17 फरवरी को परम संत रामपाल जी महाराज का बोध दिवस है जिनके आध्यत्मिक तत्वज्ञान से पूरे विश्व में सतयुग जैसा माहौल आएगा।
@biragsaini56728 ай бұрын
Sat saheb ji 🙏🙏🙏🌹🌹
@GkkTek8 ай бұрын
अलौकिक भंडारा
@ModiKumarDas8 ай бұрын
Very nice news
@VarshaRao-v9u8 ай бұрын
अनमोल समागम
@Indonasia168 ай бұрын
Sat sahib ji 🌹🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🌹🙏🏻🌹🙏🏻🌹🙏🏻🌹🙏🏻🌹
@ajayyadav_91988 ай бұрын
Nice news
@ParamSatyaParameshwer8 ай бұрын
Jagatguru Tavtdarshi Sant Rampal Ji Bhagavan Ji Ki Jay Ho 🙏
@VikramDas-jq4ir8 ай бұрын
❤❤
@ChambalSamBhag8 ай бұрын
Great bhandra
@sureshkumarbunkar81478 ай бұрын
बहुत अच्छा ज्ञान है
@Suresh-je1rc8 ай бұрын
Sat guru Rampal Maharaj ji kai chrno Mai koti koti prnam
@RNDass8 ай бұрын
Very nice
@somlatatiwari85158 ай бұрын
anmol bachan
@godkabirchannel74068 ай бұрын
कबीर, यह मन मलीन हैं, धोये ना छूटे रंग I कै छूटे हरि भक्ति से, कै साधु सत्संग ll
@Mantideviyadav-x4h8 ай бұрын
sant. ram. pal. ji. maharaj 🙏😢❤❤❤
@ParamSatyaParameshwer8 ай бұрын
Great True Spiritual Knowledge in the world 🌎
@Harishdass_8 ай бұрын
Very nice interview didi 😊
@anitapahadiya34178 ай бұрын
🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽
@educationbigcity5928 ай бұрын
Very nice 👍
@Bhagwatisain-qz8hi8 ай бұрын
Amazing
@ParamSatyaParameshwer8 ай бұрын
Kabir Is Supreme God 🙏
@lomashprasadpatel2568 ай бұрын
समाज सुधार का कार्य केवल संत रामपाल जी महाराज जी ही कर रहे है ।
@NarendraKumar-ow9et8 ай бұрын
कलयुग में सतयुग लाने वाले महापुरुष संत रामपाल जी महाराज जी के बोध दिवस पर 17-20 फरवरी को 10 सतलोक आश्रमों में विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है जिसमें पूरा विश्व आमंत्रित है।
@LakshinarayanDas-j7u8 ай бұрын
17 फरवरी को संत रामपाल जी महाराज का बोध दिवस है। इसी दिन से विश्व कल्याण के लिए अवतरित इस पूर्ण संत ने दिन रात एक कर दिया और कुछ ही वर्षों में वह कर दिखाया जो दुनिया भर के भविष्यवक्ता कहते आये हैं। संत रामपाल जी महाराज जी के बोध दिवस के उपलक्ष्य में व कबीर परमेश्वर जी के निर्वाण दिवस के उपलक्ष्य में 17-20 फरवरी को 10 सतलोक आश्रमों में विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है जिसमें पूरा विश्व आमंत्रित है।
@sanjaydas00008 ай бұрын
नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी के अनुसार ग्रेट शायरन हैं संत रामपाल जी महाराज। उन्हीं संत के बोध दिवस पर 17-20 फरवरी को 10 सतलोक आश्रमों में विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है जिसमें पूरा विश्व आमंत्रित है।
@JALITAMaghi8 ай бұрын
समस्त जीव आत्माओं के कल्याण हेतु धरती पर अवतरित महान परम संत रामपाल जी महाराज का 17 फरवरी को बोध दिवस है जो काल के बंधन से छुड़वाकर जीव को मोक्ष प्रदान कराते हैं। बोध दिवस के उपलक्ष्य में देशभर में उनके 10 आश्रमों में चार दिवसीय विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें पूरे विश्व को आमंत्रित किया गया है। साथ ही भंडारे में निःशुल्क नामदीक्षा, रक्तदान शिविर, सामूहिक दहेज मुक्त विवाह का भी आयोजन किया गया है।
