दी लल्लनटॉप का ऐंड्रॉयड ऐप इंस्टॉल करिए और फीडबैक दीजिए: play.google.com/store/apps/details?id=com.thelallantop
@jungshermohammad41106 жыл бұрын
kzbin.info/www/bejne/ianVd2WthbR2Ztk
@rahulahirwar73296 жыл бұрын
Arabic nahi pharshi he
@manishakumari26736 жыл бұрын
Sir Ek bat btao muje ?🤔 Aaj ke Time Chouhan Har kom me h .muslimo me or SC / ST me bhi 🤔 Jabki Chouhano PrithawiRaj chouhan Jahar veer Gogaji .Or Sikar jeen mata ji ko bhi Chouhan Vansh batate hen !
@sultantipu74276 жыл бұрын
Accha hai bhai
@jaibheem50956 жыл бұрын
@@manishakumari2673 jo hindu Musalman ban gaye unka surname vahi raha jaise ki patel , bhatt , rana , gani , Bajwa , chaudhari , kaskar , deshmukh aur bhi hai
@tikammali69616 жыл бұрын
मेरे पड़ोसी गांव में आने के लिए टीम का धन्यवाद
@sensiblenaturopathy5 жыл бұрын
ठाकुर अर्जुनसिंहजी चौहान बहुतही विनम्र व्यक्तीत्व है. उनको प्रणाम.
@bijendrekumar16045 жыл бұрын
Moty ko hi dikhayga ya killa bhee
@madansen13986 жыл бұрын
बहुत ही खूब । पुरानी विरासत की बातें और चीजे देखने को मिली । बहुत बहुत धन्यवाद
@rajanshroff76736 жыл бұрын
हिन्दुस्तान मे बहुत कुछ है देखने वाले और दिखाने वाले चाहिए ।
@lkmanera82536 жыл бұрын
मेरे जिले तक पहुँचने के लिए धन्यवाद
@rajurathore71155 жыл бұрын
Jai maa Bhawani jai Rajputana 💪 💪
@rajujain15034 жыл бұрын
बहुत अच्छा लगा, कुछ पुरानी जानकारी भी सुनने को और देखने को मीली,, बहुत बहुत धन्यवाद सा ,,,हुकम श्री अर्जुनसिहजी साहब
@sk.choudhary21866 жыл бұрын
हमारे जिले जालोर में team sultan & lallantop का स्वागत है *सौरभ भैया आते तो मजा आ जाता*
@devendrakumarbhati58956 жыл бұрын
वाह भई विनय जी। राजस्थान की ऐतिहासिक विरासत और लोकतंत्र से जुड़े हुए कालखंड को एक साथ प्रस्तुत करने ललक आपको देखते ही बनती है।
@exotic_india6 жыл бұрын
औरंगजेब ने जब शिवाजी को रोकने को भेजा राजपूत रिश्तेदार जब शिवाजी को रोकने की औरंगज़ेब की सारी कोशिशें नाकाम हो गईं तो उस वक़्त के सबसे बड़े मनसबदार और अपने समधी मिर्ज़ा राजा जय सिंह को उसने दक्कन भेजा. जय सिंह ने एक के बाद एक क़िले जीतकर शिवाजी को पीछे हटने को मजबूर किया. जदुनाथ सरकार ‘शिवाजी एंड हिज़ टाइम्स’ में लिखते हैं कि कैसे जयसिंह ने 11 जून 1665 को पालकी में इंतज़ार कर रहे शिवाजी से सिर्फ इसी शर्त पर मिलना स्वीकार किया कि वह शिवाजी की कोई शर्त नहीं मानेंगे और उन्हें अपने सारे क़िले बिना शर्त मुग़लों को सौंपने होंगे. शिवाजी ने शर्त मानी और औरंगज़ेब के दरबार में आने को मजबूर हुए. जय सिंह का ओहदा इतना बड़ा था कि उनके कहने पर औरंगज़ेब ने दाराशिकोह का पक्ष लेने वाले राजा जसवंत सिंह तक को माफ़ कर दिया था और उसकी मनसबदारी भी बरकरार रखी थी. राजकुमार शाह शुजा जब आगरा के तख़्त के लिए बढ़ा, तो उसे रोकने के लिए शाहजहां ने राजकुमार सुलेमान शिकोह के साथ राजा जय सिंह और अनिरुद्ध गौड़ को भेजा. बड़ी ताताद में राजपूतों ने तख़्त की लड़ाई में औरंगज़ेब का साथ दिया. इनमें शुभ करन बुंदेला, भागवत सिंह हाड़ा, मनोहर दास हाड़ा, राजा सारंगम और रघुनाथ राठौर प्रमुख थे. ज़्यादातर राजपूत राजाओं ने तख्त की लड़ाई में शाहजहां और उसके बड़े बेटे दाराशिकोह का विरोध किया था. मुग़ल शासन का हिस्सा रहे राजपूत राजाओं ने कई शहर बसाए और मंदिर बनवाए. मसलन, राजा मानसिंह ने बंगाल में राजमहल नगर, राव करन सिंह ने दक्कन में करनपुरा और रामदास कछवाहा और राम मनोहर ने पंजाब में बाग़ बनवाए. मान सिंह ने उड़ीसा में और बीर सिंह बुंदेला ने मथुरा में मंदिर बनवाया. राव करन सिंह ने नासिक के मंदिरों को भारी दान दिया. और ये सभी मुग़ल प्रशासन का हिस्सा थे. ऐसे में अगर मुग़ल का मतलब सिर्फ़ विदेशी आक्रमणकारी मुसलमान है तो यह हास्यास्पद तो है ही, सही भी नहीं लगता. भारत में आक्रमणकारी के तौर पर वो आए तो थे मगर वो अगर टिके तो शायद इसलिए क्योंकि उन्होंने बग़ैर किसी हिचक के उस वक़्त यहां की ताक़तों से हाथ मिलाया, उनसे गहरे पारिवारिक रिश्ते निभाए. हालांकि इसके चलते वो अपनी पहचान खोकर यहीं घुलमिल गए.
