प्रणाम सर🙏 मेरा एक प्रश्न था:- अगर सब कुछ( माता-पिता, धन-सम्पत्ति, प्रकृति) भगवान के द्वारा रचित माया है, तो क्या हम भगवान के भक्ति कर माया से दूर रह सकते है? भक्ति के क्रम में भी तो हमे रहना, खाना, इत्यादि प्रकृति में रहकर ही करना होता है ऐसे में माया से दूर कहाँ रह पाए? और जिस प्रकार घर-परिवार त्यागकर व्यक्ति वैराग्य होकर भक्ति करते है या सन्त बन जाते है तो क्या ऐसा कर वे माया से दूर हो जाते है? क्या माया से दूर रह जा सकता है? और ऐसा करना उचित है ? प्लीज हमारी इस दुविधा को दूर करें🙏
@drnareshchandra-Orator16 күн бұрын
नमस्कार 🙏 ये सामान्य विचार हैं जो सभी के दिमाग़ में अर्जुन की तरह उपजते हैं। अगर गीता के सभी १८ अध्याय का समग्र चिन्तन करें तो भगवान ने निष्काम कर्म, आनन्ददायक भक्ति और समता से युक्त ज्ञान को सर्वाधिक महत्व दिया है। यह एक सतत यात्रा है। आपका प्रश्न मुख्य रूप से कर्म पर आधारित है- जब तक हम कर्म बन्धन में रहते हैं, हमारे ऊपर माया का क़ब्ज़ा बना रहता है। यह तो आप स्वीकार करेंगे कि प्रत्येक वस्तु जिसका रूप रंग आकार नाम है- वह निश्चित ही नश्वर है, परन्तु इस तत्त्व को ज्ञान से ही ग्रहण किया जा सकता है। संक्षेप में कहूँ तो जैसे जैसे आप भक्ति के सरोवर में डुबकी लगाते हुए ज्ञान के प्रकाश से आलोकित होते जायेंगे- त्यों-त्यों, आपको माया, माया के भ्रम और माया की नश्वरता के बारे मैं जानकारी बढ़ती चली जायेगी। भगवान ने विहित कर्मों को करने के लिये बहुत जगह कहा है- माता-पिता और बाकी सब इन कर्मों का ही स्वरूप है। परन्तु इनके साथ ही भक्ति और ज्ञान के बीज भी अंकुरित होंगे तो आपके प्रश्न या प्रश्नों का स्वाभाविक उत्तर मिलता चला जायेगा। आपने जिज्ञासा ज़ाहिर की, बहुत बहुत धन्यवाद। आगे भी पूछते रहिए। मुझे ख़ुशी होगी।
Very interesting word- Deh-Our Body. Lord Krishna has described all elements of it in a interesting way. Must to watch.
@Anikgujjar-h6l17 күн бұрын
Very nice 🌹👍👍🌹💐💐💐💐💐
@drnareshchandra-Orator17 күн бұрын
Thank you! Cheers!
@biogururahulsir98978 күн бұрын
श्रीमद् भागवत गीता को अत्यंत सरल शब्दों में समझाया गया है जो वाकई काबिले तारीफहै
@chandnimoon-y4v11 күн бұрын
🕉🌷🌸🙏💐🌺
@Biopregmwn17 күн бұрын
❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉❤❤❤
@VishalKumar-vs1lg13 күн бұрын
❤❤❤
@sameerkassar-hw3ps15 күн бұрын
Very inspiring
@RayzikaRani12 күн бұрын
Simply explain❤❤
@Gungunmwn17 күн бұрын
Very good ❤️❤️❤️💐🌸💐💐💐
@drnareshchandra-Orator17 күн бұрын
Many many thanks
@vikrant301914 күн бұрын
🎉🎉
@Laxmithana-t4o14 күн бұрын
💐💐💐👏
@aapikamwn17 күн бұрын
👍👍✅✅💐💐🌺🌺
@Murtikamwn17 күн бұрын
बहुत अच्छा ❤️🙏❤️❤️🙏
@NareshHUF17 күн бұрын
✅✅✅🌺🌺🌺🌺🌺
@kratikakaju8 күн бұрын
सुन्दर अभिव्यक्ति🎉🎉🎉
@Reenawati-c6s17 күн бұрын
🌹❤️🌹❤️🙏🙏🙏🙏👍👍🙏❤️❤️🌹
@DeepakKumar-i8s6v6 күн бұрын
Very good 🎉🎉🎉
@drnareshchandra-Orator6 күн бұрын
Thank you! Cheers!
@Rashmisun10 күн бұрын
Very nice 🎉🎉🎉❤❤
@drnareshchandra-Orator10 күн бұрын
Thanks 🤗
@raghunathgunye668116 күн бұрын
संस्कृत शब्द का उच्चारण ठीक नहीं है।
@drnareshchandra-Orator10 күн бұрын
जी सर। सहमत हूँ। काफ़ी प्रयास कर रहा हूँ फिर भी Live करने में गलती हो ही जाती हैं। मैं उसी समय समझ जाता हूँ परन्तु Live करते समय कुछ नहीं कर सकते। फिर भी 90-95% ठीक ही रहता है। हिन्दी तो ठीक है। मैं विषय को ठीक प्रकार से समझा पा रहा हूँ या नहीं, दिमाग़ में रहता है। क्या आप सहमत है। मार्गदर्शन करें। 🙏🙏🕉🕉 मैं हमेशा सुधार के लिये तैयार रहता हूँ। अपना फ़ोन नम्बर दें दे तो आपसे वार्ता करके संशोधन कर सकता हूँ। आपका आभारी रहूँगा। ये भी भगवान का ही काम है।