Sammed Shikhar पहुंचा Lallantop, Jain धर्म वालों के गुस्से की असली वजह पता चली। Final Report

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The Lallantop

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Күн бұрын

Пікірлер: 973
@rajutudu4393
@rajutudu4393 Жыл бұрын
परसनाथा पहाड़( मरांग बुरू) संथालो का सबसे बड़ा आस्था का केंद्र है जो प्राकृतिक को पूजते हैं। आदि काल से ही पारसनाथ पहाड़ को पूजते आ रहे हैं
@piyushjain9552
@piyushjain9552 Жыл бұрын
The way of representing of Jainism by that boy was too good ...♥️
@whitewalker1411
@whitewalker1411 Жыл бұрын
कोई समेद शिखर नई है, भोंसड़ी वाला सब बाहरी लोग। वो केवल मरांग बुरु हैं।
@Vrishu.W
@Vrishu.W Жыл бұрын
Hum Jaroor Kam Hai, Lekin Hum Mein Dum Hai ! 👊
@rudraabhishek7330
@rudraabhishek7330 Жыл бұрын
Full support to our Jain community💪🏻 Jai Jinendra 🙏🏻 JaiShriRam🚩 JaiHind🇮🇳
@mrunaltupkar9953
@mrunaltupkar9953 Жыл бұрын
Thank you 🙏
@parkashgala2336
@parkashgala2336 Жыл бұрын
दो समुदायों में जगडा लगाकर अपनी राजनीतिक रोटी शेकते वाली सरकार का निषेध।। जय श्री राम जय हिंद।।
@ayushjain1727
@ayushjain1727 Жыл бұрын
Thank you Lallantop for your coverage. I have been viewing your channel from last 4 years. Your content and reporting is really appreciable. Also your new reporters, researchers and media executives that you hire are also talented. Jaijinendra Jai Shree Ram Jai Bharat.
@shubhampal5611
@shubhampal5611 Жыл бұрын
Jai jinendra
@jayyadav6797
@jayyadav6797 Жыл бұрын
We with u ....
@santoshsorenofficial
@santoshsorenofficial Жыл бұрын
Ye Adivasiyo ka hai aur Adiwasiyo ka hi rahega....
@nicolasmurmu3808
@nicolasmurmu3808 Жыл бұрын
अगर कोई व्यक्ति मेरे गांव में आकर के तपस्या करते हुए उसकी मृत्यु हो जाती है तो क्या मेरा मेरा गांव उस बाहरी व्यक्ति का हो जाएगा या उनके वंशजों का हो जाएगा आजकल कुछ बाहरी पहाड़ की तलहटी पर बसी हमारे गांव को भी अपनी संपत्ति आ रहे हैं साथ ही पहाड़ को भी अपनी संपत्ति बता रहे है
@viralindia937
@viralindia937 8 ай бұрын
We believe in Jain community they are the true successor of Bharat..
@prashantdevadiga6696
@prashantdevadiga6696 Жыл бұрын
Indian Constitution protects all religions equally. I been a Hindu, fully support our Jain sisters & brothers in this issue. Let us respect the religious sanctity of all our holy places. Akanda Bharat ❤️ Jai Hind 🇮🇳
@lavsoren
@lavsoren Жыл бұрын
Real history utha ke dekho Phir support kro Don't be aandhbhakt Nd it's Adivasi's marang buru..
@riteshmajhi8686
@riteshmajhi8686 Жыл бұрын
Yeh bharat pehle Dravid n adivashi o ka hai.Baad Mai Arya ka hai.Ish liye adivashi o ka khilap mat bano.Jo adivashi ke khilap hoga unko adivashi kavi maaf nahi karega.
@ashutoshgautam3293
@ashutoshgautam3293 Жыл бұрын
Indian constitution do not protect or respect any religion, do not misguide ppl. Indian constitution gives u right to have ur own religion and thinking, but do not give u rights to take over others rights in name of respect to any religion. This is Buddhist and aadiwasi place, it has nothing to do with Jain. Jain who have captured most natural resources of Gujrat, now they are trying to snatching away others things, in name of their false stories. According to archaeological evidences, there were no Jain during time of buddha. Jain community emerges after Buddha, they copied Buddhist stories.
@SarcasticIncognito8
@SarcasticIncognito8 Жыл бұрын
@@riteshmajhi8686 Han to koi nhi rahega, sirf tum rahohe is desh mein. Akhir tum adivasi ho. Desh ki bikash mein adivasiyon ka yogdan 2% se bhi kam. Chale aaye sale chutiyapa karne. Jharkhand mein sirf 26% ho. Aur bhi log rehte hein. Tera baap ka raj nhi cha raha hai.
@riteshmajhi8686
@riteshmajhi8686 Жыл бұрын
Trilochon Jena SCHEDULE Caste.jyada attitude mat dikha.
@lakhindartudu8361
@lakhindartudu8361 Жыл бұрын
संथालों के पास पुख्ता सबूत है संथाल् हजारो सालों से यँहा पर मारंग बुरु को पूजते आये है
@gargabhinav
@gargabhinav Жыл бұрын
We love Jains. They are so humble a community that no one can even match. They stand to their principles till date. Hats off. Pta nahi baaaki hindu bhai bhen kab apni sanskriti ko pehchanenge aur usse adopt krenge aur na ki Christianity me adopt krlenge. Missionaries se hinduyon ko bachana chhiye. Jains, Hindus, and other some not well known dharmas are the ones which would make this world a better place. Jai jinendra, jai shri kishna
@pratapbhaibodar9604
@pratapbhaibodar9604 Жыл бұрын
आदिवासी एकता जिंदाबाद आदिवासी हीं ‌इस देश मूलनिवासी आदिवासी ‌है।
@swarupdas2552
@swarupdas2552 Жыл бұрын
1234 Jain dharm ki jai jai kaar 👍
@arjunartandculture
@arjunartandculture Жыл бұрын
जैन समाज की मांग पूरी होनी चाहिए
@vipulmarandi68
@vipulmarandi68 Жыл бұрын
ये किसी जैन का नही है ये हमरा इलका है आंदोलन तो हम करेंगे अब जय आदिवासी जोहार मरांग बुरु🙏🙏
@RC-wy4tf
@RC-wy4tf Жыл бұрын
Ye aa gaya vipul naam ka saanp... Apne hi logo ko zahar Dene wala.
@arpitjain914
@arpitjain914 Жыл бұрын
Are bhai apka hi tirth hai aur apki jimmedari hai isko pavitra banaye rakhna: apse koi ladai thodi na hai bas pavittra banaye rakhne ki jimmedari hai mere bhai: samjho bahkawe me mat aao🙏🙏🙏
@anilsoren3598
@anilsoren3598 Жыл бұрын
बिलकुल सही जैन धर्म के लोगों ने पारसनाथ में कब्जा किया गया है ।
@sagarkmurmu
@sagarkmurmu Жыл бұрын
@@manishjain4691 waha bhai waah ulta chor kotwaal ko daate Sarkar ka notification ni dekho ho kya. Saf saf dikhai de rha ki kabja kiya jaa rha bhai kiss muh se bol rhe ho mere samjh ke pre hai tumhari baat.