@SunilKumar-pn9qz8 ай бұрын
maha samagam sant rampalji ki daya se desh or vedesh sab jaghe hoga
@sugaramdass43488 ай бұрын
Kabir is supreme god
@Sheetalbanjr8 ай бұрын
17-20 फरवरी को संत रामपाल जी महाराज जी के बोध दिवस के उपलक्ष्य में व कबीर परमेश्वर जी के निर्वाण दिवस के उपलक्ष्य में 10 सतलोक आश्रमों में विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें संपूर्ण विश्व को आमंत्रित किया गया है। 1Day Left For Bodh Diwas
@RajeshChand-w4f8 ай бұрын
कबीर दर्शन साधु का परमात्मा आवे याद लिखे में वही घड़ी बाकी के दिन बाद बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी भगवान
@mahendrakumarpaswan1858 ай бұрын
मनुष्य जीवन में महत्वपूर्ण दिन वह है जब सतगुरु मिल जाते हैं। उससे पहले का जीवन निरर्थक होता है। 17 फरवरी 1988 के दिन संत रामपाल जी महाराज जी ने नाम दीक्षा ली और कुछ वर्ष बाद अपने पूज्य गुरुदेव से नाम दीक्षा देने का आदेश पाकर करोड़ों लोगों का मार्गदर्शन किया।
@omprakashdas84258 ай бұрын
अन्न का धान महा धान
@indugupta5388 ай бұрын
मनुष्य जीवन में महत्वपूर्ण दिन वह है जब सतगुरु मिल जाते हैं। उससे पहले का जीवन निरर्थक होता है। 17 फरवरी 1988 के दिन संत रामपाल जी महाराज जी ने नाम दीक्षा ली और कुछ वर्ष बाद अपने पूज्य गुरुदेव से नाम दीक्षा देने का आदेश पाकर करोड़ों लोगों का मार्गदर्शन किया। इसी दिन को बोध दिवस के रूप में मनाया जाता है। संत रामपाल जी महाराज जी के बोध दिवस के उपलक्ष्य में व कबीर परमेश्वर जी के निर्वाण दिवस के उपलक्ष्य में 17-20 फरवरी को 10 सतलोक आश्रमों में विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है जिसमें पूरा विश्व आमंत्रित है।
@rajanchaudhary87578 ай бұрын
कबीर-अलख इलाही एक है, नाम धराया दोय। कहै कबीर दो नाम सुनि, भरम परो मति कोय।।
@rahuljaishreekrisnnagupta35678 ай бұрын
🎈 नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी के अनुसार ग्रेट शायरन हैं संत रामपाल जी महाराज। उन्हीं संत के बोध दिवस पर 17-20 फरवरी को 10 सतलोक आश्रमों में विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है जिसमें पूरा विश्व आमंत्रित है।
@HarprasadKushwaha-cg1bo7 ай бұрын
🧩कबीर साहेब जी के बारहवें पंथ के प्रवर्तक आदरणीय गरीबदास जी महाराज जी हैं जिनको कबीर साहेब जी 10 वर्ष की आयु में सन 1727 में मिले थे। इसके उपलक्ष्य में संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में बोध दिवस मनाया जा रहा है और सभी सतलोक ho
@mukeshkumarbairwa47688 ай бұрын
Kabir is God
@MinachaurasiyaMinachaurasiya8 ай бұрын
कबीर। मनुष्य जीवन में महत्वपूर्ण दिन वह है जिस दिन सच्चा संत मिल जाए पुर्ण भक्ति मिल जाए उसके आत्मा का मोक्ष हो जायेगा।🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏
@RBDas-mr4fs8 ай бұрын
कबीर,पत्थर पानी पुजकर,पल पल मरा संसार। भेद निराला रह गया, कोई बिरला उतरा पार।।
