Thanks for sharing your feelings. I am quite old now. Please bear with this AI recording.
@amarjeet656013 күн бұрын
EWS kya hai
@mayankshukla875414 күн бұрын
सर, आरक्षण कोई गरीबी निवारण प्रोग्राम के तौर पर आरंभ नहीं किया गया था। यह तो समाज में जाति-आधारित वंचित वर्ग के उत्थान हेतु उठाया गया क़दम था।
@StoriesFromHinduDharma14 күн бұрын
You are right sir
@alokbanerjee688014 күн бұрын
जातिवाद भी कोई भेदभाव पर आधारित व्यवस्था नहींथी पर क्या हुआ वैसे ही आरक्षण के साथ भी हो रहा है
@mayankshukla875414 күн бұрын
@@alokbanerjee6880 भेदभाव की नहीं तो क्या सभी जातियां बराबर थीं? सबको सामान अवसर प्राप्त थे? आपके अनुसार आधुनिक भारत में जाति व्यवस्था बनी रहनी चाहिए थी? गांधी, अंबेडकर, भगत सिंह सभी इसका विरोध कर रहे थे
@alokbanerjee688014 күн бұрын
@@mayankshukla8754 मेरा कहने का मतलब था जब जाति व्यवस्था आई थी उसमेंभेदभाव नहीं था पर आगे जाकर उसमें भेदभाव आ गया जाति व्यवस्था नहीं बल्कि भेदभाव खत्म होना चाहिए
@mayankshukla875413 күн бұрын
@@alokbanerjee6880 जाति नाम की पृथक पहचान होने से ही सार्वजनिक सेवाओं में भेदभाव शुरू हो जाता है क्योंकि सरकारी मुलाजिम भी इसी समाज से आते हैं। उदाहरण के तौर पर जब आप किसी साक्षात्कार के बैठेंगे और आपसे अलग जाति का इंटरव्यूअर यदि अपनी जाति वाले के पक्ष में आपकी योग्यता को ठुकरा देगा, तब आपको पता चलेगा कि भेदभाव है या नहीं। और भाई साहब, जाति व्यवस्था हमेशा से ऊंच नीच पर आधारित ही रही है, आप कौनसे भारत में रह रहे हो? प्राचीन काल हो या मध्य काल या आधुनिक काल, क्या ब्राह्मण और चमार बराबर रहे हैं?! आज भी कई शैक्षणिक संस्थानों में भ्रष्टाचार के चलते ऊंचे पदों पर तथाकथित उच्च जातियों का बोलबाला है, जाकर एक्टिविस्ट लोगों द्वारा की गई आर टी आई देख लीजिए। महाशय, आपसे अनुरोध है इतिहास का अच्छे से अध्ययन करें, भारत की सामाजिक समस्याओं का ढंग से अध्ययन करें। तभी भारत का युवा मुगालते से निकलकर देश की बेहतरी में कुछ योगदान दे पाएगा। मैं भी तथाकथित स्वर्ण वर्ग से आता हूं, पर जानता हूं कि इस सारे खेल की सच्चाई क्या है। आपसे शायद आयु में बड़ा हूं, इसलिए छोटा भाई होने के नाते समझा रहा हूं।
@pappuKumar-kc6ji14 күн бұрын
Is desh me kon garib h pahle ye janch karo
@GlimpseofIndianHistoryByDrMoha14 күн бұрын
Your point is valid, but it is already decided by calory requirements of a family. Thanks