जय कृणवन्तोविश्मार्यम् 🙏🚩
@gurjarsena6306
@gurjarsena6306 Ай бұрын
आप बहुत बहुत धन्यवाद दूंगा आर्य समाज का जिन्होंने मेरे जीवन परिवर्तन किया
@shyamshakya2089
@shyamshakya2089 Ай бұрын
75 वर्ष k गुरु जी 101%सत्य कह रहे है वेद k अनुसार. Om
@A-KR18
@A-KR18 Ай бұрын
सिर्फ उम्र से तुम नही बता सकते वो कितना ज्ञानी है😂
@realisticcoments283
@realisticcoments283 Ай бұрын
आर्य समाजी बडे या तुकाराम महाराज ? तुकाराम जी कहते हैं: वेद अनंत बोलीला , अर्थ इतकाची साधिला, विठ्ठलाशी शरण जावे, निज निष्ठे नाम गावे!!
@user-ep1ni5xm3o
@user-ep1ni5xm3o Ай бұрын
​@@A-KR18Yajurveda Aadhya 32 mantra 3 padhke aa khud kabhi ved nahi padha joh padhe hai unhe Gyan deta hai nastik kahika😂
@user-ep1ni5xm3o
@user-ep1ni5xm3o Ай бұрын
​@@realisticcoments283ved bada ya tukaram ji Arya samaj wo kahta hai Jo ved mein likha hai ved virudh tum mante hoge hamm nahi
@realisticcoments283
@realisticcoments283 Ай бұрын
@@user-ep1ni5xm3o वेदका हम आदर करते है; लेकिन आर्यसमाज ने वेदों का अर्थ अपने मनगढंत रूप से किया है. तुकाराम महाराज के साथ तुम्हारे स्वामीने एक कोटी जन्म लिया तो भी बराबरी नहीं हो सकती; तुकाराम महाराज वैकुंठ गये, तुम्हारा महाराज विष से मर गया.
@vibhutibhushangupta9763
@vibhutibhushangupta9763 26 күн бұрын
मैं मंदिर नहीं जाता हूँ पर श्री Ram जी की प्राण प्रतिष्ठा के स्वरुप को टीवी पर देखते ही मेरे हाथ प्रणाम को उठ जाते हैं ये ही भगवान के अस्तित्व का प्रमाण है
@colorblind141293
@colorblind141293 24 күн бұрын
भगवान का अस्तित्व है उसमे कोई शक नहीं। लेकिन आपके हाथ प्रणाम के लिए उठ गए वो आपकी आस्था या फिर कहूं आपके परिवार और परिवेश की आस्था है। आप सिर्फ भेड़ चाल कर रहे हैं यदि आप मंदिर नही जाते और देखा देखी प्रणाम कर लेते हैं। बुरा नही मानिएगा कुछ कॉमेंट करने से पहले 2 मिनट सोचिएगा।
@RaamBahadur-kk2cn
@RaamBahadur-kk2cn 19 күн бұрын
Ayodhya in India is now who is that Buddha, in the time of Buddha, there was a sage named Babar, when he armed with Buddha, met with Buddha, from that day he learned Buddhism, after losing, after Buddha's parinirvana, there was a Buddhist named Babar. Stupa was built, after the Muslim conquest, it was named Babar Masjit
@vincentkumar7894
@vincentkumar7894 24 күн бұрын
केवल पुस्तकें पढ़ने मात्र से सत्य ज्ञान असंभव है, अनुभव अधिक अवश्यक हैं.
@ManashaSwarnkar0830
@ManashaSwarnkar0830 Ай бұрын
वेदों का ज्ञान आज की youth के लिए अनिवार्य है। कृपया कोई भी धर्म से जुड़े सवाल और उसके सही उतर ढूँढने का सही प्रयास करे। वेदों के ज्ञान के पूर्ण ही हम सब भारत वासी हर सवाल के सटीक उतर देने योग्य बनेंगे। 🙏🏻
@saptsindhusindhu2084
@saptsindhusindhu2084 Ай бұрын
बहुत सही कहा 👍
@tasnimali5659
@tasnimali5659 27 күн бұрын
Jis dharm me bahut saare bhagwan ko puja jata hai use dharm nahi pakkhand kehte hai😃😃😃kaafir
@Kalu69_
@Kalu69_ 27 күн бұрын
आपने कभी वेद पढ़ा है?
@karma.8855
@karma.8855 3 сағат бұрын
😂kzbin.info/www/bejne/eai0nGmAjZWdoZIsi=7ygIRMzzNGVR5R4P
@exploreindia7805
@exploreindia7805 Ай бұрын
I am with Aggarwal ji. Jasa jasa i listen you. I become fan of you. Now I will study Arya samaj
@Rashtriye_swamsevak_billa
@Rashtriye_swamsevak_billa Ай бұрын
Same I'll also study about arya samaj
@NaveenSharma-qu9jq
@NaveenSharma-qu9jq 21 күн бұрын
Read Satyarth Prakash first.
@user-ql6oh4xh4q
@user-ql6oh4xh4q Ай бұрын
यह सत्य है कि सत्य सनातन वैदिक धर्म ही सबसे सत्य है पर हमारे धर्म ग्रंथ में जितने भी मिलावट है उनको शुद्धि करण करना जरूरी है हरि ओम सत्य सनातन वैदिक धर्म कि जय 🕉️🙏🚩 जय जय श्री सीताराम
@rashidmohammad5050
@rashidmohammad5050 Ай бұрын
मैं भी यही मानता हूं कि इस्लाम धर्म ही सत्य है तो कैसे पता चलेगा कौन सही है 😂
@user-ql6oh4xh4q
@user-ql6oh4xh4q Ай бұрын
@@rashidmohammad5050 तुम्हारे कुरान और हदीस में कौन आक्रांता ने कब्जा करके उसमें मिलावट किया था तुम लोग तो बोलते हो आसमानी किताब है तो इसमें कैसे मिलावट हो गया और मिलावट हुआ है तो उसको हटा दो अच्छा रहेगा नहीं तो जाकर एक्स मुस्लिम समीर के यूट्यूब चैनल देखो
@Brahmachari-df7lk
@Brahmachari-df7lk Ай бұрын
@@rashidmohammad5050 अपने धर्म ग्रंथ को पढ़िए और अपनी बुद्धि से विचार करिए की जो आपके धर्म ग्रंथ में जो बातें लिखी है वह विज्ञान की दृष्टि से कितनी सही है|आप अपने धर्म के सिद्धांतों पर डिबेट भी देख सकते हैं उससे भी आपकी बुद्धि बढ़ेगी|
@rashidmohammad5050
@rashidmohammad5050 Ай бұрын
@@Brahmachari-df7lk yahi baat to aap par bhi fit hoti hai
@Brahmachari-df7lk
@Brahmachari-df7lk Ай бұрын
@@rashidmohammad5050 हां भाई यह बात मुझ पर भी लागू होती है
@yagyabhushansharma1008
@yagyabhushansharma1008 Ай бұрын
