गुरु संज्ञास का सही उच्चारण वैसे गुरु स्नाज्ञाद होता है किन्तु रारंग के स्थानीय बोली के प्रभाव से इस मेले का नाम गुरु संज्ञास पड़ा इस मे गुरु का मतलब पदंसम्भव ओर संज्ञास का मतलब भगवान माना गया है जो की बोली के अनुसार व तिब्बत बौद्ध परम्परा के अनुसार भी सही बैठता है इस मेले को स्थानीय बोली मे किसने बोला और क़ब से बोला इसका इतिहास जानना कठिन है क्यों की हमारा इतिहास दंत कथाओ व गाने से पता चलता है यह मेला तिबत्न बौद्ध परम्परा है जो की पद्मासम्भव जी के जनयंती के रूप मे हर वर्ष रारंग KINNAUR मे मनाया जाता है इस मेले की शुरुवात तत्कालीन गा रिनपोछे जी ने की थी और उनके बाद परंपावन छोगन रिनपोछे जी के आशीर्वाद से होता आ रहा है भविष्य मे शायद वर्तमान गा रिनपोछे जी की भूमिका हो सकती है
@sahilnegikanampa37314 ай бұрын
Tu kaisa laga aapko😊😊😊
@VaishaliChaaras4 ай бұрын
Hn bdiya
@sahilnegikanampa37314 ай бұрын
@@VaishaliChaaras ok ji but it's to kaisa ok not tu i hope you interested