@arpitjain914
@arpitjain914 Жыл бұрын
लड़ाई *पर्वतराज की पवित्रता को पवित्र* रखने की है ना कि स्थानीय निवासियों से। रात के गहरे अंधेरे में *2:00** या **2:30** बजे* के लगभग अपने परिवार की महिलाओं और बच्चों के साथ घर से बाहर निकल कर थोड़ी दूर तक ही जाने की कोशिश कीजिए, यकीन मानिए हवा खराब हो जाएगी। अपने ही मोहल्ले की गलियां सड़के और मकान भुतहा और डरावने नजर आने लगेंगे। अगर सफर *दो-चार किलोमीटर* का हो तो फिर निश्चित रूप से सफर किया ही नहीं जाएगा। वहीं दूसरी तरफ सुनसान *रात में रात के 2 या **2:30** बजे* अपने परिवार की स्त्री और बच्चों के साथ आप जंगल में एक छोटी सी *टॉर्च* के सहारे पगडंडियों पर पर्वतराज की यात्रा के लिए निर्भय होकर निकल पड़ते हो। कहीं कोई डर नहीं, ना पगडंडीयां डरावनी लगती हैं, ना पेड़ डरावने लगते हैं। ना ही यह लगता है कि जंगल से आकर कोई जंगली जानवर आप पर आक्रमण कर देगा, ना ही उस सुनसान बियाबान में किसी मनुष्य का डर होता है ना किसी लुटेरे का। परिवार के सदस्य भी आगे पीछे हो जाते हैं। सब अनवरत चलते रहते हैं। यह सब कुछ संपन्न हो पाता है, सिर्फ *दो विश्वास* के कारण!! *👉पहला जैन धर्म और पारसनाथ प्रभु में आस्था* और अटूट विश्वास की *पर्वतराज* पर हमारा कुछ भी अनुचित नहीं हो सकता। *👉और दूसरा* यह अटूट विश्वास कि इस पर्वत पर हमारे साथ कभी कोई अनहोनी स्थानीय निवासियों के द्वारा नहीं की जा सकती। अगर यह दोनों विश्वास ना होते तो यकीन मानिए इतने दुर्गम और कठिन यात्रा को कर पाना संभव ही ना हो पाता। दोनों ही विश्वास सत्य हैं। इस विश्वास को खत्म करने वाली बातों को खत्म करना होगा। हम तो वहां पर कुछ देर के यात्री है। यात्रा करते हैं और अपने अपने गंतव्य को चले जाते हैं। मूल रूप में तो हमारे जाने के बाद वहां की समस्त सुरक्षा की जिम्मेदारी का निर्वहन स्थानीय आदिवासी लोग ही करते हैं। वें और उनके पूर्वज आदि अनादि काल से बाबा को पूजते चले आ रहे हैं। *व्यर्थ के विवाद से बचें।* *व्यर्थ के लिखने से बचें।।* जो जरा सा शोरगुल होने या आहट होने पर भी अपने घर के दरवाजे से बाहर निकल कर सड़क पर नहीं आ सकते, वें मोबाइल पर उंगलियां चला कर रक्त की नदियां बहा देने की बात कर रहे है..🔥♏️ #savesikharji #SaveShikharji #SaveSammedShikharJi #sammedshikharji
@mrunaltupkar9953
@mrunaltupkar9953 Жыл бұрын
Thank you For this Video I M JAIN Community. From Wardha, Maharashtra 🙏
@TheLallantop
@TheLallantop Жыл бұрын
Thanks for watching
@suryabhangupta8855
@suryabhangupta8855 Жыл бұрын
धार्मिक स्थल को जब पर्यटक स्थल में बदला जायेगा तो उस धार्मिक स्थल की पवित्रता 100% खतरे में आयेगी क्या केंद्र और राज्य सरकारें पर्यटक स्थल पर शराब को आज तक रोकने में सफल हो पाई है? मैं जैन धर्म के अनुयाई की बातों का समर्थन करता हूं 🚩
@tribeks
@tribeks Жыл бұрын
Bhai parashnath me santhal aadiwasi ka bhi jhare gad he Naa ke jain samuday ka pavitra sathal heee
@sulusukta3935
@sulusukta3935 Жыл бұрын
@@tribeks but you should respect their belief..... You can't treat it as a park or a tracking spot
@jainchirag7273
@jainchirag7273 Жыл бұрын
@@tribeks Jain ka pavitrata sthal hai , Jab tribal log paida hue the naa , Tab Tirthankaron ki vaani goonjti thi yahan par.
@yashvardhan1143
@yashvardhan1143 Жыл бұрын
@@jainchirag7273Sahi baat h, Jain ki history 700 BCE se h Shikharji means the "venerable peak". The site is also called Sammed Śikhar "peak of concentration" because it is a place where twenty of twenty-four Tirthankaras attained Moksha through meditation.[2][3] The word "Parasnath" is derived from Lord Parshvanatha, the twenty-third Jain Tirthankara, who was one of those who attained Moksha at the site in 772 BCE
@jainchirag7273
@jainchirag7273 Жыл бұрын
@@yashvardhan1143 Bro actually 700 BCE is for lord parshavnath, But if we count from Lord Rishabhdeva , just guess how old , it would have been?
@singerneeteshjain8211
@singerneeteshjain8211 Жыл бұрын
Good job by lallantop मीडिया , जैनियों की आस्था का सबसे बड़ा केन्द्र , इस हित में विचार करना जरूरी है
@RAJESH-dm9io
@RAJESH-dm9io Жыл бұрын
कोई पर्यटन नहीं बनेगा मै हिंदु हूँ और गिरीडिह का निवासी भी मैं जैनी भाइयों का फुल समर्थन करता हूँ
@vikrammehtavikarmmehta6615
@vikrammehtavikarmmehta6615 Жыл бұрын
Giridih dhanbad bokaro me 15lakh bahri hai usme tu bhi ek lagta hai pura parvat jain ka nhi hai me bhi bagodar giridih ka hu hamare purkho ne bachaya jal jungle jamin aaj ye jain log hame kanoon sikha rahe haikzbin.info/www/bejne/mHzbZJmvj8xnoqc
@RAJESH-dm9io
@RAJESH-dm9io Жыл бұрын
@@vikrammehtavikarmmehta6615 क्या बिहारी क्या झारखण्डी,क्या हिंदू क्या जैन, दुनिया चांद पे जा रही है और तेरी आत्मा यही सब चीजो पे भटक रही है,100 तोपों की सलामी है ऐसे अनुभवी लोगो को! अरे पर्यटन ही बनाना है तो झारखंड में जंगल की कमी है क्या कही भी बना लो यहीं ही क्यों!!!
@dilshadkoradiya1400
@dilshadkoradiya1400 Жыл бұрын
पर्यटक स्थल बनने से विकास होगा और ये राष्ट् और देशहित मे होगा, श्री मोदी जी जो कर रहे है सही कर रहे है, इतना विकास किया है श्री मोदी जी, आप लोग विकास नही होने दे रहे, भारत माता की जय
@vaishalijain6885
@vaishalijain6885 Жыл бұрын
Ha bhai pata nii ye aadiwasiyon Ko ulta kyo bhadka diya hm to achcha hi kar rahe vo hme galat samajh age aur ye Kam Rajneeti walo ne Kiya hai
@vaishalijain6885
@vaishalijain6885 Жыл бұрын
@@vikrammehtavikarmmehta6615 tum logo chahiye to jungle Rakcha krni nii unki Rehna mahalo me Ac me noukari chahiye phir kaheke aadiwasi
@mansijain9742
@mansijain9742 Жыл бұрын
Jain tirth hamara hai Or hamara hi rahega
@anujjain9997
@anujjain9997 Жыл бұрын
मेरा मेरे आदिवासी भाईयो से निवेदन है पिछले हजारों वर्षो से ये पवित्र स्थान अपने और हमने मिल कर संजोया है , कृपया किसी के बहकावे में ना आए , यह स्थान हमारा सांझा है आपको और हमको मिल कर ही आगे काम करना है कृपया आपसी मतभेद में किसी और को न सामिल करे 🙏🙏🙏 आपसी मतभेद पहले भी साथ बैठ कर सुलझाए है आगे भी ऐसा ही करेंगे
@Humanityexists1
@Humanityexists1 Жыл бұрын
बिलकुल सही कहा आपने,मैं समर्थन करता हूं
@kavitasingh5684
@kavitasingh5684 Жыл бұрын
Phir hm jharkhandiyon ko waha jane kyun nhi de rahe ho.jiski dharti hai usi ko waha chalna mna kr rahe ho.parsanath hm jharkhandiyon ki aan ban Shan hai kisi ko atikarman nhi hone denge.jharkhand ko sb charagah smjh ke hai hmari masumiyat ko kamjori smjh ke rakha hai.parasanath only adiwasi manag buru ka hai johar jharkhand
@jigneshvora2455
@jigneshvora2455 Жыл бұрын
@@kavitasingh5684 ye kaha likha he ki voaadivasi ka he ESI bate karke do sampradaya ke laidai karvane ka karya mat kijiye
@anujjain9997
@anujjain9997 Жыл бұрын
@@kavitasingh5684 madam apka rajya hai apki bhi dharohar hai woh sthan , magar jankari puri kar lijiye roka kisi ko nahi hai , jutte chapal pehen ke jane par , sarab or anya nashile padarthon ke sevan or bikri par pratibandh hai mans machili par partibandh hai jo ki anya kisi bhi dharmik sthal par rehta hi hai chahe kisi bhi sthan ho kisi bhi rajya me ho
@sumanhembrom9648
@sumanhembrom9648 Жыл бұрын
@@jigneshvora2455 documents dekhna chahte h kya
@truthobserver.9546
@truthobserver.9546 Жыл бұрын
Good presentation.... Jai Jinendra!!🙏🏻
@sambhavdiwaker2912
@sambhavdiwaker2912 Жыл бұрын