मैं आर्यसमाज और उसके विद्वानों के प्रति श्रद्धा और सम्मान रखता हूं और जानता हूं कि वे सत्य को जानते एवम् समझते हैं परंतु यह भी जानता हूं की आम आदमी वास्तव में ज्ञानी और पंडित नही है।इस एपिसोड में कई कमेंट देखकर लगता है कि सत्य को जानने या स्वीकार करने में उनका ज्ञान समर्थ ही नहीं है। मेरे विचार से इस संबंध में मैं आर्य समाजियों से भी निवेदन करना चाहता हु कि वे मूर्ति पूजा को उस पहली कक्षा के बच्चे के समान समझे कि वह बच्चा अ एक अक्षर है,नही जानता वह अ से अनार ही बोलेगा अगली कक्षा में अ से अनार के साथ अमरूद,अन्नानास, अदरख भी पढ़ता है तब उसे पता चलता है कि अ से बहुत शब्द बनते हैं अ अनार नही एक स्वतंत्र अक्षर है उसी प्रकार यदि मूर्ति पूजक भी यह सत्य जान ले कि मूर्ति में भी भगवान हैं,ठीक वैसे ही जैसे कण कण में हैं,किंतु मूर्ति ही भगवान नहीं है।परंतु पौराणिक मूर्ति को ही भगवान मान बैठा है उसका ज्ञान आगे बढ़ना ही नही चाहता।
@Jiwandarshnam19
@Jiwandarshnam19 28 күн бұрын
आपने सत्य वचन कहा है मान्यवर ❤❤
@dhirendrakumaryadav9977
@dhirendrakumaryadav9977 21 күн бұрын
वाह अदभुत धन्य हैं आप को प्रणाम है
@user-tg8sb6dv1e
@user-tg8sb6dv1e 17 күн бұрын
आस्था का संबंध भाव से है, मूर्ति के रूप में भाव प्रदर्शित किए जाते हैं और उन्हें ही निहिलाया खिलाया और सुलाया जाता है।
@Jiwandarshnam19
@Jiwandarshnam19 17 күн бұрын
@@user-tg8sb6dv1e 🤦‍♂🖐😃😃😃🤣
@bhuwanchandrapandey2525
@bhuwanchandrapandey2525 17 күн бұрын
अत्यंत सहज व सरल अभिव्यक्ति।।ज्ञान का परम तो अ उ म से शब्द ब्रह्म को जान लेना है जो कि ध्वनि ॐ है जिसे माहेश्वर सूत्र में शिव के डमरू से पाण्नी महाराज ने प्रथम बार सुना,। तो *म* मकार से मौनता की अनुभूतिगम्यता हेतु हमारे सामने रख दिया। कोई सांसारिक ध्वनि नही केवल अनहद ॐ😊वही परमब्रह्म:तत्सत।।
@Jija01
@Jija01 Ай бұрын
Om hi satya h🎉
@mahenderpalverma5548
@mahenderpalverma5548 Ай бұрын
हमारा धर्म सत्य सनातन वैदिक धर्म है।
@shashiprabha9887
@shashiprabha9887 Ай бұрын
सनातन कोई धर्म नहीं है बल्कि हम खुद सनातनी हैं
@user-ep1ni5xm3o
@user-ep1ni5xm3o Ай бұрын
​@@shashiprabha9887bhai pehle dharm shabd ka arth Jano aur sanatan shabd ka arth pehele Sandi viched Karo phir tumhe apne aap pata chal jayega ❤
@SanataniArya83
@SanataniArya83 Ай бұрын
​@@shashiprabha9887सनातन का अर्थ होता है ,सदा रहने वाला क्या आप का शरीर सदा रहेगा ? अगर आप का उत्तर" नही " है तो फिर सनातन क्या है ?
@shatrugunmajhi5737
@shatrugunmajhi5737 Ай бұрын
​@@SanataniArya83bhai tera bat sahi hai sada rahne wala sada khane wala Lekin india me 90% mit machhli khata hai ? mit machhli khane wala aadmi hindu hai ki nhi
@shatrugunmajhi5737
@shatrugunmajhi5737 Ай бұрын
​@@SanataniArya83gussa mat hona tera se jana chahte hai ye log hindu hai ki nhi
@bhanuthakur_295
@bhanuthakur_295 Ай бұрын
गुरु जी ने ईश्वर की प्रार्थना उपासना के प्रथम मंत्र का व्याकरण सहित हिंदी अनुवाद सत्य है ... वेदानुसार सत्य है दीवाना अंचल दीवान
@devendrashastri9221
@devendrashastri9221 Ай бұрын
वेद नित्य, सत्य और शाश्वत ग्रन्थ हैं ! योगी जी को यह पता होना चाहिए कि नित्य सत्य ज्ञान को कभी अपडेट किया ही नहीं जा सकता! जैसे गन्ना मीठा होता है, यह सत्य है , तो क्या भविष्य में कभी गन्ने में उसके मिठास - गुण को अपडेट करने की अपेक्षा होगी, कदापि नहीं!
@anuradhanandanrkyaduvanshi9489
@anuradhanandanrkyaduvanshi9489 28 күн бұрын
Genetic modification ke bare me kya khyal hai?
@devendrashastri9221
@devendrashastri9221 28 күн бұрын
@@anuradhanandanrkyaduvanshi9489 जैनेटिक मोडिफिकेशन के सम्बन्ध में स्पष्ट करें कि क्या जानना चाहते हैं
@devendrashastri9221
@devendrashastri9221 28 күн бұрын
@@anuradhanandanrkyaduvanshi9489 जैनेटिक मोडिफिकेशन के सम्बन्ध में स्पष्ट करें जी, कि क्या कहना चाहते हैं
@jai_hind1.0
@jai_hind1.0 Ай бұрын
अनेक अवैज्ञानिक गपोड़ गाथाओं से सटीक और कम शब्दों में बुजुर्ग गुरु जी के कथन तार्किक है।
@muralidharkhatua8390
@muralidharkhatua8390 Ай бұрын
Guruji to nastik hai . Kya anubhab hai . Kuch nahin
@muralidharkhatua8390
@muralidharkhatua8390 Ай бұрын
Agar jankari Lena hai to adhyatmik Iswariya Viswavidyala ko khoj kijiye
@muralidharkhatua8390
@muralidharkhatua8390 Ай бұрын
Guruji ki naim par pura murkh hai
@muralidharkhatua8390
@muralidharkhatua8390 Ай бұрын
Bhagwan ka parichay koi shashtra de nahi Sakta hai parantu woh aakar khud deta hai . Isliye unhen Khuda kahagaya hai.
@user-cn1bd2eg5c
@user-cn1bd2eg5c Ай бұрын
श्रद्धेय योग योगी श्रीमान बद्रीविशाल जी,के अद्भुत,दिव्य साथ ही सरल, शालीन,सुंदर व सत्य ज्ञान को स्वभाव को मेरा सादर नमन।।
@AnnantDhyan
@AnnantDhyan Ай бұрын
🙌🙌
@IshwarSarma
@IshwarSarma 17 күн бұрын
Excellent yogi ji🎉
@KudosEnglish
@KudosEnglish 20 күн бұрын
I am truly indebted to Dharma Live for inviting GuruJi and Yogi Ji. I am truly grateful Guruji and Yogi Ji for enlightenment. Love you both of you.
@baburam-qy3hf
@baburam-qy3hf Ай бұрын
ईश्वर की वाणी वेदों को अपडेट करने की सामर्थ्य ईश्वर के सिवाय किसी में नहीं है।
@ajitahlawat
@ajitahlawat Ай бұрын
योगी जी बहुत बोले चुप नहीं हुए पर उत्तर कुछ भी नही दिया हां कविताएं अच्छी सुनाई 😂😂😂
@ashishniraula235
@ashishniraula235 25 күн бұрын
आँप बताओ कि क्या सत्य हे
@romyaromya1229
@romyaromya1229 Ай бұрын
सही कहा गुरु जी वेद में ही केवल मंत्र है
@DETHEPRAKASH
@DETHEPRAKASH Ай бұрын
Mantra sirf Vedo me nahi hai,agar Maa kisi bete se kah rahi waha mat jao gir jayega,to ye usake liye mantra hi hai.....
