मनोवुध्याहंकार चित्तानि नाहम, न च शोत्र जिह्वे न च घ्राण नेत्रे ।न च व्युम भुमि न तेजो न वायु, चिदानन्द रूपम शिवोहम शिवोहम।ॐ नमो नारायणाय गुरूदेव।
@NeelamKumari-le8ex5 ай бұрын
❤
@NiteshKumar-mf4zu2 ай бұрын
Shivoham Shivoham
@VedswaroopMishra3 ай бұрын
यह प्रायोगिक सत्य है अनुभव का विषय है अत: जीवन में आचरण में उतारने लायक है यह कोई फिलासफी नहीं है ।यूट्यूबर को सा भार सादर प्रणाम । 🙏♥️🙏🙏🙏🙏🙏
@jeetjuneja4 ай бұрын
ईश्वरीय सत्ता = (चैतन्य + चैतन्य से, चैतन्य की इच्छा से उत्पन्न हो कर उसकी इच्छा के अनुरूप कार्य करने वाली त्रिगुणात्मक शक्ति, के नामकरण वाली प्रकृति! ) इच्छा से मन के निर्माण में तीन अवस्थाओं का वर्णन पढ़ने में आता है, महत तत्व, अहंम तत्व, और चित तत्व ! प्रकृति के तीन गुण हैं सतोगुण, रजोगुण, तमोगुण। ऐसा सुनने में आया है।
@dr.h.k.rohilla34455 ай бұрын
So deep, so realised and so true.I read at the age of 22 but couldn’t understand now at the age of 62 ,I am able to understand
@LastBencher14Ай бұрын
Wasted 40 yrs
@prafulkachhiya41524 күн бұрын
❤ very nice video thanks 🙏 for sharing this video great achievement great survies for hyumenity lots of thanks 🙏
@santoshkshirsagar58836 ай бұрын
जय जय श्री गुरुदेव दत्त कोटी कोटी प्रणाम गुरुदेव
@neerajsharmasharma86645 ай бұрын
प्रखर वक्ता शब्दों की स्पष्ट ध्वनि का सौंदर्य एक सम्मोहन पैदा करने वाली आवाज शब्दों की व्यवस्था का चयन तथा उनकी क्रम व्यवस्था बहुत अच्छी है
@JyotiApte-w3b3 ай бұрын
पहावे आपणासी आपण या नाव ज्ञान. अभ्यासासाठी,चिंतनासाठी फारच उपयुक्त.
@bhupinderchhabra84114 ай бұрын
Sacrosanct Episode-Hearing time and again will ameliorate the toxic mind - no need to lecture others - better to practice ourselves - Jai Ho Lord Krishna-Bhagwat Geeta is a scientific scripture. Hara Krishna Hara Krishna Krishna Krishna Hara Hara Hara Rama Hara Rama Rama Rama Hara Hara. Excellent Episode - Lord Krishna is benevolent and kind to everyone.
@vibhakumari79693 ай бұрын
ॐ नमः शिवाय
@BillionaireAbbujaanLoveguru2 ай бұрын
Best book ❤❤❤❤❤ Great work ❤❤❤❤❤
@drpalep5 ай бұрын
Very beautiful exposition of Vivek Chudamani. Be blessed to present more such other writings of Bhagwan Adi Shankara in simply beautiful language. Thank you profusely.