भाई मैं एक हिंदू हूं और मैं जैन समाज से पिछले 5 वर्षों से जुड़ा हुआ हूं। मैं पारसनाथ के आसपास 2 साल ताक रह चुका हूं और आज मेरा वहां कुछ लोगों से कांटेक्ट है। भाई जी आप जो तर्क दे रहे हैं यह क्या पूर्ण रूप से सत्य | इसका मैं आपको उत्तर जैसे हिंदुओं की देश में बहुत सारे मंदिरों के ऊपर विवाद चल रहे हैं क्योंकि मुसलमानों द्वारा कब्जा किए हुए हैं। लेकिन जैसे हिंदुओं का राम मंदिर है वैसे हमारा पारसनाथ हमारे भगवान यहां सिद्ध हुए हैं और यह दुनिया में कहीं भी नहीं हो सकते। हम यहां आदिवासियों का सम्मान करते हैं। हम अन्य करण के टूरिस्ट को रोकना चाहते हैं आदिवासियों को नहीं । आदिवासी और जैन लोग का इतिहास बहुत ही अच्छा रहा है पिछले 2500 साल मैं पारसनाथ पर्वत में आदिवासियों और जैनों के बीच एक भी बार हिंसा नहीं हुई है। सब भाई हैं जैनों का और आदिवासियों का इतिहास बहुत ही महत्वपूर्ण और संवेदनशील है। यहां किसी एक पक्ष को नीचा दिखा कर आगे नहीं बढ़ा जा सकता। जैन तो चाहते हैं कि वहां के आदिवासियों को स्पेशल राइट्स मिले शिक्षा मिले स्कूल मिले infrastructure मिले। और जैन लोग आदिवासियों का इतना सम्मान करते हैं उनको आदिवासियों की हिस्ट्री के बारे में भी पता है जो इस झारखंड की क्षेत्र को अंग्रेजों के नजर से बचाए थे। जैन और आदिवासी एक जानू की इतनी इसलिए सुनी जा रही है क्योंकि आजादी के बाद जनों का यह पहला प्रोटेस्ट था जैन आदिवासियों का हमेशा सम्मान रखेंगे। जय हिंद जय भारत जय नल जोहर।
@nitinnidgunde4560
@nitinnidgunde4560 Жыл бұрын
Well said 👏
@MSOfficialvideo
@MSOfficialvideo Жыл бұрын
Ek bhi school khola gya hai ✌️✌️✌️ abhi tak ya Aisa kuch jis se aadiwasiyo ko siksha mil sake ... Fact baat batayega 🤞
@arpitjain914
@arpitjain914 Жыл бұрын
लड़ाई *पर्वतराज की पवित्रता को पवित्र* रखने की है ना कि स्थानीय निवासियों से। रात के गहरे अंधेरे में *2:00** या **2:30** बजे* के लगभग अपने परिवार की महिलाओं और बच्चों के साथ घर से बाहर निकल कर थोड़ी दूर तक ही जाने की कोशिश कीजिए, यकीन मानिए हवा खराब हो जाएगी। अपने ही मोहल्ले की गलियां सड़के और मकान भुतहा और डरावने नजर आने लगेंगे। अगर सफर *दो-चार किलोमीटर* का हो तो फिर निश्चित रूप से सफर किया ही नहीं जाएगा। वहीं दूसरी तरफ सुनसान *रात में रात के 2 या **2:30** बजे* अपने परिवार की स्त्री और बच्चों के साथ आप जंगल में एक छोटी सी *टॉर्च* के सहारे पगडंडियों पर पर्वतराज की यात्रा के लिए निर्भय होकर निकल पड़ते हो। कहीं कोई डर नहीं, ना पगडंडीयां डरावनी लगती हैं, ना पेड़ डरावने लगते हैं। ना ही यह लगता है कि जंगल से आकर कोई जंगली जानवर आप पर आक्रमण कर देगा, ना ही उस सुनसान बियाबान में किसी मनुष्य का डर होता है ना किसी लुटेरे का। परिवार के सदस्य भी आगे पीछे हो जाते हैं। सब अनवरत चलते रहते हैं। यह सब कुछ संपन्न हो पाता है, सिर्फ *दो विश्वास* के कारण!! *👉पहला जैन धर्म और पारसनाथ प्रभु में आस्था* और अटूट विश्वास की *पर्वतराज* पर हमारा कुछ भी अनुचित नहीं हो सकता। *👉और दूसरा* यह अटूट विश्वास कि इस पर्वत पर हमारे साथ कभी कोई अनहोनी स्थानीय निवासियों के द्वारा नहीं की जा सकती। अगर यह दोनों विश्वास ना होते तो यकीन मानिए इतने दुर्गम और कठिन यात्रा को कर पाना संभव ही ना हो पाता। दोनों ही विश्वास सत्य हैं। इस विश्वास को खत्म करने वाली बातों को खत्म करना होगा। हम तो वहां पर कुछ देर के यात्री है। यात्रा करते हैं और अपने अपने गंतव्य को चले जाते हैं। मूल रूप में तो हमारे जाने के बाद वहां की समस्त सुरक्षा की जिम्मेदारी का निर्वहन स्थानीय आदिवासी लोग ही करते हैं। वें और उनके पूर्वज आदि अनादि काल से बाबा को पूजते चले आ रहे हैं। *व्यर्थ के विवाद से बचें।* *व्यर्थ के लिखने से बचें।।* #savesikharji #SaveShikharji #SaveSammedShikharJi #sammedshikharji
@sambhavdiwaker2912
@sambhavdiwaker2912 Жыл бұрын
@@arpitjain914 🙏🙏🙏🙏👍👍👍👍👍
@MSOfficialvideo
@MSOfficialvideo Жыл бұрын
अच्छा हम वही का स्थानीय है ठीक सालों पर सब काम पहाड से ही होता है 🤞 जब पहाड में आग लगती है ना तो रात क्या दिन क्या पहाड में आग बुझाने का काम करते है। जमीनी हकीकत पर आइए किताबी बाते मत पढ़ाइए किसी को🤞
@gkplus2877
@gkplus2877 Жыл бұрын
सपना एक देखोगे.... मुश्किलें हजार आयेगी.... लेकिन वो मंजर बड़ा खुबसूरत होगा.... जब कामयाबी शोर मचाएगी। 🌲🌺👌🌲🌺👌🌲🌺
@stpappuhansda..santhaliall8541
@stpappuhansda..santhaliall8541 Жыл бұрын
अरे पता है कि नहीं अप को मरांग बरु आदिवासी का हैं । हम आदिवासी हैं मेरा अधिकार कोई नहीं छीन सकता। जय जोहार
@darshitpatel1806
@darshitpatel1806 Жыл бұрын
Adivasio se pehle dinosaur the vaha pe to kya uske name per kar de ? Aesa faltu logic mat use karo…history padh liya karo…3500 saal se vo jain dharm ka main temple hai…koi aajkal me nahi bana
@stpappuhansda..santhaliall8541
@stpappuhansda..santhaliall8541 Жыл бұрын
@@darshitpatel1806 झारखंड तेरा बाप का नहीं हैं झारखंड आदिवासी का और रहेंगा
@darshitpatel1806
@darshitpatel1806 Жыл бұрын
@@stpappuhansda..santhaliall8541 ha to tere baap ka hai kya ? Aukat hai to kharid le ja…aur ye gyan jab adivasio ko christian banate hai tab to nahi aata tere me…kyu uss waqt fat jati hai kya bol ne me ? Agar adivasi hai to 6 % christian kaha se badhe pichle 20 saalo me ? Us time to muh me chaval bhara hoga..kyu original adivasi hai phir bhi badal gaye christian me…tab kaha gaya jay adivasi jay johar ka nara ?
@UjjwalTuduUR-
@UjjwalTuduUR- Жыл бұрын
@@darshitpatel1806 pahle tu thik se research krr le ....... uske baad kisi v chij m apna point of view rakhna.
@darshitpatel1806
@darshitpatel1806 Жыл бұрын
@@UjjwalTuduUR- tu bhi kar le..aur ha whatsapp university se mat padhna
@rkb7598
@rkb7598 Жыл бұрын
संथाल आदिवासियों का हर त्योहार ,बोंगा बुरु (पूजा पाठ) की शुरुआत मरांग बुरु (परसनाथ पहाड़) के नाम के साथ होता है जहाँ वे लोग बलि देते है और साथ मे महुआ का हाड़िया (शराब) का भी प्रयोग करते है और ये प्रथा हर साल परसनाथ पहाड़ में भी किया जाता है। अब ECO SENSITIVE ZONE घोषित होने से ये लोग अपनी धार्मिक प्रथाएँ नही कर पाएंगे, उन क्षेत्रों में बलि नही दे पाएंगे, हड़िया नहीं चढ़ा पाएंगे, लकड़ी नही चुन पाएंगे, सेंद्रा नही कर पाएंगे, यहाँ तक कि 27 km radius के अंतर्गत जो भी संथाल आदिवासियों का गाँव आता है वो लोग अपना परंपरागत सोहराय पर्व भी नही मना पाएंगे क्योकि आदिवासियों के सभी त्योहारो मे बलि और हाड़िया का प्रथा है। इसी लिए दोनों समुदायों के आस्था को ध्यान में रखते हुए निर्णय लेने की आवश्यकता है।
@Comrade99999
@Comrade99999 Жыл бұрын
मैं स्टूडेंट हूं पर किसी भी धर्म का अपमान गलत है,,,,
@anandganjhu6762
@anandganjhu6762 Жыл бұрын
तुमलोग तो सिर्फ एक पक्ष को सुनते हो और पैसे वालों की
@indiantribevlog9020
@indiantribevlog9020 Жыл бұрын
@@anandganjhu6762 कोई दिक्कत नहीं भाई जब हमारा गूंजेगा ना तो पूरा विश्व दहल जाएगा।
@Comrade99999
@Comrade99999 Жыл бұрын
@@anandganjhu6762 भाई आप लोग भी अपना पक्ष रखो ,,, हम वो भी देखेंगे,,,,,
@dinotyrant
@dinotyrant Жыл бұрын
@@anandganjhu6762 Haan bhai, apna paksh sunao
@amafdeals
@amafdeals Жыл бұрын
@@indiantribevlog9020 yahi to soch he apki...jo chiti ko bhi marna nahi chahte...aise ahinsak samaj ko hi apna dam dikhao... Samajdaari jaye tel lene...baat chit to faltu baatein...logoka istemaal karo aur bhadkao bas apni rotiyaa Seko.... Haa bhai marne katne se hi sab bhala hota he na..aur ye jain log to ahinsak he, shant he, meditation karenge , saaf safai rahegi, duniya me acchi baatein milegi, etc to apko usase problem he... Apko to kya mauj masti karni he Maas madira khani he ,etc sab accha lagta he...aur yahi apke baccho ko accha insaan banayega na...
