नियति का प्रारब्ध बोध ही जीवन है। सहज जीवन का दर्पण विवेक है ।
@kishorkurle2431Ай бұрын
Pranam Guruji 🙏
@ashokkumarchandravanshi4778Ай бұрын
प्रणाम गुरुदेव 🙏🏻🙏🏻🌹🌹
@deepakassociate8700Ай бұрын
प्रणाम गुरूदेव 👏👏
@kanchankhanna1Ай бұрын
प्रणाम गुरू जी 🎉🎉
@TheMSChannelg1Ай бұрын
धन्यवाद गुरु जी ❤
@BhargavBavadiyaАй бұрын
Dhanyawad dhanyawad dhanyawad guruji 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
@Viren-RattewalАй бұрын
प्रणाम गुरु क्षेत्र, धन्यवाद ये सीख देने के लिए, मार्गदर्शन देने के लिए, शिक्षक दिवस की आपको हार्दिक शुभकामनाएं🙏🙏
@anugachhatpravaham.9838Ай бұрын
Thanks for this vidio.
@laxmipanchal1932Ай бұрын
🙏🙏🙏🙏🙏🌹
@babasahebpatil8296Ай бұрын
धन्यवाद गुरुदेव. 🙏🙏
@Swayamdipta-sk8yvАй бұрын
🙏🏾🕉💕💃💫🌺 ji Guruji...💫🌺💫
@ritambharachauhan59Ай бұрын
गुरूजी, कृपया वीडियो के शुरुआत में अगर प्रश्न भी डाल दें तो बहुत सुविधा हो जाएगी
@bodhivartaАй бұрын
अच्छा सुझाव है । जरुर ।🙏🏻
@dineshkumar-pu1nmАй бұрын
🙏🙏🌺🌺🌺
@SaritaDevi-pn8zeАй бұрын
क्या कल्पनाओं की भी सीमा होती ? या सीमातीत है मुझे कब पता चलेगा कि मैं पर्दा या साक्षी हूँ मैं किसी के बताने को स्वीकार तो लूंगी but मेरा स्वयं का क्या😢 होगा ये रोबोट जैसी स्थिति मानने को तैयार नहीं है कि जीवन संभव है साक्षी के बाद 😢
@Holypath1Ай бұрын
बस खुद ही निर्णय लेना है ऐसा लगता है, सामने से बताने वाला कोई प्रकट हो जाए ऐसा नहीं है । ईश्वर है ऐसा तर्क में आता है, पर ईश्वर सामने आ के बोलने लगे ऐसा नही हो पा रहा ।। और अनुभव तो ईश्वर का,,,,,,,,,,,,,कब हो कुछ कहना मुश्किल है ।।
@SmilingMountains-lz1hlАй бұрын
Aap thore thore galat h....100% kisi ek ka galti nai hota
@kishorkurle2431Ай бұрын
Shayad ye apaka marg nahi hai 🙏, sukhi bhava
@SmilingMountains-lz1hlАй бұрын
@@kishorkurle2431 kaun si maarg ki baat kr rahe h app??
@SmilingMountains-lz1hlАй бұрын
Agr sirf bolne se log Khush rehte h...toh aap ko v Khushi bhava