अखाड़ा वास्तव में जब गावँ बना तब से वहाँ के लोगों के द्वारा सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिये उपयोग करते रहे है।अखाड़ा प्रत्येक आदिवासी बाहुल्य गाँव मे सदियों से आदिकाल से रहता है।
@bindupahan688Күн бұрын
मा रायमुनी भगत कहां हैं। इनको केवल धर्मान्तरण नजर आता है। छत्तीसगढ़ के उरांव महिला का उपनाम बाई। मैं स्वयं उरांव हूं। सुनकर आश्चर्य होता है।
@ushabhagat3779Күн бұрын
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@SanjeetaBhagat-kh4hk43 минут бұрын
ये त्यौहार के लिए बना है की घर बनाने को नहीं है बनाने मत दो अकल नहीं है क्या अखाडा किसके लिए है