जय जिनेंद्र ! सादर नमन! हमें अपनी सांस्कृतिक धरोहरों को सहेज कर भी रखना है,ओर सुरक्षित भी, इसलिए जैन परिवार में कम से कम चार लोग तो होना ही चाहिए.साथ ही साथ सनातन धर्म से भी , सम्मान पूर्वक जुड़े रहे,बडी तकलीफ होती है ,जब कोई जैन बंधु भगवान गणेश,शिव,, राम कृष्ण को अपना भगवान मानने से ,इंकार करता है!हम तो इतना जानते हैं,कि सारे धर्म हमारे अपने हैं...केवल इस्लाम को छोड़कर हबीबगंज के स्थान पर " विद्यासागर गंज " कहना प्रारंभ कीजिए . जय जिनेन्द्र !!!
@sarvodayonlineshivir1805 Жыл бұрын
बहुत ही सुंदर जिनालय का निर्माण हो रहा हैं हमारे भोपाल शहर में आपके द्वारा बहुत अच्छी जानकारी दी गई ।
@shakuntalachougule6390 Жыл бұрын
धन्य हो आचार्य भगवंत 🙏🙏🙏 नमोस्तु गुरुदेव.मंदीर की निर्माण को दिखाने के लिये बहुत बहुत धन्यवाद 👏👏
@jsgchandanbalagroupbhopal3388 Жыл бұрын
बहुत सुन्दर जानकारी
@adinathindane6031 Жыл бұрын
अति सुन्दर जिनालय
@AkJain-uc7fo Жыл бұрын
जैनम् जयोतु शासनम् 🙏🙏🏳️🌈🏳️🌈🏳️🌈 बहुत बहुत आभार, अनुमोदना आप सभी जैन कमेटी लोगों का🙏🙏🙏
@ishanjain3176 Жыл бұрын
Adbhut
@RishabhJain-i8t5 ай бұрын
❤
@yashbirsingh16732 сағат бұрын
Wheel chair lift ka provision Kar Lena disabled person ke liye
@drjainbhopal Жыл бұрын
अद्वितीय संरचना, यह अगले 5000 वर्षों तक अपनी विशालता की कहानी बताता रहेगा।
@girishjain2860 Жыл бұрын
Is se achha ek vidhyalaya ka nirman hota toh kitni ko siksha muft me mil jati jo hajaro barso tak kayam rahti
@jainism6893 Жыл бұрын
😂tumhe school banane se kisne Roka banao gyan mat banto
@ashishjain2095Ай бұрын
गिरीश जैन ने अपने कमेन्ट में ज्ञान नहीं बांटा उसके पास पैसा होता तो वो ये काम भी करता।और वैसे भी गुरु जी केअधिकांश प्रोजेक्ट पूर्णता की ओर हैं अब समाज के मध्यम वर्ग को शिक्षित करने उन्हें स्थापित करने की जरूरत है ताकि पलायन रुके और तीर्थों की सुरक्षा , साधुओं की सेवा वैय्यावृत्ति आदि हो सके ये अकेले भोपाल की बात नहीं है पूरे देश में कई जगह करोड़ों के मंदिर हैं जहां समाज के लोगों के पास रोजगार नहीं है पलायन हो रहा है।सादर