@jainmohakjain
@jainmohakjain Жыл бұрын
बहुत पवित्र स्थल हैं, इसकी पवित्रता खराब न हो अहिंसा का पालन हो सराक आदिवासी जो की पारसनाथ भगवान को मानते है, उनका भी हक है। ये पहाड़ पर जैन इतिहास लाखों साल पुराना है। जय जिनेंद्र
@indiantribevlog9020
@indiantribevlog9020 Жыл бұрын
हर समय आदिवासियों का ही बलि लिया जाता है इस बार हम धर्म के नाम पर हम बली नहीं चढ़ने वाले। भले इस पहाड़ में तुम्हारा धर्म स्थल हो सकता है लेकिन यह पहाड़ और जंगल हमारा है हम आदिवासियों का है और सबसे बड़ी बात इस पहाड़ में हम आदिवासियों का धर्म स्थल भी है ‌।
@अयोध्याकेलाला
@अयोध्याकेलाला Жыл бұрын
Ha tere papa afrika se pahad lrkar aaye the
@yash_kanthaliya
@yash_kanthaliya Жыл бұрын
Haa to tumko vha jaane se kon rok rha hai, hamari vajah se tumko vha rojgaar milta hai, doli walo dukan walo ko hamari vajah se paisa milta h, vo ek pavitra parvat h, agar aapka dharm sthal h vha to aap bhi jaiye vha , aur us parvat ko pavitra rakhne ki jimmedari aapki bhi utni hi h
@siddhantjain5035
@siddhantjain5035 Жыл бұрын
Bhaiya aapke pavitra sthal pr mandir pe koi joote chappal pehen kr jaye wah kaha tk uchit he??
@indiantribevlog9020
@indiantribevlog9020 Жыл бұрын
@@yash_kanthaliya मेरे प्यारे भाई तुम हमें पैसा किस लिए दोगे और हमें तुम्हारा पैसा नहीं चाहिए तुम्हारा पैसा से हमारा समाज का भला ही नहीं हो रहा है। बीमार से ग्रसित और मरियल व्यक्ति जो तीर्थ यात्रा करने आते हैं नहीं चल पाते हैं उनको जो कंधे पर ढोकर तीर्थयात्रा करवाता है उनको तुम लोग पैसा देते हो उनसे उनका पेट पल रहा ‌ वह काम तो कोई भी कर सकता है मुस्लिम भी कर सकता है इसाई भी कर सकता है। और रहा बात जिम्मेदारी की। तो मेरे भाई यह पहाड़ आदिवासियों की वजह से आज तक सुरक्षित। हमें जितनी आवश्यकता होती है हम पहाड़ से उतना ही लेते। जब हम इस धरती पर जन्म लेते हैं तो हमारे नाम से उस जंगल में10 पेड़ लगाया जाता है। वह 10 पेड़ का हम जिंदगी भर रक्षा करते हैं यह हमारा कर्तव्य होता है। मेरे भाई तुम जैन लोगों का तीर्थ स्थल और भी दूसरे जगहों पर है जहां पर हिंदू निवास करते हैं मैं तुम्हारा राहुल मुनि का एक वीडियो देख रहे थे वह बोल रहा था कि वह जगह में तो तुम लोग जाना भी नहीं चाहते हो ऐसी हालात कर दिया है वहां के निवासियों ने। यह जगह साफ सुथरा और सुरक्षित इसलिए बच्चा हुआ है जो कि हम आदिवासी यहां पर रहते हैं। और दूसरी बात यह पहाड़ हम आदिवासियों का धार्मिक स्थल भी है धार्मिक पहाड़ है। हम यूं ही इससे बाहरी लोगों के हाथों पर नहीं सौंप सकते। हमारा सब कुछ छीन जाएगा हम कुछ नहीं बोलेंगे लेकिन हमारा धर्म या अस्तित्व पर सवाल उठेगा हम अपना सर कटवाने के लिए तैयार हैं। हमारा धर्म को छेड़ने का नतीजा अंग्रेजों ने देखा था। बस इतना ही बोलना चाहता हूं
@mohitjain9997
@mohitjain9997 Жыл бұрын
​@@indiantribevlog9020 kya tum parvat ko paryatan sthan banwakar waha hotel kholna chahte ho kya. Usse tumhara parvat apavitra nhi hoga kya. Pedo ki katai hogi bhomafiya jaga par kabja kar lenge. Bas isiliye wo tum logo ko bhadka rahe hai sacchai dekho cristian missionaries ke bahkawe me naa aao
@dpsh3290
@dpsh3290 Жыл бұрын
झारखण्ड मे क्या एक ही पर्वत मिला सरकार को. अगर डेवलोपमेन्ट ही चाहते हो तो शिक्षा खेती उद्योग व्यापार से करो ना. किसी धार्मिक स्थल पर मांस मदीना शराब और लव स्पॉट बनाकर क्या करोगे. जिस तरह इस्लाम मे मक्का और मदीना की यात्रा होती है ठीक वही प्रकार से जैन लोग शिखरजी की यात्रा को पवित्र मानते है. क्या मक्का या फिर किसी अन्य धर्म स्थान पर ऐसा वहां की सरकार करती है क्या?
@mahendrabeniwal7217
@mahendrabeniwal7217 Жыл бұрын
आदिवासियों का भी ध्यान रखें
@anantjain381
@anantjain381 Жыл бұрын
Dear Lallantop Team Thank You So Much, for covering this issue in such an unbiased manner and such a beautiful representation of the issue !!
@vlog_with_ankit_
@vlog_with_ankit_ Жыл бұрын
आस्था के नाम पर झारखंड के पहाड़ों को लूटने का कोशिश ना करें || जोहार झारखंड ||
@soumyabhattacharya1679
@soumyabhattacharya1679 Жыл бұрын
Every Jain pilgrimage is Holy. Don't malign its dignity. Sammed Shikharji will always remain a Pilgrimage not a tourist spot..Jai Jinendra.
@kapoorjain
@kapoorjain Жыл бұрын
लल्लन टॉप वाकई में लल्लन टॉप काम किया है आपको जैन समाज पर हुए इस आघात पर यह रिपोर्ट के लिए अंतर्मन से आभार ,आप सोभाग्यशाली है की आपको तपस्वी संत का आशीर्वाद मिला
@TheLallantop
@TheLallantop Жыл бұрын
शुक्रिया
@manishakkatara8466
@manishakkatara8466 Жыл бұрын
Tribles ki voice Kayu nahi li gayi? Mulvansi hai tribles,Boykott lalantop chenal
@santalkowagstatus2897
@santalkowagstatus2897 Жыл бұрын
@@TheLallantop lallantop is bisay pe research karke dubara video banaye Santal vs Jain Marangburu (parashnath) ko bibad aaj ka nahin British kal mein bhi hua tha or iss mamla ko le kar Londan k court mein bichar kia gaya tha or Santal adiwasion ka jit hua tha. Aap to media wale hen unsab dastabez nikal ke video banaye. Khudke ghar mein Santali log bedakhal. unka jamin k badle jo raasi milna chahiye bo nahin mil paya hai santali logon ko. Bahan lallantop jake mamini haqiqat ko samne laye .kuchh jain log dharm naam pe trust mein bade bade dan dete lekin us pesa kahan ja Raha hai us par bhi dhyan dena chahiye. Jain (trust wale) jo Adiwasion rejestri jamin ko 22 lakh he use 1 lakh mein hadap k bathe hein . Santal adiwasion ka dharmik sthal ka board ko Jain logon ne ukhad ke fek die the lekin santal samaj us time jyad dhyan nahin diya. Lekin ab to ye pura pahad pe haq jama rahen hein bahut ho gaya . Apkoto pata Adiwasi sirf hatat ek mamle k leke nahin bidroh karta hai. Hamara desh jahan Adiwasi muddha ko jyada tabju nahin diya jata he. Marangburu word se desh bidesh k Santal aparchit nahin unke sabhi puja pabitra kaam marangburu naam se shuru hota hai.