@praveenaprajapati5408 ай бұрын
संत रामपाल जी महाराज के बोध दिवस के उपलक्ष्य में देशभर में उनके 10 आश्रमों में चार दिवसीय विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें पूरे विश्व को आमंत्रित किया गया है। साथ ही भंडारे में निःशुल्क नामदीक्षा, रक्तदान शिविर, सामूहिक दहेज मुक्त विवाह का भी आयोजन किया गया है।
@satlokexpress17658 ай бұрын
Jay ho bandi chhod ki
@RameshChandra-sq9is8 ай бұрын
संत रामपाल जी महाराज की जय हो संत रामपाल जी महाराज का ज्ञान अद्वितीय है आपके सभी आश्रमों में शास्त्र अनुसार ज्ञान दिया जाता है
@VikramDas-jq4ir8 ай бұрын
विश्व के तरण संत रामपाल जी महाराज जी के बोध दिवस एवं कबीर परमेश्वर जी के निर्माण दिवस के उपलक्ष में विशेष कार्यक्रम 20 फरवरी 2024 लाइव साधना टीवी पर किए जाएंगे।
@LalitDewangan-gh4cn8 ай бұрын
कबीर, झूंठे सुख को सुख कहे, मान रहा मन मोद। सकल चबीना काल का कछु मुख मे कछु गोद।। कबीर ,प्रेम पांवरी पहिन के,धीरज काजल देय। शील सिंदूर भराय के,जगत पती का सुख लेय।।गरीब, सेवक होकर उतरे, इस पृथ्वी के माही । जीव उधारण जगत गुरु, बार बार बलि जाहि ।।🙏🙏.
@hnshlaldash16508 ай бұрын
नास्त्रेदमस ने भविष्यवाणी की है कि ठहरो स्वर्ण युग आ रहा है। एक महापुरुष आध्यात्मिक ज्ञान से पूरे विश्व मे शांति लायेगा। जिसके नेतृत्व में भारत विश्व गुरु बनेगा। वह महापुरुष संत रामपाल जी महाराज जी हैं जिनके बोध दिवस के उपलक्ष्य में और कबीर परमेश्वर जी के निर्वाण दिवस के उपलक्ष्य में 17 -20 फरवरी को 10 सतलोक आश्रमों में चार दिवसीय निःशुल्क विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है। इस भंडारे में शुद्ध देशी घी से निर्मित भोजन, गरीबदास जी महाराज की अमर वाणी का खुला पाठ, दहेज मुक्त शादियाँ व रक्तदान शिविर का आयोजन भी किया जा रहा है। जिसमें आप सभी सादर आमंत्रित हैं।
@RaniDasi-d5z8 ай бұрын
कबीर परमेश्वर मगहर से सशरीर सतलोक गए थे। उनके शरीर के स्थान पर सुगंधित फूल पाए गए जो कबीर परमेश्वर की आज्ञा के अनुसार दोनों धर्मों ने आपस में लेकर मगहर में 100 फुट के अंतर से एक-एक यादगार बनाई जो आज भी विद्यमान है। यह दोनों धर्मों हिंदुओं और मुसलमानों में आपसी भाईचारे व सद्भावना की एक मिसाल का प्रमाण है। गरीब, बिरसिंघ बघेला करै बीनती, बिजली खाँन पठाना हो। दो चदरि बकसीस करी है, दीना यौह प्रवांना हो।।
@belalsenyadaw31888 ай бұрын
हरि आए हरियाणे नू वर्तमान समय में पूरी पृथ्वी पर पूर्ण परमात्मा (सर्व श्रृष्टि रचनहार कबीर साहेब) जी संत रामपाल जी महाराज जी के रूप में इस धरातल पर अवतरित हुए हैं। संत रामपाल जी महाराज जी से नाम दीक्षा लेकर शास्त्र अनुकूल भक्ति से सभी प्रकार के दुखों को दूर किया जा सकता है अधिक जानकारी प्राप्त करने हेतु पढ़ें आध्यात्मिक पुस्तक ज्ञान गंगा।
@narendraanuragi4878 ай бұрын
Bharat desh ke log kabhi ameer nahi honge chahe kuchbhi karlo
@gopallalatal8 ай бұрын