@bikashraut645
@bikashraut645 Ай бұрын
Mana kisne kiya ? Par Pramaan keval ved hi hai yeh kehna galat hai ..warna toot jaoge aap
@amitattafe
@amitattafe Ай бұрын
Mantra ke mayne hai jisme mann ka tran ho yani jisse mann stambhit ho prasann ho
@VedicYaduvanshi
@VedicYaduvanshi Ай бұрын
Upanishad me bhi hai
@ooboytrends
@ooboytrends 24 күн бұрын
शास्त्री जी को नमन। वेद ही जीवन है। हम सभी को वेद पढ़ना और पढ़ना परम कर्तव्य है। 🚩🙏🏻
@ChaudharyPaswan-et4yh
@ChaudharyPaswan-et4yh 7 сағат бұрын
महात्मा जी के बचनों से हम सहमत हैं
@pksharma9041
@pksharma9041 Ай бұрын
Satya Sanatan Vedic Dharm 🔥❤🕉🚩
@studentssupport4687
@studentssupport4687 Ай бұрын
ईश्वर निराकार है, सर्वशक्तिमान है,अगर वह इच्छा अनुसार साकार रूप धारण करते हैं तो इसमें आश्चर्य की गुंजाइश नहीं। रिषि मुनि निराकार की अराधना करते हैं। लेकिन सर्व साधारण खासकर वह जो पढ़े लिखे नहीं है उनके लिए साकार की अराधना उपयुक्त है। कर्मकांड
@navneetsharma7521
@navneetsharma7521 Ай бұрын
जिस परमात्मा ने विशाल ब्रम्हांड को बनाया जिसमे अनगिनत आकाश गंगाए ,तारे,ग्रह बनाये है जिसने विविध प्रकार के जीव जंतु पक्षी ,विभिन्न प्रकार के पेड़ पौधे बनाये और अरबों की जनसंख्या में हर व्यक्ति की पहचान और चेहरा अलग है इतनी विविधता जिस परमात्मा ने बनायीं है उसके लिए अवतरित होना कोनसी बड़ी बात है जो निराकार होकर साकर सृष्टि की रचना करता है वो खुद भी साकर रूप में प्रकट हो सकता है उस सर्वशक्तिमान ईश्वर के लिए कुछ भी असंभव नही है।
@ManishEntertainmentmusicCG
@ManishEntertainmentmusicCG 26 күн бұрын
सत्य ❤❤
@user-mk9nf4ge1b
@user-mk9nf4ge1b 18 күн бұрын
Wo kar sakata hai par karega nahi ye uski attributes ke kilaf ab tum aise bol sakte iswar sabkuch kar sakta to use bhuk bhi lag sakti bachhe bhi paida kar sakta hai aorat se ye sab kar sakata par karega nahi ye uske attributes ke kilaf hai
@shashankkgupta
@shashankkgupta 9 күн бұрын
​@@user-mk9nf4ge1b mat samjha bhai inhe ye us layak nhi hai jo samjh saken 😂 Jab Maine kaha ishvar sarv vidyaman hai to bhai avtak kyun hi lega jab pahle se hi har jagah hai 😂😂
@paleshsardar3838
@paleshsardar3838 7 күн бұрын
Har jaga hai prakat ki khud is nirakar bhada ideilogy ko hamesh ghumate raho
@SajalRoy-tm7vr
@SajalRoy-tm7vr Ай бұрын
सत्य सनातन बदीक धर्म जय हो
@Talk-qi1lc
@Talk-qi1lc Ай бұрын
ईश्वर कभी आवतरित नहीं होता जब इंसानी समताये और उसके आयाम ऊपर जाने लगते है तो व्यक्ति उसे भगवान मानने लगता है
@shivdhanush3676
@shivdhanush3676 22 күн бұрын
Avatar concept bhakti movement me aya i.e 4th century AD... Hero worship pehle se chalti aa rahi thi especially from mauryan Empire
@drjyotishankartiwari908
@drjyotishankartiwari908 Ай бұрын
परमात्मा सर्वव्यापी है औरनिराकार भी है जीव और परमात्मा में अंतर इतना ही है कि जीव शरीर को धारण करता है परमात्मा शरीर को धारण नहीं करता क्योंकि इसका विशिष्ट गुण निराकार है परंतु प्रत्येक पदार्थ को यह प्रभावित करता है इसलिए यह सर्वशक्तिमान है इसलिए इस अवतार लेने की आवश्यकता नहीं होती विशिष्ट कार्य के लिए आत्मा को प्रेरित करता है इस तरह प्रत्येक पदार्थ इनके अधीन है इसलिए परमात्मा सर्वशक्तिमान है आत्मा का अवतार होता है परमात्माका नहीं इसलिए वेद कहता है परमात्मा के विषय में नत्स्य प्रतिमा अस्ति इसलिए परमात्मा शक्ति के स्रोत हैं
@user-km3zq9cn2h
@user-km3zq9cn2h Ай бұрын
✌️😎👌
@rakeshvishwakarma2563
@rakeshvishwakarma2563 27 күн бұрын
जब शाश्वत परमात्मा पंचभूतों के द्वारा नश्वर अवतार धारण करता है, तब उसे भगवान कहा जाता है, और भगवान की ही प्रतिमा होती है, परमात्मा के विराट विश्वरूप की प्रतिमा संभव ही नहीं है । आत्मा, परमात्मा का ही स्वरूप है । 🚩जय श्री सीताराम 🙏
@rajendraprasad2321
@rajendraprasad2321 23 күн бұрын
नास्तिको वेद निन्दक:।
@gauravbanga2494
@gauravbanga2494 26 күн бұрын
Pandit Yogi Vishal Tiwari Ji ko shat shat naman koti koti pranaam.❤❤❤🌹🌹🌹 Aapki saralta aur sookshm gyaan se mai bahut prabhavit hua hoon. Aapke shabdo me vadant ki gahraayi hai.Aap vaad me baithkar samvaad sahit jabki vivaad se rahit hain.Aapka purna jor tatva gyan ke shravan manan aur chintan per tha na ki na ki vedo aur upnishad se mantro aur richao ko sunakar apne ko gyani siddha karne ka tha.🙏🙏🙏🙏👌👌👌👌
@user-ql6oh4xh4q
@user-ql6oh4xh4q Ай бұрын
मेरे को तो इतना खुशी है कि हमारे सनातन धर्म में इतना महान व्यक्ति हैं जो भटके हुए लोगों को राहपे लाने के लिए अपनी पूरी जीवन वैद और ग्रंथ को समझने में और जनता तक पहुंचने में अपने सारा जीवन बिता देते है इस चैनल को मैं सब्सक्राइब किया हूं यही हमारे धर्म के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए जय सियाराम सत्य सनातन वैदिक धर्म कि जय
@kailashchandra9521
@kailashchandra9521 Ай бұрын
गुरु जी और योगी जी दोनो वीद्वान है परन्तु यदि अंहकार को छोड़ कर सहजता स्वीकार्यता सम्मान का सहारा लिया जाय,ओर सतर्कता से बात कही जाय, प्रमाण तब तक न मांगा जाय जब तक मंथन न करलिया जाय तो संवाद सार्थक होगा!
