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श्री कृष्ण के भगवान के द्वारा अर्जुन को 700 श्लोक और 18 अध्याय में दिया गया दिव्य ज्ञान श्री मद भगवद्गीता है
श्री मद भगवद् गीता सार के 20 उपदेश
1. जब इंसान कि ज़िन्दगी में बुरा वक़्त आता है जब सब आपका साथ छोड़ देते हैं अकेला छोड़ देते हैं तभी आपको अपनी शक्ति का पता चलता है
2. अपनी हर चिंता डर दुख ईश्वर को समर्पित कर देना चाहिए
फिर आपकी हर समस्या को स्वयं ईश्वर दूर करेंगे
3. दुख सुख में श्री मदभगवद्गीता की शिक्षाएं बहुत काम आती है
4. जिस मनुष्य को ख़ुद पर विश्वास होता है वही ज़िन्दगी में सफल व्यक्ती बनता है
5. ईश्वर हर मनुष्य के दुख सुख हर कर्म को जानते हैं पर ईश्वर को कोई नहीं जान पाता
6. कभी भी किसी में बहुत ज्यादा मोह और आसक्ति नहीं रखनी चाहिए
7. आपका का मन ही उसका सबसे दोस्त है और मन ही आपका सबसे बड़ा दुश्मन है
8. स्वार्थी और मतलबी इंसान कभी आपके प्रेम को कभी नहीं समझ पाएगा कभी आपकी कदर नहीं करेगा
9. बचपन जवानी और बुढ़ापा मनुष्य जीवन की ये 3 अवस्थाएं होती है उसके बाद शरीर की मृत्यु होती है लेकिन मन कभी नहीं मरता जितनी मन में ईच्छाऐ रखोगे उतना दुखी रहोगे
10. हर इंसान को बिना किसी चिंता बिना स्वार्थ बिना लालच के अपने कर्त्तव्य का पालन करना चाहिए
11. श्री कृष्ण भगवान कहते हैं मैं हर व्यक्ती के भीतर रहता हूं उसके दिल में ही रहता है
12. ईश्वर के दर्शन मनुष्य को तब होते हैं जब उसकी दृष्टि पवित्र हो जाती है
13. अहंकारी क्रोधी और निर्दयी लोगों से दूर ही रहना चाहिए क्यूँकी ये सब आसुरी गुण होते हैं
14. मनुष्य जिसका ज़्यादा चिंतन करता है तो उसी में ही मनुष्य की आसक्ति हो जाती है फिर वो उसे ही प्राप्त करना चाहता है
15. जब इंसान का मन कमजोर होता है तो परिस्थितियां उसके लिए समस्या बन जाती है और अगर मन मजबूत है तो परिस्तिथिया मौका बन जाती है
16. श्री कृष्ण अर्जुन से कहते हैं कि हर मनुष्य सत्व रज और तमोगुण से बना है
17. जिसे ईश्वर संभालते हैं उसे कभी कोई दुख नहीं आता
18. जहां आपके लिए प्रेम और कदर नहीं वहाँ कभी नहीं जाना चाहिए
19. जो लोग अपनी बुद्धी और समझ को छोड़ कर अपनी भावनाओं से जीते हैं उनको हर कोई बेवकूफ बना देता है
20. अकेले रहना आपको ये सिखाता है कि आपका आपसे बड़ा साथी और कोई नहीं है
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जय श्री कृष्ण
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