@vrldigital00116 жыл бұрын
बहुत सुन्दर ओर बढ़िया पुरानी यादें याद दिलाने पर बहुत बहुत आपका धन्यवाद देता हूँ में वोहताराम देवासी केसुरी सांचोर 👌
@alimirgolam84746 жыл бұрын
Aajke daur ki sabse behtareen media channel the lalantop Me toh deewana Hoon yaar aapke channel ka Saare staff behtareen Anchoring Ye sab jankari koi sehri Anchor ke liye bohot boaring subject hoga lekin jisne dunia ki sachhi tasweer bilkul kareeb se dekha hoga wohi itna zimmedar kaam Kar sakta hai Behtareen Adventure Thanks bro
@mriraqi7656 жыл бұрын
Wah yeh toh gajab hai, yeh hai rajput royal culture ko sambhal kr rkhna👍👍👍
@LalutraTv6 жыл бұрын
हमारे गांवो का दौरा करने के लिए धन्यवाद साब बहुत सुंदर वीडियो
@bhupendramertiya67116 жыл бұрын
बड़ा ही शानदार video हैं।
@v.rsteelbhajan67506 жыл бұрын
Nice story hothiganv
@newsportal0005 жыл бұрын
Rajasthan = Archeology heaven
@narendrasinghrajput31886 жыл бұрын
सबसे अच्छा विडियो लगा है बहुत जानकारियां भी मिली है
@ved12966 жыл бұрын
Is bhai ka knowledge bahut shandar h. Very good bhai 🙏
@SAK894 жыл бұрын
Aese log history ki ahmiyet samajte hai - thanks Thakur sahab
@Jashrajpandit10746 жыл бұрын
अति सुन्दर रिपोर्टिंग मुझे चुनावी यात्रा कि कि अब तक दो विडियो पंसद आई है। एक महाराष्ट्र के स्कूल की रिपोर्टिंग और एक ये.......
@TheLallantop6 жыл бұрын
शुक्रिया
@vvikashyadav7806 жыл бұрын
Mzza aa gya real me.thanks brother
@myvillage56565 жыл бұрын
Maza aagya sir ..... Ekdam jabbrdast jankari di Apne etihasik....
@shyambhajanplayforme20926 жыл бұрын
vinay ji bahut hi acchi history batayi hai aapne ...... I hope aage bhi aap aise interesting videos banate rahenge or hum logo tk pouchate rahenge..... jai hind..... Jay bharat.....
@balveersingh62206 жыл бұрын
Thanks for give an opportunity to proud our rajput cluture in whole world.
