अच्छा है सतलज भाई, आपने हवाओं का रुख़ समय रहते पहचान लिया है ,आपके तेवर से लगता है । "...सफर में धूप तो होगी ,जो चल सको तो चलो ।".... ईश्वर आपके साथ है और चन्द लोग और भी।🌹.
@skmushairachannel852715 күн бұрын
Thanks 👍
@tamjidalam76579 күн бұрын
Satlaj Bhai Assalamualaikum
@azizurrehmanshaikh641115 күн бұрын
ढेर सारी दुआएं..
@skmushairachannel852715 күн бұрын
Shukriya 👍
@kundanverma275316 күн бұрын
बात कम करें । राहत साहब सुनने वाले करोड़ों आशिक है ं
@skmushairachannel852716 күн бұрын
👍
@sajidhussain661516 күн бұрын
اگر کسی کا باپ بڑا شاعر ہو تو اس کا مطلب ہر گز نہیں کہ اسکا بیٹا بھی شاعر ہو ستلج اندوری کی شاعری بلکل بے جان ہےء ادبی معیار سے کویء تعلق نہیں