मेरे आदर्श मेरे गुरु जी को कोटि कोटि वंदन। गुरुदेव आपने भारत के सच्चे इतिहास को उजागर कर दिया है। डा मुकुट सिंह बौद्ध (प्रधानाचार्य)
@ramawadhverma17407 ай бұрын
तार्किकती से हम समझ सकते हैं कि वैदिक सभ्यता पूरी तरह गप्प ही है। आम लोगों की आंख खोलने के लिए ग्रेट सैल्यूट।❤
@Drkailashchauhan5 ай бұрын
सरकार जो कोचिंग देती हैं सही है
@abinashkumar93164 ай бұрын
@@Drkailashchauhansarkar politics nahi karegi to Yahan ke logon ko control kaise karegi?
@rakeshbharti54853 ай бұрын
यदि इस संसार में कोई पवित्र कार्य है, तो वह धम्म् का प्रचार करना है। दिल से धन्यवाद् । आप तर्क, सत्य, प्रमाण एवं ऐतिहासिक दृष्टिकोण से बौद्ध धम्म् के प्रसार के लिए अद्भुत कार्य कर रहे हैं। आपको शुभकामनाएँ। तथागत् सम्यक् सम्बुद्ध की आप पर अनंत करुणा हो....🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🍃🍃🍃🍃
@MukeshKumar-wk9lt2 ай бұрын
Very nice
@PawanSingh-gv9ih7 ай бұрын
शोधकर्ता विद्यार्थियों को आप के द्वारा दिए गये जानकारी से बोहोत फैयदा हो।
@YashwantsinghShekhawat7 ай бұрын
❤ आपने इतने गहराई से पकड़ कर तथ्यों को प्रमाणिकता से खोजकर रखा.. काफिले तारिफ है.. thanks..🌾🌾
@shubhverma2197 ай бұрын
Kabile tarif😅
@OmPrakashYadav-ze4rf7 ай бұрын
आदरणीय श्री राजेन्द्र प्रसाद सिंह जी , आप के द्वारा इतिहास की सही जानकारी प्राप्त हो रही है।❤हार्दिक❤ शुभकामनाएं बधाई । जय भीम नमो बुध्दाय।
@puneetkumarchaturvedi9355Ай бұрын
दिक्कत आप लोगो के साथ यही है जो जैसा समझाया वैसे ही समझ लिए। खुद का दिमाग भी लगाइये और स्वंय का अध्ययन भी कीजिये।
@dwabablog64517 ай бұрын
आज तक हम सभी को अंधेरे में रखा गया था लेकिन सर जी आप ने हमारी आँखे खोल दी बहुत बहुत धन्यवाद❤❤❤
@KundanKumar-hr7fl5 ай бұрын
Bahut bada baklel hai ye vyakti , matlab tumko dimag nahi hai ,jo isko sun rahe ho
@oneatulin2 ай бұрын
गनीमत है केवल आंखें खोली हैं।
@Sonu-mr4td2 ай бұрын
Ankhe khol di,😂😂
@ramsuratram7409Ай бұрын
मोहन जोदड़ो देश के मूल निवासीयो के असली सबूत मिलता हैं।
@oneatulinАй бұрын
@@ramsuratram7409 क्या सबूत मिला? जात प्रमाणपत्र?
@vkawasthi33867 ай бұрын
सारी चर्चा का सरास यह निकलता है कि कोई वैदिक काल था ही नहीं।
@Ratneshkumar9026t7 ай бұрын
हम आपसे 100%सहमत हैं
@KAUSHALKUMAR-pv5nc7 ай бұрын
ये तो ऋग्वेद पढ़ के ही समझ आता है कि ये कोई बकवास है , मनगढ़ंत है ।
@NIINDIAN8537 ай бұрын
Great sir 👌👌👌
@dipaksubodh62196 ай бұрын
@Psychologicalfacts843.आदरणीय साहबजी.नमो बुधाय.आप साहबजी यह चर्चासे सहमत नहीं हो?अगर आप साहबजीके पास एसा कोई आधार हो तो दिखा दीजिए.दिपक सुबोध .अहमदाबादसे.
@LG-3686 ай бұрын
तुझे समझ में आ ही नही सकता @@KAUSHALKUMAR-pv5nc
@mayadevi47407 ай бұрын
सर आप लाइट ऑफ एशिया के सर्च लाइट है नमन है आपको
@somnathkar98096 ай бұрын
😂Ap joke accha marte ho
@50centgamer656 ай бұрын
😂
@arunkumarkhareSHIV5 ай бұрын
Inka ye gyan poori tarah se confusing Hai, ye apne sunnewalon ko dishaheen bana rahe Hai.
@somnathkar98095 ай бұрын
@@arunkumarkhareSHIV kaha se gyan lu, thoda batane ka kast karenge? Is haramkhor rajen sing se?