@skanda90516 жыл бұрын
Really good video... legacy of India that goes unseen. Newspaper was really interesting esp the bits of information the Anchor adds to the articles.... The Anchor actually acknowledges the cameraman !! Good job
@mohdsaleen79686 жыл бұрын
बहुत अच्छा लगा
@tejaramnimbajsanchorejalor23126 жыл бұрын
बहुत ही सुंदर नजारा देखने को मिला है हमारे पास की ग्राम पंचायत होतीगाव का
@gsgods6 жыл бұрын
बहुत सुंदर रिपोर्टिंग विनय सुल्तान साहब जय हो
@lalitdewasi2456 жыл бұрын
swagat swagat swagat the llantop news in jalore and my village thanks...!! me llantop suru se dekhta raha hu 2 sal se . very nice..!! sirji aap jaswantpura(raniwada) vidhansdha jalore dist jarur jaye vaha history of rajsthan mahal bhi he . thanks
@jungshermohammad41106 жыл бұрын
राजस्थान का मान बढ़ाती है दुनिया की सबसे गहरी भाद्राजून की बावड़ी" ( भाद्राजून में दिल के आकार की बावड़ी ) पुराने समय में सीढ़ीदार कुएं बनाए जाते थे, इन कुओं को बावड़ियों के नाम से जाना जाता था। इन बावड़ियों को राजाओं द्वारा बनवाया जाता था। राजाओं ने कुछ बावड़ियों का निर्माण रानियों के लिए और कुछ बावड़ियों का निर्माण प्रजा के लिए किया था। ये बावड़ियां देखने में बहुत ही सुन्दर और आकर्षक है। इन बावड़ियों की सुंदरता को देखने के लिए पर्यटक इन स्थानों पर जाते हैं। भारत के अलग-अलग राज्यों में बनाई ये बावड़ियां आज पर्यटन का प्रमुख केंद्र बन गई हैं। हम आपको यहां एक ऐसी ही खास बावड़ी के बारे में बता रहे हैं जिसके बारे में जानने के बाद आप भी इसे देखे बिना नहीं रह पाएंगे।भाद्राजून बावड़ी इस के साथ बहुत सारे किस्से और कहानियां जुड़ी हुई हैं। kzbin.info/www/bejne/fl6pn2erjLNnndE
@manojjain1606 жыл бұрын
सर जी नमस्कार आप बहुत ही शानदार वीडियो बनाते हैं हमें हमारे देश का इतिहास बताते हैं इसके लिए बहुत-बहुत धन्यवाद सर जी मध्यप्रदेश के अशोकनगर जिले में चंदेरी आता है उसकी वीडियो बनाओ सर जी यहां का इतिहास बहुत ही शानदार है यहां पापी दरिंदे बाबर ने एक रात में पूरी पहाड़ी काटकर चंदेरी पर हमला बोला था यहां के राजा मेदनी राव बाबर की अधीनता स्वीकार ना करते हुए युद्ध करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए थे यहां की महिलाओं ने उस समय भी जौहर किया था इस ऐतिहासिक नगरी का एक वीडियो जरूर बनाएं
@shaikkhaleedbasha9176 жыл бұрын
Thanks arjun sing sir bohath acchi aur purani etihaas ki cheze dekai
@rahulkumarchauhan89906 жыл бұрын
Nice information brother...
@SameerKhan-me7gu6 жыл бұрын
Thakur sahab bahot Khub Bahot achhi jankari 👍👍👍👍👍
@kuldeeplunwa886 жыл бұрын
Bahut achhi reporting
@abuzarshaikh.3026 жыл бұрын
Bahot badya malomat di hai sir aap ne
@mehtabkhan96606 жыл бұрын
good job sir jay hind
@abhishekdiwedi52556 жыл бұрын
Team sultan doing very very good I love it
@babulalaanjanarajasthan19386 жыл бұрын
Mere Gav ki purani yade dikhane ke liye dhanyvad sa
@mohammadshoaibshaikh8305 жыл бұрын
itihasik chiz dikhane ke lie dhannewad
@vikramsingh-wl8hm5 жыл бұрын
Bahut hi sandar Ji me bhi isi gaw ka prosi hu
@factsworld9956 жыл бұрын
सालो इलेक्शन के बहाने राजस्थान चले तो गये लेकिन वहां का इतिहास जानने लग गए तो आओगे नहो वापस 😁😁
@rockybhai36855 жыл бұрын
Yha pag pag par veero ki raakh h bhai
@jayantilalparmar21186 жыл бұрын
मुझे बोहोत अचा लगा आपका ये एटरव्यू और पुरानी विरासत की चीजे डेकने को मिली धन्यवाद
@kishorparihar9026 жыл бұрын
मुझे आपका वीडियो बहुत ही अच्छा लगा हमारा जोधपुर हमारा ऐसा आन बान शान की है मुझे गर्व है
@truthseekerseeker44542 жыл бұрын
the correspondent is very good @ his assignment .
@golubansal99006 жыл бұрын
Most Interesting video of chunav Yatra
@agooglepage364 жыл бұрын
Good anchoring
@visrshraj84456 жыл бұрын
bahut hi badhiya video
@maheshwarsharma98886 жыл бұрын
Keep it up Vinay bhaiya 💪💪💪💪💪💪👌👌👌👌👍 i am big fan of you
@SantoshKumar-mc3od3 жыл бұрын
Arjun Singh ji Ki Salinta Me Rajputi Najar Ati He,,🦁🦁🦁🙏🙏🙏🙏
@rewatsinghdeora16986 жыл бұрын
Good & thanks lallantop
@abdullahsiddiqui75086 жыл бұрын
Nice Reporting 👌
@taajthevlogger31986 жыл бұрын
Such a good anchoring.. using Hindi and Urdu words very nicely.