@Arjunbhardwaj-ij4yl
@Arjunbhardwaj-ij4yl Жыл бұрын
I'm a Hindu and I support Jain community ❤️🙏
@stevensmith345
@stevensmith345 Жыл бұрын
जिस प्रकार से एक हिंदू के लिए चार धाम यात्रा एक सिक्ख के लिए गोल्डन टेम्पल और एक मुस्लिम के लिए मक्का मदीना है उसी प्रकार एक जैन के लिए “श्री सम्मेध शिखर जी” आस्था और स्वाभिमान का प्रतीक है जिस प्रकार से ये सभी धार्मिक स्थान आज “ उन्हीं धर्म से जुड़े ट्रस्ट” के नाम किए गये है.. ताकि इन पवित्र स्थानों को उसी धर्म के लोग अपने रीति रिवाज के हिसाब से चला पाये.. उसी प्रकार सरकार को शिखर जी को जैन तीर्थ घोषित कर स्थान को जैन ट्रस्ट के नाम करना चाहिए 🙏 जैसे उदाहरण कर लिए पालीताना का शत्रुंज्य पर्वत “आनंद जी कल्याण जी जैन की पेढी” के नाम रजिस्टर्ड है 🚩 यही हमे श्री सम्मेध शिखर जी के लिए भी चाहिए 🙏
@ekawaaz3247
@ekawaaz3247 Жыл бұрын
बेहद पारखी रिपोर्टिंग अभिनव जी। ऐतिहासिक तथ्य और जुड़ते रिपोर्ट में तो खबर बहुत बारीक हो जाती।
@ntr3570
@ntr3570 Жыл бұрын
पारसनाथ जैनियों का नहीं, आदिवासियों का है, मरांग बुरु का है
@parasjain130
@parasjain130 Жыл бұрын
Parasnath jaino ke 23 thirthankar the
@jainchirag7273
@jainchirag7273 Жыл бұрын
Parasnath bol rahe ho , par kyun bol rahe ho vo nahi pataa , Lack of education
@aakarshhjain55
@aakarshhjain55 Жыл бұрын
Bahut bahut dhanyawad..good going❤️
@indiantribevlog9020
@indiantribevlog9020 Жыл бұрын
आदिवासी सजग रहें वरना हमारा धार्मिक स्थल यह लोग हमसे से छीन लेंगे।
@jigneshvora2455
@jigneshvora2455 Жыл бұрын
Bade hi vichitra ho history jante ho ya esehi bakvas kar rahe ho
@sanjaybaski4028
@sanjaybaski4028 Жыл бұрын
@@jigneshvora2455 history tum nhi jante he
@udayroy4053
@udayroy4053 Жыл бұрын
History ka pta ni h or Gyan de rha h chutiye . Internet chlna thoda Sikh kya liya history history chuda rha h
@parompirhi
@parompirhi Жыл бұрын
अपना जमीन अपना पवर हम आदिवासी आपना धर्मिक स्थान हड़पन कताई बर्दास्त नही।
@visshansda
@visshansda Жыл бұрын
Jai jharkhand jai sarna
@omen.albatross47
@omen.albatross47 Жыл бұрын
पारसनाथ पहाड़ झारखंड के आदिवासी मूलवासियों का है, वहा के आदिवासियों ने हमेशा से सम्मेद शिखर का सम्मान किया, जैनों को वहा बसने के लिए जगह दिया और आज वो जैन समुदाय हमे ही खदेड़ने में लगी है, यह देख बहोत दुख हो रहा है। हमें जैन समुदाय से कोई बैर नहीं है, हम आदिवासी भी वहा जाकर पूजा करते हैं, लेकिन यह कहना की पूरा पारसनाथ पहाड़ जैनों का है, ये बिलकुल गलत है। और ये एक उदाहरण है की कैसे पैसों के सामने संविधान भी झुक जाता है, झारखंडियों ने 1932 को लेकर इतना बड़ा आंदोलन किया झारखंड के 75% लोग इसमें शामिल हुए लेकिन ये राष्ट्रीय खबर तक नहीं बन पाई और आज चंद 2% लोग ने आंदोलन किया और यह अंतर्राष्ट्रीय खबर बन गई वाह! सिर्फ इसलिए की उनके पास पैसा और पावर है सारे मीडिया उन्हे ही दिखा रहे हैं, कोई इस विषय में दूसरा पक्ष नही सुनना चाह रहा है। पारसनाथ पहाड़ - मरांग बुरु पहाड़ है। इसमें पूरा अधिकार झारखंडियों का है, जैन समुदाय से निवेदन है की हमसे हमारा हक ना छीने वरना अंजाम आपके लिए बहोत बुरा होगा* और हम आपको धमकी नही दे रहे है, बल्कि सचेत कर रहे हैं। जय आदिवासी जय जोहार जय झारखंड 🏹💪
@user-lc8no5jb6q
@user-lc8no5jb6q Жыл бұрын
Tu dhamki dega🤣🤣 Jaino ne apna dhanda bnd kr diya na sadak pr aa jaoge pta bhi ni chalega
@user-lc8no5jb6q
@user-lc8no5jb6q Жыл бұрын
Proof dikha adivasiyo ka h vo or sammed shikharji ka jikr hamare shaastro me h isleye vo humne kese bhi bnaya ho vo hamara hi h maanna h to maan vrna jaa naukri dhund le jaino ne 30 crore logo ko naukri di h tujhe bhi de degi 😂
@Jharkhandi704
@Jharkhandi704 Жыл бұрын
Johar jharkhand......
@omen.albatross47
@omen.albatross47 Жыл бұрын
@@user-lc8no5jb6q मैंने पहले ही कहा हमें जैनों से कोई बैर नहीं है हम भी जैन धर्म का सम्मान करते है, लेकिन धर्म के आड़ में पारसनाथ के आस पास के इलाके की जमीन जैन ट्रस्ट को जाने की बात हो रही है तो हम लोग कहा जायेंगे, हमारा भी उस पहाड़ पर जाहेर थान है, हम भी अपनी कई पूजाओं में बलि देते हैं लेकिन वहा जैन मंदिर होने के कारण हम बलि पहाड़ से दूर नीचे की ओर देते हैं, ताकि सबकी आस्था का सम्मान हो। हम सहनशील लोग है, हम लड़ना नहीं चाहते, लेकिन हमें उकसाया गया तो हम तुम्हे कहीं का नही छोड़ेंगे।
@Invincible-ey5oe
@Invincible-ey5oe Жыл бұрын
@@omen.albatross47 भाई आप आदिवासियों से कौन लड़ सकता है आपका लाल सलाम किधर है उसे बोलो 2 दिन में इन जैनियों को उखाड़ फेंकेगा कोई सरकार कुछ नहीं कर पाएगी । लाल सलाम जिंदाबाद जय आदिवासी जय जोहार♥️♥️♥️♥️✌️✌️✌️✌️
@deepakjain5650
@deepakjain5650 Жыл бұрын
#save the sikharji #save the girnar ji #save the palitanaji #save the tirupati , 🙏🙏🙏
@AD-hp1wn
@AD-hp1wn Жыл бұрын
Add tirupati also in this list
@deepakjain5650
@deepakjain5650 Жыл бұрын
@@AD-hp1wn 🙏🙏🙏
@trinitypal2
@trinitypal2 Жыл бұрын
FYI ,,,, लल्लन टॉप टीम । कल भी रिपोर्टिंग कीजियेगा 10/01/2023 सारे आदिवासी अपने मारांग बुरु और जाहेर आयो को जैन चरमपंथियों से मुक्त कराने आ रहे मधुबन । 5 देश और 5 राज्य के सारे संथाल आदिवासी कल हमारे मारांग बुरु (सम्मेद शिखर) पर गोलबंद हो जाएँ । अब हमारी अस्तित्व की लड़ाई है । अब 1855 पार्ट 2 हुल क्रांति का आगाज हो चुका है अंग्रेजो की हिम्मत नहीं हुई हमारे मारांग बुरु से हमें अलग करने की आदिकाल से ये हमारा था ,है और रहेगा । जोहार मारांग बुरु 🙏
@Samvidhimurmu
@Samvidhimurmu Жыл бұрын
Apki report ek tarfa he... Puri sach abhi tak ap jaane nehi
@not.your.type.
@not.your.type. Жыл бұрын
Pure Jharkhand me SAMMED SHIKHAR JI hi mila? 😢😢 Kisi or jagah ko tourist place declare kar do 🥺🙏🏻 Don't play with our religious sentiments! 🙏🏻
@chandan89
@chandan89 Жыл бұрын
Parasnath not only belongs to the jains but also d adivasi people of the area.they call it marang buru and it is sacred to them also.
@bhavinturakhiya3970
@bhavinturakhiya3970 Жыл бұрын
To kya adivasi samaj chappal / shoes pehenkar shri maang buri ke darshan karte hain. Kya waha par sharab pina chahiye??? Kya manshakar karna chahiye???
@chandan89
@chandan89 Жыл бұрын
@@bhavinturakhiya3970 mutual respect to each others traditions hona chahiye....jain log k aagaman se pehle adivasi rehte hai waha...jain k muni bahar se aaye moksha mila unko mandir banaye..abhi bol rhe poora pahad hi jain ka hai..yeh kaha ka justice hai.history Jaaan lijiye pehle .