@singraimurmu41034 ай бұрын
💗🙏 Koti koti pranam 👏🥰 Ananta Koti Dhanyawad Param pujya param Gurudev Shankaracharya Swami ji ki Jay ever and forever ❤🌏🙋♂️
@niteeshkd5 ай бұрын
श्रीशंकराचार्य भगवान की जय 🙏 बहुत बहुत धन्यवाद 🙏🙏
@AnuratanKarkar-st2ny3 ай бұрын
परम शांति को प्राप्त करने एकमेव सरल मार्ग।अद्वैत सिद्धांत है।
@pransukhpatel24642 ай бұрын
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय।
@durbadalabhoi4010Ай бұрын
Jagat Guru AadisankarAcharya naman❤
@bdattnirmohikavitakosh89452 ай бұрын
शंकराचार्य भगवान की जय हो
@rajendraprasadrastogi70914 ай бұрын
Bahut saral bhasha mein anuvad sarahniy hai❤🎉
@pransukhpatel24642 ай бұрын
ॐ नमो नारायणाय।
@snehalatha29765 ай бұрын
श्री गुरु शरणम् 🙏 ओम् नमः शिवाय 🙏🙏🌹🌹🙏🙏
@sailiingle53185 ай бұрын
कृपया आप ब्रह्मसूत्र का वाचन करेंगे तो बहुत सुविधा होगी साधक वर्ग के लिये ❤🙏🌹🌹
शंकराचार्य व वेद-वेदांतिकों की कुछ तथता :- > अहं ब्रह्मास्मि का गुबार लिए भज गोविंदं मूढमते पर आ गये, भक्त बन गये या भक्ति-मुक्ति की बतियायी करने लगे, और अपनी मूढता खुद ही बता गये; सो वेद वेदांती शंकराचार्य व तथा भक्तों की वास्तविकता है यह जानें। दुसरे शब्दों में, अनित्य धरमी कालात्म अहंपिंड में काल दुख अवधूनन के साथ मीठा मरणा या निरवाण पथ समझने के बजाय, ये वेद-वेदांती विचार क्षेपित अहं ब्रह्मास्मि के कल्पना रमण में उलझ गये। > सर्व ब्रह्म या अन्न ब्रह्म है कहते हुए कब टट्टी ब्रह्म है कह गये इन्हें पता ही नहीं चला। > स्त्रियों एवं आम जनों के प्रति हीनभाव का मैल इनके मन में भरा हुआ है, जिसकी इन्हें कोई परवाह नहीं, उल्टे गर्व है। > नाम-रूप या विचार-तृष्णा या काल-भव सत, बोधि या शुन्यता या कालातीत सत, व निरवाणिक या परम सत, इन मूलतः अलग जीवन स्तरों की समझ के साथ, नाम-रूप घट-पिंड में अलख संग्यान अर अनित्य बोध सूं बोधि जागरण व काल दुख अंत गामिता का इन्हें कोई अता-पता नहीं। विचार के बल नित्य आत्मा, परमात्मा, ईश्वर, अल्लाह आदि के नाम पर मनमुखी अहंतोषी कल्पना रमण यह जीवन दरसण नहीं है, तत्तग्यान (तत्वज्ञान) की समझ नहीं है। > वैदिक वर्णाश्रमी धरमनाम परंपरा यह प्रत्यक्ष रूप से लोक-परलोक आस कालांध धरमनाम धंधा परंपरा है, इसे वैदिक-धंधा कहे सम्यक है, सनातन नहीं। सनातन शब्द चारों वेदों को पता भी नहीं है। सनंतन सनातन यह शब्द बुद्ध का काॅइन व व्याख्यायित किया हुआ है। बुद्ध गोरख जिद्दू जैसे महासिद्ध सनातन धम की बात सम्यकता से करते हैं। > आगे यह भी समझे कि, वेदांत की बातें थोड़े में कहनेवाला अष्टावक्र नाम का व्यक्ति कभी प्रत्यक्ष था यह doubtful है, और शरीर से अपाहिज (crippled) था या नहीं यह अलग बात है। आगे, अष्टावक्र शरीर से अपाहिज था तो भी ऐसी बूरी बात नहीं। अष्टावक्र मन से अपाहिज था, जो मानसिक विकृति है। या जिसने भी अष्टावक्र यह