विशुद्ध हास्य और व्यंग , काका हाथरसी को हम बचपन में बड़े चाव से पढ़ा और सुना करते थे
@nagendraupadhyay4284Ай бұрын
सादर नमन व विनम्र श्रद्धांजलि, हास्य के कालजई हस्ताक्षर व मां विद्या वारिधि के अमर पुत्र, अद्भुतम्, सुना तो बहुत था स्व काका को लेकिन तकनीकी सुविधा के सहयोग से आज साक्षात देख रहा हूं
@gcpatel841Ай бұрын
बहुत बढ़िया।
@bhupendarji93235 ай бұрын
बहुत बहुत सुन्दर अब ऐसे कवि कहाँ
@premchandgoyal561520 күн бұрын
एक्सीलेंट कवि थे
@AnujChauhan-w7w7 ай бұрын
नमन है आपको काका
@tulsivishwakarma90947 ай бұрын
वाह 😂😂
@devendrajitsinghbumrah3084Ай бұрын
Hie style and poem both are amazing.
@LakkhaSharmabhau3 ай бұрын
Kaka the supreme great
@bimalupadhyay835526 күн бұрын
Pranam
@wethepeople20674 ай бұрын
जय हो काका जी 🙏
@meeraroy0827 күн бұрын
wo ajnaweenahee rhtajab hm kisisaks se kaikaibar meell chuuke hoote hai!!!!!!!😊😊🎉🎉❤❤❤😂
@devendra1956Ай бұрын
Many years ago I heard it on Radio.
@arvindsharma351825 күн бұрын
आज के कवि सम्मेलन के फूहड़ चुटकुले कविता के नाम पर सुनने के बाद काका की महत्ता का पता लगता है ।