कुमाऊनी रामलीला उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र की एक पारंपरिक और सांस्कृतिक धरोहर है। यह रामायण के पात्रों और घटनाओं को मंचित करने वाली एक विशेष नाट्यकला है, जिसे खासकर दशहरे के अवसर पर प्रस्तुत किया जाता है। कुमाऊनी रामलीला की सबसे खास बात यह है कि इसे गायन शैली में प्रस्तुत किया जाता है, जिसमें संवाद के बजाय शास्त्रीय संगीत और गीतों के माध्यम से कथा को दर्शाया जाता है।