इस तरह हमारे संस्कृति को जीवित रखना चाहिए । मैंने कवि गंगाधर मेहेर कृत प्रणयवलरी से नारी शिक्षा को गाने के लिए कहा था।कल गायेंगे कहके टाल दिया इसका मतलब यह है कि इसे शास्त्रीय ज्ञान कुछ भी नहीं है। केवल मनोरंजन। और कुछ नहीं है।
Prabasini didi sarba prathame mora namskar . MU Rameswr Das Di koraput , blok jeypur , at putra ru coment lekhi janauche je amar enhe thare nimantran karbalagi