@kailashchandra9521
@kailashchandra9521 Ай бұрын
कृपया बताएं कि धर्म क्या है,यह प्रश्न योगी जी से व गुरुजी दोनों से है?
@miteshmishra6429
@miteshmishra6429 Ай бұрын
योगीजी मे अभी ज्ञान का अभाव है । सिर्फ़ बात घुमा रहे है तथ्यों से कुछ भी सिद्ध नहीं कर पा रहे । सनातन धर्म का आधार ही वेद है । अग्रवाल जी परम ज्ञानी है । वेद अल्पबुद्धि वालों के समझ के परे है तभी इससे पढ़ने का अधिका भी सबको नहीं था और इसलिए पुराणों की रचना की गई थी । वेद को समझने का सरल रास्ता वेदान्त है जिससे उपनिषदों के रूप मे रचा गया है । और किसीभी उपनिषद मे भी अवतार की चर्चा नहीं है । तत्वम् असि 🙏 एको ब्रह्म द्वितीयो नास्ति 🙏 अद्वैत वेदान्त ज्ञान को संतुष्ट करने वाला वेदों का सार ही है ।
@amitattafe
@amitattafe Ай бұрын
Thottha channa bajje ghanna. Yogi ji upnishad keh rahe hamare mukhya 11 upnishad mai kaunsa avtar ki charcha hai? Upnishad bhram ki charcha kar rahe.. Vedon mai devta aur bhramm hai
@umeshpdsah4441
@umeshpdsah4441 Ай бұрын
Ishwar sarwashaktiman hai. Nirakar bhi hai aur sakar bhi hai. Nirakar gyan pradhan hai aur sakar prem pradhan hai . Nirakar universal aur sakar personal. Nirakar roop me ek hai to sakar roop me anek. Ved gyan-vichar pradhan hai to Puran prem bhakti pradhan. Nirakar roop dada sashwat hai to sakar roop samay ke anusar. Nirakar aur sakar ek hin sikke ke do pahlu hai.
@virenderjoshi3865
@virenderjoshi3865 Ай бұрын
आप ने समझा नही अग्रवाल जी रट्टू है गियानी नही। इस बात को समझो
@kapilkushwaha2658
@kapilkushwaha2658 Ай бұрын
पहली बात तो आप पहले उसी व्यक्ति को बुलाओ जो बराबर का ज्ञान रखता हो अगर आप बुलाना चाहती हो तो अग्रवाल जी के सामने राघवाचार्य जी को बुलाओ फिर पता चलेगा अग्रवाल जी को ईश्वर अवतार लेते है कि नही
@Brahmachari-df7lk
@Brahmachari-df7lk Ай бұрын
@@kapilkushwaha2658 बिल्कुल सही कहा आपने
@RakeshSharma-cx3jt
@RakeshSharma-cx3jt Ай бұрын
योगी जी मैं आपसे सहमत हूं।❤❤❤ भगवान तो सिर्फ अनुभव का भगवान है।
@freefireroorkee
@freefireroorkee Ай бұрын
Gud me neem ka anubhav ho sakte hai kya bhai
@mdalirahi67
@mdalirahi67 Ай бұрын
Tum To yogi Ji Se sahmat Ho Gaye na Kyunki dukaan Tumhara chal raha hai na jitne bhi Brahman Samaj yogi Ji ke Baton Se Sab sahmat hai
@vikramraj1856
@vikramraj1856 Ай бұрын
Nahi Abe unki baat dheyan se sun pahle thik hai wah bhagwan ko janne ki baat kar rahe hai manne ki nahi tum bhi Jano bhagwan kaun hai kaisa roop hai kya hai kya nahi​@@mdalirahi67
@dalveerrana4906
@dalveerrana4906 Ай бұрын
Bhagwaan ka anubhav kis sources se hoga.... bta bhai
@virenderSaxena
@virenderSaxena 21 күн бұрын
सर्वशक्तिमान ईश्वर को मानने वाले ऐसे तर्क देते हैं जिससे ईश्वर की सर्वशक्तिमान को ही चुनौती देते प्रतीत होते हैं। ईश्वर सर्वशक्तिमान है सर्वसमर्थ है।
@suresharya1407
@suresharya1407 11 күн бұрын
अति सुंदर संवाद सत्य सनातन पर रखा लाजपत जी को मेरी ओर से नमस्ते
@ankursaxena1284
@ankursaxena1284 Ай бұрын
आपने बिल्कुल सही कहाँ है गुरु जी ने 🙏🕉️
@HaridevSharma-rc1jv
@HaridevSharma-rc1jv Ай бұрын
जैसे राष्ट्र पति की कोई पार्टी नहीं होती ठीक वैसे ही सृष्टि कर्ता ईश्वर का कोई मत महजब पथ सम्प्रदाय आदि अलग से नहीं होता है।। सत्य सनातन धर्म एक है और असत्य झूठ पाखंड मन घडंत पथ अनेक है। जय वेद भगवान्। ओउम्।
@183Astropankaj
@183Astropankaj 27 күн бұрын
सत्य सनातन वैदिक धर्म सहि है।गुरुजी हर शब्द सहि बोल रहेहै विशाल जि ने सत्य स्वीकार करन चाहिय।
@arunthakur5350
@arunthakur5350 29 күн бұрын
🙏🌹धन निरंकार जी 🌹🙏 🙏🌹 परमात्मा को मानना और जानने में बहुत अंतर है 🌹🙏 🙏🌹 परमात्मा शब्द में नहीं आ सकता और कहीं कोई जगह खाली नही है 🌹🙏
@MADHURANA-kt4di
@MADHURANA-kt4di 11 күн бұрын
Yk Rana 29:05
@nandkishorbodkhe364
@nandkishorbodkhe364 Ай бұрын
yogi ji pranam
@AnnantDhyan
@AnnantDhyan Ай бұрын
🙌🙌
@romyaromya1229
@romyaromya1229 Ай бұрын
श्री लाजपत राय अग्रवाल जी देश के प्रतिष्ठित अमर प्रकाशन के संस्थापक है। ये अमर स्वामी के शिष्य है। गुरुकुल कांगड़ी के स्नातक है। हजारों पुस्तको के संपादक है। बहुत योग्य पुरुष है।इसीलिए वे टू द प्वाइंट उत्तर दे रहे है। योगी जी आपके सारे प्रश्न का उत्तर बहुत आसानी से मिल सकता है।प्रश्न का उत्तर नही दे रहे योगी जी
@alpanamittal8270
@alpanamittal8270 Ай бұрын
लाजपत राय जी के वर्णन किसी विद्वान के अनुसार तो नहीं लग रहे हैं....
