मेरे पुज्य सतगुरु जगत् गुरू तत्वदर्शी पुर्ण संत रामपाल जी महाराज के श्री चरण कमल में दासी का कोटि-कोटि दंडवत प्रणाम 🙏🙏🏻
@Sumitradassi1132 жыл бұрын
संत रामपाल जी महाराज का अनमोल ज्ञान 🙏🙏🙏🙏🙏
@MANISHKUMAR-cy7fs2 жыл бұрын
कबीर, जिव्हा तो वोहे भली, जो रटै हरिनाम। ना तो काट के फैंक दियो, मुख में भलो ना चाम।।
@sw.official2 жыл бұрын
Jay ho bandi chhod satguru rampal ji maharaj ki 🙏🙇♂️❣️❤️😇✨
@Kaurmalkit2332 жыл бұрын
Great precious evergreen blockbuster magnificent original spritual satsang dandwat pernam ho aapke charno me malik sat Sahib ji 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@SUPREMETV242 жыл бұрын
कबीर, गुरूसो ज्ञान जो लीजिये, सीस दीजिये दान । बहुतक भोंदू बहिगये, राखि जीव अभिमान।। - जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी।
@सरस्वतीसरस्वती-ह4ध2 жыл бұрын
अनमोल वचन जी 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@duleshwardasssahu79742 жыл бұрын
कबीर साहेब जी ने तत्वज्ञान से हमे समझाते हुए कहा है कि अभिमान जीव का शत्रु है।
@subhadramainali25222 жыл бұрын
🔮क्या वह यीशु थे जो कब्र से निकले थे? नहीं, वह यीशु नहीं थे जो कब्र से निकले थे। वे पूर्ण परमेश्वर कबीर साहेब थे, जो उनके अनुयायियों का विश्वास बनाए रखने के लिए यीशु के रूप में प्रकट हुए थे। अन्यथा उनके अनुयायियों ने भगवान में विश्वास खो दिया होता और नास्तिक बन गए होते।
@SUPREMETV242 жыл бұрын
कलयुग में सतयुग जैसा माहौल बनाना ही है संत रामपाल जी महाराज जी का उद्देश्य कबीर साहेब की वाणी है: कलयुग मध्य सतयुग लाऊं। ताते सत कबीर कहाऊं।। इस वाणी को कबीर साहेब जी ने वर्तमान समय के लिए बोला था, आज स्वय कबीर साहेब जी ही संत रामपाल जी महाराज के रूप में धरती पर आकर अपनी वाणी को सच कर रहे हैं। संत रामपाल जी द्वारा चलाये मार्ग का मूल उद्देश्य है दुनिया में सतयुग जैसा माहौल बनाना।
@heeralalmeena65472 жыл бұрын
गरीब दास जी की वाणी है कि:-"साहेब कबीर तख्त खवासा, दिल्ली मण्डल लीजै वासा।।" परमेश्वर का नुमाइंदा संत दिल्ली मण्डल में उत्पन्न होगा। उस संत द्वारा बताया हुआ तत्वज्ञान पूरे विश्व को स्वीकृत होगा। यह भविष्यवाणी नास्त्रेदमस ने भी की है। संत रामपाल जी महाराज ही तारणहार हैं जिनका जन्म 8 सितम्बर 1951 को भारत के धनाना गांव में हुआ जो पहले दिल्ली क्षेत्र में पड़ता था।
@ravikantdas38632 жыл бұрын
जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज की जय हो 🙏 कबीर परमेश्वर की जय हो 🙏 बंदीछोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज की जय 🙏 🙏🙏🙏🙏🙏 सत साहेब 🙏🙏🙏🙏🙏
@rekhavankhede14942 жыл бұрын
अद्वितीय अध्यात्मिक ज्ञान अवश्य सुनों जगत् गुरू तत्वदर्शी पुर्ण संत रामपाल जी महाराज के मुखकमल से मंगल वचन
@jiwanlaldewangan87742 жыл бұрын
"सच्चे संत के अनुग्रह के बिना धर्म की स्थापना संभाव नहीं है।।"
@ramanchauhan71652 жыл бұрын
VERY VERY NICE SATSANG PARAMATMA KA BANDI CHHOD SATGURU RAMPAL JI BHAGWAN KI JAY HO
@himbahadurg.c.lekali80932 жыл бұрын
A Complete Guru can increase the lifespan of his devotee. JagatGuru Tatvadarshi Sant Rampal Ji Maharaj Ji is the true Guru. Take refuge in Him for eternal peace and salvation.