@SoniYadav-w6c3 ай бұрын
dishaheen to vedon purano ne kiya hai.
@ThanosOfficial-g7g2 ай бұрын
Khan sir vikash divya kirti राजेन्द्र प्रसाद सर के सामने कुछ नही है क्योंकि ये लोग फ़र्ज़ी ज्ञान देते है असलियत कभी नही पढ़ाते ना ही इन दोनों का अपना कोई रिसर्च है मगर राजेन्द्र सर महान तर्कवादी और Researcher है और पुरी बात with evidance के साथ करते है इसलिए यह उन दोनों से बहोत ही शानदार टीचर है
@mohammadinamullah9380Ай бұрын
Learned aur scholar mein yahi antar hota hai
@ThanosOfficial-g7gАй бұрын
@mohammadinamullah9380 Yes
@deekshadongre67147 ай бұрын
धन्यवाद सर मोहनजोदडो की खुदाई में स्तुप मिले और आपने बताया पिछले साल ही कुषाण क़ालीन सिक्के मिले । कुषाण क़ालीन सभ्यता बौद्ध सभ्यता थी । मतलब वैदिक युग इतिहास का घालमेल है । सही कहा जो इतनी विकसित सभ्यता थी कैसे झोपड़ी में बदल गई । बुद्ध ही सत्य है । भारत बुद्धों की धरती है । नमोबुद्धाय
@meghpalsingh54882 ай бұрын
कोई वैदिक युग नहीं है सब कुछ बौद्ध मय है।
@ritinitisingh54127 ай бұрын
सर आपको इतना अधिक ज्ञान है इतिहास और भाषा विज्ञान का आपको नमन 😊 NCERT को भी आपसे जानकारी लेना चाहिए।
@sureshprasad15346 ай бұрын
एनसीईआरटी की इतिहास की किताबें पैसे दे कर और डरा धमकाकर लिखवाई जाती है।
@creativestatus44766 ай бұрын
Ncert ki phat jaegi
@ZiebartPatel3 ай бұрын
NCERT पंडा इतिहास के झूठ का घटिया पाठ्य सामग्री है।
@rupeshpaswan80427 ай бұрын
बहुत-बहुत धन्यवाद मान्यवर डॉ राजेन्द्र सिंह जी 🙏🙏🙏🙏🙏
सर राजेंद्र सिंह का बहुत बहुत धन्यवाद ज्ञानवर्धक बातें बताने के लिए प्रवेश चंद्र मौर्य जनपद भदोही
@PankajKumar217 ай бұрын
सही कहा गुरु जी आपने । भारत के इतिहास को दोबारा से लिखा जाए।
@ajaymane22247 ай бұрын
हमें जम्बु दिपको 28 बुद्ध मिले और हमारे भविष्य के बुद्ध डॉ बाबासाहेब आंबेडकर जी को कहेंगें💙💙💙🙏🏼🙏🏼🙏🏼
@मानसप्रेमी-ध7श3 ай бұрын
29 वें बुद्ध अम्बेडकर जी थे
@teach-mint41413 ай бұрын
Amedkar is only a intellectual politician that's it he is not religious person or buddha. Understand??
@krishnabajpayee51242 ай бұрын
Hain .....😅
@krishnabajpayee51242 ай бұрын
Hain😅
@mahipal-gh8jc7 ай бұрын
सर कई दिनों से आपके विडियो का इंतजार था।बहुत बहुत धन्यवाद
@sunilkadam74557 ай бұрын
सर क्या खूब सच्चा छिट्टा खोला है इन मक्कार झूठे मनुवादियों का किसी भी तरह का कोइ वैदिक काल नहीं था ना ही आर्यो का भारत आगमन उस काल खंड में था ये सभी मनुवादी इतिहास को गलत तरीके से व्याख्या करते है, नमो बुध।।।
@balendumanitripathi95976 ай бұрын
Arya kab aye the aye the bhi ki ni 😅
@ganeshbrijronia63276 ай бұрын
Dearest Dr you are a very truth teller with examples 🎉
@ravi-gx2qc2qz4r5 ай бұрын
आर्य यदि नहीं आए तो प्राकृत भाषा क्या आसमान से टपकी ??
