पूज्यनीय साहेब जी के चरणों में सादर सप्रेम त्रय बार साहेब वन्दगी
@जयगुरुजयबंदीछोड़ Жыл бұрын
गुरु जी आपके चरणो में कोटि कोटि कोटि कोटि नमन
@komalyadav1247 Жыл бұрын
हे प्रभु आप का सतसंग सुनते आँख में आँसू भर जाता है |मगर सुधार के लिये प्रयाप्त नही हो पाता |क्यों की हमें घर से निकलने के बाद कोई ब्यक्ति ऐसे बिचार वाले नही मीलते |और वो हमारे साथ काम करते हैं |हमें अधिक तो समय ऐसे ही लोगों के साथ रहता है |क्या करें |जब की सारे प्रश्नो का उतर इसी सतसंग में है |