@prahaladmeena282 жыл бұрын
तत्वदर्शी संत (गीता अ-4 श्लोक-34) से दीक्षा लेकर शास्त्रविधि अनुसार सतभक्ति करने वाले परमधाम सतलोक को प्राप्त होते हैं जहाँ जन्म-मरण, दुख, कष्ट व रोग नहीं होता है।
@GyanSandesh2 жыл бұрын
BANDI CHHOD SAT GURU RAMPAL JI BHAGWAAN KI JAY HO 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 SAT SAHEB JI 🙏🙏🙏🙏🙏🪔🪔💖💗💞❤️
@VivekKumar-wk5vx2 жыл бұрын
Nice satsang👏👏
@SushmaDevi-vd4uu2 жыл бұрын
Rampal ji maharaj is complete Saint and Avtar of lord Kabir
@vanshikasaini48662 жыл бұрын
सत साहेब जी🙏🙏 जय हो बंदीछोड़ की🙏🙏 चरणों में बनाऐ रखना दाता🙏🙏
@shashithakur24582 жыл бұрын
AMAZING knowledge...
@ramanmeena24432 жыл бұрын
श्रीमद्भगवत गीता के अध्याय 9 का श्लोक 25 भी यही कहता है कि जो पितर पूजा (श्राद्ध आदि) करते हैं, वे मोक्ष प्राप्त नहीं कर पाते, वे यमलोक में पितरों को प्राप्त होते हैं। जो भूत पूजा (अस्थियाँ उठाकर पुरोहित द्वारा पूजा कराकर गंगा में बहाना, तेरहवीं, सतरहवीं, महीना, छमाही, बरसी आदि-आदि) करते हैं, वे प्रेत बनकर गया स्थान पर प्रेत शिला पर बैठे होते हैं।
@Neha__sharma.552 жыл бұрын
तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी से उपदेश लेकर कबीर साहेब जी की भक्ति करने से सतलोक की प्राप्ति होती है। सतलोक अविनाशी लोक है। वहां जाने के बाद साधक जन्म-मृत्यु के चक्र से मुक्त हो जाता है और पूर्ण मोक्ष प्राप्त करता है।
@s.k.d.11342 жыл бұрын
श्रीमद्भगवद गीता अध्याय 8 का श्लोक 3 में गीता ज्ञान दाता ब्रह्म भगवान ने कहा है कि वह परम अक्षर ‘ब्रह्म‘ है जो जीवात्मा के साथ सदा रहने वाला है। वह परम अक्षर ब्रह्म गीता ज्ञान दाता से अन्य है, वह कबीर परमात्मा हैं।
@anilkumarshrivastava8987 Жыл бұрын
अनंत कोटि ब्रह्माण्ड का एक रत्ती नहीं भार! सतगुरु पुरुष कबीर है कुल के सिरजनहार!