@PradeepSharma-ue1mm5 ай бұрын
आर्य सब भारत के मूल निवासी हैं यह अंग्रेजों की थ्योरी है डिवाइनएंड रूल चीनी यात्री फाह्यान हर्षवर्धन के टाइम में आया इसका अंग्रेजी संस्करण हुआ है उसे पुस्तक का मुझे नाम पता नहीं उसमें लिखा है हिंदू और बौद्ध भारत में बहुत अच्छी तरह मिलजुल कर रहते हैं एक दूसरे का सम्मान करते हैं यह सबकम्युनिस्ट धर्मनिरपेक्ष इतिहास कारों का गोलमाल है कि यहां बहुत और हि
@ravi-gx2qc2qz4r5 ай бұрын
@@PradeepSharma-ue1mm यदि आर्य मूल निवासी हैं तो सिन्धु सभ्यता में उनका R1A1 जीन क्यों नहीं है? आर्यों की भाषा प्राकृत और संस्कृत भारोपीय परिवार की भाषा क्यों हैं??
@prabhat_ranjan7 ай бұрын
कमाल का विष्लेषण, पहली बार इस दृष्टिकोण से इतिहास को जानने का अवसर मिला। बहुत ही अदभुत । लाखों लाइक्स भी कम हैं इस वीडियो के लिए.....
@dharampal25064 ай бұрын
प्रोफेसर साहब आप अपने जैसे एक बढ़िजीवीयो की एक टीम बनाकर प्राचीन इतिहास सिंधुघाटी सभ्यता से लेकर आजतक का सिलसिले बार किताब 1, 2, 3,4, 5.... वॉल्यूम में लिखने की कृपा करें. वर्तमान में इतिहास की बहुत सारी किताबें पड़नी पडती है, किताबों को ढूढ़ना भी मुश्किल होता है आम लोगो को.
@priyatamanuragi93987 ай бұрын
नमो बुद्धाय सर, आप से हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है, ज्ञानवर्धन के लिए आपका आभार 🙏🏼🙏🏼
@ManojKumar-si3mh7 ай бұрын
सर, इसका सीधा सा मतलब यही है कि भारत का इतिहास लिखने अधिकतर भरामण लोग ही लिखा है जो भ्रम ही फैलाता है। भारत का इतिहास को इस भरामण जाति के लोग भ्रामक बना दिया।
@Saddas9923 ай бұрын
ब्राह्मण ख़ुद अपने आप में भर्मित है, परन्तु चालाक बहुत है।😮
@Amankumar-i2q6l3 ай бұрын
British ke likha itihas
@krishnabajpayee51242 ай бұрын
Brahmana ne pura barbad kar diya tab tho brahmana ne bohut atyachar b kiye phir budh k anujaee aur budh itne din tak jibit kaise rahe ussi deah may Jainism Aur Budhism kaise bikshit hue
@manumahli60337 ай бұрын
प्राचीन मोहन जोदड़ो हड़प्पा में प्राप्त अवशेषों में ऊंचे ऊंचे, पक्के ईंटों से निर्मित भवन के निर्माण कर्ता विदेशी बर्बर आर्यों से निश्चित ही बहुत सभ्य और विकसित रहे होंगे | ❤❤❤
@KrishnpratapSingh-hz7ux3 ай бұрын
तू है विदेशी हम मूल निवासी जय श्री राम जय बुद्ध
@JaiPrakashShivaji7 ай бұрын
The Real Bahujan Journalist of India , Keep it up !!!!!!
@kartik68987 ай бұрын
Historian not journalists
@purushottamsingh92847 ай бұрын
Doing both jobs .... simultaneously without losing his temper ( dedicated to बहुजन समन ) .thanks
@baijuexpresschannel27207 ай бұрын
❤ बेमिसाल तार्किक ढंग से जानकारी देने के लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद, सारे झूठ इतिहासकारो केलिए आईना है। जय मूलनिवासी।
@rajendraprasadsingh38827 ай бұрын
श्रृंखला जारी रहेगी।
@VanrajsinghVansjunglee4 ай бұрын
Kuch bhi gapod do tum yahan the vahi rahoge 😂
@NewworldBaby-p6r2 ай бұрын
@@VanrajsinghVansjungleegapod shankh to tum logo ka hai. Ham log to sirf sacchai ka pata laga rahe hai
@VanrajsinghVansjunglee2 ай бұрын
@@NewworldBaby-p6r ha ha accha fir bata buddha kaise paida hue the??aur kahan se??
