एक दो तीन चार.............. साहेब बंदगी बारबार पांच छः सात आठ............रोज आरती संध्या पाठ नौ दश ग्यारह बारा............साहेब जी दु:ख हरो हमारा तेरा चौदह पंद्रह सोला........ सदगुरु कबीर ने सबसे बोला सत्राह अठारह उन्नीस बीस...सदगुरु के चरणों में नमावो शीष 🙏सप्रेम साहेब बंदगी साहेब🙏 🙏सप्रेम साहेब बंदगी साहेब🙏 🙏सप्रेम साहेब बंदगी साहेब🙏
@dikeshwarsahu135315 күн бұрын
साहेब बंदगी साहेब जी
@RamHarakh-mu4hy10 күн бұрын
मैं अपराधी जनम का नख सिख भरा विकार तुम गुरु दाता भांजना मेरी करो उबार,🙏🙏🙏 सप्रेम साहेब बंदगी साहेब जी 💐💐💐