@RampaljiisGod2 жыл бұрын
और ज्ञान सब ज्ञानड़ी कबीर ज्ञान सो ज्ञान जैसे गोला तोब का करते चले मैदान😭😭😭😭🙏🙏🙏🙏
@sachindiwakarchawande35232 жыл бұрын
बंदी छोड सद्गुरू रामपालजी भगवान की जय हो 🙏
@RamchandraMalviya-x3j Жыл бұрын
गुरु समान नहीं दाता जग में सतगुरु देव के चरणों में दास का कोटि कोटि प्रणाम
@kiranverma50452 жыл бұрын
गुरू बिन माला फेरते, गुरू बिन देते दान।। गुरू बिन दोनों निष्फल हैं, चाहे पूछो वेद पुराण।।
@sarveshkumarkumar70632 жыл бұрын
जिन मोकू निज नाम दिया, सोई सतगुरू हमार। दादू दूसरा कोई नही,कबीर सृजन हार।।
@chetansharma84952 жыл бұрын
कबीर, जब ही सत्यनाम हृदय धरयो भयो पाप को नाश। मानो चिंगारी अग्नि की पड़ी पुराने घास ।। कबीर साहेब के अवतार संत रामपाल जी महाराज वही भक्ति बताते हैं जो कबीर साहेब ने बताई है। जिससे पाप नाश होते हैं, भक्तों को अनगिनत लाभ मिल रहे हैं, उनके साथ आये दिन चमत्कार हो रहे हैं।
@surendralodhi78502 жыл бұрын
सत्संग की आधी घड़ी तप के वर्ष हजार गोभी बराबर है नही कहे कबीर विचार
@jagdishthory69922 жыл бұрын
ऐसा अद्भुत और मार्मिक सत्संग आज तक नहीं सुना
@tatvgyananmol32412 жыл бұрын
🙏🙏🌹 यजुर्वेद अध्याय 19 मंत्र 25, 26 में लिखा है कि जो वेदों के अधूरे वाक्यों अर्थात् सांकेतिक शब्दों व एक चौथाई श्लोकों को पूरा करके विस्तार से बताएगा व तीन समय की पूजा बताएगा। सुबह पूर्ण परमात्मा की पूजा, दोपहर को विश्व के देवताओं का सत्कार व संध्या आरती अलग से बताएगा वह जगत का उपकारक संत होता है।
@achalaram32822 жыл бұрын
नास्त्रेदमस ने भविष्यवाणी की है कि "ठहरो राम - राज्य आ रहा है। एक महापुरुष पूरे विश्व में स्वर्ण युग लायेगा। जिसके नेतृत्व में भारत विश्व गुरु बनेगा।" वह महापुरुष और कोई नहीं संत रामपाल जी महाराज जी ही हैं।
@balbirkumar53172 жыл бұрын
चारों युगों में पूर्ण परमात्मा कबीर देव आते हैं वे अपनी अच्छी आत्माओं प्राप्त होते हैं सत भक्ति का मार्ग बतलाते हैं, काल के जाल से निकाल कर ले जाते हैं, पूर्ण संत की महिमा निभाते हुए परमात्मा की महिमा गाते हुए बताते हुए हमें प्राप्त होते हैं।
@NarendraKumar-ow9et2 жыл бұрын
मनुष्य जीवन का मूल कर्तव्य सत्संग में आए बिना प्राणी को अपने मनुष्य जीवन के लक्ष्य का ज्ञान नहीं होता। हमने सत्संग सुनने से पहले जो उद्देश्य मान रखा होता है वो भौतिक होता है। सत्संग में आने से हमारा अध्यात्मिक उद्देश्य बनता है जो इस मनुष्य जीवन का मूल कर्तव्य है, आवश्यक कार्य है।
@champalalkachhawaha88502 жыл бұрын
जो आया सो चला गया, धरती छोड़ शरीर । जो देहि के संग गया, ताका नाम कबीर ।।
@मुकेश-न5च2 жыл бұрын
रामपाल के पाखंडों की सूची:- 1. प्राचीन ग्रंथो का अपने अनुसार कुछ भी अनुवाद करके लोगो को फसाना। 2. गीता प्रेस के अनुवाद की पुस्तकों का नाम लेकर उसमे अपने पृष्ठ लगाकर लोगो को दिखाना। 3. ग्रंथो को बीच-बीच में से लोगो को दिखाकर ‘सर्वनाम ’शब्दो का अनर्थ करना। 4. परमपिता परमेश्वर द्वारा श्रृष्टि की रचना एवम परमेश्वर के परिचय का आदि ग्रंथ शिव पुराण को न दिखाना। 5. संस्कृत ज्ञान के अभाव में ग्रंथो का स्वयं अध्यन न करना और न शिष्य को ग्रंथो की संपूर्ण शिक्षा के लिए प्रेरित करना। 6. अपने स्वर्थानुसार गीता प्रेस के अनुवाद को कही गलत तो कही उचित बताना। 7. सभी देवी देवताओं और आदि शक्तियों का अपमान करके नागरिकों को पाप का भागीदार बनाना। 8. मानुष जाती को ग्रंथो के अध्ययन से रोकना और अपनी लिखी हुई पाखंडी पुस्तकें पड़ने पर जोर देना। 9. आश्रम से मृत लाशों, घातक हथियारों का मिलना। महिलाओं की आड़ में पुलिस कर्मियों से बचना तथा न्यायालय में खुद को जनता द्वारा कैदी बनाए जाने का झूठ कहना
@bhaskarwekaushik77562 жыл бұрын
Thik kaha bhai👍🙏
@unknownuser82572 жыл бұрын
Place of true spritual knowledge is satlok ashram
@sevanlal5182 жыл бұрын
सत्य भक्ति वर्तमान में केवल संत रामपाल जी के पास है। जिससे इस दु:खों के घर संसार से पार होकर परम शान्ति तथा शाश्वत स्थान प्राप्त हो जाता है जिसके विषय में गीता अध्याय 18 श्लोक 62 में कहां है।......
