कई बार प्रवचन से ज्यादा उसकी समीक्षा से लाभ होता है। आपके प्रवचन व समीक्षा(रमन महर्षि) के लिए बहुत बहुत धन्यवाद।
@vilashchaudhri94311 ай бұрын
जय सियाराम 🌺🙏🙏
@gajendrasharma41668 ай бұрын
🙏🌹jai sitaram 🙏🌹
@umeshagrawal990011 ай бұрын
Jay ho prabhu ki ❤
@kamalraghuwanshi409811 ай бұрын
भ्रम और क्रम दोनों ही प्रकृति में ही हैं दोनो को साथ ही जाना चाहिए। किंचित स्पन्द से ही तो सृष्टि लय अथवा प्रलय होना चाहिए। भृकुटी बिलास सृष्टि लय होई सपनहि संकट परे कि कि कोई।
@Shrikrishnaynamah11 ай бұрын
Doodh nath man se anand nahi milta .anand to bhavan ki bhakti se hi milta hai. Jai shri krishnay nmh.❤