ऐसे विषय पर इतनी अच्छी अभिव्यक्ति। सरकारी कालोनी और उसकी छोटी मोटी समस्या के बावजूद लम्बे समय तक उसमें यह लेनें पर जो जुड़ाव हो जाता है,उसे आपनें बहुत ही सुन्दर ढंग से प्रस्तुत किया है।
@yashovardhanshrivastava1220Ай бұрын
यही है हमारा.मन जो माया जगत मे संपर्क.मे आने वाली किसी भी चीज से जुड जाता है चाहे वह टूटा छज्जा ही क्यों न हो। कालांतर मे जब वह मिटता है तब हमे कष्ट होता है और चल पडती है सुख दुख के लपेटे मे लेने वाली अनंत श्रंखला जो समय के साथ द्रढ हो जाती है जिसे तोडना कठिन से कठिनतर हो जाता है