@neetusahu56782 жыл бұрын
🌬️संत गरीबदास जी अपनी वाणी में कहते है- सुरापान मद्य मांसाहारी, गवन करे भोगे पर नारी। सत्तर जन्म कटत हैं शीशम, साक्षी साहिब हैं जगदीशम।। सुरापान व मांस आदि खाने का अंजाम जब इतना बुरा है तो इससे त्यागने में ही भलाई है।
@amkumara64652 жыл бұрын
ಸದ್ಗುರು ದೇವ್ ಜೀ ಕೀ ಜೈ ಸತ್ ಸಾಹೇಬ್ ಜೀ
@kalujat37552 жыл бұрын
सभी धर्मों के धर्मगुरु यही बताते आए हैं कि परमात्मा निराकार है, जबकि जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज ने सभी धर्मों के धर्म ग्रंथों(वेद, बाइबल,क़ुरान,गुरुग्रंथ साहिब) से प्रमाणित करके बताया कि परमात्मा साकार है, सहशरीर है, तख्त/सिंहासन पर विराजमान है, उसका नाम कबीर है।
@SunilKumar-pn9qz2 жыл бұрын
prmatma charo yugo mae aate hae or lila krte hae
@ramprsadregar16112 жыл бұрын
♦️गीता अध्याय 9 श्लोक 25 में भी प्रमाण है की जो पितरों की पूजा करता है वो पितरों को प्राप्त होता है जो भूत पूजते हैं वो भूत बनते हैं।
@champalalkachhawaha88502 жыл бұрын
गीता अध्याय 7 श्लोक 24 में कहा है कि यह बुद्धिहीन जन समुदाय मेरे अनुत्तम नियम से अपरिचित हैं कि मैं कभी भी किसी के सामने प्रकट नहीं होता अपनी योग माया से छुपा रहता हूं इसलिए मुझे अव्यक्त को मनुष्य रूप में आया हुआ अर्थात कृष्ण मानते हैं।
@phooldeviphooldevi60512 жыл бұрын
अजब नगर मे ले गया हमकू सतगुरू आन। झिलके बिम्ब अगाध गाति, सूते चादर तान।।
@PrashantSingh-dp2qf2 жыл бұрын
Very nice pic kabeer is God nic video satsang gyan charcha sarguru Rampal Ji Maharaj ji ke Mangal Amrit Vachan 👌
@sunitakujur78012 жыл бұрын
♦️गीता अध्याय 9 श्लोक 25 में भी प्रमाण है की जो पितरों की पूजा करता है वो पितरों को प्राप्त होता है जो भूत पूजते हैं वो भूत बनते हैं। ♦️मार्कण्डेय पुराण में श्राद्ध कर्म को अविद्या कहा है। ये शास्त्र विरुद्ध है।
@kajalverma4212 жыл бұрын
गीता अध्याय 9 श्लोक 25 में भी प्रमाण है की जो पितरों की पूजा करता है वो पितरों को प्राप्त होता है जो भूत पूजते हैं वो भूत बनते हैं।
@rohtashdass16682 жыл бұрын
कबीर परमेश्वर समरथ परमात्मा है अनहोनी को भी होनी में बदल देते हैं पांडवों का अश्वमेध यज्ञ संपूर्ण नहीं हुआ जबकि वहां पर वेद वक्ता ब्रह्मा विष्णु महेश आदि सभी भगवान थे फिर कबीर जी को श्री कृष्ण और पांडव जग में लेकर आए परमेश्वर कबीर जी ने 5 ग्रास खाना खाया तब वह सुपच शंख बजा
@tilakraj9445 Жыл бұрын
Supreme God Kabir hi bhagwan hai g riyal God Kabir
@bharatdas49732 жыл бұрын
सत्य भक्ति वर्तमान में केवल संत रामपाल जी महाराज जी के पास है। जिससे इस दुःखों के घर संसार से पार होकर वह परम शान्ति तथा शाश्वत स्थान (सनातन परम धाम) प्राप्त हो जाता है जिसके विषय में गीता अध्याय 18 श्लोक 62 में कहा है तथा गीता अध्याय 15 श्लोक 4 में कहा है कि तत्वदर्शी सन्त से तत्वज्ञान प्राप्त करके, उस तत्वज्ञान से अज्ञान का नाश करके, उसके पश्चात् परमेश्वर के उस परमपद की खोज करनी चाहिए। जहाँ जाने के पश्चात् साधक फिर लौटकर संसार में कभी नहीं आता।