@ramprsadyaduvnshi97157 ай бұрын
माननीय श्री राजेन्द्र प्रसाद सिंह जी आपने बहुत अच्छी अच्छी जानकारी दिया करते हैं, इसके लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद।।
@mooknayak23 ай бұрын
हम इस देश के शासक थे और "हम फिर शासक होंगे"
@sourabhkumar51482 ай бұрын
Kaise utube dekhkar
@jlefjusticelibertyequality57587 ай бұрын
डॉ साहब यह तो हमे मालूम हो गया कि हमारी सभ्यता संस्कृति बहुत विशाल व सभ्य थी।।लेकिन हमसे क्या ऐसी गलती हो गई कि हम जातियों में बंट गई और भयंकर शोषण असमानता की पैदा हुई।हम बार बार अज्ञानी अनपढ़ पांखण्ड और गुलाम होते रहे।।हम कैसे पक्के मकानों से छप्पर में आ गए।।।इस पर भी विस्तृत चर्चा करने का कष्ट कर हम कभी फिर इतिहास को दोहरा पा रहे हैं।।।यहां तो सारी गंगा उल्टी बह रही है।।।🎉🎉🎉🎉🎉🎉
@NIINDIAN8537 ай бұрын
बहुत सुंदर सवाल है कि हमारी सभ्यता कहां चली गई हय् है सर जी 🙏🙏🙏
@bhupendr.choudhary1237 ай бұрын
@@NIINDIAN853Sabhyata to wahi continue ho rhi h bs kabza kisi or ka h jisne apna dhandha set karne ke liye usme se buddh ko gayab kr itihas ko mithihas bana kr pracharit Kiya hua h or teez tyoharo ka swarup badal Diya h 🙏🏻🙏🏻
@mindbodybuddha20696 ай бұрын
जिन्हें जातियां बता कर फैलाया गया है ये सब हमारी बौद्ध परंपरा में उपाधि हुआ करती थी इन्हीं को ब्राह्मण टुच्चे ने जातियां बता कर फैलाया
@YashKumar-s2s6 ай бұрын
गलती हमारी नहीं होती यह तो ब्रिटिश अधिकारी ने जातियों में सब लोगों को बात और उसी को बाद में उन्होंने किस प्रकार से भारतीय राजनीति में घुसता की जातियां बनती ही गई और आजादी के बाद कांग्रेस ने कभी भारत के लोगों को एक होने का मौका नहीं दिया हमें जाती और तुष्टिकरण की राजनीति में सभी को अलग अलग कर दिया
@bhupendr.choudhary1236 ай бұрын
@@YashKumar-s2s angrezo ne jatiyan bana di to mughlo ke time brahman jat gujar ahir rajput ch.....r kumhar teli Mali lohar aadi aadi jatiyan Kahan se aayi ....akl ke andho jatio ka ullekh boddh dharm ko khatm kr bne brahman dharm ke sath hi hone lagta h seedhi baat h jati vyavastha varn vyavastha ki tareh brahmano ki den h ..kuchh itihas bhi padh liya Karo or dimag jagao 😆🤣🤣🤣🤣🤣
@crmaurya5637 ай бұрын
आपकी द्वारा सटीक,सत्य, साक्ष्य सहित अनकही एतिहासिक विवरण। इतिहासकारों ने इतिहास लेखन में बहुत से एतिहासिक साक्ष्यों का अनदेखा किया दिया है। आपने इतिहास की सही जानकारी के लिए मा० डॉ राजेन्द्र सिंह प्रसाद जी को बहुत बहुत धन्यवाद व साधुवाद।
@satyakedarshan6 ай бұрын
ग्रेट वर्क जी 💐💐💐💐💐💐
@SurendraPratap-c7q2 ай бұрын
सर, ऐसा लगता है जैसे आप प्याज़ के छिलको की तरह इतिहास की परते अधेड़कर सचाई से रूबरू करा रहे हैं, छुपाए गए इतिहास की सच्चाई का दर्शन करा रहे हैं . बहुत बहुत साधुवाद के पात्र हैं आप . हम और आने वाली हमारी नश्ले आपकी सदैव ऋणी रहेगी।
@deonath39347 ай бұрын
बहुत उत्कृष्ट तर्क है। सच्चाई को सामने लाने के लिए सच्चे इतिहासकार ही कर सकते हैं।
@ashashridevi8553Ай бұрын
हमें इतिहास की सच्ची जानकारी देने के लिए हम आपके आभारी हैं 🙏🙏🙏🙏🙏
@mansakumari98497 ай бұрын
Thanks for more information sadhubad namobudhay
@JaiPrakashShivaji7 ай бұрын
Excellent Professor Saheb,Keep it up !!!!!!