@deepakmurmutribalofficial7729
@deepakmurmutribalofficial7729 Жыл бұрын
@@bhavinturakhiya3970 sharan aur mans ke bina santhal adivashiyon ka puja nhi.... Hoti.... Pahle santhal adivashiyon ka culture custom rituals ko jano phir bolo
@ronywritess
@ronywritess Жыл бұрын
Bas yahi baatein kar ke aap hamare har Jain mandiro pe kabza karlo. #tirumala #amarnath #ranakpur. Bas hua ab nahi hone denge. Dr. Sahab in sab baatein karne main sharam nahi aati ? #Rammandir par bhi Jain Idols mele phir bhi hum logo ne aap logo ki aastha ko sarvottam rakha.. Aag lagane aa jate hai, kabhi kabhi bhujana bhi sekhlo, nahi toh ek din apna ghar apni aag se jal jayega!
@chandan89
@chandan89 Жыл бұрын
@@ronywritess sachai bolne me kya sharam..aapki bhasa aur aapki dharam mel nai kha rhe..
@vivekhembrom5832
@vivekhembrom5832 Жыл бұрын
Hum jharkhandiyo ka mandir Adiwasi or mulwasi ka hai Johar jharkhand
@AnkitKumar-vf6yb
@AnkitKumar-vf6yb Жыл бұрын
Hum Jharkhand sa h , ya hamara aadiwashi ka h , ya pahar hamara( marang buru h). Aap yaha pa baad ma aai h , hamara to yaha pa aadikal sabsa pahle h ,. Ishpa jain samaj ka hak , nahi h . Jai aadiwashi,Jai sarna
@rishabhjain4515
@rishabhjain4515 Жыл бұрын
Acha ji to tab kha they ap jab gov. Ne isko tourist place ghosit kiya yha har tarah ki sb activity hoti honeymoon mnaya jata tab kyu ni viroodh kiya apne agar ap itna hi keh rhey hai to apko to jain smjh se jyada virood krna chahiye tha hum vha rehtey ni hai ATB bhi uski pavitrata k liye pure desh mai andolan kar rhey hai
@lightoos8409
@lightoos8409 Жыл бұрын
Thankyou for covering this I hope more channel cover this!!
@jyotinilamvlog8257
@jyotinilamvlog8257 Жыл бұрын
Sirf ek side ka mat sunye...waha k local se bat kijye....sachhi bat dikhane ka himmat rkhye....
@indigenousbro8934
@indigenousbro8934 Жыл бұрын
लंडन टॉप वाले कभी संविधानिक नियमो का उलंघन पर भी चर्चा करो । जैन धर्म के लोग अपने रास्ते से भटक गये है ।अहिंसा और निवस्त्र का पालन करने वाले लोग अतिक्रमण कर रहे है।जिस समाज का सबसे बड़ा संदेश प्रकृति की स्वरूप मे रखने की है फिर लगातार मंदिरो का निर्माण क्यो कि जा रही है?? मरने के बाद जिस समाज मे मान्यता न दबाने नही जलाने का है वह मठ बनाकर जंगल मे अतिक्रमण क्यो कर रहे है?? वे किसके आदेश से नवनिर्माण कार्य को प्रगति दे रहे है?? सीएनटी/एसपीटी के रहते जमीन कैसे गैर राज्य के लोग ले रहे है?? प्राकृतिक नालियो को क्यो खराब कर रहे है जो कृषि सिंचाई के साधन है?? परास बोन के पारसनाथ बोल क्यो प्रचारित कर रहे है यह किसका आदेश लेकर अतिक्रमण कर रहे है?? पाशर्वनाथ और पारस मे कोई अंतर नही है क्या?? फिर पाशर्वनाथ को पारस बनाकर, परास बोन को क्यो खराब कर रहे है?? आपलोग आदिवासी समाज के आस्था को क्यो ध्यान मे नही रखते?? एकतरफा सोचने वाला समाज हल्ला कर रहे है।
@achaljain2220
@achaljain2220 Жыл бұрын
Dusri said konsi hai
@veetaragkatrale4572
@veetaragkatrale4572 Жыл бұрын
tum hindu one girnarke bareme boliye.
@_S.RAJ_TOPPO
@_S.RAJ_TOPPO Жыл бұрын
@@achaljain2220 Tribal Community
@user-lc8no5jb6q
@user-lc8no5jb6q Жыл бұрын
Bhosrike jyada hoshiyar mt ban sammed shikharji ka jikr hamare shaastro me bhi h or tera ram mandir ka kaha jikr h jo tumne babri masjid tod kar bnaya
@bhoopendrapandeyjain9267
@bhoopendrapandeyjain9267 Жыл бұрын
निष्चित रूप से बहुत अच्छी रिपोर्ट
@TheLallantop
@TheLallantop Жыл бұрын
शुक्रिया 🙏🏼
@rabindra841
@rabindra841 Жыл бұрын
मारांग बुरु यानी सम्मेद शिखर आदिवासियों का है,और हमारा ही रहेगा!
@aashishbisht3571
@aashishbisht3571 Жыл бұрын
उत्तराखंड के लोगो को इस रिपोर्ट से बहुत सीखने की जरूरत है
@sunitamunda8370
@sunitamunda8370 Жыл бұрын
Lalantop ने सिर्फ एक पक्षीय ख़बर की है, इस पहाड़ में आदिवासी संथाल समुदाय हजारों वर्षों से अपने भगवान मरांग बुरु की पूजा करते आए हैं, जिसे अब जैन समुदाय आस्था के नाम पर पहाड़ को हड़पना चाहता है।
@manishakkatara8466
@manishakkatara8466 Жыл бұрын
Ha
@UjjwalTuduUR-
@UjjwalTuduUR- Жыл бұрын
Sahi kaha aapne
@samyakjainJainBajan
@samyakjainJainBajan Жыл бұрын
Nice reporting
@AyushSethiOfficial
@AyushSethiOfficial Жыл бұрын
Mujhe lag rha hai ki kuch log ab is chote se mudde ko Jains vs locals ka mudda bana rahe hai, itihas gawah hai ki jains ne kabhi kisi local ke hak ko chinne ki koshish nahi ki hai, balki til sakrant ke samay jains pura sahyog karte hai, isliye adiwasiyon se mera anurodh hai ki in netayon ke baat me naa ayayen aur jaise shikharji me pehle mil jul kar reh rhe the, waise hi rahe. Jai parasnath, Jai marangburu
@ghantalguru007
@ghantalguru007 Жыл бұрын
i fully support you
@hoentertainmentchannel9497
@hoentertainmentchannel9497 Жыл бұрын
Marangburu Johar 🙏 🙏 🙏 be alert Adivasi this areas live Santhal be alert how can become full parasnath is Jain's, top of parasnath hills Santhal people have God( Marangburu )🙏🙏
@SahilJ78
@SahilJ78 Жыл бұрын
Team Lallantop aap Girnarji zaroor jaana , kyu ham jo Girnarji mein hua woh Shikharji mein nahi hone dena chahte
@jayeshjainshastri2093
@jayeshjainshastri2093 Жыл бұрын
भाई सभी लोग शान्ति से रहो किसी आदिवासी भाई को रोका नहीं जा रहा है। इन नेताओं के चक्कर में हमे आपसी प्रेम खत्म नहीं करना चाहिए। बात बस इतनी सी है कि तीर्थ की पवित्रता बनी रहे।
@MANORANJAN9495
@MANORANJAN9495 Жыл бұрын
Tum jain log adiwasi puja sthal me moksh pane k liye aay they lekin aaplog to maalik banna chahte ho. Marangburu adiwasiyo ka hai tha aur rahega
@sudheer4007
@sudheer4007 Жыл бұрын
तो क्या अपना मांस खाना बलि देना छोड़ दे, पहाड़ बस तेरा है क्या
@dinotyrant
@dinotyrant Жыл бұрын
@@sudheer4007 bhai anhinsawadi niyamo se kisi ka kya nuksan?
@dinotyrant
@dinotyrant Жыл бұрын
@@MANORANJAN9495 fir isi baat par marang buru ka aur adivasi sabhyata ka samman kare. Marang buru par chappal, gadi aur sharab rokne mein sahayata karein.
@MANORANJAN9495
@MANORANJAN9495 Жыл бұрын
@@dinotyrant hamara puja bina hadiya aur bali ka pura nahi hota
@prashantsTravelogue
@prashantsTravelogue Жыл бұрын
Please declare Shri Sammed Shikharji as Jain tirth pavitra yatra dham similar to Kashi, Rishikesh, Somnath, Ayodhya 🙏
@Narendramodiunofficial2024
@Narendramodiunofficial2024 Жыл бұрын
अगर पहाड़ पुज्यनीय है तो फिर चपल जुटे पहन कर जाने वालों से आदिवासी लोगो की भी भावना आहत होगी यही तो जैन समाज कह रहा है पहाड़ की मर्यादा बनाए रखें
@vishrutjain4102
@vishrutjain4102 Жыл бұрын
#save shikhar ji
@vikramkumar.2856
@vikramkumar.2856 Жыл бұрын
Sir, झारखण्ड में आपका स्वागत है हम सभी झारखण्ड संथाल आदिवासी से उम्मीद है मारंग बुरु (पारसनाथ पहाड़ ) के बारे में सही जानकरी दुनिया के सामने रखेंगे.. हमेशा से भोले भाले आदिवासियों का अस्तित्व को बाहरी द्वारा आक्रमण हुआ है हो रहा है चाहे मारंग बुरु (पारसनाथ पहाड़ )हो या रजरप्पा मंदिर या देवरी मंदिर..