@GkkTek2 жыл бұрын
जय हो पूर्ण संत जी की
@laxminiraula63752 жыл бұрын
संत रामपालजी महाराजले आफ्नो पूज्य गुरुदेवको निर्देशानुसार बाटो बिराएका श्रद्धालुहरूलाई सही मार्गदर्शन गर्नका लागि आफनो सबै थोक वलिदान गर्नुभएको छ। पवित्र वेद, पवित्र गीता, पवित्र पुराण, पवित्र बाइबिल, पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब, पवित्र कुरान तथा अन्य सबै धार्मिक ग्रंथहरुको ज्ञान राख्ने संत यो संसारमा अरू कोई छन् ?
@devaramjat50912 жыл бұрын
श्राद्ध आदि-आदि शास्त्रविरूद्ध क्रियाऐं झूठे गुरूओं के कहने से करके अपना जीवन नष्ट करते हैं। यदि सतगुरू (तत्वदर्शी संत) का सत्संग सुनते, उसकी संगति करते तो सर्ब पापकर्म
@mangalsona97202 жыл бұрын
अनमोल ज्ञान
@kaushalyathakur30222 жыл бұрын
जब लग हंसा हमरी आना काल लगे न तेरा बाना
@sw.official2 жыл бұрын
Sat saheb ji
@kiranlodhi29812 жыл бұрын
Mat pita mil javege lakha chhurasi mahe sat guru seva bandgi fir milenge naye
@ramrajyatripathi23602 жыл бұрын
Dwapar Yug mein Kabir Parmatma Karunamay naam se aaye the. Supach Balmik ne hi kewal unka Tatvgyan samajh kar diksha hasil kiya tha. Pandavon ki Yagya Supach ke bhojan karane se poori hui thi.
@jayhindkushwaha79232 жыл бұрын
Right knowledge
@suhanipanna22372 жыл бұрын
Nau Man Sut uljhiya rishi rahe jhak maar satguru aisa suljha diya uljhe na duji baar
@manjurani35472 жыл бұрын
Sant Milan ko chaliye Taj maya abhiman
@champalalkachhawaha88502 жыл бұрын
सतभक्ति संदेश गरीब,योह है पंथ कबीर का सतलोक कूं सैल। अनन्त कोटि कुल पंथ है, कोई ना पावै गैल यानि (रास्ता)। परमात्मा कबीर जी का यह (पंथ) भक्ति मार्ग है। जीव सतलोक की सैल करता है। इसके अतिरिक्त अनेकों पंथ तथा उनके कुल यानी गद्दी परंपरा है। किसी को सतलोक वाली (गैल) यानि गली रास्ता अर्थात मार्ग का ज्ञान नहीं है।।
@uditnarayan74372 жыл бұрын
Supreme god kabir
@kiranlodhi29812 жыл бұрын
Ram nam kadva lage mithe lage dam daveda me dono gaye maya mili na ram
@kiranlodhi29812 жыл бұрын
Ram nam ratte raho jabtak ghat me pran kahau tu din dayal ke binak padegi kan
@kabirajchaudhary81782 жыл бұрын
Nice sàtsang 🙏🙏🙏🙏
@kalooramswami92822 жыл бұрын
Super
@GkkTek2 жыл бұрын
सत्य सत्संग
@KrishanKumar-db4mp2 жыл бұрын
Very nice
@uttamsinghargal37912 жыл бұрын
ब्राह्मण वही जो ब्रह्म पहचाने पंडित वो जो पिंड की जाने युही खुद को पंडित या ब्राह्मण न माने
@Anuradha-fh7fs2 жыл бұрын
