NAMOSTU GURUDEV...... EK EK PRAVACHAN JEEVAN ME KRANTI KARATA HAI......
@sadhnajain67904 жыл бұрын
Beautiful pravachan Guru Dev. We are proud of you.
@niteshbajhal24094 жыл бұрын
MUNI SHHREE PRAMAAN SAGER JI MAHARAAJ KO NAMOSTU
@gauravjeeclasses2954 жыл бұрын
🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@aratigore89174 жыл бұрын
🙏🙏🙏
@sadhnajain67904 жыл бұрын
Beautiful pravachan and we are proud of you and thank you so much.
@pushpajain84693 жыл бұрын
🙏🙏🙏🙏🙏
@kusumjain57943 жыл бұрын
@@pushpajain8469 p
@ramrajmeena66054 жыл бұрын
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@gourimanirath77414 жыл бұрын
Nic
@hardeepkaur27534 жыл бұрын
Respect and honours from Kenya beautiful beautiful beautiful souls journey from Kenya
@ManojJainOfficial4 жыл бұрын
नमोस्तु भगवन, नमोस्तु भगवन, नमोस्तु भगवन, आज के प्रवचन की चार बातें 1 स्वाध्याय 2 सत्संग 3 समीक्षा 4 संकल्प शक्ति
@tapansen48084 жыл бұрын
PranamMuniwar. Aap ka prabachan Jivan ke liye bahut valuable hai.
@kusumjain57943 жыл бұрын
Q
@hardeepkaur27534 жыл бұрын
Iam beautiful beautiful beautiful soul thanks
@pranavbhutoria53593 жыл бұрын
Sorry negative thinking mind mei aane ke liye 🙏🏻🙏🏻jo ho choka osse koi badal nhi skta yeh past h osse bhool jaane mei hi bhalai h ab kuch ho bhi nhi skta jo chala gya wo waapis nhi aayega os se bhoolna hi thik h
@rajendragolchha33813 жыл бұрын
Sar Sar pahle Shri Muni Shri Praman Sagar Ji Maharaj Sahab ko bahut bahut Pranam Vandan January February 2021 ki pravachan sankla CI CD yah pen drive yah Hindi mein Likhit pravachan kaise uplabdh ho sakte hain iski Jankari chahie dhanyvad Muni Shri Praman Sagar Ji Maharaj Sahab Kaun Vandan Vandan Vandan
@SampradaJ3 жыл бұрын
जीवन को सकारात्मक बनाने के लिये सोच बदले के 4 सूत्र। 01. स्वाध्याय: मन की खुराक! अच्छे प्रेरणादायक सकारात्मक साहित्य का वाचन करना जिससे जीवन सकारात्मक दिशा में बदले, सुधरे, विकसित हो। नकारात्मक, दुःखी, निराश खबरों से भरे अखबार पढ़नेसे जीवन भी दुःखी, निराश, उदास हो जाता है। Do News Fasting avoid reading, going through any type of negative news, msg on any type of social medias like Newspaper, WA, FB, TV etc. Feed mind Positive, Constructive, Inspiring Reads. तन की खुराक से ज्यादा जरूरी मन की खुराक है। सुष्क तन से खतरनाक भ्रष्ट मन होता है। खुराक न मिले तो तन सुष्क हो जाता है और मन भ्रष्ट हो जाता है। सुष्क तन से अधिक खतरा भ्रष्ट मन से अधिक खतरा है, भ्रष्ट मन गलत दिशा में जाता है तो उसे वापस लाना बहुत कठिन होता है। 02. सतसंग: जीवन का रंग बदलता है। तन, मन और आत्मा के हित के लिये, विकास के लिये, कल्याण के लिए सतसंग अत्यंत आवश्यक है। सच्चे-गुरु पारस-मणी के समान होते है जो शिष्य को सोना बना देते है अगर लोहा (शिष्य) शुद्ध हो, गंज लगा नहीं अर्थात अंदर से जुडकर, श्रद्धापूर्वक सतसंग करनेवाला शिष्य हो। 03. स्व-समीक्षा: Self Analysis एकांत में recall all thoughts, behavior of the day and do analysis तटस्थ रहकर। Sort out Wrong n Right. Do Regret, for all wrong n negative thoughts n behavior DO n Decide NOT n NEVER to repeat them again anytime for any reasons. धर्म जीवन पुण्य बनाने के लिये। पुण्य कमानेवाला धर्म सरल है अपितु जीवन को पुण्य बनानेवाला धर्म करना सच्चा धर्म है जो प्रयास, पुरूषार्थ से ही होता है। सदैव अपने भाव, विचारों, व्यवहार के प्रति सजग रहो। 04. सुझाव-संकल्प: आत्म सुझाव: Auto Suggestions to Self. Keep Instructing Self Again n Again like ... मैं सकारात्मक हूँ। मुझे सकारात्मक रहना है। मुझे सकारात्मक रहना है। मुझे सकारात्मक रहना है। Repeat slowly in लय atleast for 108 times. Such instructions are सुझाव और संकल्प both. मुझे गुणग्राही रहना है। मुझे गुणग्राही रहना है। गुणग्राही रहना है। मुझे सकारात्मक रहना है। भावना योग जीवन को बदलने का अमोघ मार्ग है। जीवन गुनगुनाके जिओ भुनभुना के नहीं। Implement n Keep Implementing these 4 things: स्वाध्याय, सतसंग, समीक्षा, संकल्प-सुझाव। ... Make Decision to make Self n Life Positive and Start n Keep Implementing these 4 things continuously. 🙏🏻 णमो लोए सव्वसाहूणं। 🙏🏻 🙏🏻 Helpful! ... Thank U! So Very Much for Sharing!🙏🏻 ~~~ Jai Jinendra n Uttam Kshama! ~~~ Jai Bharat. (2021 May 23 Sun.)