@abhishekdwivedi20336 жыл бұрын
Nice coverage...
@mangeramazad21976 жыл бұрын
very very nice ji
@mn110736 жыл бұрын
Good Knowledge informations ⚘👌👏👍🏅🥇🏆🎁🌏
@sakirkhana45726 жыл бұрын
Purani history dikha Ne ke liye Dhanyavad karta hoon aapka thank you
@SanjaySharmaFruitwala6 жыл бұрын
thakur saa Arjun singh ji ne ghani khamma .. Vinay Bhai ka dhanywad aapse milwane ke liye
@kamleshtmali76036 жыл бұрын
Very nice bhai ji
@Sherkhan-uj7vg6 жыл бұрын
बहुत ही बढ़िया
@swaroopsinghrathore35526 жыл бұрын
kya bat he sabse pale apko or thakurshab ko thanks raj marwar me asi hi hajjaro ĺako me itihas gum pada he aj ase hi usko bar lane ki jarurat he
@hemantpatel46166 жыл бұрын
जय राजस्थान
@Bhomdan4 жыл бұрын
ठाकुर साब करते सालीन है रिपोर्ट को सर व सा के सम्बोधित कर रहे है👍💯
@rancho87826 жыл бұрын
Lallantop toh discovery channel jaisa haii 😊
@himanshubabariya79705 жыл бұрын
Saras chhe bhai
@sawaisingh9255 жыл бұрын
Bhut sandar thakur sahb
@indianfestival46055 жыл бұрын
Lallantop ke sabhi sir & madam sr anuroudh hi ki pls Taj Mahal ka vastu1ke bare mi 1 vedios banieasir
@AYURVEDAJADIBUTIGYAN6 жыл бұрын
Bahut hi achcha
@harshitjain33896 жыл бұрын
Too goood👍👍👍
@shakers41015 жыл бұрын
Nice video
@ajaykumar-kw8ne5 жыл бұрын
Good job sir
@checkyourself48856 жыл бұрын
Bhai ki reporting acchi hai
@govinddewasiofficial88516 жыл бұрын
I am happy that I am from Jalore(RJ)
@Modaramvloges6 жыл бұрын
हमारे राजस्थान के विरो ने बहुत मुगलों को जमिदोज किया है
@shahrukhqureshi45245 жыл бұрын
Mohan Purohit muglo ke gulam the
@pushpendrasingh68655 жыл бұрын
@@shahrukhqureshi4524 teri ammi bhi gulam thi tabhi to tu converted paida hua
@faisalgour75316 жыл бұрын
Sundar video
@raogumansingh5 жыл бұрын
shaandaar
@lakshaykhurana30034 жыл бұрын
Please focus on writen date and the date reporter says
@yugpawar95786 жыл бұрын
Is reporter ko bhut achi history ki knowledge hai magar isko is time bhut tej potty aayi hai shayad 😂
@ashokjagdishjoshi16636 жыл бұрын
Bhahut bbahut shandar sa
@ashokkumarsingh44204 жыл бұрын
Bahut achha laga Ashok Kumar singh. Mahraur
@jubairvlogs825 жыл бұрын
Rajasthan bahut hi achha Pradesh he yah ka itash bahut achha yah ajj bhi raja maharaj bala rahen sahn he
@imtiyazali8136 жыл бұрын
Super sir g ilik video
@bhikharamparihar65816 жыл бұрын
Maharo rang rangilo Rajasthan jai jai Rajasthan
@Chetanmodi6 жыл бұрын
Team mene aap ki gadi ko dekha tha chitalwana me
@SonuKumar-bt9kb6 жыл бұрын
the great chauhan ji
@Bhaw2246 жыл бұрын
Very nice
@kuchbhihosaktahai99596 жыл бұрын
VISHAL kaha gya aaj kal wo video nhi bana raha
@gangasinghrathore47096 жыл бұрын
The anchor is very learned very knowledgeable
@vijayyadav-it4tr5 жыл бұрын
Aur bhi vedio banao aap sir
@jubairvlogs825 жыл бұрын
Uncle bhi 4g phone chla rahe he nice jay Rajputana
@developershive4 жыл бұрын
Reporter is highly knowledged guy even more than the guy he is asking
@fit.karamjeet6 жыл бұрын
great host
@rupin20noe246 жыл бұрын
Happly I saw Innova of the lallantop in ganganagar rajasthan carry on
@manthanpanchal91556 жыл бұрын
Most knowledgeable
@karnikarathore51376 жыл бұрын
Bahut excellent reporting...hai .. ..aur hameshaa excellent Reporting ki hai rajasthani aadar bhaav aur vinarmartaa k saath joo ek bhaav k saath saamane wale ki baat sunkar aur apni bhi baat rakhkar ek sahi dishaa deke sahi Reporting ki....kuch sikhoo 2vdi2g..
