कोई आम साधारण इंसान 10 सेकंड भी सूर्य से अपनी आंखें नहीं मिला सकता फिर वह तो भगवान श्री कृष्णा का सुदर्शन चक्र है ❤ जय श्री कृष्णा
@studyweapon54324 ай бұрын
Hm utha sakte hain
@shyamdev88879 ай бұрын
Jay sree krishna
@मुकेशचौहानगांवबुरानाबादजिलाउ9 ай бұрын
जय श्री कृष्णा
@BalbantYadav-m2zАй бұрын
हरी हरी हरी हरी हरी हरी हरी हरी श्री कृष्णा हरे हरे श्री कृष्णा हरे हरे श्री कृष्णा हरे हरे
@saradaswain76007 ай бұрын
If I were born at that time I couldnot let your feet free from my Hug.... Always sleep near your feet Basudev 😢😢😢
@dharmdhuri65192 ай бұрын
He loves you ❤🎉
@shivarickybandacity4980 Жыл бұрын
Jay shri krishna ❤ji😅
@HindurashtraNayak9 ай бұрын
Mere Sudarshan ka Prayog Karne se..sampurna sansar ka vidhvansa ho jayega 😎🤏🚩🕉️❤️🇮🇳🛕💕🔱📿
@BhagvanSingh-rt2dt7 ай бұрын
😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊q😊
@lucasanderson92137 ай бұрын
shiv ji be like : mere trishul ko bhul gaye kya ??
@Gyansagar-n8oАй бұрын
जय श्री कृष्ण जय श्री राधा कृष्ण, हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे, हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे
@ishittrivedi53259 ай бұрын
Sudarshan chakra Narayan ki kundalini shakti ka swarop he. Lakshmiji ne sheersagar me ek baar kaha tha ke me apko har vakt apne samne dekhna chahti hu lekin apka chakra ka tej ke karan nahi dekh pati.
@harishkevat27016 ай бұрын
ye kaise sambhav h jb sudarshan chakra hi mata lakshmi hain to wo khud ke tezz se kaise nhi pohoch sakti
@Pankaj_yadav089 ай бұрын
Jai shree krishna ji
@kadamsingh7795 Жыл бұрын
Jai Shree Krishana
@RamBhaktPlays Жыл бұрын
*🙏 THIS CHANNEL ✅*
@Ompalsinghbhati5879 ай бұрын
Jai shree Krishna
@vrishIF Жыл бұрын
13:00 They're showing some aides behind Krishna, Arjun & Yudhishthir still alive. But the only survivor, aside from Krishna, Pandavas & Satyaki was Dhrishtadyumna's charioteer, who somehow managed to escape from Kritavarma & bring that news to the Pandavas
Jai shri Radhe krishna ji namha🙏🙏🙏🙏🙏🕉🕉🕉🕉🕉🔱🔱🔱🔱🔱🔱 🚩🚩🚩🚩🚩🚩🌸🌺🌻🌹🌷🌼💐
@Premrajgirase5 ай бұрын
Jay shree Krishna radhe 🚩
@ramendragurjar78043 ай бұрын
Jai sri krishna❤
@Veshu_Kashyap3026 ай бұрын
Jaisi karni vaisi bharni...ashavthama....bolo jai shree krishna
@sureshbemal58527 ай бұрын
Jai sri krishna Jai sri ram Jai mata di 🙏🙏🙏🚩🚩🚩Sanaatan dharm ki rakshya karna prabhu 🙏🙏🙏🚩🚩🚩
@IshwarYadav-s6m8 ай бұрын
ॐ जय श्री कृष्णा।
@PAYALGURJAR-r8v5 ай бұрын
Hai keswe hai thakur ji hai madhusudan hai prabhu ji app muj maaf Krna mer bhagwan ji ,🙏🙏🙏🙏♥️♥️♥️♥️♥️♥️
@skkhuntia79018 ай бұрын
🕉 OM NAMO BHAGABATE VASUDEBAYA NAMAH JAY JAGANNATH JAY SHREE KRISHNA 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🕉🕉
@BOOM_TRADE_ROOM2 ай бұрын
Is show me sudama aur aswathama ka role isi ek aadmi ne he kiya hai
@buddhiramsingh24349 ай бұрын
Ramsitaranji
@sachinphadtare80057 ай бұрын
जय नारायण श्री नारायण
@madhumaurya59503 ай бұрын
Ye aswathama sudama ji bhi bne the kya
@JayjayantaPrasadsing7 ай бұрын
Jay shri jayanta Prasad sing Ram ❤❤❤
@ParasramParasram-pc6yc23 күн бұрын
Sansar me keval teen maha shakti hai
@abhishekbhati79532 ай бұрын
❤❤❤
@bimandas73098 ай бұрын
জয় শ্ৰী কৃষ্ণৰ প্ৰভু ভগৱন্ত
@ViralCGreels12 күн бұрын
2025 me Kon kon dekh rahe ho ❤
@KusumyouPriyanshu-th9sj2 ай бұрын
Priyanshu goyal I
@yaduvanshi_dharam_official2 ай бұрын
Jay yadavseromani
@Indraneelsarkar1277 күн бұрын
भीम के अश्वत्थामा का अनुसरण करने के बाद प्रभु श्री कृष्ण युधिष्ठिर से अश्वत्थामा के ब्रह्मशिर अस्त्र के बारे में बताया : वैशम्पायनजी ने कहा, 'जब अजेय वीर चले गए, तब यदुवंशी पुण्डरीकाक्ष ने कुन्तीपुत्र युधिष्ठिर से ये वचन कहे। "हे पाण्डव! तुम्हारा भाई अपने पुत्रों के कारण दुःखी हो गया है। हे भरतवंशी! द्रोण के पुत्र को मारने की इच्छा से अकेला चला गया है। हे भरतवंशी! अपने सभी भाइयों में भीम ही तुम्हारा सबसे प्रिय है। वह विपत्ति की ओर अग्रसर है। तुम उसके लिए कुछ क्यों नहीं कर रहे हो? शत्रु नगरों का नाश करने वाले द्रोण ने अपने पुत्र को ब्रह्मशिर नामक अस्त्र की शिक्षा दी थी। यह पृथ्वी को जला डालने में समर्थ है। उस महापुरुष और परम भाग्यशाली के पास एक ध्वज था जो सभी धनुर्धरों में श्रेष्ठ था। गुरु ने इसे अपने प्रिय धनंजय को दे दिया। उसका पुत्र इसे सहन नहीं कर सका। महापुरुष जानते थे कि उनका पुत्र लापरवाह है। गुरु सभी प्रकार के धर्मों के बारे में जानते थे और उन्होंने अनिच्छा से अपने पुत्र को वह दिया। उन्होंने अपने पुत्र से बात की और अपने पुत्र पर यह प्रतिबंध लगा दिया। 'हे पुत्र! भले ही तुम सबसे महान युद्ध में विनाश के खतरे को देखते हुए इस हथियार का इस्तेमाल कभी नहीं किया जाना चाहिए, खासकर मनुष्यों के खिलाफ।'गुरु द्रोण ने अपने पुत्र से ये वचन कहे थे। बाद में उन्होंने फिर कहा, 'हे नरश्रेष्ठ! तू धर्म के मार्ग पर नहीं चलेगा।' पिता के अप्रिय वचन सुनकर दुष्टात्मा ने सब प्रकार के सौभाग्य की आशा छोड़ दी।