🎉 इन्हें वेदों वाला नहीं कहते। वेद कहते हैं यजुर्वेद कामंत्र है संभूति असंभूति अर्थात साकार निराकार माया है। लेकिन महर्षि दयानंद साकार निराकार को परमात्मा मानते हैं। यह वेद विरुद्ध है।
@munnalal-ui6lb9 ай бұрын
🎉 ओम नाम परमात्मा का नहीं है। ओम तीन गुना से बना है। अकार उकार मकार सतोगुण रजोगुण तमोगुण। परमात्मा त्रिगुण तित है। अर्थात तीनों गुना से अलग है।
@shivanshuyogatrainaraary84463 жыл бұрын
Aap ka Kiya name h
@vedicbhajan35433 жыл бұрын
अजय आर्य
@shivanshuyogatrainaraary84463 жыл бұрын
Muj aapki aawaj bahut achi lgi or aaryo k parti aap thought or bhi acha h