प्रकृति का स्वरूप

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Satyarth Prakash सत्यार्थ प्रकाश

Satyarth Prakash सत्यार्थ प्रकाश

Күн бұрын

प्रकृति का स्वरूप
ईश्वर और जीव का लक्षण ईश्वर विषय में कह आये। अब प्रकृति का लक्षण लिखते हैं-
सत्त्वरजस्तमसां साम्यावस्था प्रकृतिः प्रकृतेर्महान् महतोऽहंकारोऽहंकारात् पञ्चतन्मात्रण्युभयमिन्द्रियं पञ्चतन्मात्रेभ्यः स्थूलभूतानि पुरुष इति पञ्चविशतिर्गणः।। -सांख्यसूत्र।।
(सत्त्व) शुद्ध (रजः) मध्य (तमः) जाड्य अर्थात् जड़ता तीन वस्तु मिलकर जो एक संघात है उस का नाम प्रकृति है। उस से महत्तत्त्व बुद्धि, उस से अहंकार, उस से पांच तन्मात्र सूक्ष्म भूत और दश इन्द्रियां तथा ग्यारहवां मन, पांच तन्मात्रओं से पृथिव्यादि पांच भूत ये चौबीस और पच्चीसवां पुरुष अर्थात् जीव और परमेश्वर हैं। इन में से प्रकृति अविकारिणी और महत्तत्त्व अहंकार तथा पांच सूक्ष्म भूत प्रकृति का कार्य्य और इन्द्रियां मन तथा स्थूलभूतों का कारण है। पुरुष न किसी की प्रकृति उपादान कारण और न किसी का कार्य्य है।
(सत्यार्थ प्रकाश अष्टम सम्मुलास- स्वामी दयानन्द सरस्वती)
सनातन महान वैदिक ज्ञान विज्ञान प्रवाह ....... बिना ज्ञान के ध्यान अधुरा ही होता है । जैसे मनुष्य को छोटे से छोटे काम सीखने, किसी न किसी से देखना सीखना पडता है, सुखी रहने का आखरी उपाय मोक्ष रुप साधन भी किसी आध्यात्मिक गुरु या शिक्षक से सीखना प़डता है तभी लाभ होता है । योगाभ्यास आध्यात्म व ध्यान योग विषयक, विस्तार से उचित शिक्षा पाने के लिए हमें follow करें :-
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Пікірлер: 15
@nrusinghamahapatro7393
@nrusinghamahapatro7393 2 жыл бұрын
Namasteji swamiji dhanyabad
@Babu-l7u
@Babu-l7u 3 жыл бұрын
हे ऋषि मुनियों आपको कोटि कोटि नमन और असंख्य बार साष्टांग दंडवत प्रणाम l आपका ज्ञान विज्ञान दिमाग को झकझोर कर रख देने वाला है l मंथन करने के बाद मुझे मालूम पड़ चुका है कि वैदिक ज्ञान विज्ञान ही मानव मात्र का कल्याण करने मे समर्थ है l आज का आधुनिक विज्ञान तो सबकुछ को बरबाद करने मे लगा है धीरे धीरे और ये हम देख भी रहे हैं l मानव जाति को बहुत मेहनत करनी होगी सबकुछ को ठीक करने मे l 🙏🙏🙏🌹🌹🌹
@baburamthakur5926
@baburamthakur5926 2 жыл бұрын
Parnaam guru jee, you tell all of us very clearly.
@MOHIT.आर्यवीर
@MOHIT.आर्यवीर 3 жыл бұрын
सादर नमस्ते भाई 🙏🙏
@anilraval7294
@anilraval7294 2 жыл бұрын
स्वामी जी नमस्ते, आपको शत शत प्रणाम और बहुत बहुत धन्यवाद l बहुत अच्छी तरह सरल करके समझाया गया l
@kuldeeparya2191
@kuldeeparya2191 4 жыл бұрын
सादर नमस्ते जी
@nirmalakadian3818
@nirmalakadian3818 4 жыл бұрын
नमस्ते स्वामी जी
@आदर्शबिश्नोईआर्या
@आदर्शबिश्नोईआर्या 4 жыл бұрын
स्वामी जी धन्यवाद। आप बहुत सहनशीलता से प्रत्येक बात बार बार समझाते हुए भी कभी क्रोधित नहीं होते हैं।🙏🕉️
@aaloksahu1330
@aaloksahu1330 4 жыл бұрын
ओ३म् स्वामी जी ।🕉🙏🚩🌺👍🏾🙏🏾
@Babu-l7u
@Babu-l7u 3 жыл бұрын
जय हो सत्य ज्ञान की और ज्ञानीजनो की l
@raghabasahu5256
@raghabasahu5256 2 жыл бұрын
ସ୍ଵାମୀଜୀ ନମସ୍ତେ 🙏❤️❤️🙏
@roopkishorbhati4299
@roopkishorbhati4299 4 жыл бұрын
Om
@aumamanzaaryaavart4941
@aumamanzaaryaavart4941 4 жыл бұрын
Aum namoh namah swami G
@mukeshmall4353
@mukeshmall4353 3 жыл бұрын
Different between Nature and natural
@atmnirbhar7663
@atmnirbhar7663 2 ай бұрын
आपने जो प्रकृति के तीन गुणों को पदार्थ बता दिया , ये आपने गलत व्याख्या कर दी है
ईश्वर-जीव-प्रकृति अनादि है ~स्वामी विवेकानंद जी
21:13
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