पात्र पैदा किया व उसके मुंह में मिनी वेदांत कही जाने वाली अष्टावक्र गीता लिखी, वह मन से अपाहिज था, crippled था। राजा जनक एक सिद्ध पुरुष थे ऐसा कहा जाता है। यह मनमुखी अष्टावक्र उसी की इमेज को प्रदुषित करने व वेद-वेदांतिक अहं ब्रह्मा की अहंतोषी बातें चलाने की तिकड़म है। > अष्टावक्र गीता में अपनी नित्य अमर आत्मा की मान्यता को देखते हुए जैन परंपरा वाले उसे चाव से चबाते दिखाई दे आश्चर्य नहीं। यह खूब समझे कि अहं के लिए कुदरतन, भले अहं किसी भी रूप में हो, भव ही संभव है, निरवाण या मोक्ष मुक्ति नहीं। निरवाणिक सत या परम सत वस्तुतः नाम-रूप सत तथा द्वैत-अद्वैत विचार व शुन्यता/बोधि सत के भी परे हैं: और निरवाणिक या परम सत के बारे में कोई भी बात मनमुखी या बतियाई से ज्यादा नहीं होती। नीचे की गोरख सबदी इन अष्टावक्र व वेद-वेदांतियों की असलियत थोड़े शब्दों में सटीकता से बयान करती है - सबद ही में कहे ब्रह्म, मनसा नहि साधै, ते जोगी मन मनसा कदे नहि बांधै | भणत गोरषनाथ मछंद्र का पूता, ये नये ग्यानी भगत घणे बिगूता ||३१०|| They prate about Brahma in words, but don’t learn about desire, those yogis can’t contain their mind and desires. Gorakhnath, son of Macchindra, says, these strange scholars and bhaktas are much fouled. (310)
@krishnajinadagouda24202 ай бұрын
HARI OMTATSAT. GYAN EAK HI UPAya. Jo is bhasagar par karke janm mrrpityuse Mukti dilanewala pravachan sytaki gyan
@surajprakash-vj7xb4 ай бұрын
Shri Gurudev Shankaracharya Ji Maharaj ki Jay Ho Jay Ho Jay Ho Aditya ki Jay Ho Jay Ho Jay Ho Jay Ho Sanatan ki
...पर हमारे ये बड़े-बड़े धर्म गुरू जो अापस में ही शंकराचार्य की उपाधी के लिए लड़ रहे हैं इनको बुद्धी कौन देगा...😊
@SriHarivansh074 ай бұрын
यह प्रश्न जिस मन को आवश्यक लग रहा है वह भी उन्हीं पद प्रतिष्ठा को महत्त्व दे रहा है अन्यथा इस विषय का विचार भी उदित नहीं होता। अतः पहले अपने इस प्रकार के प्रश्नोँ के विलोपित होने का उचित साधन करना चाहिए।
@a.k.pandey1814Ай бұрын
सनातन समुद्र की एक पवित्र बूंद, आदि शंकराचार्य जी ने अपने समय के समस्त विद्वानों को, अपनी व्यापक और मूल दर्शन की व्याख्या से स्तब्ध कर दिया है। आजतक , उनकी बातें अखंडित और समयातीत हैं। (आत्मा), समस्त ब्रह्माण्ड और उसके उद्देश्य की encyclopaedia है।
हमारे इन दिव्य ज्ञान के लिए एक विश्वविद्यालय खोले और उसकी शाखाएं विधालय के रूप में खोले ❤। जय श्री कृष्णा
@spiritualscience68083 ай бұрын
मंदी ने कितने विश्वविद्यालय खोले..? जो है वह बंद हो रहे हैं..! मोदी का शिक्षा बजट अधोगतीपर हैं..!
@deepakjoshi88196 ай бұрын
बहुत खूब ❤
@1nfinity_4everАй бұрын
Bahut hi ucchkoti ka granth hai.
@ashokagrawal45136 ай бұрын
ओम् , जय श्री राम।
@bhaskarsurvase59594 ай бұрын
Thanks Gurudeo Thanks a lot.