@saurabhsingh2806
@saurabhsingh2806 Ай бұрын
रामभद्राचार्य जी से शास्त्रार्थ कराएं आर्य समाज वालो की🙏🙏🙏🙏🙏
@himanshudwivedi1313
@himanshudwivedi1313 24 күн бұрын
Rambhadracharya , katha vachak jyada h, tatva charcha alag chiz h, Ha , shankaracharya se prashna karna uchit h
@mehitabtariyal8242
@mehitabtariyal8242 15 күн бұрын
Bahut hi gyanvardhak snwad tha, aapko sabko pranam, aage bhi jaari rakhne nivedan hai
@vandnagupta338
@vandnagupta338 Ай бұрын
गुरुजी आज की जनरेशन जो अंग्रेजी माध्यम में पढ़ रही है उन्हें हमारे वेद और पुराणों का ज्ञान किस तरह समझाया जाए उस पर योगी जी काम कर रहे हैं ज्ञान आप दोनों का ही असीम है बस शिक्षक आप दोनों अलग तरह के है ।
@freefireroorkee
@freefireroorkee Ай бұрын
Aapko agarwaal ji ka nahi pata Sahitya jagat me inka naam hi kafi hai
@freefireroorkee
@freefireroorkee Ай бұрын
Kuraan ,baibel,bodho ke granth sabki khaal utari hai agarwaal ji ne. Aapk kya jano inke bare me
@omprakashgupta8849
@omprakashgupta8849 Ай бұрын
बिखरे हुए समाज को जो एक सूत्र में बंद है वही धर्म सबसे उत्तम धर्म है
@SanjeevKumar-lf3jp
@SanjeevKumar-lf3jp 19 күн бұрын
YOGI JI NE BAHUT SARAL SAMJHAYA HAI, JABKI GUR JI KE ANDAR AHANKAR PRATAIT HO RAHA HAI
@harishtarivalvaikar614
@harishtarivalvaikar614 Ай бұрын
1:44:20 Interesting & logical Answer by Yogiji आप दोनो को प्रणाम 🙏
@ankushsaini2787
@ankushsaini2787 Ай бұрын
Are wa arya ji kmal ker diya 🙌🙌🙌🙌
@shona2262
@shona2262 Ай бұрын
सतय कभी भी बदलता नही केवल झूठ ही अपडेट होता है. सभी मनुष्य कृत वस्तुएं संशोधन मांगती हैं. ईश्वरकृत कोई वस्तु संशोधित नहीं होती. आप उनको बिगाड अवश्य सकते हैं 🙏🕉️
@pandeysn.official9190
@pandeysn.official9190 Ай бұрын
निराकार ओंकार मुलम् तुरियम्..... नि+आकार = जिनसे सभी आकार निकले हैं
@user-gc8jz8uw1y
@user-gc8jz8uw1y Ай бұрын
आर्य समाज के गुरु जी सही कह रहे हैं क्या ईश्वर ने वेद में कहा है कि हम राम कृष्ण और शंकर भगवान के आए थे धरती
@YogiLavkushTiwari
@YogiLavkushTiwari Ай бұрын
परंपराओं की तुलना में विवेक महत्व दे मैं योगी जी की बात से सहमत हूँ
@bighnswain9051
@bighnswain9051 Ай бұрын
Bedamejohebopuranmebhihe.ushukhetehegyan.bedapuranakujoalakmanatahe.boagyanhe
@VhghvcCcn
@VhghvcCcn Ай бұрын
मैं भी योगी जी के तर्क से सहमत हूं। जयश्री कृष्ण।।
@sonusona2488
@sonusona2488 Ай бұрын
agar parampara ki tulna main vivek ko priorty de to jese ki hum sab jante hai shruti ke parmpara hai hai to kya shruti parampara ko bekar samje
@ashwanishukla3153
@ashwanishukla3153 Ай бұрын
परंपरा को छोड़ देगे तो विवेक कहां से पाएंगे।
@YogiLavkushTiwari
@YogiLavkushTiwari Ай бұрын
@@sonusona2488 bikul nahi हर परंपरा खराब हो ऐसा जरूरी थोड़ी ना है
@Brahmachari-df7lk
@Brahmachari-df7lk Ай бұрын
मैं वेदों को मानने वाला हूं | मेरे लिए वेद ही परम प्रमाण है| वेद में लिखा है न तस्य प्रतिमा अस्ति यानी उसे परमात्मा की कोई प्रतिमा नहीं है यानी उसे परमात्मा के समान कोई भी वस्तु या पदार्थ पूरे संसार में नहीं है| इस मंत्र से जो साफ स्पष्ट हो जाता है कि वह ईश्वर अवतार नहीं लेता बिना शरीर के वह सारी सृष्टि बन सकता है चला सकता है प्रलय कर सकते हैं अथवा अनेक अनेक काम कर सकता है तो उसे अवतार लेने की आवश्यकता नहीं है इसलिए वह अवतार नहीं लेता|
@SohanSingh-hi3dh
@SohanSingh-hi3dh 27 күн бұрын
गुरु जी ने यह बात तो ठीक कही है कि पूर्वाग्रह से प्रभावित होकर नहीं कहना चाहिए।
@archana.mishra
@archana.mishra Ай бұрын
Jai shree krishna ji 🙏🙏
@azibghadi
@azibghadi Ай бұрын
गुरु जी के तर्कों से मै प्रभावित हु । योगी जी केवल जलेबी ही बनाते रह गए 😅
@Pulkitgarg7
@Pulkitgarg7 Ай бұрын
Vyktigat rup se guruji ke tarko ka samarthan, Dhairyta vinramta ke liye yogi ji ko sadhuvad
@Sachin-er9ys
@Sachin-er9ys 27 күн бұрын
Satya sanatan vedic dharm ki jai
@AnuragSharma-fy7fj
@AnuragSharma-fy7fj Ай бұрын
🙏 हरि ॐ 🙏 यदि वह दयालु है तो वह निराकार कैसे दया तो भाव ही साकार का है , स ईक्षत कथं न्विदं मद्दते स्यादिति स ईक्षत कतरेण प्रपद्या इति । स ईक्षत यदि वाचाऽभिव्याहृतं यदि प्राणेनाभिप्राणितं यदि चक्षुषा दृष्टं यदि श्रोत्रेण श्रुतं यदि त्वचा स्पृष्टं यदि मनसा ध्यातं यद्यपानेनाभ्यपानितं यदि शिश् न विसृष्टमथ कोऽहमिति ॥ इस वचन से स्पष्ट है की परमात्मा ने विचार किया , एवं विचार मन का विषय है और मन सदा निराकार रहते हुए भी साकार में स्थित है , क्योंकि बिना किसी (बुद्धि , चेतना , शक्ति , इंद्री आदि ) साधन के उसका विचार किसी कार्य का नहीं , ठीक उसी प्रकार यदि किसी जड़ पदार्थ में गुण आदि चेतनता नहीं तो वह व्यर्थ है , एवं उस परमात्मा की रचाई श्रृष्टि में जहां भी जड़ता है वहां किसी न किसी रूप में चैतन्य है , जैसे औषधि जड़ प्रतीत होती है किंतु उसमे गुण की चेतनता है , उसी प्रकार बीज जड़ है किंतु उसमे वृक्ष के ज्ञान की चेतनता है और वह ज्ञान ही निराकार से वृक्ष रूप में आकर लेता है , तो हमारा मत यही है की (निराकार एवं साकार इस विषय पर तो शास्त्रार्थ निरर्थक है) क्योंकि जब वही "ईशा वाश्यम इदम् सर्वम्" है तो वही सभी आकर रूप में व्याप्त है और यदि उसका आकार है एवं उसमे चैतन्य है तो वही निराकार रूप में ही है । "ना साकार हूं ना निराकार हूं मैं भक्त के भाव से तदाकार हूं मैं" जहां जैसी दृष्टि हो वैसी ही सृष्टि है(संरचना) है । एवं जहां बात है भारत भूमि पर अवतरित होने की , भारत भूमि के सपूतों में वह प्रबल चेतना शक्ति है जो परमात्मा को पहचान लेती है । वही कहीं खंबे में देखती है , कहीं सिलबट्टे में तो कहीं मिट्टी में कहीं पक्षी में तो कहीं पशु में , जर्रे जर्रे में है झांकी भगवान की किसी सूझ वाली आंख ने पहचान की , अर्थात् भारत भूमि में वह सूझ वाली दृष्टि विकसित है जो परमात्म तत्व को पहचान ही लेटी है ।