सिंगर…. कल्पना ना हमसे भंगिया……. आ…… (ना हमसे भंगिया पिसाई एक गणेश के पापा की नईहर जात बानी धाला कोमल हमारे कलाई ए गणेश के पापा साँच कहीं बात मानी )….. 2 # (भंगिया धथुरवा राउर हमसे न पिसाई बसहा के डोरी धा के घुमल न जाई )… 2 काहे करेनी अखियाँ…… काहे करेनी अखियाँ लाल ये गणेश के पापा काहे खिसियात बानी )……2 धाला कोमल हमारे कलाई ए गणेश के पापा साँच कहीं बात मानी # (गरवा के सांप राउर छोड़े फुफकारी पिए खातिर दूध मांगे समझी लाचारी )…. 2 केकरा केकरा के….. केकरा केकरा के सम्हारी हम गणेश के पापा रउआ गरमात बानी )…..2 ना हमसे भंगिया पिसाई एक गणेश के पापा की नईहर जात बानी # (खाईले न खुआ मलाई, बहुते सताई ले 24 घंटा हमसे भाँग पिसवाई ले )…… 2 लईका दू दू गो बा…….. लईका दू दू गो बा छोटे छोटे गणेश के पापा दुःख में दिन रात बानी)…… 2 (ना हमसे भंगिया पिसाई एक गणेश के पापा की नईहर जात बानी धाला कोमल हमारे कलाई ए गणेश के पापा साँच कहीं बात मानी