@santoshtiwari23242 ай бұрын
Sahi bola bidu
@TheGeetaWithBalmukandSharma3 ай бұрын
बहुत खूब
@fishingfinance47844 ай бұрын
Jinko shabdon ki nahi samajh unhe boor hi Lage ga Varna Gyan bhut achaa h
@dasariramarao91245 ай бұрын
🙏 🙏 🙏 pranom Guru Dev 🙏 ji
@beenakhanna81264 ай бұрын
Sadho sadho
@naveentiwari9492 ай бұрын
आत्मा अचिन्त्य है इसलिए वह चिंतन का विषय नहीं है। अर्थात चिंतन से नहीं जाना जा सकता। वह निर्विकार है इसलिए निर्विकार होकर ही जाना जा सकता है। वह अनंत है इसलिए अनंत अर्थात आत्मा होकर ही आत्म का या परमात्म का दर्शन हो सकता है। क्यूंकि ईश्वर भी अनंत हैं। वेद उपनिषद आदि धर्मग्रंथ ब्रह्म को सत्य और जगत को मिथ्या साबित करने के लिए हैं आत्म को जानने के लिए उस विचार का भी त्याग करना पड़ता है जिससे आत्म को जाना जाता है। इसलिए कहा वह कि अचिन्त्य है। जहां चिंतन समाप्त हो जाये। भाव शून्य। विचार शून्य। चिंतन शून्य। अहं शून्य अवस्था ही आत्मज्ञान की अवस्था है।
@DineshThrivadi4 ай бұрын
Jay shri Shankara
@NEWDAWNrealizingself4 ай бұрын
🟦🙏🟦ASANGOHAM ASANGOHAM ASANGOHAM PUNAH PUNAH ; SADCHIDANANDRUPOHAM AHAMEVAHAM AVYAYA . I PROSTRATE BEFORE THE PIOUS VIVEK CHUDAMANI ! 🟦 🙏 🟦 🌷THANKS !🪴
@5elements9844 ай бұрын
Prabhu, slowly slowly so that it can digest fast like water, brahmgyaan hai koi history ka chapter nahi😊
@heena85224 ай бұрын
Bahut Bahut Achcha
@nityaprarambhpanchagam10234 ай бұрын
Jay Ho
@ipsarvindpandey4 ай бұрын
🌺🌺🌺 दिव्य दिव्य दिव्य 🌺🌺🌺
@lokeshkumar-hi9mp4 ай бұрын
आनंद ❤
@ramgovindchourey49756 ай бұрын
Geeta, Ra.m ayana, bhagwat ke saman bahut acchi rachna hai.
@sangramtupe12564 ай бұрын
अद्वैत तत्वांना बौद्ध मते आणी वैदिक मते यातील संदेश एकत्र करूण एक मिस्र्ं आहे.
Bramatmaikam Bodhay swamin adaitacharyam...koti pranam. theory without practical is lame& vice versa.
@indranighosh17926 ай бұрын
❤️🙏
@RajendraSingh-dy8tr4 ай бұрын
वेद पुराण। गीता कुरान वाइवल उपनिषद विवेक चूणामणि कवीर बीजक कवीर सागर जैसे तमाम धर्म ग्रन्थों को गुरु सानिध्य मे मैं नेभी बहुत वर्षों तक समर्पण भाव से अध्ययन किया सुना समझा सीखा लेकिन आत्मा का ग्यान समझ में नहींआया जब गुरु ग्यान धर्म ग्रन्थों के पाण्डित्य से अलग हुए तव परमात्मा की कृपा से ही पर मात्मा की कुछ हल्की सी पहचान हुईऔर वो यह। कि परमात्मा प़च कोश एवं सूक्ष्म स्थूल कारण महाकारण कैवल्य शरीर बृह्म परवृहम पूर्ण वृह्म से परे अग्यात निकर्म नितत्व अजन्मा है।धन्यवाद जी
@shankarnagar13533 ай бұрын
🙏🏿🙏🏿
@albertjohncurio51514 ай бұрын
Kon kiska ..sab sapna .kon hai apna ..hari bolo bandhan kholo 🎉
Koli Yug Me 2.30 hours Probochyan Sunya Ka Kitna Percent Hai? Bahut bahut dhanyawad.Meyne To Pura Hai.Om Namo Vogobote Sri Sri Ramkrishno Te Nomo Nomoha.
@devNarsinghpur4 ай бұрын
❤
@rositatimal5095Ай бұрын
🙏🇳🇱
@bppant-gh7se6 ай бұрын
अहम भाव जन्म के साथ नहीं अपितु 03 .04 साल बाद ही आती है पर जाती मौत के बाद ही जाती है इसलिए मुक्ति बहुत ही कठीन प्रतीत होती है
@aveshdubey69366 ай бұрын
Kaha sa gyan mila prabu, hama bi batao. Agar aham na ho to janm hi kyu hoga wo to jivan mukt hoga pahle hi....
