Greetings!! This prayer is written out of love and devotion to self motivated belief and believe. It is to thank the almighty for whatever I have and seek blessings further. मेरे मन की सीता, रावण रूपी माया ने हर ली थी बहुत छुड़ाई मैने, उसने कलाई धर ली थी kzbin.info/www/bejne/jZqzf5eXp5eDaZY मेरे मन की सीता, रावण रूपी माया ने हर ली थी बहुत छुड़ाई मैने, उसने कलाई धर ली थी बनवास फिर मैंने काटा, सब कुछ खोया था कुंभकरण की मानिंद, मेरा भाग्या सोया था माँ ने मेरी, मेरा फिर उद्धार किया राम नाम का मंत्र, मेरी जिब्हा पे रख दिया राम संहारा रावण, मुझ पर उपकार किया राम नाम है जादू, मेरा बेड़ा पार किया राम नाम है जादू, मेरा बेड़ा पार किया The prayer is gratitude and shukraana! Regards Dr. Arun Bansal 8360188121