@exotic_india6 жыл бұрын
अकबर के वक़्त मुग़लों की राजपूतों से कुल 34 शादियां हुईं. इसके बाद तो मानो रास्ता खुल गया. जहांगीर के वक़्त 7, शाहजहां के वक़्त 4 और औरंगज़ेब के वक़्त मुग़ल शासकों की राजपूतों से कुल 8 शादियां हुईं. जहांगीर की मां मरियम उज़ ज़मानी यानी जोधाबाई राजपूत महिला थी (हालांकि इसे लेकर विवाद भी है). मगर जहांगीर की हिंदू पत्नी जगत गोसाईं शाहजहां की मां थीं. 1562 से लेकर 1707 में औरंगज़ेब की मौत तक इन मुग़ल शासकों ने राजपूतों के साथ शादियां की थीं. जिनमें से तक़रीबन सभी के रिकॉर्ड मौजूद हैं. आइए डालते हैं मुग़ल-राजपूत वैवाहिक संबंधों पर एक नजर - जनवरी 1562- राजा भारमल की बेटी से अकबर की शादी (कछवाहा-अंबेर) - 15 नवंबर 1570- राय कल्याण सिंह की भतीजी से अकबर की शादी (राठौर-बीकानेर) - 1570- मालदेव की बेटी रुक्मावती का अकबर से विवाह (राठौर-जोधपुर) - 1573 - नगरकोट के राजा जयचंद की बेटी से अकबर की शादी (नगरकोट) - मार्च 1577- डूंगरपुर के रावल की बेटी से अकबर का विवाह (गहलोत-डूंगरपुर) - 1581- केशवदास की बेटी की अकबर से शादी (राठौर-मोरता) - 16 फरवरी, 1584- भगवंत दास की बेटी से राजकुमार सलीम (जहांगीर) की शादी (कछवाहा-आंबेर) - 1587- जोधपुर के मोटा राजा की बेटी से जहांगीर का विवाह (राठौर-जोधपुर) - 2 अक्टूबर 1595- रायमल की बेटी से अकबर के बेटे दानियाल का विवाह (राठौर-जोधपुर) - 28 मई 1608- राजा जगत सिंह की बेटी से जहांगीर की शादी (कछवाहा-आंबेर) - 1 फरवरी, 1609- रामचंद्र बुंदेला की बेटी से जहांगीर का विवाह (बुंदेला, ओरछा) - अप्रैल 1624- राजा गजसिंह की बहन से जहांगीर के बेटे राजकुमार परवेज की शादी (राठौर-जोधपुर) - 1654- राजा अमर सिंह की बेटी से दाराशिकोह के बेटे सुलेमान की शादी (राठौर-नागौर) - 17 नवंबर 1661- किशनगढ़ के राजा रूपसिंह राठौर की बेटी से औरंगज़ेब के बेटे मो. मुअज़्ज़म की शादी (राठौर-किशनगढ़) - 5 जुलाई 1678- राजा जयसिंह के बेटे कीरत सिंह की बेटी से औरंगज़ेब के बेटे मो. आज़म की शादी (कछवाहा-आंबेर) - 30 जुलाई 1681- अमरचंद की बेटी औरंगज़ेब के बेटे कामबख्श की शादी (शेखावत-मनोहरपुर)
@exotic_india6 жыл бұрын
औरंगजेब ने जब शिवाजी को रोकने को भेजा राजपूत रिश्तेदार जब शिवाजी को रोकने की औरंगज़ेब की सारी कोशिशें नाकाम हो गईं तो उस वक़्त के सबसे बड़े मनसबदार और अपने समधी मिर्ज़ा राजा जय सिंह को उसने दक्कन भेजा. जय सिंह ने एक के बाद एक क़िले जीतकर शिवाजी को पीछे हटने को मजबूर किया. जदुनाथ सरकार ‘शिवाजी एंड हिज़ टाइम्स’ में लिखते हैं कि कैसे जयसिंह ने 11 जून 1665 को पालकी में इंतज़ार कर रहे शिवाजी से सिर्फ इसी शर्त पर मिलना स्वीकार किया कि वह शिवाजी की कोई शर्त नहीं मानेंगे और उन्हें अपने सारे क़िले बिना शर्त मुग़लों को सौंपने होंगे. शिवाजी ने शर्त मानी और औरंगज़ेब के दरबार में आने को मजबूर हुए. जय सिंह का ओहदा इतना बड़ा था कि उनके कहने पर औरंगज़ेब ने दाराशिकोह का पक्ष लेने वाले राजा जसवंत सिंह तक को माफ़ कर दिया था और उसकी मनसबदारी भी बरकरार रखी थी. राजकुमार शाह शुजा जब आगरा के तख़्त के लिए बढ़ा, तो उसे रोकने के लिए शाहजहां ने राजकुमार सुलेमान शिकोह के साथ राजा जय सिंह और अनिरुद्ध गौड़ को भेजा. बड़ी ताताद में राजपूतों ने तख़्त की लड़ाई में औरंगज़ेब का साथ दिया. इनमें शुभ करन बुंदेला, भागवत सिंह हाड़ा, मनोहर दास हाड़ा, राजा सारंगम और रघुनाथ राठौर प्रमुख थे. ज़्यादातर राजपूत राजाओं ने तख्त की लड़ाई में शाहजहां और उसके बड़े बेटे दाराशिकोह का विरोध किया था. मुग़ल शासन का हिस्सा रहे राजपूत राजाओं ने कई शहर बसाए और मंदिर बनवाए. मसलन, राजा मानसिंह ने बंगाल में राजमहल नगर, राव करन सिंह ने दक्कन में करनपुरा और रामदास कछवाहा और राम मनोहर ने पंजाब में बाग़ बनवाए. मान सिंह ने उड़ीसा में और बीर सिंह बुंदेला ने मथुरा में मंदिर बनवाया. राव करन सिंह ने नासिक के मंदिरों को भारी दान दिया. और ये सभी मुग़ल प्रशासन का हिस्सा थे. ऐसे में अगर मुग़ल का मतलब सिर्फ़ विदेशी आक्रमणकारी मुसलमान है तो यह हास्यास्पद तो है ही, सही भी नहीं लगता. भारत में आक्रमणकारी के तौर पर वो आए तो थे मगर वो अगर टिके तो शायद इसलिए क्योंकि उन्होंने बग़ैर किसी हिचक के उस वक़्त यहां की ताक़तों से हाथ मिलाया, उनसे गहरे पारिवारिक रिश्ते निभाए. हालांकि इसके चलते वो अपनी पहचान खोकर यहीं घुलमिल गए.
