अद्भुत भाई जी, आप जिस प्रकार की सुरुचि कर जानकारी संस्कृत विषय के माध्यम से देरहे हैं वह काफी श्रेयस्कर है बाकी रही बात कितने लोग देख रहे हैं कितने पसंद कर रहे हैं उसे मतलब नहीं है क्योंकि शास्त्र वाक्यों का अधिकारी हर कोई नहीं होता, यह सार्वभौम सिद्धांत है। प्रणाम
@sanskrit_by_tejendraКүн бұрын
अनेकानेक आभार 🌼🙏🏻, निरंतर शास्त्रानुकूल समाज के लिए प्रयासरत हैं। भारत का उत्थान तभी संभव होगा ।