@anoopverma41826 ай бұрын
कठिन है लेकिन असंभव नहीं
@TheGautamdx5 ай бұрын
सर जी मुक्ति किसकी होती है? अगर मैं आत्मा हूं तो मैं तो सदैव मुक्त ही हूं , और न ही मुझे मोक्ष की जरूरत है। अगर मैं जीव हूं तो फिर आत्मा की उपाधि क्यूं मिली है मुझे। जीव भी अकारण नहीं हो सकता , हा मेरा चुनाव अगर जीव बनने का हो तो मुझे करोड़ों जन्म मुक्ति न मिले। परंतु मैं भगवान आत्मा ,मन बुद्धि चित्त अहंकार सहित या असहित मुक्त और अमुक्त से परे और शाश्वत रहूंगा । सिर्फ लीला वस उपाधि ले लेने का कारण है।
@TheGautamdx5 ай бұрын
मेरे गुरुदेव, भगवान शंकराचार्य की जय विवेक चूड़ामणि ग्रंथ की जय, अद्वैत वेदांत दर्शन की जय, यूट्यूब चैनल की जय।❤
@rajbahadurram35115 ай бұрын
❤
@bandananeupanae55186 ай бұрын
Nice video sir
@arkaroy51316 ай бұрын
Plz read Astabakra Gita. 🙏 Thanks.
@spiritual_sprit.6 ай бұрын
🙏♥️ brother Already Ashtavakra Geeta is available in channel. Please check
@VaniGautam-n6y6 ай бұрын
Mostwelcome
@faisalmalikstudyvlog59886 ай бұрын
in sheep's clothing understanding and dealing with manipulative people explained karo please
@anandtripathi26036 ай бұрын
Tu quran pe focus Kar yaha kya kr rha hai 72 hoor pe dhyan De flat earth 😅😅😅
@anoopverma41826 ай бұрын
आप क्या कहना चाहते हैं स्पष्ट नहीं है
@rupeshshrivastava38825 ай бұрын
जैसे गुरु को अपना गुरु बनाने के लिए आप बोल रहे हैं ऐसे गुरु हमे कहा मिलेंगे कृपया बताने की कृपा करें
@deepakneema14095 ай бұрын
जिस दिन आप गुरु पाने के योग्य हो जाएंगे, उस दिन आप गुरु को अवश्य पा लेंगे।
@underworldevolution43214 ай бұрын
Kripaluji mahraj ji ko suno jo swam chaitanya mahaprabhu ke avtar hain adishankracharya ji bhagwan shiv ke avatar thae unke baad shree Krishna chaitanya mahaprabhu ke roop mein aaye unhone antim dino mein pratiyga li ki mein phir jald aunga wo hi kripaluji mahraj ji ban ke aaye jinhone samast bharatvarsh ke samast vidwano ko hara kashi mein sarvocch jagadguru ki post payi adishankracharya ji se bhi badi post unko di gayi 5th original declared jagadguru saath mein bhakti yoga rasavtar ki upadhi di gayi
@underworldevolution43214 ай бұрын
Kripaluji mahraj ji ke videos suno
@kshetra-kshetragnya4 ай бұрын
सद्गुरू माता सुदिक्षा जी महाराज संत निरंकारी मिशन
@manojkurani2010Ай бұрын
परमपूज्य संत श्री आशारामजी महाराज।
@dinobondhusen184918 күн бұрын
Prithvi me janam na lene ke liye kya upaye hai
@Babu-l7u5 ай бұрын
मैने बहुत कुछ पढ़ा जाना और समझा है और मेरा नतीजा ये है कि किसी को कुछ भी पता नहीं है सत्य के बारे मे और इस ब्रह्मांड की पेचिदगी के बारे मे l धरती के तेज बुद्धि वाले करोडो इंसानो की बुद्धि को मिला दें तो फिर जो बहुत बड़ी बुद्धि बनेगी वो भी इस ब्रह्मांड के सत्य और पेचिदगी को नहीं सुलझा पायेगी l तो सच ये है कि किसी को कुछ नहीं है पता मुझको बस यही है पता l
@GoaT_not_God5 ай бұрын
😂😂😂 mene bahot kuchh padha jana or samjha hai... 😅 really kiska idea chipkaya sach batana 🤣
@gautammeena32034 ай бұрын
जो असीम सत्ता है उसे बुद्धि की सीमीत योग्यता के बल से समझने पर इतना ही समझा जा सकता है।