@mishisingh77817 ай бұрын
There is similarity between Vedic period and oxus civilization (BMAC)
@mishisingh77817 ай бұрын
आर्यन (घोड़े वाले) पहले oxus civilization मे आकर बसे थे। हड़प्पा संस्कृति के लोग अपनी खेती को बचाने के लिए पुल बांध कर रखते थे। आर्यन अनपर आक्रमण करते रहते थे और उनके पुल तोड़कर उनकी खेती खराब कर देते थे। पुलों को इंद्र के द्वारा तोड़ने का जिक्र मिलता है। धीरे धीरे नॉन आर्यन अपने नगर घर छोड़कर जाने लगे। कई पीढ़ी बाद उत्तर भारत (कुरुक्षेत्र) में आर्यों और नॉन आर्यों के बीच युद्ध हुआ था। फिर वैदिक काल का आरम्भ हुआ। नॉन आर्यों की औरतों से शादी करके आर्यों ने अपने घर कुनबे बसा लिए। और गैर आर्यों को साउथ की तरफ भगा दिया। आर्य मांस खाते थे, घोड़े चलाते थे और हवन करते थे। उनको खेती नहीं आती थी। धीरे धीरे खेती और पशु पालन सीख लिया। कुछ पीढ़ियों बाद इन्हीं में से ब्राह्मण बने और समाज को बांटने लगे।
@WORLDOFBHEEM15187 ай бұрын
अपने राजा महाराजाओं, संत, महापुरुषों का इतिहास बताने के लिए आपको बहुत-बहुत आभार।
@manendrasingh2117 ай бұрын
Sir आपने भारत के सही इतिहास का पुनः लेखन किया है, जय मूलनिवासी
@neerajclassesbishnupurbankura5 ай бұрын
ये तो खुद उच्च जाति का है मालिक
@Bhartmotive7 ай бұрын
जानकारी देने के लिए सर आपको बहुत बहुत साधुवाद
@PredeepKeshri7 ай бұрын
आप की सोच और खोज और समझने की शैली को हम दिल से नमन करते हैं नमो बुद्धाय एक वीडियो आप राजा पोरस और सिकंदर के समय का बनाया समय के साथ
@Historofworld7 ай бұрын
नमो बुद्धाय जय सम्राट...☸️ बहुत ही ज्ञानवर्धक जानकारी
@dayashankarsingh10957 ай бұрын
आप नित्य नूतन , तार्किक और रोचक तथ्य के साथ आते है।
@rajuwankhade23445 ай бұрын
Dr Rajendra Prasad Singh ji ka Nishpakshta se Itihas ka darshan karane par Tahe dil se Jai Bhim, Jai Asok,Namo buddhay.❤️🙏
@killercomedies50515 ай бұрын
निष्पक्षता सिर्फ एक विचारधारा को बढ़ावा दे ये कैसी निष्पक्षता है।
@arunmeshram13237 ай бұрын
बहुत सही जानकारी दी है सर आपने धन्यवाद।
@SewaRam-jx1dz7 ай бұрын
बहुत-बहुत साधुवाद आदरणीय सर,,🎉 जय भीम नमोबुद्धाय सर,,,❤
@nainsingh4723 ай бұрын
राजेंद्र प्रसाद सिंह जी लॉजिकल फैक्ट्स पर इतिहास का एनालिसिस करते हैं जो बहुत ही शिक्षा प्रद है।
@harishchandramaurya58933 ай бұрын
जय हो सर जी आपकी जय हो, अब पुरा भारत का गाँव गाँव ब्लॉक ब्लॉक तहसील जिला शहर राज्य विद्यालय स्कूल शिक्षक प्रोफेसर पत्रकार वकील वैज्ञानिक ऐतिहासिक वैज्ञानिक भाषा लिपि के सबूत के साथ आपके द्वारा जागरूक होंगे जय संविधान जय मंडल कॉमिसन जय विज्ञान
@pramodkumaryadav36412 ай бұрын
Prof. Singh sir, though I am Student and Professor of Science and Technology, but your fact finding ability and explanation has created a lot interest in me in the field of history especially BUDDHA'S era. Thank you very much. Stay always blessed sir 🙏 🎉 Namo Budhhay 🙏
@kishorkumarsingh59287 ай бұрын
वैदिककाल कोरी कल्पना है जो सिर्फ किताबों में मिलते हैं जिसे लगभग एक हजार साल में वैदिक सभ्यता खड़ा किया गया ❤🎉❤🎉❤🎉❤ जय भीम नमो बुद्धाय 🎉🎉🎉
@Mathminds-19897 ай бұрын
आर्य आगमन भी कोरी गप्प है
@rajugore2357 ай бұрын
Right bro
@Beautiful_life-j9c7 ай бұрын
Aap log angrejo ke dwara aapas mei ladwane ki policy ka Shikar hue hai
@D_D.11017 ай бұрын
आपस में लड़वाने पॉलिसी हजारों वर्ष पुरानी ही चली आ रही है ,केवल अंग्रेजों का ही नाम क्यों ले रहे है आप 😅
@avinashnagpal4607 ай бұрын
.@@rajugore235
@vijaykumar2626Ай бұрын
ऐसा महान विद्वान को प्रणाम करता हूँ। बहुत अच्छा लगा आपकी बातों को सुनकर।