@NotoriousGaurav
@NotoriousGaurav Жыл бұрын
Fully support for our jain brothers...
@worldtravellermurmu6474
@worldtravellermurmu6474 Жыл бұрын
Parasnath mountain (Marang buru) is own land of Santal tribe .and their have santal Land documents but Jain people have a temple but their not have any land documents Jain people...all Santal are protest against parasnath land rights
@wimleshkumar9312
@wimleshkumar9312 Жыл бұрын
भ्रम में मत जियो, थोड़ा रिसर्च करो।
@rishabhjain4515
@rishabhjain4515 Жыл бұрын
Sir ji ap kha they jab parvat ko gov. Tourist place ghosit ki thi tab kyu ni aye adivashi agar vha p tourist ayenge to parvat p hotel bnaenge sab kam honge usse vha k tree ko kata jayega phr agar chahtey to hum vha p itne mandir bna sktey they ki har mod p mandir hota par usse vha ki hariyali khtm ho jati kitna nuksan hota socho kyu humne bs toko ko hi bnaya aur kyu ni bnaya hm chahtey to apne Aram k liye bhadiya bhadiy hotel phle hi bna liye hotey sochiye Bhai ap
@rakeshbhagat3632
@rakeshbhagat3632 Жыл бұрын
@@rishabhjain4515 adiwasiyo ne Kab se dharam ko business bana liya business to aap log karte ho dharam ke naam par
@worldtravellermurmu6474
@worldtravellermurmu6474 Жыл бұрын
@@rishabhjain4515 aap logo ko hum santal log Nehi Dori pe bitha kar mandir tak le gai aap ke logo ne 10 km redios main Jane ke liye mana kyu karte ..aap apne dorom Mane hum aapne dorom Mane
@prakash_t.kherwar
@prakash_t.kherwar Жыл бұрын
The way media represent the religious community and ignore the customary community is very shameful. People of Jharkhand will remember this and we will take revenge.
@rishabhjain4515
@rishabhjain4515 Жыл бұрын
Kisse revenge logey apne hi logo se ye jo politition hai bs apna fayda dekhtey hai aur aas mai logo ko ladvatey hai bhai agli 2 saas ka pata ni milegi ya ni aur baat revenge ki kartey ho kya yahi sikhaya hai apko Bhai ladne se koi hal ni nikla pta lagey polition hme Lada de khud to side mai ho jatey hai aur jo vha k log jinki roji roti chalti hai bicharey vo pis jaye
@prakash_t.kherwar
@prakash_t.kherwar Жыл бұрын
@@rishabhjain4515 apne ? Ye bakwas kisi aur ko sunana. Jharkhand aur bahri mai fark hota hai. Kahi bhi dhaam bana dene se Jharkhandi nhi ban jaoge. 1855 ka hul yad dil dila jayega samay aane par. Pratikcha karo.. bure ka bura hi hota hai hamesha.
@arpitjain914
@arpitjain914 Жыл бұрын
Are bhai dharmik sthal hai wo aur aap ka bhi hai jaino ka bhi hai bas yaha par pavitra banaye rakhna dono ki jimmedari hai: ap bhi nahi chahoge apke yaha ka tirth chhetra koi nasedio ka adda bane:
@prakash_t.kherwar
@prakash_t.kherwar Жыл бұрын
@@arpitjain914 pahle ja k Jharkhandi sanskriti ko dekho kaise Puja hota hai. Jharkhand mai kaha se Jain dharm sathl bana rahe ho. Jharkhand customary community ka State hai, uski pehchan hi wahi hain. Jab Jharkhand k bare pata na ho toh pahle pata karo. Pahad prakati ka hissa hai, ab sala admi jadiyo k piche sandas kare ya muthe bahri logo se puchega. Tumlogo ne apna community ka culture chor Jain dharm ko apnaya hoga, hum asli Bharatiya aisa nhi karne wale. Achha hi huwa isme wiwad huwa, warna reservation kha kha k soye Jharkhandi jagenge kaise. Ek trigger chahiye tha logo ko mil gya 😁 baki ladenge apni apni hak k liy.
@arpitjain914
@arpitjain914 Жыл бұрын
Jai ram ji ki jai jinendra🙏
@ilovemyindia-mo3om
@ilovemyindia-mo3om Жыл бұрын
जय parashnaath 🙏
@justananotherpersononinternet
@justananotherpersononinternet Жыл бұрын
Full support to our jain brothers and sisters from assam 🙏
@anilmahto8867
@anilmahto8867 Жыл бұрын
Jain Dharm Ka Baap ka jameen hai kya Parasnath Pahad Aadivasi aur Mul vasi ka hai
@Murmuinformation
@Murmuinformation Жыл бұрын
कोई तीर्थ करने के लिए आदिवासी लोग मना नहीं किये हैं, लेकिन ये जैन लोग बोल रहा है की यहां पर दूसरे धर्म के लोग जूता चप्पल पहन के पहाड़ पर नहीं चढ़ सकते हैं। मतलब ये हमें ही अपने पहाड़ पर हमें ही बताएंगे कि क्या पहन कर जाएँ क्या नहीं 🏹🏹
@Siaman57
@Siaman57 Жыл бұрын
एक बार पर्यटन स्थल घोषित हो जाने के बाद ....वो सभी कार्य होगा जो जैन समाज नहीं चाहती.......
@Asli_Minority
@Asli_Minority Жыл бұрын
Thank you lallantop, bhut der kardi par acchi report bnai h
@TheLallantop
@TheLallantop Жыл бұрын
शुक्रिया
@ayushjain1727
@ayushjain1727 Жыл бұрын
Sabhi Aadiwasi bhaiyo ko namashkar. Shikhar ji aap sabhi ke bhagwan Marang Buru ka aur hamare Jain Tirthankaro ka he. Itne saalo se jesa chalta aa raha tha, abhi bhi wesa hee chalega. Waha daru peena yaa galat kaam naa ho, ye aap aur ham sabhi ki zimmedari he. Aasha karte he aap aur ham ek hee he. Aap agar Marang Buru ji ke darshan ke liye jaate he mujhe nahi lagta kisi me dam he jo aapko rok paayega. Lekin waha gaano par dance karne ke liye yaa party ke liye jaayenge toh fir galat baat he.
@pentosoul9583
@pentosoul9583 Жыл бұрын
Sharab aur nach gaan ke liye jarur hi rok lagegi , par logo ne jis tarah baato ko faila diya hai shyd unhe uchit jankari nhi hai, aastha dono ki hai , umid hai aage aise hi chle
@adarshkumar_0393
@adarshkumar_0393 Жыл бұрын
Parasnath will receive even more tourists after all these conflicts...
@awsmaster7788
@awsmaster7788 Жыл бұрын
Tourist aaye but Mandir ko mandir samjh kar aaye
@MANORANJAN9495
@MANORANJAN9495 Жыл бұрын
Kitna besharm hai media aur jain dharam wale. Adiwasiyo ke marangburu ko jain mandir bana dala
@amardi1703
@amardi1703 Жыл бұрын
Aadiwasi ko ujar ke koi dharm nahin hi sakta
@shashikantsalvi5025
@shashikantsalvi5025 Жыл бұрын
Being Hindu i fully support Jainism as it is our culture and i deeply with love respect jain dharma principles. Govt should not intervein at that place without the consent of jain community sadhus. 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@lavsoren
@lavsoren Жыл бұрын
And what about adivasi.. Adivasi being in backward doesn't mean u will conquer it..
@jainchirag7273
@jainchirag7273 Жыл бұрын
@@lavsoren Jains have not conquered , Jains and Adivasi both lived from ages. This land belongs to both the communities.
