ग्वालिड़ा तू कोनी जाने पिड़ परायी पिड़ परायी रे प्रीत परायी बेठ कदम्ब पर साँवरो बंसी बजायी जी (रे मेवाड़ी राणा रे) सब गाय न घिर आयी चोर चोर दही माखन खायो जी (रे मेवाड़ी राणा रे) ब्रज की नार डराई जनमत ही कुल त्यारण कहियो जी (रे मेवाड़ी राणा रे) मात-पिता , गुरु भाई राजा माधोसिंह जी रा कुवर प्रताप सिंघजी (रे मेवाड़ी राणा रे)सब मिल सोरठ गाई बोल कृष्ण चन्द्र भगवान की जय
@Sunil_agarwal034 жыл бұрын
🙏जय श्री नाथजी महाराज🙏 🙏हर हर महादेव🙏 🙏जय भोले🙏 🙏जय श्री महाकाल बाबा🙏