@karnikarathore51376 жыл бұрын
@@exotic_india Kshtriya [ Rajput ].. Bhagwad gita aur bhagwan ram aur krishana k vansaj hone k naate yeh jaante thes ki jab kisi vansh main varn shankar paidaa hote hai too woh aapash main ladkar mar jaate hai... .... Hum rajput surya vansh say aate hai joo world kaa sabsay oldest kingdom hai ...mewar kingdom joo aaj tak naa kabhi kisi k saamane jhukaa aur naa kisi koo apmaanit kiyaa yeh poore vishva kaa ek maatra aisaa state hai janhaa aaj bhi aan baan shaan koo rupai aur pad paisa politics say jayedaa samman miltaa aaya hai....... .humane 16000 kshtraaniyoo aur teen baar kaa johar chittod kaa etihaash hai...ki dushman marne k baad hume touch bhi naa kar sake dekh bhi naa sake yaa pavitra devi tulya mart sharir k saath koi anhoni naa kar sake. Eciliye kisi ne jahar nahi piyaa kisi ne kattaar yaa talwar say nahi mare sabne maa kaa shiv sati kaa aahvaan kiyaa vedik mantrochaar k saath havan k vishaal kund banake usmain agni nahi deekhaani padi maa aur sabhi kshtraaniyoo k satitav main etanaa tap aur bhakti thi ki agni swam prajavalit hokar apne aapkoo en satiyoo ki aauti k liye shiv ki abhilaasha swaroop apne pati k saath saat janm k rishte k tahat agni tatav main pavitra hoo jaakar sati hoo gayi.... ..aur aap yanhaa rajputoo ki betiyoo k naam ki list lekar baith gaye ... ..yeh videshi vichaarko aur etihaashkaroo kaa ek shadyantra thaa .... ..asal main huaa yeh thaa ki baar baar yudh karne k kaaran poori rajya ku vavasthaa charmaaraa jaati too jantaa problem main rahti ....hameshaa yudh karne say pidhiyaa ki pidhi khatam hoo gayi koi senik nahi bach rahe sabhi har baar k yudhoo main apne say badi army aur top golo k saamane plane plteu ki ladaai main dushman koo haraayaa bhi bhagawaa bhi fhir bhi yudh kisi naa kisi rooo main hotaa ... ..jab mugaloo ne shadi k prastaav diye too faarash say aayi hue vayaapiriyoo ki ladkiyoo koo rajput bataakar desh hit k liye shaadi ki gayi aur badale main apne rajyaa koo daily k yudh aur maan haani say bachaanaa aur jab enke putra putriyaa varn shankar hue aur akbar k baad jeetane bhi hue sab aapash main ladte marte khatam hoo gaye ...aur aaj mugal vansh nahi hai khilji vansh nahi hai koi nahi bachaa... ..lekin aaj bhi jantaa ki duaaoo aur bhagwaan k aashirvaad say aur poorakhoo k punya ki vajah say Aaj bhi hamaare sabhi 500 riyaasat hai aur sabhi aaj bhi jantaa ki sevaa main hai... Shivaaji bhi maharana pratap ki pidhi k they ...joo apne aap koo maharana pratap kaa vansaj aur mewar k yudh k samay mewar par aakarmankaariyoo ki vajah say bahut saare bhai south. Aur north nepal ki taraf gaye apne bachaav aur apne saath sabhu gaanv valoo k bachaav main taaki vansh bachaa rahe aur ladaai koo kisi bhi kone say anjaam diyaa jaa sake..... ...