तीन ओर से समुद्र से घिरे हुए देश में पैदा होने वाले दुनिया के तारणहार संत की माताएं तीन बहने होंगी।- नास्त्रेदमस नास्त्रेदमस द्वारा की गई यह भविष्यवाणी सिर्फ संत रामपाल जी महाराज पर फिट बैठती है क्योंकि संत रामपाल जी महाराज की माताएं तीन बहनें थी । साधना चैनल रोज शाम 7:30 से 8:30 तक 🎊ईश्वर चैनल रोज शाम 8:30 से 9:30 तक
@Guru_amritvani12 жыл бұрын
प्रेत (भूत) पूजा तथा पितर पूजा उस परमेश्वर की पूजा नहीं है। इसलिए गीता शास्त्र के अनुसार व्यर्थ है। अधिक जानकारी के लिए Sant Rampal Ji Maharaj KZbin Channel Visit करें।
@tatvgyananmol32412 жыл бұрын
🙏🙏🌹.श्राद्ध आदि-आदि शास्त्रविरूद्ध क्रियाऐं झूठे गुरूओं के कहने से करके अपना जीवन नष्ट करते हैं। यदि सतगुरू (तत्वदर्शी संत) का सत्संग सुनते, उसकी संगति करते तो सर्ब पापकर्म नष्ट हो जाते। सत्य साधना करके अमर लोक यानि गीता अध्याय 18 श्लोक 62 में कहे (शाश्वतं स्थानं) सनातन परम धाम में आप जी का आसन यानि स्थाई ठिकाना होता जहाँ कोई कष्ट नहीं। वहाँ पर परम शांति है क्योंकि वहाँ पर कभी जन्म-मृत्यु नहीं होता।
@komaldasi47992 жыл бұрын
♦️श्राद्ध आदि-आदि शास्त्रविरूद्ध क्रियाऐं झूठे गुरूओं के कहने से करके अपना जीवन नष्ट करते हैं। यदि सतगुरू (तत्वदर्शी संत) का सत्संग सुनते, उसकी संगति करते तो सर्ब पापकर्म नष्ट हो जाते। सत्य साधना करके अमर लोक यानि गीता अध्याय 18 श्लोक 62 में कहे (शाश्वतं स्थानं) सनातन परम धाम में आप जी का आसन यानि स्थाई ठिकाना होता जहाँ कोई कष्ट नहीं। वहाँ पर परम शांति है क्योंकि वहाँ पर कभी जन्म-मृत्यु नहीं होता।
@kiranlodhi29812 жыл бұрын
Satsang ki aadi gadi taepke barsh hajar toohi barabar hai nahi kahe kabir vichar
@Omprakash.8072 жыл бұрын
Kabir is God
@kiranlodhi29812 жыл бұрын
Kabira khada bajar me sabaki rakhe kher na kause dosti na kahu se bair
@ramanmeena24432 жыл бұрын
मार्कण्डेय पुराण के प्रकरण से सिद्ध है कि वेदों में तथा वेदों के ही संक्षिप्त रुप गीता में श्राद्ध-पिण्डोदक आदि भूत पूजा के कमर्काण्ड को निषेध बताया है, नहीं करना चाहिए।
@Soulful0Journey2 жыл бұрын
🙏💯
@Omprakash.8072 жыл бұрын
🙏🙏🙏🙏
@sunnysahu79042 жыл бұрын
🙏🏳️
@madnalalkuldeep1972 жыл бұрын
♦️प्रेत (भूत) पूजा तथा पितर पूजा उस परमेश्वर की पूजा नहीं है। इसलिएगीता शास्त्र के अनुसार व्यर्थ है। वेदों में भूत-पूजा व पितर पूजा यानि श्राद्ध आदि कमर्काण्ड को मूर्खों का कार्य बताया है।
@vimlaramesh21322 жыл бұрын
♦️ भूत पूजा तथा पितर पूजा क्या है? इन पूजाओं के निषेध का प्रमाण पवित्र गीता शास्त्र के अध्याय 9 श्लोक 25 में लिखा है जो आप जी को पहले वणर्न कर दिया है कि भूत पूजा करने वाले भूत बनकर भूतों के समूह में मृत्यु उपरांत चले जाऐंगे। पितर पूजा करने वाले पितर लोक में पितर योनि प्राप्त करके पितरों के पास चले जाऐंगे। मोक्ष प्राप्त प्राणी सदा के लिए जन्म-मरण से मुक्त हो जाता है।
@manjurani35472 жыл бұрын
