राजवीर सर बहुत ही बुद्धिमान प्रोपेंसर है मुझे नहीं लगता कि इनके ज्ञान के बराबर का बन्दा कोई दूसरा है इंडिया में मै काफ़ी टाईम से इनको सुण रहा हूँ
@InnocentRaj-w7c18 күн бұрын
कोनसे डिपार्टमेंट में professor है Rajasthan university मे kya
@M_kasumal9 күн бұрын
Rajveer sir jindabad ❤🙏🚩🚩
@BhawaniSingh-n6z19 күн бұрын
राजवीर सर बहुत बढ़िया जानकारी देते हैं
@JaswantSingh-o3b18 күн бұрын
👍❤️
@prakashsingh160718 күн бұрын
Ravsabhati🎉🎉❤❤
@crchoudhary550619 күн бұрын
= जब तक अपनी मातृभाषा जोकि "राजस्थानी भाषा " ही हैं , जो कि उर्दू, हिन्दी...... जैसी भाषाओं से बहुत पुरानी भी हैं , को संविधान की ८ वी अनुसूची में डालकर मान्यता नहीं दी जायेगी , तब तक राजस्थान के विद्यार्थी भाषाई_ शैक्षिक तौर पर पिछड़ते ही जाएंगे......? यदि उनको राजस्थानी में पढ़ाया जाय ,तो ज़्यादा रूचिकर, आनंददायक भी होगा,.....? जो राष्ट्रीय स्तर पर भी बड़े मारवाड़ी उद्योगपतियों _ व्यापारियों की तरह ही हितकर साबित होगी.....?