@srikantamahananda16037 ай бұрын
Sir apke jese aur 15-20 bahujan itihaaskaar aur bhasha vaigyanik humare samaj ko jagane k liye chahiye 🙏💙💛❤️🤍🧡
@ravideosthaledeosthale8218Ай бұрын
आप का सराहनिय प्रयास...नमो बुद्धा.जय भीम
@SS-ct4hv7 ай бұрын
SUKRIYA SIR JI💙🙏💙
@girajasankarmaurya97465 ай бұрын
नमो बुद्धाय सर आपको बहुत-बहुत धन्यवाद
@sukantjain14657 ай бұрын
वृद्धि, सकारात्मक अथवा नकारात्मक हो सकती हैं किन्तु विकास , हमेशा सकारात्मक ही होता हैं । तात्पर्य यह हैं कि पक्के मकानों में रहने वाले कभी कच्चे व छोपड़ीनुमा मकानों में नही रहेगे ।
@AtoZR-tr3gf4 ай бұрын
, सच में आज के सबसे बेस्ट टीचर में से आप एक है, इतनी गहराई से इतिहास पर कोई बोल नही पाया जितनी आप बोल रहे है 🙏
@minshekhar68486 ай бұрын
जब से श्रृष्टि बनी तब से तथागत बुद्ध हैं। जब कुछ नही था तब बुद्ध थे। बुद्ध पांच लाख साल पहले से हैं। सबसे पहले बुद्ध प्रकट हुए। फिर बुद्ध प्रकट हुए। उसके बाद फिर जो प्रकट हुए उनका नाम भी बुद्ध था। और सबसे अंत में जो बचेंगे वो भी बुद्ध ही होंगे।
@sandeepsinghlovely40096 ай бұрын
इतनी क्यों जल रही है 😂😂😂
@PradeepSharma-ue1mm5 ай бұрын
बिल्कुल इस्लाम कॉन्सेप्टकी तरह लेकिन इससे पहले यहूदी शायद ईशा फिर उसके बाद अब मेंइस्लाम ऐसे ही भारत में वैदिक बौद्ध फिर वैदिक सनातन फिर इस्लाम आया फिर सिख धर्म गुरु आए
@user-ot9sf2jz7o5 ай бұрын
सर!सिंधु सभ्यता को नष्ट करने वाले हथियार यदि नहीं मिलते हैं तो उनको बनाने वाले औजार भी तो नहीं मिलते? पर एक बात तो सच है ही कि आर्य तब भी हमलावर थे और आज भी हमलावर हैं।जो आज हमलावर है वो कल हमलावर तो रहा ही होगा.
@Sciencejourneyfan372515 ай бұрын
Tu manuwadi hai budh ka bhi maza bana rha hai ye sab likh ke
@harishmishra38122 ай бұрын
😆😆😆😆
@ramjeetchaudhary6315Ай бұрын
Ati sarahneey prastuti.namo Buddhay.
@Kirantayade-v6e7 ай бұрын
जब तक घर का भेधी विभीषण ना हो तब तक दुश्मन हम पर विजय प्राप्त कर ही नहीं सकता है 💯
@rajan102030Ай бұрын
बहुत अच्छी ऐतिहासिक जानकारी।
@Usriri_48913 ай бұрын
सिंधु घाटी की सभ्यता और संस्कृति आज से उन्नत थी कम से कम नालियां आज की तरह बजबजाती नहीं रहती थी
@santoshindorasantoshindora23517 ай бұрын
बहुत ही बढ़िया और ज्ञानवर्धक जानकारी के लिए आभार आपका
@gauravsinghstudyadda14502 ай бұрын
कोटि कोटि प्रणाम बहुत नेक काम कर रहे है आप
@sneharaj79686 ай бұрын
जागो बहुजन जागो मनुवादी पाखंडवादी असमानतावादी वर्ण व्यवस्था त्यागो अपने संवैधानिक हक अधिकार मांगो अपने महापुरुषों का गौरवशाली इतिहास को जानो उनकी मानवतावादी विचारधारा को मानो बहुजन समाज के दुश्मनो को पहचानो बहुजन एकता जिंदाबाद।
@fashionstudiopro6 ай бұрын
हा जाग गए, अब बताओ क्या कहना है 😂
@SantoshKumar-kv5ceАй бұрын
Dear Dr.Rajendra sir ji good evening aap ko dil se Abhaar Namo buddhay Jai bhim Jai samvidhan Jai vigyan Jai bharat Jai mulnivasi 🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏
@Imsavasnagar7 ай бұрын
Saf saf ek hi baat hai sir ji ki ye jitni bhi historical chapters aur Vedic history batai Jaa rahi padhai ja rahi sab ek shariyantra ke wajeh se ki bharat ke log apne dharohar ko naa Jann paye humare Buddhism ki rich culture ko dafna ke banni hai ye Vedic period ye sab jitne bhi religious shariyantra Kari kitabe likhi gai ye humare history ko mitane ke liye fake kitabey kahaniya banai hai hai aap ka dhanyawad sir aap sach ujagar kar rahe hain Namo buddhay 💙🙏🏻
@anshumantripathi15413 ай бұрын
👏👏👏 pramano ke saath baaton ko rakhne ka accha prayas anukarneey.