@underworldevolution43214 ай бұрын
Kripaluji mahraj ji ke videos suno unhone samast bharatvarsh ke samast vidwano ko hara original 5th declared jagadguru ki post payi kashi vidwat parishad dwara saath mein bhakti yoga rasavtar ki upadhi bhi payi samast prasno ke uttar milega
@SwamiSohamYogGuru4 ай бұрын
Jara ye bhi maan lo ki tumhe jo pta hai use bhi ye man lo ke tumhe ye bhi nhi pta
@devvratpandey72494 ай бұрын
19:20
@yogagurudhyan99454 ай бұрын
अद्वैत सिद्धांत कल्पना में विलास
@underworldevolution43214 ай бұрын
Shivji ke avatar adishankracharya ji ne jis Guru ki baat kahi hain wo kripaluji mahraj ji hi hain dusra koi nahi kyunki unhone samast bharatvarsh ke samast vidwano ko akele hara diya tha kashi mein jaise koi baccho ko hara de tab sabne mana ye koi avtari sant hain aur adishankracharya ji se bhi bada mana aur sarvocch original declared jagadguru di 5th declared jagadguru ke saath mein bhakti yoga rasavtar ki upadhi di aur kaha loag inhe pahchane aur inki sharan mein aa manushya janam ka kalyan karo
@sanatanshivafoundation4 ай бұрын
Pagal hai kya
@rgotravels4 ай бұрын
Apni bhavan ko control karo jab jo jis ka adhikari hoga vo vaha us mahapurush tak ya vo us jeev tak apne aap pohoch jayege tumhare lakh kehe se bhi kuch nahi hoga na santo ke khne se
@pradipkumarnaik62733 ай бұрын
Kripalu maharaj swayam jagadguru shankaracharya ko bhagwan shankar ka avatar mana hai aur unki bhuri bhuri gun gaan kiya hai. Aap bhavnao me na behe jaye. Jagadguru kripalu maharaj ji ne shankaracharya ji ke Vedanta darshan ko punar vyakhya kiya hai, haam unko pranam karte hai. Jagadguru aadi shankaracharya kaliyug ke sabse shresth Guru hai.
@pushpendrafacts3 ай бұрын
full audio book kzbin.info/www/bejne/naCoepp_qJmLgpo
@user-mf7ch1udАй бұрын
Jab wo malecch aap ke samane aaya tha tab aap ko kaisa laga tha
@RadheShyam-t4m3 ай бұрын
Sax man kapsha sen
@AkKumar-bq8jp4 ай бұрын
mujhe bibhor kar dia
@raumshen92984 ай бұрын
Purush sharir is better?
@TeenaNama4 ай бұрын
मे भी बहुत बड़ा ज्ञानी हु और हु
@prafulchandratrivedi11014 ай бұрын
Vivek chudamani me kitane slok hei ?
@whoamI_3282 ай бұрын
What does the statement "manushya sharir khash tor per purush sharir "mean exactly? Y a manushya sharir khash tor per nari nari sharir mein kuch gadbadi hai kya? A woman cannot attain moksha? Waise bechari ko time kaha responsibilities ke maare bhagwan ko kaha yaad karegi aur kab shastra padhegi? Waise women should know work is worship.. Be happy ladies
@GuriMattu-i1y19 күн бұрын
Baram me jan jan me parbaram chatan he jano
@PradeepSharma-gl8em2 ай бұрын
Ye sansaar bhagwan ne kyon banaya aur iss sasir ke dwara sare karm bhagwan hi karte hai hum sirf drishta hai aur kuchh nahin hai
@medialords86473 ай бұрын
ये बताओ आदि शंकराचार्य जनेऊ,चोटी क्यों नहीं पहनते थे? क्यों बौद्धों की तरह सर मुंडवा के रहते थे? क्यों उनके गुरु बौद्ध भिखु थे? उनको प्रच्छन्न बौद्ध कहा है।