@exotic_india6 жыл бұрын
राम के वंशज मुगलो के नौकर जिन्होंने शिवाजी मराठा को भी नहीं छोड़ा राजा जयसिंह आमेर का राजा था। वह उसी राजा मानसिंह का नाती था, जिसने अपनी बहिन अकबर से ब्याही थी। जयसिंह सन 1627 में गद्दी पर बैठा था और औरंगजेब का मित्र था। शाहजहाँ ने उसे 4000 घुड सवारों का सेनापति बना कर "मिर्जा राजा" की पदवी दी थी। औरंगजेब पूरे भारत में इस्लामी राज्य फैलाना चाहता था लेकिन शिवाजी के कारण वह सफल नही हो रहा था। औरंगजेब चालाक और मक्कार था। उसने पाहिले तो शिवाजी से से मित्रता करनी चाही। और दोस्ती के बदले शिवाजी से 23 किले मांगे। लेकिन शिवाजी उसका प्रस्ताव ठुकराते हुए 1664 में सूरत पर हमला कर दिया और मुगलों की वह सारी संपत्ति लूट ली जो उनहोंने हिन्दुओं से लूटी थी। फिर औरंगजेब ने अपने मामा शाईश्ता खान को चालीस हजार की फ़ौज लेकर शिवाजी पर हमला करावा दिया और शिवाजी ने पूना के लाल महल में उसकी उंगलियाँ काट दीं और वह भाग गया। फिर औरंगजेब ने जयसिंह को कहा की वह शिवाजी को परास्त कर दे। जयसिंह खुद को राम का वंशज मानता था। उसने युद्ध में जीत हासिल करने के लिए एक सहस्त्र चंडी यज्ञ भी कराया। शिवाजी को इसकी खबर मिल गयी थी जब उन्हें पता चला की औरंगजेब हिन्दुओं को हिन्दुओं से लड़ाना चाहता है। जिस से दोनों तरफ से हिन्दू ही मरेंगे। तब शिवाजी ने जयसिंह को समझाने के लिए जो पत्र भेजा था। उसके कुछ अंश नीचे दिये हैं - 1 जिगरबंद फर्जानाये रामचंद ज़ि तो गर्दने राजापूतां बुलंद। हे रामचंद्र के वंशज, तुमसे तो क्षत्रिओं की इज्जत उंची हो रही है। 2 शुनीदम कि बर कस्दे मन आमदी -ब फ़तहे दयारे दकन आमदी। सुना है तुम दखन कि तरफ हमले के लिए आ रहे हो 3 न दानी मगर कि ईं सियाही शवद कज ईं मुल्को दीं रा तबाही शवद। तुम क्या यह नही जानते कि इस से देश और धर्म बर्बाद हो जाएगा। 4 बगर चारा साजम ब तेगोतबर दो जानिब रसद हिंदुआं रा जरर अगर मैं अपनी तलवार का प्रयोग करूंगा तो दोनों तरफ से हिन्दू ही मरेंगे। 5 बि बायद कि बर दुश्मने दीं ज़नी बुनी बेख इस्लाम रा बर कुनी। उचित तो यह होता कि आप धर्म दे दुश्मन इस्लाम की जड़ उखाड़ देते। 6 बिदानी कि बर हिन्दुआने दीगर न यामद चि अज दस्त आं कीनावर। आपको पता नहीं कि इस कपटी ने हिन्सुओं पर क्या क्या अत्याचार किये है। 7 ज़ि पासे वफ़ा गर बिदानी सखुन चि कर्दी ब शाहे जहां याद कुन इस आदमी की वफादारी से क्या फ़ायदा। तुम्हें पता नही कि इसने बाप शाहजहाँ के साथ क्या किया। 8 मिरा ज़हद बायद फरावां नमूद -पये हिन्दियो हिंद दीने हिनूद हमें मिल कर हिंद देश हिन्दू धर्म और हिन्दुओं के लिए लड़ाना चाहिए। 9 ब शमशीरो तदबीर आबे दहम ब तुर्की बतुर्की जवाबे दहम। हमें अपनी तलवार और तदबीर से दुश्मन को जैसे को तैसा जवाब देना चाहिए। 10 तराज़ेम राहे सुए काम ख्वेश - फरोज़ेम दर दोजहाँ नाम ख्वेश अगर आप मेरी सलाह मामेंगे तो आपका लोक परलोक नाम होगा
@karnikarathore51376 жыл бұрын
@@exotic_india Raja jai singh ne shivaji koo harkar aur apne vaade anusaar aurangzeb k hamle k kaaran unkoo fuloo ki ek tonkari main sabhi kiledaar say bachaakar apne bete koo eski jimmedaari di jisake baad main Mirdha rajaa ram singh aur jai singh koo war ladnaa padaa assam main naa chaahate hue bhi... ..rahi baat ram k khush vansaj ki jissay kushvaah yaa rajawat hue... ..par shivaaji khud ram k vansaj hee they surya vansh love k mewar khaandaan say joo maharana pratp koo apnaa poorvaj aur apni