@ggacademy93457 ай бұрын
Pranam gurujii
@lalchandmaurya98274 ай бұрын
गूढ़ जानकारी आपने दिया। बहुत बहुत धन्यवाद, डॉक्टर साहब।
@premnagar5593 ай бұрын
इतना झूठा इतिहास पढ़ाया गया है हमको की अपने ही देश की सभ्यता से अनजान थे हम लोग और झूठे और काल्पनिक पात्रों को सही मान रहे थे। Thank you Sir ❤❤
@dilipsyangbo1195 ай бұрын
Sachai ki ujagar, tarka aur sabut ke sath. Jai ho Prof sahab ki.
@rcpatel54606 ай бұрын
मैंने बहुत सारे इतिहास करो के बारे में आप जैसे कुछ लोगों से जो जाना है उसका सर यही निकलता है आठवीं सदी के बाद वैदिक युग शुरुआत हुई और इतिहास में घालमेल करना शुरू किया गया आदि अनंत तमाम बातें बतानी जाने लगी आजादी के बाद
@GSNwithrajatkaushik916Ай бұрын
सही कह रहो हो भाई गुप्त वंश भी कल्पना थी सातवाहन वंश भी कल्पना थी महात्मा बुद्ध की सभाएं भी वैदिक पालन लोगों के घर नहीं होती थी कोई भी चीनी यात्री भारत नहीं आया राजा हर्ष को पुलकिशन ने थोड़े ही हराया था वो समुद में डूब कर मर गया था हमारे यहां के लोग सुमात्रा द्विप पर जब गए जब अरब वालो ने आक्रमण किया कुछ भी जिस बात की जानकारी ना हो उसमे दखल अंदाज नहीं करनी चाहिए ये सत्य है कि सिंधु घाटी सभ्यता वैदिक सभ्यता के बाद की है बस अब अगर लिपि भाषा का सही बोध हो जाए तो सारी गुत्थियां सुलझ जायेगी
@shakyaalbauddha5637 ай бұрын
आपके लिए मंगलकामनाएं स्वस्थ रहें दीर्घायु हों
@IshwarPrasad-g9r5 ай бұрын
इतिहासकारों ने अपनी मानसिकता के अनुसार सच्चाई पर पर्दा डालकर इतिहास लिखा है झूठा इतिहास लेखन के कारण झूठी बात को सही मानने लगते है लोग । सच्ची जानकारी देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद
@vidyanandbhaskar56167 ай бұрын
Behtareen tarike se aapne samjhaya singh sir 💝🙏🏻
@PB07SINGHАй бұрын
आप जिस तरह सरलता से तथ्यों के साथ बात करते हो आपकी बात आसानी से सम्झ आती है.द्वेश ग्रसित वीडियो बनाने वाले ब्राहमण धर्मी बोध नास्तिको को यह कला सरलता आपसे सीखनी चाहिये❤❤
@rajeshmohite11415 ай бұрын
Ye abhi ke jo brahman he inke purkhone jo vaidik sabhyta wale the..ye sbse bade chor lutere the..aiyashi the...Inhone sb ithihas ko Andhere me rakha he...Ithihas ugagar karne ke liye aapka bahot sadhuwad sir..
@Saddas9923 ай бұрын
सही बात ये ब्राह्मण ख़ुद चोर लुटेरे, अइयाश, व्यभिचारी, बलात्कारी थे परन्तु बताते दूसरी सभ्यता को हैं।
@vijaydomade75862 ай бұрын
सर जी आपके चरणों में कोटि कोटि नमन ❤जो आप सोये हुये समाज को जागरूक कर रहे हैं जी❤
@pardeshibaghel13657 ай бұрын
जय भीम जय संविधान जय बहुजन साहब 🎉 आप ने बहुत ही सुन्दर और बेहतरीन जानकारी प्रदान किए हैं साहब आपको बारंबार साधुवाद भीमवाद ❤🎉🎉❤
@SurinderKumar-qn1wg5 ай бұрын
आप ने हमारी आँखे खोल दी बहुत बहुत धन्यवाद
@shivshailendravaishnava22427 ай бұрын
सम्भवतः नदियों की बाढ़ से जनसंख्या ने आस पास के ऊँची जगहों पर अपनी नई आबादी बसा ली होगी लेकिन पूर्णतया नष्ट हो गई यह तर्क वर्तमान नवीन शोध में गलत ही सिद्ध होता है। आपके तर्क बिल्कुल सटीक है कि आबादी व उनके पारम्परिक क्रियाकलाप बने रहे।
@manoharlalbharti94632 ай бұрын
प्रोफेसर साहब आपको कोटि कोटि नमन अच्छी जानकारी उचित विश्लेषण के लिए धन्यवाद
@aoi-awakeningofindia17607 ай бұрын
प्रोफेसर साहेब, आपके ये विचार मैं कई बार सुना हूँ और आपके विचार तर्कसंगत लगते। शायद आप मानते होंगे कि वैदिक आर्य बाहर से आये क्योंकि इसके DNA से प्रमाण मिलते। कभी यह पिक्चर स्पष्ट करिए कि वैदिक आर्य कब आये भारत की पश्चिमी सीमा पर। वेद जो जिस ग्रामीण सभ्यता की बात करते क्या वह कभी भारतीय प्रायद्वीप में थी ही नहीं? अगर थी तो कब थी? वैदिक आर्यों और भारतीयों का शुरुआती इंटरैक्शन कैसा था? बाद में उनका आपसी इंटरैक्शन कैसा रहा?