Manush Janam paye ke jo rate nahi Hari nam jaise kua banvaya kis kam
@lokeshdhiman11552 жыл бұрын
भूत पूजा तथा पितर पूजा क्या है? इन पूजाओं के निषेध का प्रमाण पवित्र गीता शास्त्र के अध्याय 9 श्लोक 25 में लिखा है जो आप जी को पहले वणर्न कर दिया है कि भूत पूजा करने वाले भूत बनकर भूतों के समूह में मृत्यु उपरांत चले जाऐंगे। पितर पूजा करने वाले पितर लोक में पितर योनि प्राप्त करके पितरों के पास चले जाऐंगे। मोक्ष प्राप्त प्राणी सदा के लिए जन्म-मरण से मुक्त हो जाता है।
@kiranlodhi29812 жыл бұрын
Guru gobind dono khade kahke lagu paye balihari guru aapane govind diyo bataye
@asharamrawat82952 жыл бұрын
भूत पूजा तथा पितर पूजा क्या है? इन पूजाओं के निषेध का प्रमाण पवित्र गीता शास्त्र के अध्याय 9 श्लोक 25 में लिखा है जो आप जी को पहले वणर्न कर दिया है कि भूत पूजा करने वाले भूत बनकर भूतों के समूह में मृत्यु उपरांत चले जाऐंगे। पितर पूजा करने वाले पितर लोक में पितर योनि प्राप्त करके पितरों के पास चले जाऐंगे। मोक्ष प्राप्त प्राणी सदा के लिए जन्म-मरण से मुक्त हो जाता है।श्राद्ध आदि-आदि शास्त्रविरूद्ध क्रियाऐं झूठे गुरूओं के कहने से करके अपना जीवन नष्ट करते हैं। यदि सतगुरू (तत्वदर्शी संत) का सत्संग सुनते, उसकी संगति करते तो सर्ब पापकर्म नष्ट हो जाते। सत्य साधना करके अमर लोक यानि गीता अध्याय 18 श्लोक 62 में कहे (शाश्वतं स्थानं) सनातन परम धाम में आप जी का आसन यानि स्थाई ठिकाना होता जहाँ कोई कष्ट नहीं। वहाँ पर परम शांति है क्योंकि वहाँ पर कभी जन्म-मृत्यु नहीं होता।
@devaramjat50912 жыл бұрын
भूत पूजा तथा पितर पूजा क्या है? इन पूजाओं के निषेध का प्रमाण पवित्र गीता शास्त्र के अध्याय 9 श्लोक 25 में लिखा है जो आप जी को पहले वणर्न कर दिया है कि भूत पूजा करने वाले भूत बनकर भूतों के समूह में मृत्यु उपरांत चले जाऐंगे। पितर पूजा करने वाले पितर लोक में पितर योनि प्राप्त करके पितरों के पास
@sharmilachauhan82562 жыл бұрын
Sàtsang
@kiranlodhi29812 жыл бұрын
Ture story
@Amit-lv6fm2 жыл бұрын
अधिक जानकारी के लिए Sant Rampal Ji Maharaj KZbin Channel पर Visit करें।
@meenushekhawat442 жыл бұрын
कबीर परमात्मा ही चारों युगों में अलग-अलग नाम से प्रकट होकर सतभक्ति प्रदान करते हैं और अपने भक्तों की रक्षा करते हैं। संत रामपाल जी महाराज जी से सतभक्ति ग्रहण करके कबीर परमात्मा की भक्ति करें तभी रक्षा सम्भव है।
@rajendrakumawat19182 жыл бұрын
गुरू बिन माला फेरते, गुरू बिन देते दान।। गुरू बिन दोनों निष्फल हैं, चाहे पूछो वेद पुराण।।
@champalalkachhawaha88502 жыл бұрын
जो आया सो चला गया, धरती छोड़ शरीर । जो देहि के संग गया, ताका नाम कबीर ।।
@champalalkachhawaha88502 жыл бұрын
कबीर,चार मुक्ति जहां चम्पी करती माया (दुर्गा) हो रही दासी (कबीर परमेश्वर की) दास गरीब अभये पद पर्से वो मिले राम (कबीर) अविनाशी।।