ध्यान संगीत कार्यक्रम: श्री प्रतीक चैतन्य जी की मधुर आवाज में गाया जाने वाला ध्यान संगीत श्रोताओं को भावविभोर कर देता है और वे सहज ही ध्यान की अवस्था में चले जाते हैं। 90 मिनट के ध्यान संगीत कार्यक्रम का आरम्भ ओमकार के सामूहिक musical chanting से होता है। श्री प्रतीक चैतन्य जी श्रोताओं को अलग-अलग प्रणाली से ओमकार ध्यान करना तथा ध्वनि (नाद) के माध्यम से नाड़ी शोधन करना भी बताते हैं। इस पूरे कार्यक्रम में श्रोताओं को एक ऐसा सुरमय आध्यात्मिक आनंद प्राप्त होता है, जिसे शब्दों में बताया नहीं जा सकता। इसे अनुभव करने के लिए इस कार्यक्रम का हिस्सा बनें। श्री प्रतीक चैतन्य जी का परिचय: श्री प्रतीक चैतन्य जी IIT BHU से इलेक्ट्रॉनिक्स में B.Tech. होने के साथ एक ऐसे संगीतकार हैं जिन्होंने संगीत में ध्यान का समावेश करके एक नई विधा, ध्यान संगीत को जन्म दिया है। ध्यान संगीत आम जन तक पहुंच सके, इसके लिए उन्होंने अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। उन्होंने भारत ही नहीं बल्कि नार्वे, स्वीडन, डेनमार्क, जर्मनी, UK, मॉरिशस, मकाऊ, हांगकांग, सिंगापुर, मलेशिया, ऑस्ट्रेलिया और USA में ध्यान संगीत कार्यक्रम का आयोजन किया। ध्यान संगीत कार्यक्रम का विवरण: दिनांक: 11 फरवरी (रविवार), 2024 समय: सायं 6 बजे से 7:30 बजे तक स्थान: कैटजी कोचिंग कैंपस, महमूरगंज, वाराणसी फोन नं: 7706003001 इस सुरमय आध्यात्मिक आनंद के लिए आप सभी मित्रों को स्नेहिल आमंत्रण 🙏🏻 FREE Entry Ticket बुक करें। सीटें सीमित। forms.gle/cFrFKWoWYs42XafU7
@dhirendramanitripathi962211 ай бұрын
प्रतीक चैतन्य जी के इस अद्भुत संगीत का साक्षी बनना मेरे लिए गौरव और हर्ष का विषय रहा है। 90 मिनट यूं निकल जाते हैं की जैसे किसी दूसरे ही लोक में पहुंच गए हों। स्वांस से लेकर भीतर मन तक सब प्रफुल्लित हो उठता है। श्रोता ध्यान की मुद्रा और अवस्था को सहर्ष प्राप्त हो जाता है। मैं इस प्रोग्राम में अवश्य शामिल होऊंगा।
@studytimefun615611 ай бұрын
गुरु जी सादर चरण स्पर्श आप के द्वारा प्रस्तुत कार्यक्रम ध्यान संगीत में शामिल होने के बाद से मुझे खुद के भीतर गजब की शांति और स्थिरता का आभास होता है। मैने महसूस किया है की जब से मैं आपके कार्यक्रम में सम्मिलित होना शुरू किया हु तब से मेरी मानसिक और शारीरिक स्थिति बहुत ही ज्यादा मजबूत हुई है। कार्यक्रम के कई दिनों के बाद भी मुझमें वही ताजगी और स्फूर्ति का अहसास होता है जो कार्यक्रम के दौरान महसूस होता है।