अब जैसे तिल में तेल है तो उसका प्रयोग तभी होगा जब वह अपने अदृश्य रूप का त्याग कर दृश्य रूप में बाहर आए , उसी प्रकार परमात्मा को भी अपने अदृश्य रूप का त्याग कर अपने दृश्य रूप में आना ही पड़ता है , एवं ऋषि मुनि उन्हे अवतरित करवाने वाला उपकरण सिद्ध होते हैं ।🙏 हरि ॐ 🙏
@AnnantDhyan
@AnnantDhyan Ай бұрын
Hari om tatsat 🕉
@user-SanatanRaj
@user-SanatanRaj Ай бұрын
वैदिक धर्म और तथाकथित धर्मो की एक प्रमुख ग्रंथ होता है वैसे सृष्टि के आदि से वेद वैदिक धर्म का प्रमुख ग्रंथ वेद है वेद का अर्थ ज्ञान है जिसे ईश्वर ने सृष्टि के आदि में कुछ ऋषि मुनियों को समाधि की अवस्था मे दिया था वेदो श्रुति ग्रंथ भी कहते है जिसका अर्थ सुनकर कंठस्थ करना। ऋषियों मुनियों ने वेदो को अपने शिष्यों को सुनाकर कंठस्थ करवाया और फिर उसी ज्ञान को लिपिबद्ध करके चार भागों में लिखा गया वेदो को ज्ञान को जानकर ऋषियों मुनियों व अन्य लोगो ने सरल करके अन्य ग्रथो की रचना की। जो आर्ष ग्रंथ कहे जाते है बाकी सब अनार्ष ग्रंथ है अगर आपको किसी भी धार्मिक ग्रंथ जो बातें वेद विरुद्ध है उसे न माने जो बातें वेदो के अनुकूल उसे मानना चाहिए। और वेद कहते है कि बिना तर्क के क्योई भी बात माननी नही चाहिए। बुजुर्ग व्यक्ति ने निष्पक्ष और तार्किक बातें कही। लेकिन योगी जी 90% बिना सिर पैर की कर रहे है कुछ लोग अंधभक्त और पाखण्ड में फंसे रहना चाहते है अपने शास्त्रो को अध्ययन करें। अगर कुछ समझ न आये तो किसी परंपरागत वैदिक गुरूकुल के आचार्य जी संपर्क करके उनके सानिध्य में शास्त्रो का अध्ययन करें धन्यवाद🙏वेदो और गुरुकुलों की ओर लौटो🙏 ओ३म🙏
@Brahmachari-df7lk
@Brahmachari-df7lk Ай бұрын
ओम् 🚩
@user-SanatanRaj
@user-SanatanRaj Ай бұрын
@@Brahmachari-df7lk ओ३म नमस्ते🌹🙏☺️
@devendrashastri9221
@devendrashastri9221 Ай бұрын
वेद आदि सृष्टि में चार ऋषियों को ईश्वर द्वारा उपदिष्ट सम्पूर्ण ज्ञान है, वेद नित्य , सत्य और शाश्वत ज्ञान हैं अर्थात् वेद ज्ञान सदैव रहने वाला, तीनों कालों में अपरिवर्तित रहने वाला और अविनाशी है ! वेद पूर्ण परमात्मा का पूर्ण ज्ञान है और पूर्ण को कभी अपडेट करने की अपेक्षा नहीं होती!
@Jay_Shree_Krishn
@Jay_Shree_Krishn Ай бұрын
सत्य सनातन वैदिक धर्म की जय 🚩
@vinodmishra3167
@vinodmishra3167 Ай бұрын
Itna Sundar satsang Maine pahle nahin dekha
@alpanasharma5482
@alpanasharma5482 Ай бұрын
Yogi ji apke samjhane ka tarika shandar hai
@ZaherVDO
@ZaherVDO Ай бұрын
विशाल जी, बातें घुमाते दिख रहे हैं। लाजपत जी, तर्क और तथ्य पर बात करते दिख रहे हैं।
@MrKalita-ul1nh
@MrKalita-ul1nh 25 күн бұрын
haa reh mulle tere viradari wale hain arya namazi
@AMANRAJ-jx8ds
@AMANRAJ-jx8ds 8 күн бұрын
आत्मा संसार का सबसे सुक्ष्मतम् तथा सबसे शक्तिशाली परमाणु है जिससे ही प्रकृति के सभी परमाणुओं का निर्माण हुआ है ( सबसे सुक्ष्म परमाणु ही सबसे शक्तिशाली होता हैं यह विज्ञान का मानना है।) जिसने आत्मा नाम के परमाणु को जान लिया वह प्रकृति में किसी का भी निर्माण व नाश कर सकता है। संसार में शिव ही प्रथम आत्म ज्ञानी थे जिसने सप्त श्रृषियो को इसका ज्ञान दिया। शिव परम्परा में ही एक सिद्ध गोरखनाथ हुए जिसने माटी से लाखों सेनिक बना दिये जिन्हें गोरखा कहते हैं। अमेरिका मशिनो के द्वारा इस परमाणु को पाना चाहता है लेकिन यह निरर्थक है आत्मा को केवल मानव शरीर के द्वारा ही पाया या खोजा जा सकता है। एक आत्म तत्व ऐसा है जिससे कई ब्रह्मांडों की रचना की जा सकती है। इसका उदाहरण ऋषि विश्वामित्र है जिसने सात गृहों की रचना की जिसे आज हम सप्त ऋषि कहते हैं।यह कोई कल्पना या भ्रम नहीं पुर्ण वैज्ञानिक व सारस्वत है।
@user-mn5kt4gu3w
@user-mn5kt4gu3w Ай бұрын
बिल्कुल योगी जी ने सही कहा है कि परमात्मा ज्ञान से नहीं अनुभव से उद्यान के द्वारा उसको जाना जय सकता है
@Brahmachari-df7lk
@Brahmachari-df7lk Ай бұрын
दर्शनशास्त्र का वचन है ज्ञानेंमुक्ति: यानी ज्ञान ही मुक्ति का मार्ग है | यानी जब हम वेद और दर्शन शास्त्र पढके ज्ञान प्राप्त करते हैं तब हमें परमात्मा का सही स्वरूप पता चलता है हमें परमात्मा के गुण कर्म स्वभाव के बारे में पता चलता है| बिना ईश्वर को जाने ध्यान साधना व्यर्थ है क्योंकि व्यक्ति ध्यान ही उसी चीज का करता है जिसे वह जानता है बिना ईश्वर को जाने अगर व्यक्ति ध्यान करता है तो वह ध्यान नहीं वह उस व्यक्ति की कल्पना मात्र है| इसलिए मैं आदरणीय गुरुजी के बाद से सहमत हूं हमें ईश्वर को वेदों एवं दर्शन शास्त्र के माध्यम से जानना चाहिए और उसके बाद ध्यान करना चाहिए|
@niteshvaghela4333