@sovisam
@sovisam Жыл бұрын
#SaveShikharji #SavePalitana #SaveGirnar हम कम है लेकिन कमजोर नहीं!!! 🚩जय जिनेंद्र🚩जय महावीर🚩 🚩 जय श्री राम🚩
@sanjeevdubey7191
@sanjeevdubey7191 Жыл бұрын
Jain smaj ke sath pura hindu samaj hai
@NamanJain-mp5yq
@NamanJain-mp5yq Жыл бұрын
Jai jinendra 🙏
@sandeepmahto1028
@sandeepmahto1028 Жыл бұрын
तो क्या parasnath पहाड़ के आजु बाजु जो सेकड़ो आदिवासी गांव है उन लोगों को मोदी सरकार जबरदस्ती शाकाहारी बनाना चाहती हैं। उन जैनों को ये पता ही नहीं है कि हम आदिवासियों का भी देवी देवता हैं इस पहाड़ पर जिसको हम बकरे की बलि और महुआ से बनी शराब से पूजा करते हैं
@cbidepartment2304
@cbidepartment2304 Жыл бұрын
i love this place, it is heaven for me
@sandeephembrom9242
@sandeephembrom9242 Жыл бұрын
Baithane ke liye jagah kya de diya bhai tumne to pura seat hi le liya Vah re jaini Aaye honge tumhare tirthkar kahin se Hamara to nivas Sthal hai Johar marangburu 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@bashishtgope4311
@bashishtgope4311 Жыл бұрын
पारसनाथ हम झारखण्डी का है जैनियो का नही ।
@surendrahembram9438
@surendrahembram9438 Жыл бұрын
✊✊✊✊✊
@gouravtechnology7604
@gouravtechnology7604 Жыл бұрын
Jain ka bhi hai
@ravikantgupta9903
@ravikantgupta9903 Жыл бұрын
यदि BJP राम मंदिर, काशी,महाकाल मंदिर को लेकर 2024 की तैयारियों के गम्भीर है। तो सम्मेदशिखर, जोशीमठ, मथुरा आदि को लेकर पप्पू, पिंकी, बाम, वाम ,अवॉर्ड वापसी गैंग, टूलकिट गैंग वालों ने भी अपनी तैयारी जोरों शोरों से शुरू कर दिया है।😎😎😎😎
@babujihasda3318
@babujihasda3318 Жыл бұрын
Adiwasiyon Ka Jamin Ko Chorna Parega . O Bahuth Bara Atyachar huwa hai . Adiwasi log chorenge nhi .
@indiantribevlog9020
@indiantribevlog9020 Жыл бұрын
अभी आदिवासियों का पक्ष बाकी है भाई इतना जल्दी जैन लोग खुशी मत मनाओ। अभी हमारा जनसैलाब आना बाकी है
@olah22
@olah22 Жыл бұрын
Full support to Jain's Brother and sister..
@bijendrahansda
@bijendrahansda Жыл бұрын
The Lallantop ne ek tarfa khabar liya hai
@gkplus2877
@gkplus2877 Жыл бұрын
इस भ्रम में मत रहना हर रिश्ते खास होते हैं आधे से ज्यादा आस्तीन के सांप होते हैं
@technicalkasba9045
@technicalkasba9045 Жыл бұрын
I am your subscriber I love lallantop...I live nearby parasnath. I also support to make parasnath as a pilgrimage spot. But I am very disappointed with your report this report is not fair it only focused on jain problem not on the problems that jain are created to local adivasi or local school children who just want to visit their local area mountain. Jain worship only their temples but adivasi worship whole mountain. And parasnath that is "Marang buru" is one of their main god. Tell me what will happen if restrictions will hit their ritual and belief? Nobody talking about their problem including you. You should also listen some adivasi or local people opinion in this report because parasnath is located between their village they are the helper and care taker of parasnath region.🙏 thanks
@aakarshhjain55
@aakarshhjain55 Жыл бұрын
Development can not be done on the cost of emotions dharma and sankriti
@ady320
@ady320 Жыл бұрын
7:11 vali line was very powerful
@shubhamjain8306
@shubhamjain8306 Жыл бұрын
A wrong clip was used where a student protest going on and police lathi charge there.... Be careful in future in using clips as it can portray wrong image to anyone...rest content was super and thanks for bringing that up 🙏🙏
@aashishtantia7591
@aashishtantia7591 Жыл бұрын
बहस किस निम्न स्तर तक आ जाती है जब उसमे कुछ नही जानने वाले और दूसरों के बहकावे में आने वाले लोग जुड़ जाते हैं ।जैन कोई जाति नहीं है ,एक जीवन शैली है ,जो वैदिक काल के समानांतर चलती हुई आज तक प्रासंगिक है ।ना जाने कितने ही आदिवासी भी प्रेरित होकर जैन अनुयाई हो गए हों ,अभी के कई जैन परिवार उनकी संतान हों ।मसला भावनात्मक पवित्रता का है जो घोषित पर्यटन स्थल होने से आहत करता है ।बहुत से जैन भी सुविधाभोगी दृष्टिकोण के चलते वहां पर्यावरणीय नुकसान पहुंचा रहे हों यह भी संभव है ,किंतु उन पर उनका समुदाय रोक लगा सकता है ।अन्य समुदाय की वो भावना नहीं होने के संशय ने मसले को पेचीदा बना दिया है ।ना सिर्फ सम्मेद शिखर अपितु हरेक प्राचीन तीर्थ,धर्म स्थल को विकास की नही आस्थावान भक्तों की जरूरत है। धार्मिक पर्यटन सीमित होना चाहिए ।
@deepakkumaryadav118
@deepakkumaryadav118 Жыл бұрын
जैन को समझ आना चाहिए कि वहाँ हिन्दू आदिवशी का भी देवी देवता है
@indiaindia6070
@indiaindia6070 Жыл бұрын
wo to tumhara hamesha chutiyapa hota hai jaha dusro ke dharm sthaan hote hai unko kese shina jaaye, shina japti aur vistarvaad se kuch nahi mil sakta ,aur rahi baat aadivasiyo ki tho wo rojgar ke liye waha rehne Lage the jo dhire dhire pahad ko apni jaaghir bana diye hinduo ke bhadkane par,par hindu ko pata bhi nahi wo kisi hindu ko maante bhi nahi hai,aaj tak tumhari aadat rahi hai khud kuch karna nahi dusro kaa hadap lo fir rote ho muslim ne maara hamara hadap liyaa wo tho teet for tata kaa agrim udaharan hai
@deepakkumaryadav118
@deepakkumaryadav118 Жыл бұрын
@@indiaindia6070 हिन्दू था इसलिये बचे हुये है नई तो मुगलो ने तो तुम्हार पूरा वजूद मिटा दिया था और पूरा भारत को लूटते हो मेहनत तो कभी किये नई ,,, तुमलोग डर गए हो आदिवशी से इसलिए आदिवशी का हक लूट र हो
@deepakmurmutribalofficial7729
@deepakmurmutribalofficial7729 Жыл бұрын
Sorry.....Hum adivashi hindu nhi hai.....hum na hindu hai na hi muslim na hi isai
@deepakkumaryadav118
@deepakkumaryadav118 Жыл бұрын
@@deepakmurmutribalofficial7729 ठीक है तुम्ही लड़ो
@indiaindia6070
@indiaindia6070 Жыл бұрын
@@deepakkumaryadav118 mughlo se pehle kon thaa wo pata hai beta baap baap hota hai beta beta hota hai hindu naam kaa koi itihas hai ki nhi wo pata karle andbhakt banne se kuch nahi hota population se khud ko damdar mat samjho, jaino ke katle aam jo hue itihas mai wo mughl yaa Islam ne nahi kiye the wo apne wajood mai bhi nahi the tab,aur rahi mehnat ki baat tho tu pure desh ki mehnat karta hai beta kal china jo bharat ko 50% supply de raha hai unko bhi tu yahi bolega mehnat karte nahi desh ko lut rahe ho mere, tho usko farak padega, ye tho jaino ke dharm kaa prabhav hai ki tum aaj thik se chal paa rahe ho jis din tere jese pagal jaino ko desh se khatam karenge us din asli bhuk tum logo ko yaad dilayegi ki kon tumhe lekar chal raha thaa itne atyachar jel kar bhi
@archanatalawdekar9413
@archanatalawdekar9413 Жыл бұрын
ये तो तीर्थ स्थान ही रहेगा. 🙏🙏🙏🌹🌹🌹
@dspandey2320
@dspandey2320 Жыл бұрын
kaun bola aaplog 1% hain, hum bhi saath hai bhai... I am from Dhanbad and i also participated in protest... aawaz dena jab bhi ho sablog aayenge bhai...
@vaishalijain6885
@vaishalijain6885 Жыл бұрын
Thank you bhai
@rishabhjain4515
@rishabhjain4515 Жыл бұрын
Bhai agar ap jharkhand k hi rhne waley h to pls vha logo ko jagruk karo taki vo vha k local neta logo k behkawey mai na aye ni to vo royenge aney waley samey mai jaisey joshimath mai hua kahi vaisa hi vha na ho to plz
@dspandey2320
@dspandey2320 Жыл бұрын
Bhai sahab maine to waha ke locals se bhi baat ki , lekin aaj ke time me sab chamcha hai neta ka , koi nahi sunta hai bhai...I personally don't support any of the political party, but decisions. Due to countrywide protest Government is bound to withdraw their decision..
@dspandey2320
@dspandey2320 Жыл бұрын
@@rishabhjain4515 Since you belong to a financial capable community, aaplog sabse pehle waha se locals ke hotel aur dukaan ko khareedo and make that area free from these junks. I know this is a long process but is fruitful in a long run.
@pakhi559
@pakhi559 Жыл бұрын
I am hindu from dhanbad. I support all my jain brother.
Will A Basketball Boat Hold My Weight?
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MAGIC TIME ​⁠@Whoispelagheya
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MasomkaMagic
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