थारे घट में बसे है भगवान मंदिर में कांई ढूंढती फिरे म्हारी सुरता जी 1.मूर्ति कोर मंदिर में मेली बा मुख स ना बोले। दरवाजे दरबान खड्या है बिना हुकुम नाही खोल रे।।1।। 2.गगन मंडल स गंगा उतरी पाँचू कपड़ा धोले। बिन साबण तेरा मैल कटेगा हरभज निर्मल होले।।2।। 3.सौदागर से सौदा करले जंचता मोल कराले। जो तेरे मन मे फर्क आवतो घाल तराजू म तौले।।3।। 4.नाथ गुलाब मिल्या गुरु पूरा दिल का परदा खोले। भनीनाथ शरण सतगुरु की राई के पर्वत ओले।।4।। थारे घट में बसे है भगवान मंदिर में कांई ढूंढती फिरे म्हारी सुरता जी। बोल नाथजी महाराज जी जय। बोल बऊ धाम की जय।।
@adityajangir23874 жыл бұрын
Nice bajan
@saurabhharit5965 Жыл бұрын
घट में बसे रे भगवान, मंदिर में काँई ढूंढ़ती फिरे म्हारी सुरता ॥टेर॥ मुरती कोर मंदिर में मेली, बा मुख् से नहीं बोलै। दरवाजे दरबान खड्या है, बिना हुकम नहीं खोलै ॥1॥ गगन मण्डल से गंगा उतरी, पाँचू कपड़ा धोले । बिण साबण तेरा मैल कटेगा, हरभज निर्मल होले ॥2॥ सौदागर से सौदा करले, जचता मोल करालै । जे तेरे मन में फर्क आवेतो, घाल तराजू में तोले ॥3॥ नाथ गुलाब मिल्या गुरु पूरा, दिल का परदा खोले । भानीनाथ शरण सतगुरु की, राई कै पर्वत ओलै ॥4॥
@preetisarswat61503 жыл бұрын
Nice bhjen
@aniljangid877 Жыл бұрын
Jai shree nath ji jai hooo maharaj ki
@ShivDadhichOfficial4 жыл бұрын
Nice
@littleBitnoty4 жыл бұрын
Nice 💯💯🙏🙏
@vinodjoshi513 жыл бұрын
Badiya, lyrics bhi dalo Bhai
@hardevaramjat5405 Жыл бұрын
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