@niteshvaghela4333 Ай бұрын
Guruji ko mera pranam🙏 Yogiji apani man ki baat kah rahe he Guruji ka saval ka javab to dehi nahi rahe
@vijendraverma799
@vijendraverma799 13 күн бұрын
यह अच्छी चर्चा है। जब वेद एवं तर्कों के अनुसार सृष्टिकर्ता परमात्मा निराकार, सर्वव्यापी है तो वह सब स्थानों पर पहले ही है तो उसको अवतार लेने की आवश्यकता ही नही है। इसलिए अवतारवाद का सिद्धान्त गलत है। अतः अवतार होने प्रश्न नहीं उठता। जहां भी अवतार का समर्थन किया गया है वह भ्रमात्मक है। अवतारवाद के कारण बहुत से गलत विचार प्रचलित हो गये हैं। जब निराकार है तो परमात्मा की मूर्ती भी नहीं बनाई जा सकती। जड मूर्ति पूजा के कारण मजार पूजा भी प्रचलित हो गयी है और मूर्तियो व मजार पर चढावा चढाने का प्रचार करके जनता को चढावा चढाने के लिए प्रेरित किया जाता और चढावे को प्रचारकों व पुजारियों द्वारा उठा लिया जाति है। कुछ व्यक्ति अपने को ईश्वर या ईश्वर का अवतार बताकर चढावे आदि के द्वारा लूट रहे हैं। विद्वानों का कर्तव्य है कि वेद व तर्क के अनुसार सृष्टिकर्ता परमात्मा, आत्मा, व प्रकृति के गुणों व परिभाषा का सही सही प्रचार करके जनता से अज्ञान को दूर करें।
@Abhay-nr9uj
@Abhay-nr9uj Ай бұрын
वेद नित्य जब राम हुए तब भी वेद था । जब कृष्ण हुए तब भी वेद था । जैसे कि अश्वमेध यज्ञ राम जी ने किया जो कि यजुर्वेद के 22 अध्याय में प्रतिपादित है यज्ञ को ही सब कुछ माना गया है यज्ञ में ही ईश्वर का स्वरूप देखा गया है पुरुष सूक्त में यज्ञ की या उस नारायण का स्वरूप है उसकी व्याख्या किया गया है किंतु समय हमारे यहां ऋषियों ने शास्त्र स्मृति पुराण का का लेखन किया दयानंद सरस्वती जी 18 वीं शताब्दी के हैं उससे पूर्व हमारे यहां पतंजलि की आदि गुरु शंकराचार्य जी आदि ऋषि हुए हैं उन्होंने ईश्वर को स्वीकार किया है
@kailashchaturvedi7184
@kailashchaturvedi7184 Ай бұрын
भारत भगवान का हृदय भगवान हृदय में ही रहते हैं अंग में नहीं
@Brahmachari-df7lk
@Brahmachari-df7lk Ай бұрын
भाई आज से ढाई 3000 साल पहले एक ही आर्यावर्त देश था उसमें चक्रवर्ती राजा शासन करते थे| जैस श्री रामचंद्र जी अपने समय में पूरे आर्यावर्त देश के चक्रवर्ती राजा थे| पहले तो देश ही एक था| आपके अनुसार देश मतलब हृदय पहले तो देश ही एक था तो पूरा संसार ही भगवान का हृदय होना चाहिए मतलब आपके अनुसार तब ईश्वर तो कहीं भी अवतार ले सकता था तो भारत में ही क्यों| मैं वेदों को मानने वाला हूं | मेरे लिए वेद ही परम प्रमाण है| वेद में लिखा है न तस्य प्रतिमा अस्ति यानी उसे परमात्मा की कोई प्रतिमा नहीं है यानी उसे परमात्मा के समान कोई भी वस्तु या पदार्थ पूरे संसार में नहीं है| इस मंत्र से जो साफ स्पष्ट हो जाता है कि वह ईश्वर अवतार नहीं लेता बिना शरीर के वह सारी सृष्टि बन सकता है चला सकता है प्रलय कर सकते हैं अथवा अनेक अनेक काम कर सकता है तो उसे अवतार लेने की आवश्यकता नहीं है इसलिए वह अवतार नहीं लेता|
@user-xb2et2ql3p
@user-xb2et2ql3p Ай бұрын
@@Brahmachari-df7lk नाम ब्रह्मचारी है... और परमात्मा को रे ते कहकर संबोधित कर रहे हो... ये क्या तरीका है ! ------------------------------------------------- कह रहे हो.. की मै वेद को मानने वाला हूँ / तो क्या.... ये संस्कार वेदों से सीखे हो ! जरा बताना मुझे.. मैं जानने का इच्छुक हूँ ?? ऊँ.
@Brahmachari-df7lk
@Brahmachari-df7lk Ай бұрын
@@user-xb2et2ql3p प्रिय भ्राता श्री, टाइपिंग में कोई भी प्रकार से गलती हो उसके लिए माफी चाहूंगा। कृपया करके बोल की खाल मत निकालो।
@user-xb2et2ql3p
@user-xb2et2ql3p Ай бұрын
@@Brahmachari-df7lk मिस्टेक एक बार होता है.. बार बार नहीं / खैर --- मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता... मैने ये तुम्हारे लिए कहा.. की अपवाधबोध से बचो ! ----------------------------------------------------------- अब मैं.. चलना चाहूंगा --- हमसे कुछ पूछने की इच्छा है तो पूछ लो ?? ऊँ.
@dhananjaysingh8096
@dhananjaysingh8096 Ай бұрын
सनातन धर्म की जय
@rameshtiwari6457
@rameshtiwari6457 Ай бұрын
Sanatan Vedic Dharma ! Bolo.
@RakeshSingh-pz3nl
@RakeshSingh-pz3nl Ай бұрын
Satya Sanatan Vadikdharm
@user-tg8sb6dv1e
@user-tg8sb6dv1e 17 күн бұрын
आस्था का संबंध भाव से होता है, और भाव ही प्रदर्शित किए जाते हैं मूर्ति के रूप में खिलाना सुलाना निहिलाना आदि ।
@SonuSharma-ny4zn
@SonuSharma-ny4zn 24 күн бұрын
Bhagwan Shiv Stya Narayan Stay Astya se bhi Kahin Bbit Jyada Unche aur Mahaan hain Sarv shresth hain Om Nmh Siwaay
@sakshisaini9162
@sakshisaini9162 Ай бұрын
भगवान के सब रूप है निराकार भी आकर भी ज्योति स्वरुप भी, कड़ कड़ मे भी वो है सबके अंदर भी वो है सब वो ही है उसके सिबा कुछ भी नहीं है जिसकी जैसी श्रद्धा है वैसा भगवान को मान लो उसी से बेडा पार हो जायेगा.. जय श्री राम
@freefireroorkee
@freefireroorkee Ай бұрын
Sambhav sambhav hota hai asambhav sambhav nahi hota.
@freefireroorkee
@freefireroorkee Ай бұрын
Samjhe kuch
@freefireroorkee
@freefireroorkee Ай бұрын
Jiska akaar nahi ho sakta use hi to nirakaar kehte hai bhai
@freefireroorkee
@freefireroorkee Ай бұрын
Uska aakar ho gya to nirakar nahi ho sakta
@MrGauravdev
@MrGauravdev Ай бұрын
Nirakar ka definition...