pidhi koo mewar k ekling k aashirvaad say nikalaa ek bhai har har mahadeo aur maa tuljaa k aashirvaad say ladaa aur aurangzeb kaa shashan khatam kar diyaa marathwadaa main... ..kaikayi bhi ram rajyaa aur ram k vansaj main unki maa thi aur aaj bhi log kaikayi koo yaad kar dukhi hoo jaate hai ki kaise kaikayi ne ram kaa 14 saal kaa vanvaash aur apne bete bharat koo shashan dene k liye poore raghukul ram k kul ki mariyadaa k viprit jaakar kaam kiyaa ...par ram ne apne pitaa k diye gaye vachan koo paalan karne k liye ek minit main raaj paath aur subhah hone wale rajyaa abhishek koo tyaag kar vanvaash liyaa aur ek bhi senaa senik naa rupai naa paise aur apni dharm patni k saath aur laxman jaise bhai k saath chale... ..tab logoo ne kanhaa kanhaa laxman aur kanhaa bharat ki maa ram k bhai bharat koo gaddi par bithaane k liye poore raghkul ki ejaat mitti main milaa di ... ..par ram ne apne saath kiye gaye anaachaar koo bhi aashivaad samajh ke aur mariyaada purushuttam bhagwan ram ki joo 14 saal kaa vanvaash kiyaa uski yatraa aur usmain kiye gaye kaaryoo ki vajah say aaj hum ram kaa aayodhiyaa main aane k kaaran aaj bhi buraai par achchai ki jeet aur apne pitaa k vachanoo k paalan aur pitaa ki mrityu main bhi nahi aanaa vachan main bandhe hone k kaaran aise ram koo jantaa ne ayodhiyaa naresh banaayaa apne bhai bharat aur apni maa kaikayi ki galti maanane aur ram koo rajaa banayaa aur aaj tak ram rajya ki kalpanaa karte hai ki kyaa great hogaa woh ram rajyaa... ..essi honour k liye aaj bhi rajputana rifles...raja ramchandra ki jai kaa warcry karti hai ..joo dharm aur niyaaya aur apne vachan paalan k liye lade aur dukhoo koo bhi hanshte hanshate sahan kar liyaa..aur aap hume yanhaa ram k vansaj kaa certificate de rahe hoo ...maharana pratap koo dekhoo shivaaji koo dekhoo sabhi luv say nikale survashi ram k vansaj hai.....99 percent koo nahi dekhenge 1 percent kaise hoo gayaa debate oosh par jaaati hai... ..kshtriyooo k etihaash main chaar yugoo say aisaa hotaa aayaa hai ki koi ram jaisaa thaa koi ooshi samay kaikayi jaisaa bhi thaa... ..tooo eskaa matlab yeh nahi ki ekmaatra kaikayi k kaaran poore raghukal aur ram koo log kahe kii tumahaari maa kaikayi aiae thai ... ..too yeh sab too anadikaal say chalaa aa rahaa hai.. ..rajput kaa matlab sirf ek yaa doo tewn king nahi hootaa joo hajaaroo aur joo bahut jayedaa yaa bahut kam bhi dharm yaa sanskati k liye lade sab kaa naam aaj tak etihaash main hai....samjhe.. ..Raja Ramchandra ki jai Warcry of Rajputanaa Rifles..
@chaudharynarpat13486 жыл бұрын
अरे भाई यह तो बिल्कुल मेरे गाँव के करीब है । ओर शिव जी के मंदिर भी है । मे गुजरात से हू ।
@ShahidKhan-yl9dn6 жыл бұрын
Great
@bharatpatel__jalore5 жыл бұрын
जालोर में आने पर आपका धन्यवाद
@abhishekshukla37856 жыл бұрын
Reporter is best
@gulabraykwar3385 жыл бұрын
Kohniya gaw me bhi ek kila hai sar jila mahoba tehsil kulapahar harpalpur ke pass 20 kilo mitar dur
@AshishSharma-bj8hh3 жыл бұрын
Arjun Singh ji ka baat krne ka tarike me bohut saleeka h.