🔸पवित्र ऋग्वेद मण्डल 10 सूक्त 90 मंत्र 16 में, सामवेद श्लोक संख्या 822 तथा श्रीमद्भगवद गीता अध्याय 17 श्लोक 23 में है कि पूर्ण संत (तत्वदर्शी संत) तीन मंत्र (ओम्-तत्-सत् जिनमें तत् तथा सत् सांकेतिक हैं) दे कर पूर्ण परमात्मा (आदि पुरुष) की भक्ति करवा कर जीव को काल-जाल से मुक्त करवाता है। सिर्फ संत रामपाल जी महाराज ही वह तीन मंत्र का रहस्य और सुमिरन की विधि नाम दीक्षा में दे रहे हैं। ऐसे परम संत का 17 फरवरी को बोध दिवस है।
@BinitaKumari-s9s8 ай бұрын
Sant Rampal Ji Sant Rampal Ji Maharaj ka Modi Divas Kyon Mana rahe ho Sant Rampal Ji ke Bhagwan Hain Satguru ko Kaun Gyan De sakta hai Tum murkh Ho Satguru ka Bodh Divas Nahin Manaya jata hai Satguru Sabko Gyan deta hai usko Koi Gyan Nahin De Sakta
@satlokexpress17658 ай бұрын
Sat saheb ji
@MuktiMadhu-nb6rq8 ай бұрын
🔆17 फरवरी को उस महान संत रामपाल जी महाराज जी का बोध दिवस है, जिन्होंने मानव कल्याण के लिए अपना सर्वस्व त्याग दिया। और देखते ही देखते पूरे विश्व में अपने तत्त्वज्ञान का परचम लहरा दिया।🔆🔅
@shilpasaxena86628 ай бұрын
Great true spiritual knowledge in the world 🌎🌎🌎
@ShyamTialor8 ай бұрын
Very nice
@kiransingh13028 ай бұрын
Amazing
@Kabir_is_powerful_God8 ай бұрын
❤❤
@virendrakushwaha50968 ай бұрын
17 फरवरी को संत रामपाल जी महाराज का बोध दिवस है। इसी दिन से विश्व कल्याण के लिए अवतरित इस पूर्ण संत ने दिन रात एक कर दिया और कुछ ही वर्षों में वह कर दिखाया जो दुनिया भर के भविष्यवक्ता कहते आये हैं। संत रामपाल जी महाराज जी के बोध दिवस के उपलक्ष्य में व कबीर परमेश्वर जी के निर्वाण दिवस के उपलक्ष्य में 17-20 फरवरी को 10 सतलोक आश्रमों में विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है जिसमें पूरा विश्व आमंत्रित है।
@anitamali34718 ай бұрын
मनुष्य जीवन में महत्वपूर्ण दिन वह है जब सतगुरु मिल जाते हैं। उससे पहले का जीवन निरर्थक होता है। 17 फरवरी 1988 के दिन संत रामपाल जी महाराज जी ने नाम दीक्षा ली और कुछ वर्ष बाद अपने पूज्य गुरुदेव से नाम दीक्षा देने का आदेश पाकर करोड़ों लोगों का मार्गदर्शन किया। इसी दिन को बोध दिवस के रूप में मनाया जाता है। संत रामपाल जी महाराज जी के बोध दिवस के उपलक्ष्य में व कबीर परमेश्वर जी के निर्वाण दिवस के उपलक्ष्य में 17-20 फरवरी को 10 सतलोक आश्रमों में विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है जिसमें पूरा विश्व आमंत्रित है।
@SereneOrangeJuice-ek7fq8 ай бұрын
Kabir is God
@sudeepdas99758 ай бұрын
🎈कलयुग में सतयुग लाने वाले महापुरुष संत रामपाल जी महाराज जी के बोध दिवस पर 17-20 फरवरी को 10 सतलोक आश्रमों में विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है जिसमें पूरा विश्व आमंत्रित है।
@RishiKr-m2q8 ай бұрын
17 फरवरी को पूर्ण संत रामपाल जी महाराज जी के बोध दिवस के उपलक्ष्य में सत्संग व विशाल भंडारे का आयोजन किया गया है। जिसमें गरीबदास जी महाराज की अमर वाणी का खुला पाठ चल रहा है व शुद्ध देसी घी से निर्मित भंडारा कराया जा रहा है। इस भंडारे में समस्त मानव समाज सपरिवार आमंत्रित है, इस अनमोल भंडारे के प्रसाद को खाकर मन शुद्ध और प्रसन्न होता है व मनुष्य के करोड़ों पाप कर्म कटते हैं।