आज मुझे रोना आ रहा है क्योंकि रवीवार को गया था 16सितम्बर कों मैंने दर्शन किए और रात वहीं बिताईं थीं और 19सितम्बर कों चित्रकूट धाम 🚩 से लोटा तों भी मां के दर्श हुए थे आंसू रुक नही है क्योंकि मां के दर्शन हो नहीं हों पाएंगे इसलिए आरती सुन के दर्श पा रहा हूं जय मां बिन्दबासनी