@NIINDIAN8537 ай бұрын
बोहोत खुब धन्यवाद साधुवाद सलाम अभीनंदन सर जी 🙏 🙏 🌹 🌹 👌👌👌👌👌👌👌👌
@Vineet-kumar24747 ай бұрын
Vedic period ❌kalpanik period ✔️. 💯💯🖌️💯💯💯
@sagaryadav18167 ай бұрын
सर जी! यदि इतिहास को क्रमबद्ध पढ़ाया जाये तो "वैदिकयुग" नामक "हवा महल" की दावा हवा हवाई हो जाएगा!!
@sanjeysingh74826 ай бұрын
सर आपको कोटि कोटि नमन बहुत अच्छा व्याख्या
@SS-ct4hv7 ай бұрын
NAMO BUDDA JAI BHIM🙏 JAI SAMRAAT🙏🙏
@AshokKumar-mp2pc7 ай бұрын
नमो बुद्धाय जय भीम जय भारत जय विज्ञान जय संविधान बहुत अच्छी जानकारी है सर जी हम आप के साथ है अशोक कुशवाहा कन्नौज उत्तर प्रदेश
@Raahee-w3v6 ай бұрын
Jay Bheem namo budhay Jay samvidhan Jay bharat
@sanghpriygautam34183 ай бұрын
हम बौद्धिष्ट लोग का पतन का कारण सिर्फ एक है, हमारे बिच संगठन नहीं है, ना ही था, हम सबकी चालाकी, पाखंड इत्यादि को तो बताते है लेकिन अपनी कमी नहीं दिखती है
@mktrisharan7 ай бұрын
Bahut bahut dhanyawad sir
@ramdayalsingh16466 ай бұрын
Atyant sahi sateek evm gyanvardhak video dhanyavaad sir🙏🌹
@mohindersingh12336 ай бұрын
❤ Namo buddhay Sar ji
@mamchandgautam8042Ай бұрын
Sir, many thanks for bringing out the facts about Indus valley civilization and the prevalence of Buddhist ideology from Indus valley period to Kushan dynasty kings period which is very recent period.
@sanjeevkumarreddy78047 ай бұрын
जय भीम नमः बुद्धाय, आप को चरण वंदन सर जी मैं आपका फालोअर हु सर हरेक विडियो आपका देखता हूं।
@--chauhan6 ай бұрын
Aap ek sachche itihaskar hain sir
@narsinghraonarsinghrao55637 ай бұрын
नमोबुद्धाय जय भीम
@siddharthnadgeri64544 ай бұрын
आपने बहूतही तर्कशुद्ध स्पष्टीकरण दिया है. जयभीम, नमो बुध्दाय, जय संविधान .
@PradeepKumar-e5n5q7 ай бұрын
लोगों ने अपने अपने द्रष्टि कौंण से इतिहास को देखा और लिखा है। सही इतिहास तो वह होगा जो मानव के समय समय पर विकास और पतन के बारे में लिखा जाय। सभी लिखित इतिहास में इतिहासकारों ने अपनी एक धारणा को जो उनके मन में थी, उसे स्थापित करने का कार्य किया है। मैं इस बात को मानने को बाध्य हूं कि इस संसार में मानव ने अनेक बार विकास किया और उस का पतन भी हुआ। विकास के बारे में हमारी आज जो समझ है उस के अलावा भी मानसिक और सामाजिक तौर पर कई और आयाम हो सकते हैं।अनेक पुराने अवषेशों को देखते हैं तो वे हमारे समझ से परे होते हैं,हम सोचने को मजबूर हो जाते हैं कि ऐसा कैसे हो सकता है, वह हमारे ज्ञान विज्ञान से परे होते हैं।