@madanpal5269
@madanpal5269 Ай бұрын
विशाल योगी जी को कोटी कोटी नमन
@AnnantDhyan
@AnnantDhyan Ай бұрын
🙌🙌
@AMANRAJ-jx8ds
@AMANRAJ-jx8ds 8 күн бұрын
"सत्य सनातन वैदिक धर्म" इन चार शब्दों में सत्य ही धर्म या मानव धर्म है। सनातन सत्य का गुण है जिसका (सत्य) आदि व अनंत नहीं है जो कभी नष्ट नहीं होता है। जो अपराजेय है। वेद श्रेष्ठ कर्मों के निर्माणकर्ताओ का केवल उदाहरण है कोनसा कर्म सही है कौन-सा कर्म गलत है जो कर्म सही है वहीं धर्म है।
@RSBK166
@RSBK166 8 минут бұрын
Bahut achha yogiji
@rksinghrajput9279
@rksinghrajput9279 Ай бұрын
Jaye Shree Hari Vishnu🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@Tanirajasthani
@Tanirajasthani Ай бұрын
Satya Sanatan Pavitra Vaidik Dharm ki Jay
@shyamshakya2591
@shyamshakya2591 26 күн бұрын
Great lajpat ji
@udaychougule3401
@udaychougule3401 10 күн бұрын
विविध विचारोंका निर्माण होना यही सनातन धर्म का वैशिष्ट्य है/
@krishnabarot7701
@krishnabarot7701 Ай бұрын
हवा जब चलती हे तो उसे महसूस कर सकते है लेकिन देख नही सकते किसी आकर में या दूसरे किसी भी तरह तो इस का मतलब ये थोड़ी हुआ की हवा का अस्तित्व नहीं है, अगर कोई कहता है हवा का अस्तित्व नहीं है तो फिर वह महसूस क्यों होती है। बस इसी तरह भगवान का असित्व है जो दिखता नहीं है लेकिन उसे हम हर जगह महसूस कर सकते है शक्ति स्त्रोत से ।
@lavsharma9209
@lavsharma9209 Ай бұрын
आर्य समाज सही है महर्षी दयानन्द सरस्वती जी की जीतनी भी भाष्य है वे सब प्रमाण के साथ है और पुराण की जीतनी भी दिखाबटी भक्ती है ऊसके हिसाब से आज के दौर मे नपुसंकता से लोग लड़ते है ईश्वर निराकार स्वरूप है जिनको कोई बांध नही सकता खिला नही सकता काट नही सकता ईश्वर तो अनंत है और जैसे आकाश को कोई बांध नही सकता काट नही सकता ऊसका कुछ भी बिगाड नही सकता फिर भी बो दयावान है न्याय बड़ाबड़ करता है वेद को ही सब को स्वीकार करना चाहिए क्योकी भगवान श्री राम योगेश्वर श्री कृष्ण राजा दशरथ राजा जनक सभी निराकार भगवान को ही मानते थे और यज्ञ ही करते थे किसी मुरती को नही पुजते थे और निराकार ओऊम हि सत्य सनातन धर्म है
@rameshtiwari6457
@rameshtiwari6457 Ай бұрын
Excellent !
@SeijalVerma
@SeijalVerma Ай бұрын
नमन 🙏
@ashokkulkarni7546
@ashokkulkarni7546 Ай бұрын
एकोः सत्यम् विप्राः बहुधा वदंति
@mahenderpalverma5548
@mahenderpalverma5548 Ай бұрын
बिल्कुल सही है
@realisticcoments283
@realisticcoments283 Ай бұрын
आपका ज्ञान सही है या नहीं है...मगर केवल आपके लिए ;हमारे लिए कुछ कामका नहीं.
@user-tg8sb6dv1e
@user-tg8sb6dv1e 17 күн бұрын
गुरुजी, परमात्मा अवतार लेते हैं परमात्मा कण कण में व्याप्त है वह असीम शक्तियों का मालिक है जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती उसका कोई स्वरूप नहीं,वहां निराकार है, लेकिन वह हर कण कण में हर आकार में व्याप्त है जिस भाव से उसे याद करोगे उस भाव में दर्शन देंगे । जाकी भावना जैसी प्रभु मूरत देखी वैसी ।
@rakeshvishwakarma2563
@rakeshvishwakarma2563 Ай бұрын
चराचर जगत में ईश्वर विद्यमान है, वह अनंत है, असीम है, अपरिभाषित है, साकार भी है, वही निराकार भी है, साकार से निराकार हो जाना और निराकार से साकार हो जाना, यही उसकी माया है, ईश्वर को वैदिक या पौराणिक ज्ञान से परिभाषित करना भी उचित नहीं है, सबका अपना अपना ईश्वर नाना रूपों में सबके साथ है । 🚩जय सनातन 🙏
@realityobjects66
@realityobjects66 29 күн бұрын
Kuchh bhi baki mat rakhna aakar, salary, nirakar, sab jod le sath me taki koi isver pe sawal hi paida na karin 😂😂😂 😂😂😂
@rakeshvishwakarma2563
@rakeshvishwakarma2563 25 күн бұрын
@@realityobjects66 यदि कुछ बाकी रह गया, तो ईश्वर पूर्णब्रह्म कैसे होगा ।
@Aman_Aryavart
@Aman_Aryavart Ай бұрын
आर्य समाज 🎉🎉❤❤
@sisit1406
@sisit1406 Ай бұрын
A good song.. जिस अंधे ने परभू देखे नही,वो रूप बताना कया जाने.... हर हरररररर महादेव जी ❤️
@user-ks2zd9ik5m
@user-ks2zd9ik5m 29 күн бұрын
सत्यं शिवं सुंदरम्
@parameshkumar9486
@parameshkumar9486 Күн бұрын
Jai ho aap ki yogi ji
@munnalal-ui6lb
@munnalal-ui6lb Ай бұрын
🎉 भारत खंड ऋषि महात्माओं की धरती है यहां की सभ्यता संस्कृति सबसे अलग है। दूसरी जगह पशु प्रवृत्ति है मांस भाक्षण उनके आहार है। लेकिन भारत में कुछ लोग शाकाहारी भी है। सभ्यता संस्कृति सबसे अलगहै इसलिए भारत खंड सबसे श्रेष्ठहै।
@nishbhardwaj392
@nishbhardwaj392 Ай бұрын
Guruji ka ahankaar baar baar aahat ho raha hai..sad but true Whereas yogiji seems calm all the time
@amitattafe
@amitattafe Ай бұрын
Vastav mai? 🤔🤔
@satishjoshi5861
@satishjoshi5861 Ай бұрын
सही कहा गुरु जी का मानना है कि जो वेद मैंने पढ़ लिया वो ही सही है
@SohanSingh-hi3dh
@SohanSingh-hi3dh 27 күн бұрын
उचित तो यही रहेगा कि रामभद्राचार्य जी और गुरु जी की डिबेट करवाई जाए तो शायद यह डिबेट और ऊंचाइयों पर पहुंचाई जा सके।
@user-nx9fo5hg4t
@user-nx9fo5hg4t 7 күн бұрын
Kya conclusion niklaaa re mere pyare yogi ji
@vipulmimansak1749
@vipulmimansak1749 Ай бұрын
लाजपत जी की बातें सटीक और न्यायसंगत प्रतीत होती हैं ।।
सनातन-Beyond the Time | Dharma Live
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Dharma LIVE
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Each found a feeling.#Short #Officer Rabbit #angel
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兔子警官
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BANKII
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Increíble final 😱
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